भारतीय हैकर्स ने चीनी डेटा में लगाई ‘सेंध’, अब चीन बिलबिला रहा है!

उल्टा चोर कोतवाल को डांटे!

इंडियन हैकर्स

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वो कहते हैं न, खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे! इस समय चीन का, विशेषकर उसके मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स की स्थिति कुछ वैसी ही हैं। इन दिनों चीन का मुखपत्र चीन के बिगड़ते हालातों को जनता से किसी भी स्थिति में नहीं छुपा पा रहा और उसका कोई भी प्रयास औंधे मुंह गिरता दिख रहा है। ऐसे में एक बार फिर ‘नाच न जाने आँगन टेढ़ा’ को सार्थक करते हुए चीन ने अपनी असफलताओं का ठीकरा भारत पर फोड़ने का प्रयास किया है, और दावा किया है कि इंडियन हैकर्स ने उसके डेटा में सेंध लगाने का प्रयास किया है।

जी हां! चीन ने दावा किया है कि उसके डेटा पर इंडियन हैकर्स ने सेंध लगाने का प्रयास किया है। ग्लोबल टाइम्स ने ‘Evil Flower’ नामक हैकिंग ग्रुप पर चीनी डेटा को चोरी करने का आरोप लगाया है। ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, “इंडियन हैकर्स ने चीन, पाकिस्तान और नेपाल में स्थित चीनी कार्यालयों में उनके ‘कल्याणकारी मिशन’ को हैक करने का भरपूर प्रयास किया है। इन इंडियन हैकर्स के समूह को केंद्र सरकार से समर्थन प्राप्त है और ये चीन द्वारा विश्व को कोविड की महामारी से बाहर निकालने के प्रयासों, चीनी स्पेस मिशन इत्यादि में बाधा पहुंचा रहे हैं!”

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भारत को दे रहा नैतिकता का उपदेश

वाह भई वाह! उल्टा चोर कोतवाल को डांटे! जो चीन दुनिया भर के डेटा में सेंध मारता आया है, वह उल्टा भारत को ही नैतिकता पर उपदेश दे रहा है। असल में सच तो यह है कि चीन ने अपने ही हाथों से अपने टेक्नॉलॉजी का संहार किया है। अपने ही जीपीएस Beidou को हाल ही में चीन ने सिर्फ इसलिए बंद कर दिया, क्यों उसे ‘भय’ था कि कहीं भारत इसे क्रैक न कर ले!

TFI के ही एक विश्लेषणात्मक रिपोर्ट के अनुसार, “चीन की पीपुल्स लिबरेशन ऑफ आर्मी (PLA) ने एक साल तक सेवा लेने के बाद अपने नेविगेशन सिस्टम BeiDou का इस्तेमाल बंद कर दिया है। चीन का यह कदम भारतीय सेना द्वारा बढ़ाए गए निगरानी के बाद आया है। इसे लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें इस बात का दावा किया गया है। वहीं, PLA के इस कदम को भारत से लगे सीमावर्ती इलाकों में अपनी गतिविधियों को छिपाने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।”

दरअसल, भारतीय सेना ने उत्तरी और पूर्वी सीमाओं की निगरानी ग्रिड को बढ़ा दिया है। अपनी उन्नत निगरानी प्रणालियों के साथ भारतीय सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा पर PLA गतिविधियों के बारे में स्पष्ट तस्वीरें और वास्तविक समय की जानकारी प्राप्त करने में सक्षम है। ऐसे में चीन को लगता है कि भारतीय सेना चीनी नेवीगेशन BeiDou को हैक कर चीनी सेना की गतिविधियों पर नजर रख रही है।

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इससे पहले भी ग्लोबल टाइम्स कर चुका है ऐसी हरकत

हालांकि, चीन की कुंठा केवल यहीं तक सीमित नहीं है। ग्लोबल टाइम्स ने इससे पहले भी भारत की नीतिपूर्ण गति पर अपनी बौखलाहट दिखाने का हास्यास्पद प्रयास किया है। कोयला संकट को लेकर भी ग्लोबल टाइम्स की कुंठा सामने आई थी। TFI के ही अन्य रिपोर्ट के अनुसार, “जहां चीन में उत्पन्न कोयला संकट के कारण पूरी दुनिया परेशान थी [क्योंकि कई देश चीन पर कोयले के लिए निर्भर थे], तो वहीं भारत इस संकट से जूझते हुए बच निकलने में सफल रहा और भारत की इस सफलता को चीन बिल्कुल भी नहीं पचा पा रहा था।”

तब चीन की यह कुंठा ग्लोबल टाइम्स में भी स्पष्ट रुप से दिखाई दी थी। कोयला संकट पर उसने एक हास्यास्पद लेख में यह जताने का प्रयास किया था कि कैसे चीन में स्थिति सुधर रही है, जबकि भारत में अभी भी ऊर्जा संयंत्र कोयले के लिए मोहताज हैं। ग्लोबल टाइम्स के इस लेख के जरिए चीन ये दिखाने में जुटा हुआ था कि किस प्रकार से चीन में सब भला चंगा है, जबकि भारत में बहुत भारी कोयला संकट है, जो अभी तक खत्म नहीं हुआ है।

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ऐसे में ग्लोबल टाइम्स ने अपनी कुंठा के जरिए एक बार फिर स्पष्ट किया है कि किस प्रकार से चीनी प्रशासन भारत से युद्ध करने को उद्यत हैं, परंतु भारत उसके उकसावे पर तनिक भी भाव नहीं दे रहा। यदि चीन अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आया और उसने वास्तव में युद्ध करने की भूल की, तो उसका परिणाम 1971 से भी बुरा हो सकता है और अगला सरेंडर ढाका में पाकिस्तानियों का नहीं, बल्कि बीजिंग में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का होगा!

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