TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    Wajahat Khan Sharmistha Panoli

    अंडरग्राउंड हुआ शर्मिष्ठा पर केस करने वाला वजाहत खान, करता था देवी-देवताओं का अपमान

    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Westminster Court, Quran, London, Blasphemy Law, Britain, United Kingdom, UK

    कुरान जलाने पर कोर्ट ने दी सजा, क्या यूनाइटेड किंगडम में लौट आया ईशनिंदा कानून?

    पाकिस्तान को ADB से $800 मिलियन की फंडिंग मिलने का भारत ने किया कड़ा विरोध

    पाकिस्तान को ADB से $800 मिलियन की फंडिंग मिलने का भारत ने किया कड़ा विरोध

    बंगबंधु

    बांग्लादेशी इतिहास का गला घोंट रही है यूनुस सरकार, बंगबंधु समेत 400 से ज़्यादा नायकों से छीना ‘मुक्तियुद्धा’ का गौरव

    Agroterrorism: नया आतंकवाद फैलाने की तैयारी में चीन!; अमेरिका में ‘खतरनाक फफूंद’ के साथ गिरफ्तार चीनी रिसर्चर

    Agroterrorism: नया आतंकवाद फैलाने की तैयारी में चीन!; अमेरिका में ‘खतरनाक फफूंद’ के साथ गिरफ्तार चीनी रिसर्चर

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    Wajahat Khan Sharmistha Panoli

    अंडरग्राउंड हुआ शर्मिष्ठा पर केस करने वाला वजाहत खान, करता था देवी-देवताओं का अपमान

    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Westminster Court, Quran, London, Blasphemy Law, Britain, United Kingdom, UK

    कुरान जलाने पर कोर्ट ने दी सजा, क्या यूनाइटेड किंगडम में लौट आया ईशनिंदा कानून?

    पाकिस्तान को ADB से $800 मिलियन की फंडिंग मिलने का भारत ने किया कड़ा विरोध

    पाकिस्तान को ADB से $800 मिलियन की फंडिंग मिलने का भारत ने किया कड़ा विरोध

    बंगबंधु

    बांग्लादेशी इतिहास का गला घोंट रही है यूनुस सरकार, बंगबंधु समेत 400 से ज़्यादा नायकों से छीना ‘मुक्तियुद्धा’ का गौरव

    Agroterrorism: नया आतंकवाद फैलाने की तैयारी में चीन!; अमेरिका में ‘खतरनाक फफूंद’ के साथ गिरफ्तार चीनी रिसर्चर

    Agroterrorism: नया आतंकवाद फैलाने की तैयारी में चीन!; अमेरिका में ‘खतरनाक फफूंद’ के साथ गिरफ्तार चीनी रिसर्चर

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

रतलाम की घटना दान-दक्षिणा की नहीं, ब्राह्मण विरोध की कहानी है

रतलाम में महालक्ष्मी मंदिर के पुजारी द्वारा दक्षिणा में मिले पैसों को अपनी जेब में रखने पर मचा बवाल!

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
23 November 2021
in मत
दक्षिणा
Share on FacebookShare on X

कहते हैं जब शासन न्यायोचित होता है तब धर्म, न्याय और राज्य स्वयं ही सर्वांगीण विकास की ओर उन्मुख होने लगते हैं। 2014 में भारत की जनता ने एक न्यायोचित शासक को चुना जो “धर्मो रक्षति रक्षतः” के मार्ग पर चलनेवाला है। एकाएक धर्म और धार्मिक महानुभावों का गौरव लौटने लगा। सरकार ने कभी 10% आरक्षण देकर तो कभी भाजपा शासित कर्नाटक सरकार ने अर्थदान देकर इनके सामर्थ्य और महत्व को सुनिश्चित किया। स्वाभाविक रूप से भगवाधारियों के उदय से राष्ट्रविरोधी तत्व सबसे ज्यादा भयक्रांत होते हैं। इसी क्रम में हाल के दिनों में एक पुजारी द्वारा दक्षिणा दानपत्र में डालने के बजाए जेब में रखने का वीडियो वामपंथियो द्वारा वायरल किया गया।

महालक्ष्मी मंदिर की घटना

रतलाम के प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर में पांच दिवसीय दीपोत्सव के दौरान एक पुजारी का वीडियो सामने आया। वीडियो में मंदिर के पुजारी दक्षिणा में मिले पैसों को दान पेटी में डालने की बजाय अपनी जेब में रखते नजर आ रहे थे।

संबंधितपोस्ट

शिवलिंग पर पांव रख इमरान ने बनाई Reel, गुस्साए लोगों ने पुलिस के सामने ही कर दी धुनाई

बलिदानी मेजर की ब्राह्मण पहचान छिपाई, पत्नी की ईसाई पहचान दिखाई: कमल हासन-उदयनिधि स्टालिन की फिल्म में प्रोपेगंडा

क्या Brahmin Welfare Board लगाएगी एमपी बीजेपी की नैया पार?

और लोड करें

वीडियो के वायरल होने के बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मामले की जांच के आदेश दिए तथा एसडीएम अभिषेक गहलोत ने पुजारी को नोटिस जारी कर मामले पर जवाब मांगा है।

इस बात पर हिंदू संगठन उग्र हो गए। संस्था के कार्यकर्ताओं ने मंदिर पहुंचकर पुजारी का सम्मान किया और उनकी दक्षिणा उनको लौटते हुए प्रशासन को फिर से कार्रवाई करने की चुनौती दी।

विवाद अत्यंत सरल है और उससे भी सरल है इसका न्याय। परंतु, इसके लिए हिन्दू धर्म को लेकर आपकी अवधारणा पूर्णतः स्पष्ट और अंतरात्मा अत्यंत जागृत होनी चाहिए। विवाद में दो पक्ष है- हिन्दू समाज और सरकार, विवाद का कारण है- पुजारी द्वारा पैसे जेब में रखना।

क्योंकि प्रशासन का कहना है कि यह मंदिर सरकारी नियंत्रण में है। इसमें आने वाले दान पर सरकार का अधिकार होता है। इसलिए, प्रशासन ने पुजारी को नोटिस जारी किया है।

सरकार शक्ति का प्रयोग कर हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतिष्ठानों पर नियंत्रण तो स्थापित कर लेती है पर, हमारी धार्मिक पुस्तकों के पृष्ठों को पलटने में पीछे रह जाती है। शायद, इसीलिए ऐसे कुतर्क गढ़े जाते हैं। इन पुस्तकों को पढ़ा तो हमने भी नहीं है बस पूर्वजों की बताई परंपरा के अनुरूप इनका पालन करते हैं। शायद, इसीलिए ऐसे कुतर्कों के आगे हम ढह जाते हैं। चलिये, हम अपने पाठकों को समझाते हैं कि आखिर सरकार इस मामले में क्यों गलत है और कितनी गलत है?

अतः, सबसे पहले हमें इस प्रश्न को समझना होगा कि पुजारी ने जो पैसे अपनी जेब में रखे वो क्या थे? उत्तर है- पुजारी ने अपनी जेब में जो पैसे रखे वो दान नहीं, दक्षिणा थे। हिंदू समाज में निःस्वार्थ रूप से देने/प्रदान करने को तीन तरीकों से वर्गीकृत किया जा सकता है: दक्षिणा, भिक्षा और दान। दक्षिणा सेवा शुल्क है जिसे अंग्रेज़ी में repayment कहते हैं। भिक्षा एक प्रकार का परोपकार है, जिसमें पाने वाला व्यक्ति देनेवाले का ऋणी होता है। इसे अंग्रेज़ी में alms कहते हैं। जबकि दान उत्कृष्ट मानवीय धर्म है, जिसमें देनेवाला निःस्वार्थ भाव से बस अर्पण करता है और प्राप्त करनेवाला भी चुकाने के किसी बंधन से मुक्त होता है। लेकिन अर्थ अक्सर भ्रमित करने वाले होते हैं, क्योंकि लोग अज्ञानतावश एक ही शब्द का अलग-अलग संदर्भों में अलग-अलग उपयोग करते हैं। आपका भ्रमित होना भी नैसर्गिक है क्योंकि अंग्रेजीयत के मुक़ाबले आपकी सनातन संस्कृति की शब्दावली इतनी सम्पन्न जो है।

मंदिर के पुजारी ने भक्तों को विधि विधान से पूजन कराया। इसके बदले में उन्हे अपने यजमान से दक्षिणा स्वरूप पैसे प्राप्त हुए जिसका एकमेव अधिकारी मंदिर का पुजारी ही है।

दक्षिणा की परंपरा

“The Cost of Poor Brahmin” नामक अपनी पुस्तक में निधीन शोभना बताते हैं कि प्रमुख रूप से पश्चिमी भारत में पेशवा शासन के दौरान दक्षिणा को ब्राह्मणों के लिए एक आधिकारिक बंदोबस्ती के रूप में स्थापित किया गया था। पेशवा शासन के तहत, दक्षिणा पर वार्षिक खर्च कभी भी दस लाख रुपये से कम नहीं था। सन 1758 में, पेशवा बाजीराव के दौरान यह राशि अठारह लाख रुपये तक पहुंच गई। इस दक्षिणा के बदले धार्मिक संस्थानों से जुड़े लोग और मंदिर के पुजारियों ने मराठा साम्राज्य की हर स्तर पर मदद की, राज्य को अपनी सेवा दी।

यह सेवा शिक्षण से लेकर शासन- प्रशासन, कर, अर्थ, न्याय, धर्म, रक्षा और राज्य संचालन तक फैली हुई थी। हिन्दू समाज उस सनातन संस्कृति का संवाहक है जिसके धर्मावलम्बियों ने धर्म और धार्मिक संस्थानो का प्रयोग कर कभी शासन पर नियंत्रण नहीं किया, ना ही जनता के शोषक बने। हमारे धर्म संस्थान और मंदिर तो हमेशा जनता के सेवक और राज्य के संवर्धक बनकर रहे। विश्वास ना आए तो केरल के नम्बूदरी ब्राह्मण और पद्मनाभ मंदिरों को देखिये। इन्हीं दान-दक्षिणा और मंदिरों के बदौलत हम सोने की चिड़िया कहलाए।

कालांतर में जब राष्ट्र स्वतंत्र हुआ तब इन्हीं पुजारियों ने मंदिरों को राष्ट्र के अर्थ संसाधन में परिवर्तित कर दिया और खुद के लिए रखी बस दो जून की रोटी खाने लायक दक्षिणा। राष्ट्र को सम्पदा सम्पन्न करने के लिए इन्हीं पुजारियों ने मंदिरों के कपाट खोल दिये और खुद के लिए रखा बस एक जोड़ी भगवा। इतना महान कृत्य उन्होंने तब किया, जब अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक प्रतिष्ठान अपने संस्थान का संचालन स्वयं करते हैं, चाहे मस्जिद हो या चर्च। इसके अलावा मौलवियों और पादरियों को कई राज्यों में अलग से वेतन दिया जाता है और इससे भी दुखदायी स्थिति तो यह है कि केवल हिंदुओं के ही मंदिर सरकारी नियंत्रण में हैं।

मजाल है किसी कलक्टर साहब की, जो किसी मौलवी द्वारा रखे गए ज़कात या फिर खैरात पर सवाल उठा दें। एक सत्यनिष्ठ, धर्मनिष्ठ पुजारी पर लंछान लगा उसे दान-दक्षिणा के पचड़े में फंसाना शर्मिंदगी का विषय है और मंदिर हो ही नियंत्रण में रखना सरकार के मक्कारी का परंतु, आपकी अज्ञानता और चुप्पी क्या चिंतन और दुर्भाग्य का विषय नहीं है? दो वाक्यों के साथ आप विचार करिएगा।

“परशुराम नें तो दुनिया जीती

पर शासन का मोह कहाँ था

दधीचि ने तो हड्डी दे दी

पर, इंद्रासन का लोभ कहाँ था

और आपको लगता है उस पुजारी को 50 रूपए का लोभ था। शर्म आनी चाहिए समाज को।”

Tags: दक्षिणाब्राह्मणमहालक्ष्मी मंदिररतलाम
शेयर44ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कभी देश का 40वां सबसे स्वच्छ शहर था नोएडा, आज वह टॉप-10 में है

अगली पोस्ट

UK ने चुपचाप COVAXIN को दी मंजूरी!

संबंधित पोस्ट

Veer Savarkar Congress And Indira Gandhi
चर्चित

इंदिरा गांधी ने किया था सम्मान लेकिन वीर सावरकर से क्यों चिढ़ती है कांग्रेस?

28 May 2025

विनायक दामोदर सावरकर जिन्हें 'स्वातंत्र्यवीर' के रूप में जाना जाता है। वो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रांतिकारी थे। उनकी भूमिका और विचारधारा आज...

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा
मत

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

14 May 2025

जैसे-जैसे खाड़ी देश आधुनिक बन रहे हैं और पाकिस्तान को पैसा देना बंद कर रहे हैं, इस्लामाबाद उन्हें “सच्चे इस्लाम” से भटकता हुआ मानता है।...

भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है
मत

ऑपरेशन सिंदूर: झूठे नैरेटिव के शोर में सेना के पराक्रम की गूंज न दबने दें

14 May 2025

भारत-पाकिस्तान के बीच सैनिक संघर्ष रुकने पर हम देश की प्रतिक्रिया देखें तो बड़ा वर्ग, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मोदी सरकार और भाजपा के समर्थक...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited