TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    4 जून को हरियाणा पहुंचेंगे राहुल गाँधी

    हरियाणा कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और नेता प्रतिपक्ष का चयन जैसे मुद्दे सुलझा पाएंगे राहुल गांधी, चंडीगढ़ दौरे के क्या हैं मायने?

    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश की नई करेंसी

    बांग्लादेश में बदले सियासी संकेत – नए नोटों से ‘राष्ट्रपिता’ मुजीब गायब, मंदिरों और सांस्कृतिक प्रतीकों ने ली जगह

    सोलीमन को बोल्डर काउंटी जेल में बंद कर दिया गया है (चित्र: सोशल मीडिया)

    कौन है अमेरिका में इज़रायल विरोधी नारे लगाकर लोगों को आग लगाने वाला मोहम्मद सोलीमन?

    Ukrainian Drones Strike Russia

    क्या है रूस के खिलाफ यूक्रेन का ‘ऑपरेशन स्पाइडर वेब’?

    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    4 जून को हरियाणा पहुंचेंगे राहुल गाँधी

    हरियाणा कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और नेता प्रतिपक्ष का चयन जैसे मुद्दे सुलझा पाएंगे राहुल गांधी, चंडीगढ़ दौरे के क्या हैं मायने?

    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश की नई करेंसी

    बांग्लादेश में बदले सियासी संकेत – नए नोटों से ‘राष्ट्रपिता’ मुजीब गायब, मंदिरों और सांस्कृतिक प्रतीकों ने ली जगह

    सोलीमन को बोल्डर काउंटी जेल में बंद कर दिया गया है (चित्र: सोशल मीडिया)

    कौन है अमेरिका में इज़रायल विरोधी नारे लगाकर लोगों को आग लगाने वाला मोहम्मद सोलीमन?

    Ukrainian Drones Strike Russia

    क्या है रूस के खिलाफ यूक्रेन का ‘ऑपरेशन स्पाइडर वेब’?

    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

सुब्रमण्यम स्वामी का यह बौद्धिक पतन बेहद दुखदायी है

सुब्रमण्यम स्वामी का व्यवहार उनके समर्थकों को ही दुखी कर रहा है, जिनमें से हम भी एक हैं

Shikhar Srivastava द्वारा Shikhar Srivastava
30 September 2021
in मत
सुब्रमण्यम स्वामी

PC: Webdunia

Share on FacebookShare on X

सुब्रमण्यम स्वामी को लोग उनके व्यक्तित्व के कारण पहचानते हैं। स्वामी का व्यक्तित्व किसी राजनीतिक दल की परिधि में बंधा हुआ नहीं है। हिंदुत्व और भारत के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयास ना केवल सराहनीय है, बल्कि अपने आप में एक आदर्श प्रस्तुत करते हैं। लेकिन महत्वाकांक्षा संभवतः व्यक्ति की सबसे बड़ी शत्रु बन जाती है और महत्वाकांक्षा ही किसी के पतन का कारण भी बन सकती है। ‘मैं श्रेष्ठ हूं’,  और ‘मैं सर्वश्रेष्ठ हूं’, इन दोनों के बीच नाम मात्र की सीमा रेखा होती है और व्यक्ति उस लक्ष्मण रेखा को कब पार कर जाता है उसे पता भी नहीं चलता। सुब्रमण्यम स्वामी की वित्त मंत्री बनने की महत्वाकांक्षा उनके लिए ऐसी परिस्थितियां पैदा कर रही हैं, जिसके कारण उनके समर्थक और उन्हें आदर्श मानने वाले लोगों की संख्या बहुत तेजी से कम हो रही है।

यह भी पढ़ें :- अंग्रेज राहुल गांधी? स्वामी का दावा राहुल गांधी ने 2004-06 में ब्रिटिश नागरिक के तौर पर UK में IT रिटर्न किया था फाइल

संबंधितपोस्ट

हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

अमेरिकन यूनिवर्सिटी की चौंकाने वाली रिपोर्ट में बड़ा खुलासा- मोटापा धीरे-धीरे आपकी सोचने की शक्ति को कर रहा है खत्म!

RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

और लोड करें

यह एक सर्वविदित तथ्य है कि सुब्रमण्यम स्वामी देश के विद्वान अर्थशास्त्रियों में से एक हैं। किसी समय सांख्यिकी विषय में विश्व के सबसे अच्छे शिक्षकों में से एक रहे स्वामी कानून, कूटनीति, विदेश नीति से लेकर कई अन्य क्षेत्रों में भी मजबूत पकड़ रखते हैं। विशेष रूप से कांग्रेस के विरुद्ध सुब्रमण्यम स्वामी लगातार हमलावर रहे हैं। चाहे वो सोनिया गांधी के पूर्व जीवन पर खुलकर बोलना हो, या राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर सवाल उठाना हो, स्वामी ने हर मुद्दे पर मुखर होकर अपनी बात रखी है। रामसेतु को राष्ट्रीय स्मारक की पहचान सुब्रमण्यम स्वामी के प्रयासों से ही मिल सकी। स्वामी ने चिदंबरम को जेल भिजवाने में प्रमुख भूमिका निभाई थी।

यह भी पढ़ें :- यदि चिदंबरम पर कसे शिकंजे के लिए कोई शाबाशी का हकदार है तो वो है सुब्रमण्यम स्वामी!

ऐसे ही अन्य कई कारनामों के कारण स्वामी राष्ट्रवादी धड़ों के सबसे लोकप्रिय व्यक्तियों में से एक हैं, लेकिन सुब्रमण्यम स्वामी की मंत्री बनने की अभिलाषा उनकी छवि धूमिल कर रही है। मोदी सरकार द्वारा उनकी उम्र के कारण उन्हें कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया गया, शायद स्वामी ने इसे अपना अपमान समझ लिया।

यह भी पढ़ें :- सुब्रमण्यम स्वामी का ज़ी 5 को एक कॉल, और हिन्दू विरोधी ‘Godman’ एयर होने से पहले ही हटा दिया गया

स्वामी का वित्त मंत्रालय के प्रति प्रेम कोई नया नहीं है। भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जब दूसरी बार प्रधानमंत्री बने थे तो सुब्रमण्यम स्वामी ने वित्त मंत्री बनने की इच्छा व्यक्त की थी। पत्रकार विजय त्रिवेदी ने वाजपेयी के ऊपर लिखी अपनी पुस्तक में बताया है कि वाजपेयी ने 1996 में दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर स्वामी के स्थान पर यशवंत सिन्हा को वित्त मंत्री बना दिया था। वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री बनने की हसरत पूरी ना होने के कारण स्वामी भाजपा और आरएसएस से इतना चिढ़ गए थे कि उसे फासिस्ट करार दे दिया था। उन्होंने आरएसएस के विस्तार को अंग्रेजी साम्राज्यवाद और इंदिरा गांधी की इमरजेंसी से भी बुरा बताया था।

इसके बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने भाजपा और AIADMK के बीच पनप रहे विवादों को हवा दी। फिर उन्होंने जयललिता को प्रधानमंत्री बनाने का सपना दिखाया और सोनिया गांधी के साथ उनकी मुलाकात करवाई। अंततः स्वामी के प्रयासों से जयललिता ने वाजपेयी सरकार से अपना समर्थन खींच लिया और 13 महीने में सरकार गिर गई।

मोदी सरकार बनने के बाद सुब्रमण्यम स्वामी को भाजपा की ओर राज्यसभा की सदस्यता दी गई। लेकिन स्वामी की महत्वकांक्षी वित्त मंत्री बनने की थी। यही कारण था कि स्वामी अरुण जेटली पर लगातार हमलावर रहे और जेटली के बाद जब वित्त मंत्रालय का कार्यभार निर्मला सीतारमण को दे दिया गया तो उसके बाद स्वामी ने पीछे पलट कर नहीं देखा, बहुत दिनों दिन भाजपा के प्रति और अधिक हमलावर होते गए।

समस्या यह है कि जो व्यक्ति अपनी राजनैतिक महत्वाकांक्षाओं के कारण मोदी सरकार से संतुष्ट होता है वह अंततोगत्वा राजनीतिक पतन को प्राप्त होता है। शत्रुघ्न सिन्हा, यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी मंत्रालय न मिलने के कारण बगावत करने वाले पहले नेताओं में शामिल थे। उनके बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने भी इसी कारण भाजपा से मुंह मोड़ लिया। हाल ही में मुकुल रॉय और बाबुल सुप्रियो का नाम इस सूची में जुड़ गया, किंतु सुब्रमण्यम स्वामी का नाम यदि सूची में जुड़ता है तो यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण होगा।

ऐसा अक्सर देखा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी से असंतुष्ट व्यक्ति पहले एक दुखी व्यक्ति की छवि बनाता है, फिर उसकी छवि बगावती नेता की होती है, जो शुरू में केवल मोदी विरोध करता है,लेकिन धीरे-धीरे वह भाजपा विरोधी बन जाता है, इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए अंततोगत्वा धर्म और राष्ट्र का विरोधी बन जाता है।

सुब्रमण्यम स्वामी का व्यवहार उनके समर्थकों को ही दुखी कर रहा है, जिनमें से हम भी एक हैं। स्वामी ने सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना की यह तो उचित था, लेकिन जिस प्रकार उन्होंने चीन से संघर्ष के समय सरकार की नीति की आलोचना की उसे देख कर ऐसा लगा जैसे सुब्रमण्यम स्वामी की नकारात्मकता उन्हें सही और गलत के बीच भेद नहीं करने दे रही।

हाल ही में जब प्रधानमंत्री अमेरिका दौरे पर गए थे और उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात के बाद ट्विटर पर इसकी जानकारी दी थी तब सुब्रमण्यम स्वामी ने इसे मुद्दा बना लिया था। ऐसा इसलिए क्योंकि तब तक अमेरिकी उपराष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल पर इस मुलाकात के संदर्भ में कोई ट्वीट नहीं किया गया था। स्वामी ने इसे मुद्दा बनाकर प्रधानमंत्री मोदी को अपमानित करना शुरू कर दिया हालांकि, स्वामी यह भूल गए कि प्रधानमंत्री एक व्यक्ति नहीं एक पद है। स्वामी एक व्यक्ति नरेंद्र मोदी को अपमानित करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री और भारत का अपमान कर गये और शायद उन्हें इसका भान नहीं रहा।

Indian press is nowadays purring like a contented cat knowing sycophancy is a balm for nerves pic.twitter.com/wdmwKSi2lI

— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 25, 2021

https://t.co/Pt4I0pwcNQ: Why this shyness not to name China?

— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 26, 2021

हालांकि, कमला हैरिस के ट्विटर अकाउंट से थोड़े ही समय बाद इस मीटिंग के संदर्भ में जानकारी दे दी गई। इसके बाद मोदी समर्थकों द्वारा सुब्रमण्यम स्वामी को ट्रोल किया जाने लगा जो वास्तव में हमें भी दुखी कर रहा था कि जो सुब्रमण्यम स्वामी कभी सभी हिंदू वर्ग के लिए बेहद महत्वपूर्ण नेता थे वो आज उसी वर्ग द्वारा ट्रोल किये जा गये।

Backstabber @Swamy39 being a Rajya Sabha MP from BJP, openly appealed his followers to vote against NDA alliance. Also issuing a clean chit to 'Mannargudi mafia' TTV Dinakaran who was in alliance with Jihadi outfits like SDPI & PFI in TN. pic.twitter.com/3nCEEH5Yy7

— Rishi Bagree (@rishibagree) September 30, 2021

In 2020, @Swamy39 gave a clean chit to Mamata on killings of BJP workers and her Minority appeasement politics, despite being a Rajya Sabha MP of BJP.

If Swamy has iota of shame left, he should immediately resign from BJP Rajya Sabha membership and float his own party. pic.twitter.com/rX3bYVm8kp

— Rishi Bagree (@rishibagree) September 30, 2021

 

कभी सुब्रमण्यम स्वामी पश्चिम बंगाल में निर्दोष हिंदुओं को मार रहे तृणमूल कार्यकर्ताओं को और ममता बनर्जी को क्लीन चिट देते हैं तो कभी तमिलनाडु की ऐसी राजनीतिक पार्टी को समर्थन की बात करते हैं जो जिहादी मानसिकता वाले संगठनों के साथ जुड़कर काम कर रही है। यदि ऐसा ही लगातार होता रहा तो इससे सुब्रमण्यम स्वामी की छवि को बहुत नुकसान पहुंचेगा।

शेयर12ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

महिला यात्री, कैब ड्राइवर और छेड़छाड़ के आरोप: फेमिनिज्म के नाम पर घटिया हरकत

अगली पोस्ट

भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थान IISc की छवि को धूमिल करने के लिए ठोस प्रचार किया जा रहा है

संबंधित पोस्ट

Veer Savarkar Congress And Indira Gandhi
चर्चित

इंदिरा गांधी ने किया था सम्मान लेकिन वीर सावरकर से क्यों चिढ़ती है कांग्रेस?

28 May 2025

विनायक दामोदर सावरकर जिन्हें 'स्वातंत्र्यवीर' के रूप में जाना जाता है। वो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रांतिकारी थे। उनकी भूमिका और विचारधारा आज...

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा
मत

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

14 May 2025

जैसे-जैसे खाड़ी देश आधुनिक बन रहे हैं और पाकिस्तान को पैसा देना बंद कर रहे हैं, इस्लामाबाद उन्हें “सच्चे इस्लाम” से भटकता हुआ मानता है।...

भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है
मत

ऑपरेशन सिंदूर: झूठे नैरेटिव के शोर में सेना के पराक्रम की गूंज न दबने दें

14 May 2025

भारत-पाकिस्तान के बीच सैनिक संघर्ष रुकने पर हम देश की प्रतिक्रिया देखें तो बड़ा वर्ग, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मोदी सरकार और भाजपा के समर्थक...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited