TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    भारत: अवैध विदेशियों का स्वर्ग या कानून का मज़ाक? सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी ने खोली आंखें

    भारत: अवैध विदेशियों का स्वर्ग या कानून का मज़ाक? सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी ने खोली आंखें

    एनडीए के नये नारे से बिहार में बढ़ी राजनीतिक हलचल, जानें क्या है इसका संदेश

    एनडीए के नये नारे से बिहार में बढ़ी राजनीतिक हलचल, जानें क्या है इसका संदेश

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    भारतीय वायुसेना का 93वां स्थापना दिवस: भारत की उड़ान, वीरता और गौरव का जश्न

    भारतीय वायुसेना का 93वां स्थापना दिवस: भारत की उड़ान, वीरता और गौरव का जश्न

    हिंद महासागर की गहराइयों से आसमान तक: राजनाथ सिंह का ऑस्ट्रेलिया दौरा और भारत की रणनीतिक मजबूती

    हिंद महासागर की गहराइयों से आसमान तक: राजनाथ सिंह का ऑस्ट्रेलिया दौरा और भारत की रणनीतिक मजबूती

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    मोहन भागवत ने बताया भारत का अगला लक्ष्य, अब PoK को कब तक रोक पाएंगे मुल्ला मुनीर?

    मोहन भागवत ने बताया भारत का अगला लक्ष्य, अब PoK को कब तक रोक पाएंगे मुल्ला मुनीर?

    महाराष्ट्र में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: ‘बिज़नेस’ के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का एजेंडा

    महाराष्ट्र में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: ‘बिज़नेस’ के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का एजेंडा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    भारत: अवैध विदेशियों का स्वर्ग या कानून का मज़ाक? सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी ने खोली आंखें

    भारत: अवैध विदेशियों का स्वर्ग या कानून का मज़ाक? सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी ने खोली आंखें

    एनडीए के नये नारे से बिहार में बढ़ी राजनीतिक हलचल, जानें क्या है इसका संदेश

    एनडीए के नये नारे से बिहार में बढ़ी राजनीतिक हलचल, जानें क्या है इसका संदेश

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    भारतीय वायुसेना का 93वां स्थापना दिवस: भारत की उड़ान, वीरता और गौरव का जश्न

    भारतीय वायुसेना का 93वां स्थापना दिवस: भारत की उड़ान, वीरता और गौरव का जश्न

    हिंद महासागर की गहराइयों से आसमान तक: राजनाथ सिंह का ऑस्ट्रेलिया दौरा और भारत की रणनीतिक मजबूती

    हिंद महासागर की गहराइयों से आसमान तक: राजनाथ सिंह का ऑस्ट्रेलिया दौरा और भारत की रणनीतिक मजबूती

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    टैरिफ संकट के बीच भारत में ब्रिटेन के PM कीर स्टार्मर: जानें, क्यों इस यात्रा पर टिकी हैं दुनिया की निगाहें

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    जोहो बनाम माइक्रोसॉफ्ट, जब लेफ्ट इकोसिस्टम को खटकने लगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    मोहन भागवत ने बताया भारत का अगला लक्ष्य, अब PoK को कब तक रोक पाएंगे मुल्ला मुनीर?

    मोहन भागवत ने बताया भारत का अगला लक्ष्य, अब PoK को कब तक रोक पाएंगे मुल्ला मुनीर?

    महाराष्ट्र में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: ‘बिज़नेस’ के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का एजेंडा

    महाराष्ट्र में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: ‘बिज़नेस’ के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का एजेंडा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जो भारत भूमि में पुनर्जन्म मांगे, ऐसे अशफाकुल्लाह अब कहाँ मिलेंगे?

"खुदा अगर मिल गया कहीं अपनी झोली फैला दूंगा, और जन्नत के बदले उससे पुनर्जन्म ही माँगूंगा”

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
22 October 2021
in इतिहास
अशफाकुल्लाह खान

Source- Google

Share on FacebookShare on X

“कभी वो दिन भी आएगा कि जब हम आज़ाद होंगे,

ये ज़मीन अपनी होगी, ये आसमाँ अपना होगा,

संबंधितपोस्ट

कोई सामग्री उपलब्ध नहीं है
और लोड करें

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,

वतन पर मरने वालों का, बाकी यही निशा होगा!”

कुछ ऐसी ही पंक्तियों को अपने कंठ में समाते हुए दो मतवाले एक ही दिन, एक ही समय, दो अलग-अलग स्थानों पर अपनी मातृभूमि को अपना सर्वस्व अर्पण कर गए। दिनांक था 19 दिसंबर 1927 का, और स्थान थे गोरखपुर एवं अयोध्या धाम [तत्कालीन फैज़ाबाद]। इन जगहों पर इन दो क्रांतिकारियों ने देश को अपना सर्वस्व अर्पण किया और देश के लिए कुछ ऐसा कर गए जो स्वयं मोहनदास करमचंद गांधी जैसे नेता भी नहीं कर पाए। परंतु फैज़ाबाद में अपने प्राण अर्पण करने वाले क्रांतिकारी अपने आप में अनोखे थे और इस देश की विडंबना यही है कि उनके जैसे व्यक्तित्व अब विरले ही मिलते हैं। फैजाबाद में अपने प्राण अर्पण करने वाले उस वीर क्रांतिकारी अशफाकुल्लाह खान (अशफाक) की आज जयंती है, जिन्होंने भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।

चौरी चौरा के बाद अशफाक ने बदल दिया रास्ता

साल 1900 में 22 अक्टूबर को शाहजहाँपुर के एक खैबर पठान शफीकुल्लाह खान और उनकी पत्नी मेहरुन्निसा के घर अशफाकुल्लाह खान का जन्म हुआ। ये वहीं शाहजहाँपुर है, जहां पर एक अन्य वीर क्रांतिकारी, राम प्रसाद श्रीवास्तव का भी जन्म हुआ, जो बाद में रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ के नाम से विश्वविख्यात हुए थे।

प्रारंभ से ही अशफाक अन्य लोगों से अलग थे। वे राष्ट्रवादी विचारधारा की ओर झुकाव रखते थे और उन्होंने तो असहयोग आंदोलन में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था। लेकिन चौरी चौरा के विद्रोह के पश्चात जब मोहनदास गांधी ने असहयोग आंदोलन को रद्द कर दिया, तो अनेक युवाओं की भांति अशफाक का भी अहिंसा के मार्ग से मोहभंग हो गया।

और पढ़ें : प्यारे वामपंथियों! भगत सिंह एक सच्चे राष्ट्रवादी थे, उन्हें ‘वामपंथी’ कहकर खुद का मजाक मत बनाओ

यही वो समय था जब योगेश चंद्र चटर्जी, शचीन्द्रनाथ बख्शी और शचींद्रनाथ सान्याल जैसे राष्ट्रवादी नेताओं ने डायरेक्ट एक्शन का विकल्प चुना और क्रांति की राह चुनते हुए हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) की स्थापना की। अशफाकुल्लाह खान भी इसके संस्थापक सदस्यों में से एक थे। यहीं पर इनका परिचय रामप्रसाद बिस्मिल से हुआ। फिर साहित्य को लेकर दोनों का प्रेम, धर्मशास्त्र पर चर्चा और क्रांति के साझा उद्देश्य ने इन दोनों को ऐसा परम मित्र बना दिया, जैसे कि वे कुंभ के मेले के दो बिछड़े भाई थे।

प्रारंभ में HRA केवल पर्चे बांटने और राष्ट्रवाद के मुद्दे पर लोगों को जागृत करने तक सीमित था। हालांकि, कुछ समय बाद पैसे इकट्ठा करने के लिए जमींदारों को लूटने का मार्ग चुना गया लेकिन अशफाक और बिस्मिल को अपने ही देशवासियों को लूटना उचित नहीं लगा और उन्होंने इस मार्ग को त्याग दिया। इसी समय प्रादुर्भाव हुआ एक युवा क्रांतिकारी चंद्रशेखर तिवारी का, जिनके व्यक्तित्व से अशफाक और रामप्रसाद बिस्मिल दोनों ही प्रभावित हुए और यही बाद में चंद्रशेखर आज़ाद के नाम से विश्वविख्यात भी हुए।

इतिहास में दर्ज है काकोरी की घटना

सन् 1925 में इन क्रांतिकारियों के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया। रामप्रसाद बिस्मिल ने ध्यान दिया कि सहारनपुर से लखनऊ जाने वाली नंबर-8 डाउन ट्रेन में एक बक्से में भरकर पैसा जाता है, जिसकी सुरक्षा लगभग नगण्य है। ये पैसा कहने को अंग्रेज़ों का है लेकिन भारतीयों से ही लूटा गया है। यदि इसपर धावा बोलकर ये बक्सा प्राप्त किया जाए, तो एसोसिएशन की सभी समस्याएं दूर होंगी और HRA एक नई दिशा के साथ आगे बढ़ेगी।

अशफाकुल्लाह खान प्रारंभ में इस योजना के पक्ष में नहीं थे, लेकिन उनके विचार एकदम स्पष्ट थे– जो भी इस योजना में शामिल होगा, उसे सरकार के हर कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा और अभी सही समय नहीं है। लेकिन अन्य क्रांतिकारी इस योजना के ख्याल से ही इतने उत्साहित थे कि उन्होंने अशफाक के सलाह को नहीं माना। परंतु जब रामप्रसाद बिस्मिल इस योजना के लिए सहमत हुए तो अशफाक ने इस योजना में सम्मिलित होने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई। वास्तविकता तो यह भी थी कि अशफाकुल्लाह खान वो अंतिम क्रांतिकारी थे, जिन्हें काकोरी विद्रोह में अंग्रेज़ों द्वारा हिरासत में लिया था।

आखिरकार 8 अगस्त 1925 को लखनऊ के निकट काकोरी में ट्रेन को रोककर रामप्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में 10 क्रांतिकारियों ने धावा बोला और उस बक्से को लूट लिया। बक्से में लगभग 7000 रुपये नकद थे, जो आज के आंकड़ों के अनुसार 6 से 7 लाख रुपये के आसपास होंगे। ये कारनामा तो सफल रहा लेकिन अपने अति उत्साह में एक युवा क्रांतिकारी मन्मथनाथ गुप्ता ने हवाई फायर कर दिया, जिसकी गोली ट्रेन से निकल रहे एक यात्री रहमत अली को लग गई। क्रांतिकारियों की इस एक गलती का फायदा ब्रिटिश सरकार किस प्रकार उठाने वाली थी, किसी को इस बात का आभास नहीं था, लेकिन इस विद्रोह से अंग्रेज़ शासन तिलमिला गया।

और पढ़े- पेशवा माधवराव भट्ट– भारतवर्ष का आधुनिक स्कंदगुप्त जिसने मराठा साम्राज्य को खंडित होने से बचाने का प्रयास किया

ताबड़तोड़ कार्रवाई के पश्चात 26 सितंबर 1925 को रामप्रसाद बिस्मिल हिरासत में ले लिए गए और फिर हिरासत का लंबा दौर प्रारंभ हुआ। इस विद्रोह से जुड़े केवल चार सक्रिय क्रांतिकारी तब पुलिस की गिरफ्त से बच निकलने में सफल रहे थे, जिनमें केशव चक्रवर्ती, चंद्रशेखर आज़ाद, मुरारीलाल शर्मा और अशफाकुल्लाह खान शामिल थे। काकोरी विद्रोह में अप्रत्यक्ष रुप से सक्रिय एक युवा क्रांतिकारी भी शामिल थे, जो तब प्रताप प्रेस सहित विभिन्न पत्रिकाओं के लिए लेख लिखने का काम करते थे। ये कोई और नहीं, वीर क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह थे, जो तब हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन से नए-नए जुड़े थे।

अशफाक को उनके अपने लोगों ने दिया धोखा

अशफाकुल्लाह ने कुछ दिन अपने पठान मित्र के यहां शरण लेने की सोची, लेकिन उन्हीं के समुदाय ने उनके साथ विश्वासघात करते हुए उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। फैज़ाबाद जेल में अशफाक को न केवल शारीरिक, अपितु मानसिक यातना भी दी गई। एक मुसलमान अफसर तसद्दुक हुसैन जेल में उन्हें निरंतर रामप्रसाद बिस्मिल के विरुद्ध भड़काता रहा, परंतु अशफाक को इन बातों से रत्ती भर भी फरक नहीं पड़ा। लेकिन भाग्य का खेल देखिए दोनों ही महान क्रांतिकारियों को अलग-अलग जगहों पर 19 दिसंबर 1927 को फांसी दे दी गई। दोनों दोस्त एक ही समय एक ही साथ इस संसार से विदा हुए।

कहने को अशफाक मुसलमान थे, लेकिन भारतीय संस्कृति से उन्हें अगाध प्रेम था और यह इतना ज्यादा था कि आज के कथित मुसलमान को भी अपने आप पर शर्म आ जाए। वे कहते थे, “जाऊंगा खाली हाथ मगर ये दर्द साथ ही जायेगा, जाने किस दिन हिन्दोस्तान आज़ाद वतन कहलायेगा? बिस्मिल हिन्दू हैं कहते हैं “फिर आऊंगा, फिर आऊंगा, फिर आकर के ऐ भारत मां तुझको आज़ाद कराऊंगा”। जी करता है मैं भी कह दूँ पर मजहब से बंध जाता हूँ, मैं मुसलमान हूं पुनर्जन्म की बात नहीं कर पाता हूं, हां खुदा अगर मिल गया कहीं अपनी झोली फैला दूंगा, और जन्नत के बदले उससे यक पुनर्जन्म ही माँगूंगा”।

काश! ऐसे और भी भारतीय होते।

और पढ़े- चीन के प्रति नेहरू की निस्स्वार्थ सेवा के लिए उन्हें चीन का सर्वोच्च सम्मान “The Medal of the Republic” मिलना चाहिए

Tags: अशफाकुल्लाह खानकाकोरी कांड
शेयर2ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

दिवाली से पहले भारत ने तुर्की को FATF के Grey रंग में रंग दिया है

अगली पोस्ट

कट्टर निहंगों ने पुलिस स्टेशन पर हमला कर अपने साथियों को छुड़ाने की दी धमकी

संबंधित पोस्ट

पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श
इतिहास

पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

8 October 2025

बिहार के चुनावी परिदृश्य में इस बार जो सबसे अप्रत्याशित स्वर गूंजा है, वह किसी नेता का नहीं, बल्कि एक संत का है, शंकराचार्य स्वामी...

पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता
इतिहास

पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

7 October 2025

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में मंगलवार को भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान के पाखंड का खुलासा किया। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी...

मोहन भागवत ने बताया भारत का अगला लक्ष्य, अब PoK को कब तक रोक पाएंगे मुल्ला मुनीर?
इतिहास

मोहन भागवत ने बताया भारत का अगला लक्ष्य, अब PoK को कब तक रोक पाएंगे मुल्ला मुनीर?

7 October 2025

भारत का रुख अब स्पष्ट है। इसे सबसे पहले दुनिया के सामने रखा है आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने। मध्य प्रदेश के सतना में एक...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

How the F-47’s Adaptive Engine Could Redefine Air Combat and What India Must Do Next

How the F-47’s Adaptive Engine Could Redefine Air Combat and What India Must Do Next

00:07:10

Why India’s Dhvani Missile Is a Bad News for Pakistan and China?

00:05:16

Why Are Kashmir’s So-Called Leaders Silent on Pakistan’s Brutality in PoK?

00:06:23

How Pakistan Air Force was Grounded by IAF During 'Operation Sindoor'?

00:06:03

Narrative War in UP: Why Ecosystem Fears Yogi’s Bulldozer of Truth

00:06:53
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited