हवा से लड़ने की प्रवृत्ति बहुत कम लोगों में होती है, लेकिन जिनमें होती है, वे ऐसे विकट प्रकृति के मनुष्य होते हैं कि उनकी जितनी निंदा की जाए, वो कम है। ऐसे ही एक व्यक्ति हैं गौरव शर्मा, जो Gauravzone के नाम से नाम YouTube पर vlogs पोस्ट करते हैं, लेकिन हाल ही में बंधू को कालकोठरी की यात्रा करनी पड़ी।
परंतु ऐसा भी क्या किया Gauravzone ने, जिसके पीछे इतना हल्ला मच रहा है? असल में इस व्यक्ति ने मथुरा के निकट एक पवित्र धाम में न केवल विडियो शूट की, अपितु उसे अपमानजनक रूप में संबोधित किया। कहते हैं निधिवन क्षेत्र में भगवान् श्रीकृष्ण गोपियों संग हर रात्रि रासलीला करते हैं, इसलिए संध्याकाल के पश्चात सभी लोग स्वत: ही सोने चले जाते हैं। यहाँ तक कि आसपास के पशु-पक्षी भी नहीं जागते। परंतु Gauravzone को अलग ही खुजली मची थी। इन्होने तय कर लिया था कि इन्हें उसी क्षेत्र में विडियो शूट करनी है, तो उन्होंने रात में निधिवन में ही शूटिंग करने की ठान ली, मानो वे निधिवन को किसी प्रकार का अन्धविश्वास बताना चाह रहे हो, जिसे वे ‘एक्सपोज़’ करने चले थे। एक धार्मिक स्थल को इस व्यक्ति ने अपने विडियो में ‘भुतहा स्थान’ में परिवर्तित कर दिया और पूरे क्षेत्र में वे जूते पहनकर अपने साथियों के साथ घूमते रहे, ये जानते हुए भी कि ये एक धार्मिक स्थल है, कोई पिकनिक की जगह नहीं।
इस आपत्तिजनक विडियो को Gauravzone ने बड़ी ही बेशर्मी से अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया, जिस पर काफी विवाद हुआ, और इसे हिरासत में लिए जाने की मांग उठने लगी। इस विषय को Samrat Bhai, Elvish Yadav और Lakshay Chaudhary जैसे यूट्यूबरों ने अपनी विडियो के ज़रिये स्पष्टता से उठाया।
फलस्वरूप Gauravzone और उसके साथियों को उत्तर प्रदेश पुलिस ने धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में हिरासत में भी लिया था। बाद में वह निजी मुचलके पर छूट गया, और उसे विडियो भी डिलीट करनी पड़ी, परन्तु यह पहला ऐसा मामला नहीं है।
इससे पहले भी Gauravzone ऐसी ऊटपटांग हरकतें कर चुका है, ताकि सोशल मीडिया पर लाइम लाईट पा सके। कई महीनों पूर्व ये व्यक्ति जेल भेजा गया था, क्योंकि इसने अपने ही कुत्ते को गुब्बारों से बांधकर हवा में उड़ाते हुए विडियो बना दी थी। यदि गौरव को मानसिक उपचार की आवश्यकता है तो कोई समस्या नहीं है, उसका इलाज संभव है पर इसकी आड़ में वह अपने कुत्सित विचारों को यदि बढ़ावा दे रहा है, तो ये स्वीकार्य नहीं है, और इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।