TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”

    मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”

    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    साध्वी प्रज्ञा का बड़ा खुलासा: "मोदी और भागवत का नाम लेने के लिए एटीएस ने किया टॉर्चर"

    साध्वी प्रज्ञा का बड़ा खुलासा: “मोदी और भागवत का नाम लेने के लिए एटीएस ने किया टॉर्चर”

    इंडिगो थप्पड़ विवाद में कोई हिंदू शामिल नही, फिर भी कांग्रेस ने फैलाया ‘मुस्लिम विक्टिमहुड’ का नैरेटिव

    इंडिगो थप्पड़ विवाद में कोई हिंदू शामिल नही, फिर भी कांग्रेस ने फैलाया ‘मुस्लिम विक्टिमहुड’ का नैरेटिव

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    'मृत अर्थव्यवस्था' में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    ‘मृत अर्थव्यवस्था’ में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ट्रंप के टैरिफ के बाद भारत नहीं खरीदेगा F-35 लड़ाकू विमान- ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में खुलासा

    ट्रंप के टैरिफ के बाद भारत नहीं खरीदेगा F-35 लड़ाकू विमान- ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में खुलासा

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”

    मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”

    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    साध्वी प्रज्ञा का बड़ा खुलासा: "मोदी और भागवत का नाम लेने के लिए एटीएस ने किया टॉर्चर"

    साध्वी प्रज्ञा का बड़ा खुलासा: “मोदी और भागवत का नाम लेने के लिए एटीएस ने किया टॉर्चर”

    इंडिगो थप्पड़ विवाद में कोई हिंदू शामिल नही, फिर भी कांग्रेस ने फैलाया ‘मुस्लिम विक्टिमहुड’ का नैरेटिव

    इंडिगो थप्पड़ विवाद में कोई हिंदू शामिल नही, फिर भी कांग्रेस ने फैलाया ‘मुस्लिम विक्टिमहुड’ का नैरेटिव

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    'मृत अर्थव्यवस्था' में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    ‘मृत अर्थव्यवस्था’ में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ट्रंप के टैरिफ के बाद भारत नहीं खरीदेगा F-35 लड़ाकू विमान- ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में खुलासा

    ट्रंप के टैरिफ के बाद भारत नहीं खरीदेगा F-35 लड़ाकू विमान- ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में खुलासा

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

पांचजन्य ने Infosys के खिलाफ जो भी बोला, एकदम सही बोला

कब तक गलतियाँ करेगा Infosys?

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
6 September 2021
in चर्चित
पांचजन्य इन्फोसिस लेख
Share on FacebookShare on X

आईटी कंपनी इन्फोसिस पर एक अभूतपूर्व हमले में आरएसएस से संबद्ध पत्रिका पांचजन्य ने आरोप लगाया कि बेंगलुरु स्थित कंपनी जानबूझकर भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। साथ ही उस पर ‘नक्सलियों, वामपंथियों और टुकड़े टुकड़े गिरोह’ की मदद करने का दोषारोपण किया। साप्ताहिक ने अपनी कवर स्टोरी (लेख )”साख और आघात (प्रतिष्ठा और नुकसान)’’ में आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं था जब इन्फोसिस ने एक सरकारी परियोजना में गड़बड़ी की है। पांचजन्य संपादक हितेश शंकर ने कहा कि लेख इन्फोसिस के बारे में है, जिसके GST पोर्टल कार्य की गुणवत्ता उसकी प्रतिष्ठा के अनुरूप नहीं है। यह न केवल कंपनी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाता है बल्कि करोड़ों लोगों को असुविधा का भी कारण है। इस तरह की भूमिका और गैर-पेशेवर रवैया समाज में असंतोष पैदा करती है। अगर इन्फोसिस सामाजिक रूप से संदिग्ध प्रचार और साम्यवादी विचार के वित्तपोषण में शामिल नहीं है, तो उसे सामने आना चाहिए और तथ्यों को बताना चाहिए।”

और पढ़ें:  डेरा डालने के लिए गैर-इस्लामी मुल्क ही क्यों चुनते हैं मुस्लिम प्रवासी

संबंधितपोस्ट

क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

वॉट्सएप-इंस्टाग्राम के जरिए जब्त हुई ₹250 करोड़ से अधिक की संपत्ति, क्या मैसेज पढ़ रही है सरकार?

सरकार ने राम मंदिर को दिया था सिर्फ 1 रुपए, अब कर ली ₹400 करोड़ की कमाई

और लोड करें

पूरे बवाल का तत्कालिक कारण क्या है?

संघ से जुड़ी पत्रिका वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) पोर्टल और भारत सरकार के नए आयकर पोर्टल के मुद्दों के लिए इन्फोसिस की आलोचना कर रही थी। पांचजन्य लेख में आरोप लगाया गया है कि सार्वजनिक इंटरफेस और उपयोग के साथ-साथ पोर्टल और उसकी अन्य समस्याओं ने एक ऐसी स्थिति पैदा कर दी है जहां सरकार और उसकी कर संग्रह प्रणाली से लोगों में विश्वास खत्म हो गया है।

पांचजन्य लेख में कहा गया है कि एक जानी-मानी सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस को सरकार ने व्यवस्था को सरल बनाने का ठेका दिया था, लेकिन इसने मामले को और उलझा दिया है। पांचजन्य लेख में माध्यम से इन्फोसिस से एक महत्वपूर्ण प्रश्न पूछा गया है की क्या इन्फोसिस अपने विदेशी ग्राहकों के लिए भी बिना किसी जवाबदेही के इसी तरह की घटिया सेवा प्रदान करने की गलती कर सकती है।

इन्फोसिस की कार्य नीति पर सवाल उठाने के अलावा, पांचजन्य लेख में यह भी आरोप लगाया गया है कि कंपनी देश में अशांति पैदा करने के लिए वामपंथी, राष्ट्र-विरोधी, मीडिया पोर्टल्स और फैक्ट चेकिंग पेजों के वित्तपोषण में भी लिप्त हैं।

वस्तु और सेवा कर पोर्टल की समस्याएँ

बता दें कि इन्फोसिस ने 2015 में जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) के लिए बैकएंड के प्रबंधन का अनुबंध जीता था। तब से ही इसके प्रबंधन में तकनीकी गड़बड़ियों को लेकर मंत्रालय इससे नाखुश है। कई समस्याएँ तो लगभग दो वर्षों से अनसुलझी हैं। वित्त मंत्रालय ने 17 मुख्य तकनीकी गड़बड़ियों को दूर करने के लिए बेंगलुरु स्थित सॉफ्टवेयर दिग्गज से तत्काल समाधान योजना मांगी है।

उदाहरण हेतु कुछ मुख्य गड़बड़ियाँ निम्न है:

  • जम्मू और कश्मीर में करदाताओं के लिए संक्रमण और परिवर्तन के मुद्दे, आधार सत्यापन और सर्वर की मापनीयता की कमी।
  • GSTR-3B के गैर-फाइलर्स के मामलों में ई-वे बिल जनरेशन को अवरुद्ध करने के लिए सॉफ्टवेयर प्रदान करने में देरी
  • भारत के बाहर बिक्री के लिए नया आपूर्ति कोड, या एक ऐसी सुविधा को तैनात करना जो पिछले अस्वीकृति के बाद उसी क्षेत्राधिकार अधिकारी को पंजीकरण आवेदन सौंपने की अनुमति देगा

इंफ़ोसिस की गड़बड़िया और सरकार का रुख

अगस्त में, वित्त मंत्रालय ने Infosys के एमडी और सीईओ सलिल पारेख को तलब किया था, क्योंकि नए आईटी पोर्टल में लॉन्च के 2.5 महीने बाद भी गड़बड़ियां जारी रहीं। पोर्टल को चालू करने के निर्धारित समय सीमा 21 अगस्त होने के बावजूद भी इसकी उपलब्धता नहीं थी।

नया आयकर पोर्टल ‘www.incometax.gov.in’ 7 जून को लाइव हुआ था। यह पोर्टल अपने आरंभिक समय से ही लंबे समय तक लॉग इन करने, आधार सत्यापन के लिए ओटीपी जनरेट करने में असमर्थता सहित अन्य तकनीकी गड़बड़ियों का सामना कर रहा था। पिछले वर्षों से आईटीआर की अनुपलब्धता के कारण करदाताओं, कर पेशेवरों और अन्य हितधारकों द्वारा सोशल मीडिया पर उठाई गई शिकायतों के मद्देनजर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इन चिंताओं को दूर करने के लिए इन्फोसिस को निर्देशित किया था। उन्होंने इन्फोसिस के पोर्टल को अधिक सुगम और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाने के लिए कहा और हितधारकों द्वारा सामना की जा रही विभिन्न समस्याओं पर अपनी गहरी चिंता भी व्यक्त की थी। बावजूद इसके अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

इंफ़ोसिस की सफाई

इस मामले पर शेयरधारकों के सवालों को संबोधित करते हुए इन्फोसिस ने कहा कि वह नए आयकर ई-फाइलिंग पोर्टल में तकनीकी गड़बड़ियों के कारण होने वाली असुविधा से बहुत चिंतित है और यह कि सभी मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने का आश्वासन भी दिया। इन्फोसिस के मुख्य परिचालन अधिकारी प्रवीण राव ने एजीएम (AGM) के दौरान प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा, “इन्फोसिस नए आयकर ई-फाइलिंग पोर्टल में गड़बड़ियों को हल करने के लिए काम कर रहा है। पिछले सप्ताह के दौरान, प्रदर्शन और स्थिरता को प्रभावित करने वाली कई तकनीकी गड़बड़ियों को दूर किया गया है। इसके परिणामस्वरूप, हमने पोर्टल पर लाखों अद्वितीय दैनिक उपयोगकर्ताओं को देखा है।”

पांचजन्य लेख के उद्धरण

पांचजन्य साप्ताहिक ने आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है जब इन्फोसिस ने किसी सरकारी परियोजना में गड़बड़ी की है। पांचजन्य लेख में जीएसटी और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के लिए वेबसाइटों में समस्याओं का हवाला देते हुए कहा गया है, “जब ये चीजें बार-बार होती हैं, तो यह संदेह पैदा करता है। आरोप हैं कि Infosys प्रबंधन जानबूझ कर भारत की अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। ऐसा हो सकता है कि कोई राष्ट्रविरोधी ताकत Infosys के जरिए भारत के आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही हो?”

पत्रिका ने कहा कि उसके पास अपने दावों का समर्थन करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है, लेकिन कंपनी के ‘इतिहास और परिस्थितियों’ ने इस आरोप को बल दिया है।

पांचजन्य लेख में लिखा गया है- “इन्फोसिस पर नक्सलियों, वामपंथियों और टुकड़े-टुकड़े गैंग को सहायता प्रदान करने का आरोप लगता रहा है। देश में विभाजनकारी ताकतों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से समर्थन देने वाली इन्फोसिस की सहभागिता पहले भी खुलकर सामने आ चुकी है। ऐसा माना जाता है कि गलत सूचना देने वाली कुछ वेबसाइटें भी इन्फोसिस द्वारा वित्त पोषित हैं। जातिगत नफरत फैलाने वाले कुछ संगठन भी Infosys के चैरिटी के लाभार्थी हैं। क्या इन्फोसिस के प्रमोटरों से यह नहीं पूछा जाना चाहिए कि कंपनी द्वारा देश-विरोधी और अराजकतावादी संगठनों को फंडिंग करने का क्या कारण है? क्या ऐसे संदिग्ध चरित्र की कंपनियों को सरकारी निविदा प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए?’’

पांचजन्य लेख में कहा गया है कि आईटी प्रमुख के प्रमोटरों में से एक नंदन नीलेकणि ने कांग्रेस के टिकट से लोकसभा चुनाव लड़ा है जबकि एनआर नारायण मूर्ति का सरकार के खिलाफ विचारधारा किसी से छिपा नहीं है। इसने यह भी आरोप लगाया कि इन्फोसिस द्वारा की गई परियोजनाओं में गड़बड़ियां विपक्ष द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए एक चाल हो सकती है कि सरकार भारतीय कंपनियों को अनुबंध देने की नीति को बदलने के लिए मजबूर हो और इस प्रकार आत्मनिर्भर भारत के विचार को चोट पहुंचाई जा सके। देखा जाए तो पांचजन्य ने किसी भी तरह का गलत सवाल नहीं किया है।

निष्कर्ष

सभी पक्षों के अपने अपने तर्क है। सरकार त्रस्त है। इंफ़ोसिस व्यस्त है और इसी व्यस्तता को तोड़ता पांचजन्य का प्रश्न है। परियोजनाओं में विफलता होती है, स्वाभाविक भी है। परंतु, अगर इसका कारण पेशेवर अक्षमता के बजाय राष्ट्रविरोधी विचार हो तब मामला और भी सोचनीय और गंभीर हो जाता है। इतनी बड़ी कंपनियों को ठेका देते समय शासन वृहद स्तर पर गोपनीय सूचनाएँ और नागरिकों के डाटा साझा करती है। इसका आधार सिर्फ विश्वास होता है। अगर ऐसी कंपनी पर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगता है तो कंपनी का उत्तरदायित्व बनता है कि सामने से आकार ऐसी बातों का खंडन करे और सरकार तथा जनता को समग्र विश्वास में लें।

 

Tags: GSTinfosysनिर्मला सीतारमणवित्त मंत्रालय
शेयर110ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

अल्ला-हु-अकबर के नारे, वो भी मुजफ्फरनगर में, वो भी UP चुनाव से पहले, योगी का तो काम आसान कर दिया टिकैत ने

अगली पोस्ट

तथागत रॉय इकलौते भाजपा नेता हैं जो ममता को CM बनने से रोक सकते हैं

संबंधित पोस्ट

मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”
चर्चित

मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”

2 August 2025

17 वर्ष की प्रतीक्षा, 6200 से अधिक दिन और 1 अनकहा नैरेटिव—जिसे सत्ता, मीडिया और राजनीति ने मिलकर गढ़ा था। मालेगांव विस्फोट मामले में साध्वी...

तेजस्वी यादव पर बीजेपी का वार: 'वोटर लिस्ट बहाना है, मैदान छोड़ने की तैयारी है'
चर्चित

तेजस्वी के दावे का चुनाव आयोग ने किया खंडन, बीजेपी का वार: ‘वोटर लिस्ट बहाना है, मैदान छोड़ने की तैयारी है’

2 August 2025

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने शनिवार (02 अगस्त, 2025) को दावा किया था कि उनका नाम चुनाव आयोग की ओर से...

राहुल गांधी की खुली धमकी: 'चुनाव चुराने वालों को हम ढूंढ निकालेंगे'
चर्चित

राहुल गांधी की खुली धमकी: ‘चुनाव चुराने वालों को हम ढूंढ निकालेंगे’

1 August 2025

कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर भारतीय चुनाव आयोग (ECI) पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने बिहार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Gandhi Family Losing Grip allies Disown Rahul’s Trump-Style Attack on Indian Economy

Gandhi Family Losing Grip allies Disown Rahul’s Trump-Style Attack on Indian Economy

00:06:28

Trump's Tariff Prompt India to Exit F-35 Jet Deal?

00:06:28

Sawan’s Fire, Bharat’s Voice: How India Is Leading the Global Narrative Now

00:06:03

When Reuters Insults India, Its Indian Staff Looks the Other way

00:07:38

NISAR Explained: Why the World Is Watching ISRO and NASA’s Next Move

00:07:26
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited