चीन की सबसे बड़ी रियल स्टेट कंपनी Evergrande डूब रही है, और साथ में चीनी अर्थव्यवस्था को भी डूबा रही है

Evergrande के इतने प्रोजेक्ट अधूरी अवस्था में पड़े हैं कि उनके सभी फ्लोर एक साथ रखने पर अमेरिकी शहर मैनहैटन का तीन चौथाई हिस्सा ढक जाएगा!

एवरग्रांडे कंपनी का लोगो

चीन का सबसे बड़ा घोटाला सामने आया है। कम्युनिस्ट राष्ट्र ने अपने आर्थिक विकास के एक बड़े हिस्से को रियल एस्टेट वृद्धि और आवास क्षेत्र में उछाल के आधार पर संचालित किया है जो 1990 के दशक में शुरू हुआ था।  बड़े पैमाने पर अचल संपत्ति के विकास ने चीन में धन सृजन को बढ़ावा दिया। हालांकि, चीन का हाउसिंग बबल अब फटने वाला है। बीजिंग ने हाउसिंग सेक्टर का अपनी क्षमता से कहीं फायदा उठाया है और अब इसी का नतीजा है कि चीन की सबसे बड़ी रियल स्टेट कंपनी में से एक एवरग्रांडे (Evergrande) ग्रुप का कर्ज संकट इतना बढ़ चुका है कि चीनी हाउसिंग सेक्टर गहरे संकट में है।

चीन की सबसे बड़ी रियल स्टेट कंपनी में से एक एवरग्रांडे (Evergrande) बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रही है। एवरग्रांडे (Evergrande) कंपनी निवेशकों, ऋणदाताओं और आपूर्तिकर्ताओं के 305 बिलियन डॉलर वापस नहीं कर पा रही है। 70,000 निवेशकों ने पूरे देश में फैले हुए कंपनी के कई कार्यालयों पर प्रदर्शन किया है। एवरग्रांडे (Evergrande) के इतने प्रोजेक्ट अधूरी अवस्था में पड़े हैं कि उनके सभी फ्लोर एक साथ रखने पर अमेरिकी शहर मैनहैटन का तीन चौथाई हिस्सा ढक जाएगा। चीन का हाउसिंग बबल फटने के लिए तैयार है क्योंकि देश में 65 मिलियन अपार्टमेंट खाली हैं, यही वजह है कि एवरग्रांडे (Evergrande) समूह जैसी दिग्गज कंपनी एक अनिश्चित स्थिति में आ गई है। 10 लाख से अधिक घर खरीदाताओं के जीवन की कमाई ऐसे प्रोजेक्ट में फंस गई है और कंपनी को इन्हें पूरा करने के लिए अब और अतिरिक्त फंड नहीं मिल पा रहा है।

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चीनी शेयर बाजारों में गिरावट

दरअसल, पिछले एक हफ्ते में चीनी शेयरों का प्रदर्शन पूरे महीने में सबसे खराब रहा। शुक्रवार को एक छोटा सा रिबाउंड हुआ, फिर भी हांगकांग का HSI शेयर मार्केट और Mainland चीन का CSI 300 गेज 3 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ।

चीनी शेयर बाजार पहले से ही बहुत खराब स्थिति में हैं क्योंकि राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बुद्धिहीन कार्रवाई ने कम्युनिस्ट देश में निवेशकों की भावना को नुकसान पहुंचाया है। वास्तव में, HSI इस साल, इस तिमाही और यहां तक कि इस सप्ताह भी दुनिया के सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले सूचकांकों में से एक बना हुआ है। चीनी शेयर निवेशक सोच रहे थे कि शेयर बाजार आखिरकार शी की regulatory crackdowns के प्रभाव से उबर जाएगा, लेकिन एवरग्रांडे (Evergrande) की वित्तीय परेशानियों ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।

एवरग्रांडे (Evergrande) की वित्तीय परेशानियाँ 

Evergrande के व्यापार पर कोरोना की मार का असर पहले ही था। इसके बाद कंपनी ने आर्थिक कठिनाइयों से उभरने के लिए कई नए प्रोजेक्ट शुरू किए। इन प्रोजेक्ट की फंडिंग के लिए कंपनी ने वित्तीय बाजार से ऋण लिया और पुराने प्रोजेक्ट के घरों को बहुत अधिक लाभ कमाए बिना ही बेच दिया। कंपनी का उद्देश्य तत्काल फंड जुटाना था। इसी बीच कंपनी का एक पत्र सार्वजनिक हो गया जिसमें वह सरकार से अपने प्रोजेक्ट के लिए सहायता मांग रही थी। इस पत्र के सार्वजनिक होते ही निवेशक एवरग्रांडे (Evergrande) में निवेश करने के प्रति चौकन्ने हो गए। इसी बीच GUANGJA BANK ने एक वित्तीय विवाद में कोर्ट से एवरग्रांडे (Evergrande) के 20 मिलियन डॉलर के डिपॉजिट जब्त करने की अपील की जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। एक के बाद एक ऐसे कई बदलाव हुए जिससे कंपनी की विश्वसनीयता को बड़ा झटका लगा और शेयर गिरता रहा।

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Evergrande दिवालिया होगा तो चीनी अर्थव्यवस्था भी डूबेगी

यदि एवरग्रांडे (Evergrande) का शेयर इसी प्रकार गिरता रहा तो कंपनी जल्द ही दिवालिया हो जाएगी। कंपनी पर पिछले वर्ष जून माह तक 89 बिलियन डॉलर की देनदारी बाकी थी, जो करीब 500 बिलियन युआन से अधिक थी। यह देनदारी 2020 के अंत तक बढ़कर 716.5 बिलियन युआन हो चुकी है। यदि कंपनी दिवालिया हो जाती है तो इसका असर चीनी अर्थव्यवस्था पर भयंकर होने वाला है।

एवरग्रांडे (Evergrande) में 128 बैंकों और 121 नॉन बैंकिंग इंस्टिट्यूशन का पैसा लगा है। ऐसे में कंपनी अगर इन सबके पैसे लौटाने में असमर्थ हो गई तो चीन का पूरा वित्तीय बाजार हिल जाएगा। एवरग्रांडे (Evergrande) के आर्थिक संकट का असर पूरे रियलएस्टेट बाजार पर दिख रहा है। हांगकांग शेयर बाजार की HSI रैंकिंग की प्रॉपर्टी सब कैटेगरी में 8% की गिरावट आई है। HSI रैंकिंग आरकॉम शेयर बाजार की 50 सर्वश्रेष्ठ कंपनियों के शेयर की जानकारी देती है।

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पहले ही सरकार ANT ग्रुप, Tencent, अलीबाबा जैसी बड़ी कंपनियों पर कार्रवाई कर रही है जिससे अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। Evergrande का पतन पहले से बर्बाद हो रही चीनी अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ा सदमा होगा, यह इसलिए क्योंकि यह कंपनी वर्तमान में चीन के 280 शहरों में 1300 से अधिक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। यह कंपनी रियल स्टेट के अतिरिक्त इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों, स्पोर्ट्स, थीम पार्क, ग्रॉसरी स्टोर, डेरी प्रोडक्ट जैसे कई सेक्टर में निवेश कर चुकी है। एवरग्रांडे (Evergrande) के रियलएस्टेट सेक्टर में 2 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और स्थायी रोजगार मिला है और 3.8 मिलियन लोगों को हर साल प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अस्थायी रोजगार मिलता है।

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चीन ने शहरों के निर्माण द्वारा वहाँ आर्थिक विकास के लिए आवश्यक माहौल तैयार किया था, जिससे वहाँ विदेशी निवेश आकर्षित किया जाए। लेकिन एवरग्रांडे (Evergrande) का पतन पूरी अर्थव्यवस्था को हिला देगा क्योंकि रियलएस्टेट चीन का सबसे महत्वपूर्ण सेक्टर है।

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