विश्व में मानवता का दुश्मन अगर कोई देश है तो वह है पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान। पाकिस्तान आतंकियों के लिए सबसे सुरक्षित अड्डा है, जहां पर वो चरमपंथ फैलाते हैं। आतंकी गतिविधियों को लेकर पाकिस्तान इतना बदनाम है कि उसकी विश्व भर में हमेशा फ़जीहत होती रहती है। हालांकि, पाकिस्तान को सबसे खुशी तब होती है जब भारत को किसी प्रकार का नुकसान होता है। कल जब भारत ने अपने सबसे बड़े सैन्य अधिकारी को खोया तब पाकिस्तान इसका इस्तेमाल अपने प्रोपेगेंडे के लिए करने लगा।
दरअसल, 8 दिसंबर को, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को ले जा रहा एक सैन्य हेलिकॉप्टर तमिलनाडु में ऊटी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, हेलिकॉप्टर पर सवार 14 लोगों में से 13 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। जब जनरल रावत को एक सैन्य अस्पताल में गंभीर घायल अवस्था में भर्ती कराया गया था, तब देश के राष्ट्रभक्त बिपिन रावत के लिए प्रार्थना करने के लिए एक साथ आए थे। उसी समय कुछ इस्लामिस्टों ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया और बिपिन रावत के साथ दुर्घटना की खबर फैलते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खुशी मनने लगे।
जब मीडिया में यह खबर आई कि कुछ सैनिक बचे हैं, तो इस्लामिस्ट जनरल रावत के लिए मौत की कामना कर रहे थे। वहीं जब बिपिन रावत की दुर्भाग्यपूर्ण निधन की खबर से राष्ट्र गहरे सदमे और पीड़ा में था तब इस्लामिस्ट और निहित स्वार्थी लोग सीडीएस जनरल बिपिन रावत के दुर्भाग्यपूर्ण निधन का जश्न मना रहे थे।
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जनता और जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए झूठा प्रोपेगेंडा
इसी क्रम में ‘पाकिस्तान स्ट्रैटेजिक फोरम’ नाम से जाने वाले एक ट्विटर हैंडल ने दुर्घटना के बाद ट्वीट किया, “Mi 17V5 क्रैश पर अपडेट। भारतीय चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत को ले जा रहे भारतीय वायु सेना के Mi 17V5 हेलीकॉप्टर को कथित तौर पर तमिल विद्रोहियों ने मार गिराया था।”
पाकिस्तान से ज्यादा घिनौने और दयनीय और अपमानित इंसानों की जमात और कहीं नहीं पा सकते। संकट और जानमाल के नुकसान के समय में भी विष प्रचार प्रपंच और भारत के खिलाफ साजिश करना। पूरी तरह से शर्मनाक निराधार। चिंता न करें भारतीय सेना आपको वही भाषा सिखाएगी जो आप समझते हैं।1965,1971 वाली 🇮🇳 pic.twitter.com/GgnWoXEfGL
— Sorabh Tiwari 🇮🇳 (@SorabhTiwari13) December 8, 2021
इसी तरह, पाकिस्तान से संबंधित हैंडल ‘AEROSINT Division PSF’ नाम के एक अन्य ट्विटर हैंडल ने ट्वीट किया, “तमिलनाडु लिबरेशन आर्मी ने कथित तौर पर एक बयान भी दिया है।”
इस पाकिस्तानी बॉट अकाउंट ने दावा किया कि विद्रोही संगठनों ने बयान जारी किए, ट्वीट थ्रेड में कहीं भी कथित ‘बयान’ नहीं डाला गया था। यह हैंडल यहीं नहीं रुका और आगे दावा किया, “तमिल विद्रोही समूह लिट्टे के साथ माओवादी स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (NSCN-IM) का Isaak-Muivah गुट शामिल हो सकता है।”
एक और बेशर्मी pic.twitter.com/TwznemAcKE
— Sorabh Tiwari 🇮🇳 (@SorabhTiwari13) December 8, 2021
पाकिस्तान के एक ट्विटर यूजर Hamza Azhar Salam ने दावा किया है कि दुर्घटना तमिल विद्रोहियों द्वारा कथित तौर पर हेलीकॉप्टर को गोली मारने के बाद हुई थी। अन्य लोगों का कहना है कि यह मोदी सरकार द्वारा भारतीय सशस्त्र बलों में एक गंभीर कमांड और नियंत्रण संकट को दर्शाने वाला एक आंतरिक काम हो सकता है। इस्लामिस्टों को इस तरह की दुर्घटनाओं और सेना के अधिकारियों तथा भाजपा नेताओं की मौत के लिए अपमानजनक और असंवेदनशील प्रतिक्रियाओं के लिए जाना जाता है।
While some claim that the crash was caused after #Tamil rebels allegedly shot the helicopter, other sources say that it may be an inside job by the #Modi government reflecting a serious a command and control crisis in the #Indian Armed Forces. #BipinRawathttps://t.co/UOGe0NEnAN
— Hamza Azhar Salam (@HamzaAzhrSalam) December 8, 2021
अपने एजेंडे को गलत तरीके से प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश कर रहे पाकिस्तानी हैंडल को यह समझना चाहिए कि वर्तमान में कोई भी विद्रोही समूह दक्षिण भारत, विशेषकर तमिलनाडु में सक्रिय नहीं है।
सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाने वाले बिपिन रावत
जहां तक पूर्वोत्तर राज्यों का सवाल है, सीडीएस बिपिन रावत अपने पूरे करियर में वहां के उग्रवादी समूहों के लिए किसी काल से कम नहीं थे। जब उन्होंने उग्रवादियों के क्षेत्रों पर सैन्य अभियान चलाये तब तो वे उन्हें छू नहीं सके, इसलिए इस तरह की योजना बनाने का सवाल एक दूर की वास्तविकता प्रतीत होता है।
सीडीएस रावत ने पिछले चार दशकों में देश के लिए कई बड़े ऑपरेशनों में अपना योगदान दिया था। उन्होंने पूर्वोत्तर में आतंकवाद को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और वहीं पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक में भी उनका सबसे बड़ा योगदान था। बिपिन रावत से जुड़ी दुर्घटना को लेकर वायु सेना ने कहा कि रूसी निर्मित Mi-17V5 हेलीकॉप्टर एक वायु सेना अड्डे से सेना रक्षा सेवा कॉलेज की ओर जा रहा था, जब यह तमिलनाडु के एक हिल स्टेशन कुन्नूर शहर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना के कारणों का तत्काल पता नहीं चल पाया है।
63 वर्षीय रावत, भारतीय सेना में सबसे वरिष्ठ अधिकारियों में से एक थे। 2019 में सरकार द्वारा उन्हें देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाया गया था। वह रक्षा मंत्रालय के सलाहकार भी थे। बिपिन रावत की मौत पर इस्लामवादी कट्टरपंथियों ने जो अपना कुकृत्य दिखाया है, उसके बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि पाकिस्तान में प्रारम्भिक शिक्षा के जगह वहां के आम नागरिकों को जिहाद का ज्ञान अधिक दिया जा रहा है, जो भविष्य में आतंकवादी बनेंगे और भारत के खिलाफ जिहाद करने का प्रयास करेंगे।
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