सोशल मीडिया का यदि कोई सबसे बड़ा लाभ है, तो वह यह कि चाहे कोई अपने आप को कितनी ही बड़ी तोप समझे, सोशल मीडिया उसकी हवा निकालने में तनिक भी समय नहीं लगाता। यह बात भारत के जागरूक सनातनियों ने शायद बहुत जल्द समझ ली है। इसीलिए जब इस वर्ष दीपावली के अवसर पर वोक बिरादरी ने इस पर्व को अपने कुत्सित एजेंडे और उपदेश का अड्डा बनाने का घृणित और कुत्सित प्रयास किया, तो जनता ने उन्हे ऐसा सबक सिखाया कि वे कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहे। सब्यासाची से लेकर Pepperfry तक, सभी को मुंह की खानी पड़ी, क्योंकि इस बार जनता क्षमा याचना के लिए तैयार नहीं थी!
Pepperfry को पटाखों पर उपदेश पड़ा महंगा
अभी हाल ही में चर्चित फर्नीचर कंपनी Pepperfry ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक विवादित ट्वीट किया, जिसमें उसने लोगों को पटाखे न जलाने पर उपदेश देने का प्रयास किया और उलटे ताश खेलने जैसे कुत्सित प्रवृत्ति को बढ़ावा दिया –
लेकिन लोगों ने उलटे Pepperfry को इस अनैतिक उपदेश के लिए आड़े हाथों लिया और Pepperfry को यह विवादित ट्वीट डिलीट करना पड़ा। वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया, “पटाखे मत जलाओ, जुआ खेलो। दीपावली पर नया सेकुलर अभियान”
पटाखे मत जलाओ, जुआ खेलो।#दिपावली पर नया सेकुलर अभियान। https://t.co/psAdZd5Lk3
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) November 1, 2021
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शुरुआत की आमिर खान ने पर उपदेश थोपना सभी को पड़ा महँगा
इस कुत्सित प्रवृत्ति का प्रारंभ वैसे आमिर खान ने अपने निकृष्ट एड से किया, जहां सीएट टायर्स को प्रोमोट करने के नाम पर महोदय पटाखे न जलाने पर उपदेश दे रहे थे –
Now, BJP MP taunts Ceat tyres for Aamir Khan ad saying ‘burst crackers but not on road’
Anusha Ravi Sood @anusharavi10 reports for ThePrinthttps://t.co/alXf0w61pB
— ThePrintIndia (@ThePrintIndia) October 21, 2021
इसके बाद तो मानो दीपावली को हिंदुओं से जबरदस्ती छीनने की एक निकृष्ट और घृणित अभियान ही प्रारंभ हो गया। क्या एड एजेंसी, क्या सेलेब्रिटी, सभी दीपावली को एक ‘सेक्युलर पर्व’ सिद्ध करने में जुट गए, जिसका सनातन संस्कृति से कोई नाता नहीं। जिस विराट कोहली के कारण आज देश का सर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शर्म से झुका है, वह दीपावली पर ज्ञान देने में जुटे हुए थे कि कैसे वे लोगों को बताएंगे कि ‘सार्थक दीपावली’ कैसे मनाई जानी चाहिए!
Elle India को दिन में दिखाए तारे
जिसने भी दीपावली के अवसर पर सनातनियों को उपदेश देने का प्रयास किया, उन्हें इतनी बुरी तरह धोया गया कि उन्हें अपने विवादित ऐड डिलीट करने पड़े। क्या कोहली, क्या फैबइंडिया, कोई भी सनातन धर्म की सोशल मीडिया पर सशक्त एकता के समक्ष नहीं टिक पाया।
ऐसे ही जब फैशन डिजाइनर सब्यासाची मुखर्जी ने एक अश्लील कलेक्शन निकाला, तो उसका भारी विरोध हुआ। इसी विषय पर कई सनातनियों ने इस भड़काऊ और अश्लील विज्ञापन के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की, जिसे संज्ञान में लेते हुए नरोत्तम मिश्रा ने चेतावनी जारी की कि वे सब्यासाची मुखर्जी और उनके विज्ञापन फर्म को 24 घंटे का समय देते, अन्यथा उनकी पुलिस फोर्स अपना कार्य करेगी। इसके बाद सब्यासाची जिस फार्म के साथ यह विवादित ‘मंगलसूत्र’ अभियान चला रहे थे, उसने यह विज्ञापन रद्द करते हुए क्षमायाचना जारी की और कहा कि वे आगे से ऐसा कोई भी भड़काऊ विज्ञापन नहीं करेंगे –
Sabyasachi Mukherjee withdraws his controversial mangalsutra campaign on mangalsutra following a BJP lawyer's legal notice and stark criticism from MP home minister Narottam Mishra#SabyasachiMukherjee pic.twitter.com/nHxm5onNtA
— Rosy (@rose_k01) November 1, 2021
स्वयं नरोत्तम मिश्रा ने इस बात को स्वीकारते हुए एक अतिरिक्त चेतावनी जारी करते हुए कहा कि यदि ऐसी हरकतें उसने या किसी अन्य व्यक्ति ने हमारे संस्कृति के विरुद्ध की, तो कोई चेतावनी नहीं जारी होगी, सीधा एक्शन लिया जाएगा –
Sabyasachi Mukherjee has withdrawn the objectionable advertisement after my post. If he repeats such a thing,then direct action will be taken,no warning will be given. Appeal to him & those like him to not hurt sentiments of people: Madhya Pradesh Home Minister Dr Narottam Mishra pic.twitter.com/XkFPXw3pna
— ANI (@ANI) November 1, 2021
इन गतिविधियों पर फैशन मैगजीन Elle India ने सनातन धर्म का उपहास उड़ाते हुए एक अपमानजनक लेख और एक भड़काऊ आर्टिकल पोस्ट किया, जिसके जरिए वह ‘जंगली जाहिल हिन्दुओं’ को नैतिकता का पाठ पढ़ाना चाहती थी। लेकिन ये दांव उस पर बुरी तरह भारी पड़ा और उसे ही अपने लेख और पोस्ट को डिलीट करना पड़ाl
Paytm ने सिद्ध किया, ‘तरीका होता है’
‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ में एक बड़ा ही सटीक डायलॉग बोला गया था, ‘तरीका होता है! जिन्हे ख्याल रखना हो, वो टॉन्ट मारकर नहीं कहते!’ अपने विज्ञापन से Paytm ने इस बात को सिद्ध भी किया कि बिना सनातनियों को उपदेश दिए भी कार्य हो सकते हैं।
वास्तव में ये सनातन एकता का ही प्रतीक है जो दीपावली को Wokeism का अड्डा बनाने का कुत्सित प्रयास औंधे मुंह गिरा है। जिस प्रकार से कुछ निकृष्ट वामपंथी इस पावन पर्व को अपने नीच प्रयासों के लिए उपयोग में लाने वाले थे, उसके विरुद्ध एकमत होकर सनातनियों ने सिद्ध किया है कि यदि एकता हो, तो बड़े से बड़ा साम्राज्य और विकृत से विकृत विचारधारा का चुटकियों में सर्वनाश हो सकता है।