देश में दो ऐसी कम्पनियां हैं, जिनके कामों में इतना अंतर है कि वह उद्यम मानसिकता को दर्शाती है। भारत इस समय जिस प्रगति की राह पर है, उससे क्या उपलब्ध होगा, ये बात इस तरह समझ लीजिए कि EV क्रांति भारत को इतना आत्मनिर्भर बना देगी कि सन 2030 तक भारत 2100 के विपदाओं को टाल देगा। यह अंतर बजाज को उसके जगह पर रखी हुई है और हीरो मोटोकॉर्प अपने दूरदर्शी विचारों के कारण भविष्य में देख रहा है और पैसे कमा रहा है।
ऑटोमोबाइल क्षेत्र से एक बड़ी खबर आ रही है। कई उद्योग सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि हीरो इलेक्ट्रिक नई पूंजी जुटाने की योजना के लिए रूपरेखा तैयार कर रहा है क्योंकि तेजी से बढ़ते ईवी बाजार में मांग बढ़ रही है।
सूत्रों की माने तो, “इस बार, वे एक बड़ी राशि को लक्षित कर रहे हैं और $200 मिलियन और $300 मिलियन के बीच रकम जुटाने के विकल्प तलाश रहे हैं। प्राप्त होने वाला पैसा आय क्षमता निर्माण, उत्पाद विकास और लागत की ओर जाएगा।”
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हीरो इलेक्ट्रिक, ओला इलेक्ट्रिक, हीरो मोटोकॉर्प समर्थित एथर एनर्जी, ओकिनावा, सिंपल एनर्जी, TVS मोटर्स और बजाज ऑटो को अपने समकक्षों में गिनाती है। यह आपसी प्रतिस्पर्धा एक दूसरे को बेहतर बनाती है।
हीरो इलेक्ट्रिक के MD नवीन मुंजाल ने कहा, “हीरो इलेक्ट्रिक ने हाल ही में जून, 2021 में क्षमता बढ़ाने और नई तकनीकों में निवेश करने के लिए सीरीज बी फंडिंग के अपने पहले हिस्से को बंद कर दिया है। भारतीय ईवी उद्योग वर्तमान में अनुकूल नीतियों और ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण अपने सबसे अच्छे विकास के चरण को देख रहा है, जिससे ग्राहकों की मांग में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।”
मुंजाल ने कहा, “किसी भी कंपनी के लिए निवेश की मांग को पूरा करना और बाजार की मांग को पूरा करना एक सतत प्रक्रिया है। एक मार्केट लीडर और नंबर 1 ईवी ब्रांड के रूप में, हीरो देश में ईवी परिवर्तन का नेतृत्व करने और सेगमेंट के बढ़ने के साथ-साथ बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है।”
हीरो इलेक्ट्रिक ने अगले एक साल में देश भर में 10,000 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए ईवी स्टार्टअप मैसिव मोबिलिटी के साथ भी हाथ मिलाया है।
अक्टूबर में फर्म ने 6,366 इकाइयों पर हाई-स्पीड स्कूटर की बिक्री में कई गुना वृद्धि दर्ज की है। पिछले साल इसी महीने में इसने 314 इकाइयों की बिक्री की थी, चालू वित्त वर्ष के लिए कुल बिक्री अक्टूबर तक 50,331 इकाइयों तक पहुंच गई है। वेबसाइट के अनुसार, हीरो इलेक्ट्रिक के ई-स्कूटर श्रेणी में नौ वेरिएंट हैं जिनकी कीमतें (एक्स-शोरूम) 46,240 रुपये से 74,240 रुपये तक हैं।
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एक तरफ हीरो जहां एकदम उड़ान भरने को तैयार है। केंद्रीय सरकार की एक समय आलोचक और निराशावादी, बजाज ऑटो अभी भी रूढ़िवादी व्यवस्था में ही अटकी हुई है। जहाँ एक ओर तमाम पारम्परिक वाहन निर्माताओं ने समय के बदलाव को भांप लिया है, वहीं दूसरी ओर बजाज को 2019 से EVs 2025 से पहले संभव नहीं लग रहा था।
जब केंद्रीय सरकार ने तीन पहिया वाहनों को इलेक्ट्रिक होने के लिए 2023 और दो पहिया को 2025 तक का समय दिया था, तब बजाज ने इसे अत्यधिक महत्वाकांक्षी योजना करार दिया था।
प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माता बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर कंपनी ने उस समय कहा था कि 2025 तक इलेक्ट्रिक इंजन वाले तिपहिया और दोपहिया वाहनों को अपनाने की कोई भी योजना “अवास्तविक” और “खराब” होगी और ऑटो निर्माण को पटरी से उतार देगी।
आज बजाज, बाजार के दबाव में इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में आ रहा है। अगर समय रहते वो चेत जाता और भारत में हो रही क्रांति का हिस्सेदार बनता तो ये दिन ना देखना पड़ता।