• हमारे बारे में
  • हमारे स्तंभकार
  • करियर
  • ब्रांड भागीदारी
  • rightlog अब है TFIPOST
TFI Official Merchandise
English
मंगलवार, मई 24, 2022
TFIPOST
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Andhra Pradesh

    मोदी-नायडू-कल्याण गठबंधन में निहित है आंध्र प्रदेश का भविष्य

    सरकारी स्कूलों में छात्रों को अपने पिता की जीवनी पढ़ाएंगे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

    सरकारी स्कूलों में छात्रों को अपने पिता की जीवनी पढ़ाएंगे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

    इन कानूनों को मोदी सरकार को तुरंत वापस लेना चाहिए या फिर संशोधन करना चाहिए

    इन कानूनों को मोदी सरकार को तुरंत वापस लेना चाहिए या फिर संशोधन करना चाहिए

    dakshin bhaarat

    ‘स्टार कल्चर’ की रणनीति दक्षिण में भाजपा की राजनीति का ‘कमल’ खिला सकती है

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Paytm Mall

    आखिर क्यों डूब गया PayTm Mall? यहां विस्तार से समझिए

    कमाल करता भारत, 83.57 अरब डॉलर के साथ अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश

    कमाल करता भारत, 83.57 अरब डॉलर के साथ अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश

    रोजगार सृजन के मामले में भारत ने बनाया रिकॉर्ड, EPFO में 12.2 मिलियन हुए नामांकन

    रोजगार सृजन के मामले में भारत ने बनाया रिकॉर्ड, EPFO में 12.2 मिलियन हुए नामांकन

    Indian Economic

    IMF को भारत की $5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था पर अपना रुख वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    bhaartiya sena

    अब ‘टूर ऑफ ड्यूटी’ के तहत होगी सेना में भर्ती, इसके बारे में यहां विस्तार से समझिए

    Indian Army

    भविष्य के युद्ध की तैयारी में लगा भारत, अब Metaverse में ट्रेनिंग करेगी भारतीय सेना

    indian army weapons

    भारत द्वारा निर्मित और खरीदे गए हथियारों की यहां है एक व्यापक सूची

    NIA

    NIA ने “जकात” और “टेरर फंडिंग” के बीच की कड़ी का किया भंडाफोड़

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Mansukh Mandaviya

    कोरोना के आंकड़े को लेकर भ्रम फैलाने वाले WHO को मांडविया ने जमकर धोया

    modi biden

    ओह! तुम्हारे सुर कैसे बदल गए, अमेरिका ने ‘मानवाधिकार’ की बांसुरी बजाना बंद किया

    Quad

    चीन की ‘दादागिरी’ पर लगाम कसने के लिए तैयार है Quad, भारतीय नौसेना निभाएगी बड़ी भूमिका

    PM Modi

    इस तरह भारत पेपर ड्रैगन को हर मोड़ पर मात दे रहा है

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय गर्मियों में अब आपके लिए बिना AC के जीवित रहना असंभव क्यों है?

    भारतीय गर्मियों में अब आपके लिए बिना AC के जीवित रहना असंभव क्यों है?

    भारत की नई पीढ़ीं आंखें बंद करके कोरियन संस्कृति क्यों अपना रही है ?

    भारत की नई पीढ़ीं आंखें बंद करके कोरियन संस्कृति क्यों अपना रही है ?

    कुतुब मीनार विक्रमादित्य

    क्या कुतुब मीनार राजा विक्रमादित्य की खगोलीय वेधशाला थी?

    Hum Dekhenge

    हम देखेंगे – एक हिन्दू विरोधी, इस्लामपरस्त गीत जिसे भारत अब जाकर समझने लगा है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    Fibnal

    रावण से की गई सम्राट पृथ्वीराज चौहान की तुलना, अब अक्षय कुमार की फिल्म से कोई उम्मीद नहीं बची

    WHO

    हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र की गुमनाम नायक हैं आशा वर्कर्स, जिन्हें अब WHO ने किया है सम्मानित

    एक बेहद चिंघाड़ती मसाला फिल्म की आंधी में दो अच्छी फिल्में भी पिट गईं

    एक बेहद चिंघाड़ती मसाला फिल्म की आंधी में दो अच्छी फिल्में भी पिट गईं

    Salman Khan

    ‘धाकड़’ कंगना अब ‘दबंग’ सलमान की फैन हो गई हैं

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
TFIPOST
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Andhra Pradesh

    मोदी-नायडू-कल्याण गठबंधन में निहित है आंध्र प्रदेश का भविष्य

    सरकारी स्कूलों में छात्रों को अपने पिता की जीवनी पढ़ाएंगे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

    सरकारी स्कूलों में छात्रों को अपने पिता की जीवनी पढ़ाएंगे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

    इन कानूनों को मोदी सरकार को तुरंत वापस लेना चाहिए या फिर संशोधन करना चाहिए

    इन कानूनों को मोदी सरकार को तुरंत वापस लेना चाहिए या फिर संशोधन करना चाहिए

    dakshin bhaarat

    ‘स्टार कल्चर’ की रणनीति दक्षिण में भाजपा की राजनीति का ‘कमल’ खिला सकती है

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Paytm Mall

    आखिर क्यों डूब गया PayTm Mall? यहां विस्तार से समझिए

    कमाल करता भारत, 83.57 अरब डॉलर के साथ अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश

    कमाल करता भारत, 83.57 अरब डॉलर के साथ अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश

    रोजगार सृजन के मामले में भारत ने बनाया रिकॉर्ड, EPFO में 12.2 मिलियन हुए नामांकन

    रोजगार सृजन के मामले में भारत ने बनाया रिकॉर्ड, EPFO में 12.2 मिलियन हुए नामांकन

    Indian Economic

    IMF को भारत की $5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था पर अपना रुख वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    bhaartiya sena

    अब ‘टूर ऑफ ड्यूटी’ के तहत होगी सेना में भर्ती, इसके बारे में यहां विस्तार से समझिए

    Indian Army

    भविष्य के युद्ध की तैयारी में लगा भारत, अब Metaverse में ट्रेनिंग करेगी भारतीय सेना

    indian army weapons

    भारत द्वारा निर्मित और खरीदे गए हथियारों की यहां है एक व्यापक सूची

    NIA

    NIA ने “जकात” और “टेरर फंडिंग” के बीच की कड़ी का किया भंडाफोड़

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Mansukh Mandaviya

    कोरोना के आंकड़े को लेकर भ्रम फैलाने वाले WHO को मांडविया ने जमकर धोया

    modi biden

    ओह! तुम्हारे सुर कैसे बदल गए, अमेरिका ने ‘मानवाधिकार’ की बांसुरी बजाना बंद किया

    Quad

    चीन की ‘दादागिरी’ पर लगाम कसने के लिए तैयार है Quad, भारतीय नौसेना निभाएगी बड़ी भूमिका

    PM Modi

    इस तरह भारत पेपर ड्रैगन को हर मोड़ पर मात दे रहा है

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय गर्मियों में अब आपके लिए बिना AC के जीवित रहना असंभव क्यों है?

    भारतीय गर्मियों में अब आपके लिए बिना AC के जीवित रहना असंभव क्यों है?

    भारत की नई पीढ़ीं आंखें बंद करके कोरियन संस्कृति क्यों अपना रही है ?

    भारत की नई पीढ़ीं आंखें बंद करके कोरियन संस्कृति क्यों अपना रही है ?

    कुतुब मीनार विक्रमादित्य

    क्या कुतुब मीनार राजा विक्रमादित्य की खगोलीय वेधशाला थी?

    Hum Dekhenge

    हम देखेंगे – एक हिन्दू विरोधी, इस्लामपरस्त गीत जिसे भारत अब जाकर समझने लगा है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    Fibnal

    रावण से की गई सम्राट पृथ्वीराज चौहान की तुलना, अब अक्षय कुमार की फिल्म से कोई उम्मीद नहीं बची

    WHO

    हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र की गुमनाम नायक हैं आशा वर्कर्स, जिन्हें अब WHO ने किया है सम्मानित

    एक बेहद चिंघाड़ती मसाला फिल्म की आंधी में दो अच्छी फिल्में भी पिट गईं

    एक बेहद चिंघाड़ती मसाला फिल्म की आंधी में दो अच्छी फिल्में भी पिट गईं

    Salman Khan

    ‘धाकड़’ कंगना अब ‘दबंग’ सलमान की फैन हो गई हैं

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
TFIPOST
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें

AUKUS गठबंधन के साथ अमेरिका ने फ्रांस के पीठ में छुरा घोंपा था, अब भारत ने खेला कूटनीतिक दांव

भारत ने घोषणा तो फ्रांस से 24 सेकंड हैंड मिराज 2000 फाइटर जेट खरीदने की है लेकिन इस घोषणा का असर अमेरिका तक जाने वाला है!

Shikhar Srivastava
द्वारा Shikhar Srivastava
19 सितम्बर 2021
in रणनीति
0
AUKUS गठबंधन के साथ अमेरिका ने फ्रांस के पीठ में छुरा घोंपा था, अब भारत ने खेला कूटनीतिक दांव
728
व्यूज़
Share on FacebookShare on Twitter

कूटनीति में एक आवश्यक पहलू किसी भी बात को कहने का समय होता है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने इसी पहलू को अपना हथियार बना लिया है। चाहे को चीन को BRICS तथा SCO के मंच से लताड़ना हो या विदेश मंत्री एस जयशंकर का वैश्विक मंच से भारत की बात रखनी हो या चीन के साथ बढ़े तनाव में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का रूस दौरा हो। अब भारत ने इसी दूरदर्शिता का परिचय देते हुए, एक ही तीर से दो निशाने साधे हैं। भारत ने घोषणा तो फ्रांस से 24 सेकंड हैंड मिराज 2000 फाइटर जेट खरीदने की है लेकिन इस घोषणा का असर अमेरिका तक जाने वाला है।

दरअसल, जब फ्रांस और अमेरिका के रिश्ते 200 वर्षों के इतिहास में सबसे बुरे दौर का सामना कर रहे हैं, भारत ने एक बड़ी कूटनीतिक चाल चली है, जिससे भारत अमेरिका को दबाव में ला सकता है। जब से जो बाइडन अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं, अमेरिका ने एक के बाद एक कई ऐसे कार्य किए हैं जिससे भारतीय हितों को नुकसान हो। ऐसे में अब भारत ने फ्रांस के सहयोग से हिंद प्रशांत क्षेत्र के समीकरण साधने शुरू कर दिए हैं।

भारत खरीदेगा 24 मिराज 2000 

पेरिस के अमेरिका से मोहभंग के बाद भारत ने फ्रांस के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत करने कदम बढ़ाया और शनिवार को विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष, जीन-यवेस ले ड्रियन के साथ बात की तथा फ्रांस के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। जयशंकर और ले ड्रियन “इंडो-पैसिफिक के दो महान संप्रभु राष्ट्रों के बीच राजनीतिक विश्वास के संबंध के आधार पर” अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत बनाने के लिए सहमत हुए।

Discussed recent developments in the Indo-Pacific and Afghanistan with my friend FM @JY_LeDrian .Looking forward to our New York meeting.

— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 18, 2021

दोनों मंत्रियों ने इस सप्ताह न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर मुलाकात करने पर भी सहमति व्यक्त की, ताकि “वास्तव में एक बहुपक्षीय अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा के लिए एक सामान्य कार्यक्रम पर काम किया जा सके।”

दोनों विदेश मंत्री के बीच मुलाकात का समय महत्वपूर्ण है। भारत ने फ्रांस को आश्वस्त करने के लिए कदम बढ़ाया है कि वह उसके साथ खड़ा है, जब अन्य देश और उसके सबसे पुराने और सबसे भरोसेमंद भागीदारों ने उसे ‘धोखा’ दिया है।

यही नहीं भारत ने फ्रांस से 24 सेकंड हैंड मिराज 2000 फाइटरजेट खरीदने का निर्णय किया है जिनका इस्तेमाल भारत में मौजूद मिराज 2000 को मजबूत करने के लिए होगा। 27 मिलियन यूरो के इस समझौते से भारत मिराज 2000 की पहले से मौजूद दो स्क्वाड्रन को मजबूत करेगा। इस समझौते के तहत भारत को मिलने वाले फाइटरजेट में 13 जेट पूरी तरह से तैयार हैं। इन 13 फाइटरजेट में भी 8 रेडीटूफ्लाई अवस्था में भारत को मिलेंगे। वही 11 फाइटरजेट अधूरी अवस्था में भारत को मिलेंगे लेकिन उनमें फ्यूल टैंक और इजेक्शन सीट मिलेंगी।

भारतीय वायु सेना को इस समय अपने मिराज 2000 फाइटरजेट की पुरानी स्क्वाड्रन के रख रखाव के लिए 300 से अधिक स्पेयरपार्ट की जरूरत है। ऐसे में यह भी चर्चा चल रही है कि स्पेयरपार्ट्स की उपलब्धता के लिए भारत में ही मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां स्थापित की जाएं।

इस घोषणा का समय है महत्वपूर्ण

किंतु, यह रक्षा खरीद अति महत्वपूर्ण नहीं है जितना कि इस संबंध में सार्वजनिक की गई जानकारी का समय महत्वपूर्ण है। हाल ही में अमेरिका ने ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर एक नया त्रिपक्षीय सहयोग संगठन ‛AUKUS’ बनाया है। इस त्रिपक्षीय संगठन का उद्देश्य चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकना है। इसी संगठन की घोषणा के समय यह भी खबर आई की ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस के साथ हुई 90 बिलियन डॉलर के न्यूक्लियर पनडुब्बी समझौते को रद्द कर दिया है। फ्रांस के स्थान पर अब ऑस्ट्रेलिया अमेरिका से पनडुब्बियां खरीदने वाला है।

यह भी पढ़ें:- प्रोग्रेसिव नेताओं के दबाव में बाइडन प्रशासन कश्मीर और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर भारत के आंतरिक मामले में दखल दे रहा है

अमेरिका का फ्रांस को धोखा

इस समझौते से फ्रांस इतना नाराज हुआ कि उसने अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से अपने राजदूत वापस बुला लिए। इसके अगले ही दिन भारत ने अपनी रक्षा खरीद की जानकारी सार्वजनिक की है, जिसके जरिए भारत सरकार ने फ्रांस को यह संदेश दिया है कि भारत, फ्रांस के साथ भविष्य में अपना रक्षा सहयोग बढ़ाएगा। भारत ने पहले ही फ्रांस के साथ राफेल और पनडुब्बी निर्माण के लिए समझौता किया है। फ्रांस के लिए यह समझौते इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि रक्षा उपकरणों की बिक्री फ्रांस की अर्थव्यवस्था का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। रक्षा क्षेत्र के अतिरिक्त अमेरिकी नीतियों ने भारत और फ्रांस के कूटनीतिक और रणनीतिक हितों को भी एकमंच पर ला दिया है।

यह भी पढ़ें:- “ट्रम्प की सारी मेहनत बर्बाद”, भारत-विरोधी रुख अपनाने पर US मीडिया ने लिया बाइडन को आड़े हाथ

अमेरिका ने जिस प्रकार अफगानिस्तान से अपनी सेना बुलाई उसने फ्रांस और भारत दोनों की चिंता को बढ़ा दिया है। भारत को तो तालिबान की वापसी से सीधा खतरा है ही, फ्रांस भी इस बात से चिंतित है कि जिस ISIS को पश्चिमी देशों की सेनाओं ने बहुत कठिनाई से लीबिया, इराक और सीरिया की भूमि से खदेड़ा था, अब अफगानिस्तान की भूमि में पुनः सिर उठाएगा। यदि भविष्य में अफगानिस्तान में ISIS का प्रभाव बढ़ेगा तो आतंकवाद केवल अफगानिस्तान तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि इसके कारण पश्चिम एशिया में भी अस्थिरता बढ़ेगी।

फ्रांस यह नहीं चाहता कि पश्चिम एशिया में पुनः वैसे ही हालात बने जैसे हालात सीरियाई युद्ध के समय बने थे। ऐसी स्थिति पुनः शरणार्थियों की समस्या से लेकर आतंकवाद के यूरोप तक पहुँचने की समस्या, आदि का सामना फ्रांस को भी करना पड़ सकता है। यही कारण था कि बाइडन ने जिस प्रकार अमेरिकी सेना को अफगानिस्तान से निकाला फ्रांस उसे से लेकर संतुष्ट नहीं था। जैसे ही तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया फ्रांस ने इराक में हुई सभी बड़े मुस्लिम देशों की बैठक में इस समस्या की ओर सबका ध्यान दिलाया था।

अमेरिका पहुंचा रहा है भारतीय तथा फ्रांस के हितों को नुकसान

अमेरिका एक के बाद एक ऐसे निर्णय कर रहा है जो सीधे तौर पर फ्रांस और भारत के हितों के विरुद्ध हैं। यदि अमेरिका, वास्तव में चीन को नियंत्रित करना चाहता था तो वह ब्रिटेन को QUAD का नया सदस्य बना सकता था। अमेरिका चाहता तो फ्रांस को ऑब्जर्वर बनाकर QUAD की बैठक में आमंत्रित कर सकता था। यही नहीं अगर अमेरिका चाहता तो जिस तरह से UK को इस संगठन में शामिल किया उसी तरह फ्रांस को भी इस संगठन में शामिल कर सकता था। परंतु, अमेरिका ने ऐसा कुछ नहीं किया। AUKUS का उद्देश्य ऑस्ट्रेलिया की सैन्य क्षमता को बढ़ाना भले हो लेकिन, निश्चित रूप से इसने चीन के विरुद्ध पहले से कार्य कर रहे QUAD की महत्ता को कम किया है।

जब अमेरिका को सोवियत रूस के विरुद्ध देशों को लामबंद करना था तो अमेरिका ने उन्हें NATO के रूप में एक ही संगठन के अंतर्गत लामबंद किया था। ऐसे में चीन के विरुद्ध कई संगठनों का निर्माण केवल ध्यान बंटाएगा और चीन के विरुद्ध एकजुटता कम होगी। यह न तो भारत के लिए अच्छी खबर है और न ही फ्रांस के लिए।

ऑस्ट्रेलिया की सैन्य क्षमता को बढ़ाने के नाम पर AUKUS का औचित्य तो एक बार को सिद्ध किया जा सकता है, लेकिन फ्रांस के साथ अमेरिका का व्यवहार किसी भी स्थिति में विवेकपूर्ण कार्य नहीं माना जा सकता। अमेरिका सदैव अपने व्यापारिक हितों को अपने मित्रों के हितों के ऊपर तरजीह देता है। भारत के वैक्सीन निर्माण को प्रभावित करने के लिए भी जो बाइडन के नेतृत्व में अमेरिका ने निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे माल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था।

यह भी पढ़ें:- ‘कुछ देश Export पर प्रतिबंध लगा वैक्सीन उत्पादन में डाल रहे हैं अड़ंगा’, मैक्रों की बाइडन प्रशासन को दो टूक

अब भारत ने फ्रांस के साथ रक्षा सौदे को ठीक उसी समय पर सार्वजनिक किया जिस समय पर फ्रांस का अमेरिका के साथ सबसे खराब रिश्ते हैं। इस कूटनीतिक चाल के पीछे अवश्य ही विदेश मंत्री एस जयशंकर का हाथ हो सकता है। पिछले कुछ समय में फ्रांस भारत का एक बेहतरीन साथी बन चुका है। इस कदम से वह और भी करीब आएगा। यही नहीं भारत चाहे तो अमेरिका की इस कूटनीतिक गलती पर उसे सबक सिखा सकता है। भारत को जापान और फ्रांस के साथ हिंद प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा के संदर्भ में त्रिपक्षीय वार्ता शुरू करनी चाहिए, वहीं तालिबान की समस्या को लेकर रूस और फ्रांस के साथ भी ऐसी ही त्रिपक्षीय वार्ता शुरू की जा सकती है। इससे अमेरिका को करारा जवाब दिया जा सकता है, एवं फ्रांस के साथ रिश्तों को भी मजबूत किया जा सकता है।

Tags: AUKUSअमेरिकाफ्रांसभारतमिराज 2000
शेयर65ट्वीटभेजिए

पिछली पोस्ट

तालिबान 2.0: ISI की शह पर अखुंद बरादर को साइडलाइन कर रहा है, अब होगा कतर Vs पाकिस्तान

अगली पोस्ट

कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जहां अमरिंदर जैसे प्रतिभाशाली नहीं, सिद्धू जैसे अयोग्य नेता को बढ़ावा दिया जाता है

Shikhar Srivastava

Shikhar Srivastava

A proud Indian and a proud Hindu. BHU Student. Reader.

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

  • सर्वाधिक पढ़े गए
  • टिप्पणियाँ
  • नवीनतम
“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

24 जून 2020
चीन, ऑस्ट्रेलिया,

‘जांच तो होकर रहेगी, चाहे जितना रो लो’, ऑस्ट्रेलिया ने ड्रैगन को उसी की भाषा में मजा चखा दिया

29 अप्रैल 2020
G7

दुनिया के 7 बड़े देश एक बात पर हुए सहमत – हम सब चीन के खिलाफ हैं

18 अप्रैल 2020
जापान, चीन

‘हमारी जल सीमा से तुरंत निकल लो’, East China Sea में घुसपैठ करने जा रहे चीनियों को जापानी नौसेना ने खदेड़ा

10 मई 2020
रवीश कुमार

यदि रवीश कुमार मेरे सवालों का ठीक ठीक उत्तर दे दें, तो मैं लिखना छोड़ दूंगा

सरकारी बैंक

प्रिय बैंक कर्मचारियों, अपनी हड़ताल जारी रखें, PSB का निजीकरण होकर रहेगा

अनुच्छेद 371 विपक्ष

क्या अब सरकार अनुच्छेद 371 भी हटा देगी? विपक्ष के बेबुनियाद झूठ का पर्दाफाश

पीएम मोदी, नरेंद्र मोदी, मोदी 1.0, मोदी 2.0, भाजपा, कांग्रेस, जन धन योजना, उज्वला योजना, लॉकडाउन, कोरोना

जनधन से लेकर उज्वला योजना तक- मोदी 1.0 की योजनाएं न होती तो आज लॉकडाउन में तबाही आ जाती

Mansukh Mandaviya

कोरोना के आंकड़े को लेकर भ्रम फैलाने वाले WHO को मांडविया ने जमकर धोया

24 मई 2022
Service Charge

सर्विस चार्ज के नाम पर ग्राहकों को लूटने वाले रेस्टोरेंट्स पर अब चलेगा सरकारी डंडा

24 मई 2022
Fibnal

रावण से की गई सम्राट पृथ्वीराज चौहान की तुलना, अब अक्षय कुमार की फिल्म से कोई उम्मीद नहीं बची

24 मई 2022
WHO

हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र की गुमनाम नायक हैं आशा वर्कर्स, जिन्हें अब WHO ने किया है सम्मानित

24 मई 2022

इस सप्ताह लोकप्रिय

Prithviraj
चलचित्र

ये रही उन अभिनेताओं की सूची जो अक्षय कुमार से बेहतर पृथ्वीराज के शौर्य को आत्मसात कर सकते थे

द्वारा Animesh Pandey
17 मई 2022
इंटेल भारत
चर्चित

भारत ने दिया 76,000 करोड़ रुपये का लुभावना ऑफर, तो INTEL दौड़ा चला आया

द्वारा Abhinav Kumar
31 दिसम्बर 2021
akshay
चलचित्र

पृथ्वीराज और बॉलीवुड के गलत कास्टिंग की महामारी रुकने का नाम नहीं ले रही हैं

द्वारा Animesh Pandey
16 मई 2022
The Archies
चलचित्र

जोया अख्तर के नेटफ्लिक्स प्रोजेक्ट ने साबित कर दिया कि बॉलीवुड को टैलेंट से एलर्जी क्यों है

द्वारा Animesh Pandey
15 मई 2022
एक बेहद चिंघाड़ती मसाला फिल्म की आंधी में दो अच्छी फिल्में भी पिट गईं
चलचित्र

एक बेहद चिंघाड़ती मसाला फिल्म की आंधी में दो अच्छी फिल्में भी पिट गईं

द्वारा Animesh Pandey
23 मई 2022

©2022 TFI Media Private Limited

  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
TFI Official Merchandise
English
  • हमारे बारे में
  • हमारे स्तंभकार
  • करियर
  • ब्रांड भागीदारी
  • rightlog अब है TFIPOST

©2022 TFI Media Private Limited

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team

Follow @tfipost_in