पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नियाजी इमरान खान जब बोलते हैं तो उनके एक-एक शब्द से पाकिस्तान की धज्जियां उड़ती हैं। कुछ ऐसा ही एक बाऱ फिर हुआ है, क्योंकि एक इंटरव्यू के दौरान इमरान खान ने तालिबान के प्रति अपनी नीतियां और प्रतिबद्धता दर्शायी है। एक तरफ उन्होंने भारत के विराट रूप के आगे पाकिस्तान की लचर स्थिति को दिखाया है, तो दूसरी ओर यही इमरान खान तालिबान को ISIS के विकल्प के रुप में देख रहे हैं। अपने इंटरव्यू के दौरान इमरान खान की जुबान पर केवल इस्लाम का विस्तार, तालिबान की तारीफ, भारत से मिली पिटाई और भारतियों के प्रति अपनी कुंठा जाहिर की हैं। इस इंटरव्यू के दौरान पाक पीएम इमरान खान ने लोगों को हास्य लाभ देने का प्रयास किया है।
तालिबान की तारीफ
अफगानिस्तान में तालिबान राज आने के बाद पाकिस्तान में किस तरह खुशी की लहर है, ये किसी से छिपा नहीं है। ऐसे में अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान अपने संबंधों को लगातार विस्तार देने का प्रयास कर रहा है। इसको लेकर इमरान खान ने कहा, “आज, हम इस क्षेत्र में आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना चाहते हैं, और यह अफगानिस्तान में शांति हासिल करने की कुंजी है। 20 साल के युद्ध से अफगानिस्तान को बहुत नुकसान हुआ है।” उन्होंने कहा, “इस महत्वपूर्ण समय में इसे अलग-थलग करना देश को अराजकता की ओर ले जाएगा”
तालिबान में सत्ता स्थानांतरण को लेकर सकारात्मक स्थिति बताते हुए उन्होंने अफगानिस्तान का गुणगान किया है। उन्होंने कहा, “अगर अफगानिस्तान को अलग-थलग ही किया गया, तो तालिबान अफगानिस्तान में ISIS का विकल्प बन जाएगा, जो कि अशुभ स्थिति होगी।” वहीं पिछले कुछ महीनों में तालिबान की अराजकता पर पर्दा डालने की नीति के तहत इमरान खान ने अफगानिस्तान को शांति का सर्टिफिकेट दिया है। उन्होंने कहा, “अमेरिका के छोड़ने के बाद हम अफगानिस्तान में रक्तपात की उम्मीद कर रहे थे, किन्तु ऐसा कुछ नहीं हुआ है।”
भारत से फिर दिखी कुंठा
पाकिस्तान में जिस तरह से पिछले दिनों क्रिकेट टीम का अपमान किया जा रहा है, उसके बाद से लगातार पाकिस्तान का निशाना भारत ही है। इसकी एक वजह ये भी है कि पाक पीएम इमरान खान ने इस मसले को निजी तौर पर भी सुलझाने का प्रयास किया था, लेकिन नतीजा शून्य ही निकला। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के साथ दौरा रद्द करके इंग्लैंड ने खुद को नीचे गिराया। मुझे लगता है कि इंग्लैंड के भीतर यह भावना है कि वह पाकिस्तान जैसे देशों के साथ खेलकर उनपर एहसान करता है। इसका कारण है पैसा क्योंकि पैसा ही अब सबसे बड़ा खिलाड़ी है। खिलाड़ियों के लिए भी और क्रिकेट बोर्ड के लिए भी। भारत का क्रिकेट बोर्ड दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है। भारत के पास पैसा है, इसलिए मूल रूप से भारत अब विश्व क्रिकेट को नियंत्रित करता है।”
अजीबो-गरीब बात यह है कि बालाकोट एयर स्ट्राइक को लेकर इमरान ने फिर से भारत पर अपनी कुटिल नीति दर्शाई है। उन्होंने कहा कि “हम पुलवामा में मारे गए सैनिकों के लिए दुखी थे, और हमला करने वाले लोगों को ढूंढना चाहते थे लेकिन हमें सबूत देने के बजाए उन्होने हम पर ही स्ट्राईक कर दी जो कि एक अजीब स्थिति है।” यानि इमरान ने दबे स्वर में ही सही पर यह माना कि भारत ने उसपर स्ट्राइक की थी जिसमें उसका भी नुकसान हुआ।
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कुछ ही दिन बीतें है, जब PCB चीफ ने BCCI को लेकर रोना रोया था, कुछ इसी तरह अब इमरान खान ने भी सारी भड़ास और कुंठा भारत और BCCI पर ही उतारी है। उन्होंने कहा, “कोई भी भारत के साथ ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेगा क्योंकि उन्हें पता है कि भारत के पास बहुत अधिक पैसा है।” पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को बीते दिनों तगड़ा झटका तब लगा जब मैच से कुछ मिनट पहले ही न्यूजीलैंड की टीम ने अपना दौरा रद्द कर दिया। आतंकी हमले के खतरे के चलते टीम होटल में अपने कमरे से बाहर ही नहीं निकली और स्वदेश लौट गई। इसके बाद इंग्लैंड ने भी अपनी पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया था।
इस पूरे इंटरव्यू को देखने पर ये कहा जा सकता है कि एक बार फिर जहां इमरान खान ने अफगानिस्तान के लिए एक सकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश की है, तो दूसरी ओर उन्होंने एक बार फिर भारत को ही अपनी प्रत्येक समस्या की वजह बताते हुए स्वयं ही अनजाने में यह स्वीकार किया है कि क्रिकेट हो या सीमा भारत हर जगह उससे मात दे रहा है। एक हकीकत यह भी है कि पाकिस्तान की जनता को रोटी मांगने पर इमरान के मंत्री कम खाने की सलाह देते हैं, वहीं दूसरी ओर तालिबानियों को खुश करने के लिए ही अब इमरान खान देश पर शरीयत थोपने की तैयारी कर चुके हैं।