गीता जयंती क्यों मनाई जाती है?
गीता जयंती (Geeta Jayanti) को श्रीमद् भगवद् गीता के प्रतीकात्मक जन्म के तौर पर जाना जाता है। गीता जयंती प्रत्येक वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी के दिन मनाई जातो है। इस एकादशी को मोक्षदा एकादशी भी कहते हैं जो उत्पन्ना एकादशी के बाद आती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन महाभारत युद्ध से पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। श्रीमद् भगवद् गीता को हिंदू धर्म का सार ग्रंथ कहा जाता है। गीता जयंती के अवसर पर महाग्रंथ यानी गीता, भगवान श्रीकृष्ण और वेद व्यासजी की पूजा की जाती है। यह एक रोचक तथ्य है कि, दुनिया के किसी भी धर्म-संप्रदाय के किसी भी ग्रंथ का जन्मदिन नहीं मनाया जाता है, सिर्फ श्रीमद्भागवत गीता की जयंती मनाई जाती है। प्रस्तुत लेख में आप वर्ष 2021 से वर्ष 2030 (Geeta Jayanti Date 2021 to 2030) तक की गीता जयंती कब-कब मनाई जाएगी व शुभ मुहूर्त भी जान पाएंगे।
श्रीमद्भागवत गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक
श्रीमद्भागवत गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं। जिनमें से 6 अध्याय कर्मयोग, 6 अध्याय ज्ञानयोग और अंतिम 6 अध्याय में भक्तियोग के उपदेश दिए गए हैं। इनमें जीवन से जुड़े सभी प्रश्नों के उत्तर प्रस्तुत हैं। इसमें कर्म, धर्म, जन्म, मृत्यु, सत्य, असत्य आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है। श्रीमद्भागवत गीता में बताई गई बातों को अपनाकर मनुष्य अपना जीवन सफल बना सकता है। भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि 84 लाख योनियों के बाद इंसान का जीवन मिलता है इसलिए अगर कोई मनुष्य परमात्मा की प्राप्ति चाहता है तो उसे अच्छे कार्य करने चाहिए।
गीता जयंती दिनांक 2021 से 2030 तक कब कब मनाई जाएगी एवं शुभ मुहूर्त
इस बार अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 5158 वीं गीता जयंती 14 दिसंबर 2021 मंगलवार को मनाई जाएगी।
Gita Jayanti 2021 शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ:- 09:32 PM on Dec 13, 2021
एकादशी तिथि समाप्त:- 11:35 PM on Dec 14, 2021
वर्ष 2022 में अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 5159 वीं गीता जयंती दिनांक 3 दिसंबर 2022 शनिवार को मनाई जाएगी।
Gita Jayanti 2022 शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ:- 05:39 AM on Dec 03, 2022
एकादशी तिथि समाप्त:- 05:34 AM on Dec 04, 2022
वर्ष 2023 में अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 5160 वीं गीता जयंती दिनांक 22 दिसंबर 2023 शुक्रवार को मनाई जाएगी।
Gita Jayanti 2023 शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ:- 08:16 AM on Dec 22, 2023
एकादशी तिथि समाप्त:- 07:11 AM on Dec 23, 2023
वर्ष 2024 में अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 5161 वीं गीता जयंती दिनांक 11 दिसंबर 2024 बुधवार को मनाई जाएगी।
Gita Jayanti 2024 शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ:- 03:42 AM on Dec 11, 2024
एकादशी तिथि समाप्त:- 01:09 AM on Dec 12, 2024
वर्ष 2025 में अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 5162 वीं गीता जयंती दिनांक 1 दिसंबर 2025 सोमवार को मनाई जाएगी।
Gita Jayanti 2025 शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ:- 09:29 PM on Nov 30, 2025
एकादशी तिथि समाप्त:- 07:01 PM on Dec 01, 2025
वर्ष 2026 में अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 5163 वीं गीता जयंती दिनांक 20 दिसंबर 2026 रविवार को मनाई जाएगी।
Gita Jayanti 2026 शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ:- 10:09 PM on Dec 19, 2026
एकादशी तिथि समाप्त:- 08:14 PM on Dec 20, 2026
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वर्ष 2027 में अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 5164 वीं गीता जयंती दिनांक 9 दिसंबर 2027 को मनाई जाएगी।
Geeta Jayanti 2027 शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ:- 02:58 AM on Dec 09, 2027
एकादशी तिथि समाप्त:- 03:19 AM on Dec 10, 2027
वर्ष 2028 में अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 5165 वां गीता महोत्सव दिनांक 27 नवम्बर 2028 सोमवार को मनाई जाएगी।
Geeta Jayanti 2028 शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ:- 11:59 PM on Nov 26, 2028
एकादशी तिथि समाप्त:- 02:17 AM on Nov 28, 2028
वर्ष 2029 में अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 5166 वां गीता महोत्सव दिनांक 16 दिसंबर 2029 रविवार को मनाई जाएगी।
Geeta Jayanti 2029 शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ:- 04:39 PM on Dec 15, 2029
एकादशी तिथि समाप्त:- 07:17 PM on Dec 16, 2029
वर्ष 2030 में अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 5167 वां गीता महोत्सव दिनांक 5 दिसंबर 2030 गुरुवार को मनाई जाएगी।
Geeta Jayanti 2030 शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ:- 05:17 PM on Dec 04, 2030
एकादशी तिथि समाप्त:- 06:44 PM on Dec 05, 2030
गीता महोत्सव के दिन करें ये कार्य-
- गीता महोत्सव के दिन गीता को पढ़ना या सुनना अत्यंत ही शुभ माना जाता है।
- इस दिन मोक्षदा एकादशी रहती है अत: व्रत करने का बहुत ही महत्व होता है।
- इस दिन भगवान कृष्ण की आराधना और पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं।
- गीता जयंती के दिन मंदिरों में भी गीता का पाठ किया जाता है। आप चाहें तो वहां जाकर भी गीता सुन सकते हैं।
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