प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 11 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में 9,802 करोड़ रुपये की सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन करेंगे। परंतु, क्या आप जानते है इस भव्य शिलान्यास की नींव किसने रखी? साल 1972 से लटके इस भव्य स्वप्न को पूरा किया यूपी के मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ ने।
यूपी सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि “यह परियोजना उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी परियोजना है। उत्तर प्रदेश के नौ पूर्वी जिलों बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती, बलरामपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, गोरखपुर और महाराजगंज के 6,200 से अधिक गांवों के 25-30 लाख किसानों को यह जल-शक्ति योजना लाभान्वित करेगी।“
सिंह ने गुरुवार को बहराइच में संवाददाताओं से कहा कि वैसे तो सरयू नहर परियोजना 1978 में शुरू किया गया था, परंतु प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा तेजी से कार्य संभालने के कारण यह परियोजना अब पूरा हो गया है।
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बाढ़ के जोखिम को कम करेगी यह परियोजना
मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि सरयू नहर परियोजना 14.04 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की सुविधा प्रदान करेगा और साथ ही नेपाल से आने वाले पानी के कारण क्षेत्र के कई बाढ़ संभावित क्षेत्रों में बाढ़ के जोखिम को भी कम करेगा। सरयू नहर परियोजना के तहत पांच नदियों को जोड़ा गया है, जिनमें घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिन शामिल हैं। जबकि 6,600 किलोमीटर लंबी नहरों को 318 किलोमीटर लंबी मुख्य नहर से जोड़ा गया है।
राज्य सरकार ने सन् 1978 में 78.68 करोड़ रुपये की लागत से दो जिलों में सिंचाई के लिए लघु स्तर पर इस परियोजना की शुरुआत की थी। चार साल बाद 1982 में इसे नौ जिलों में विस्तारित किया गया। इसका नाम बदलकर सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना कर दिया गया और 2021 तक इसकी लागत बढ़कर 9,802 करोड़ रुपये हो गई।
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कृषि उत्पाद और किसानों की आय में होगी बढ़ोत्तरी
पिछले महीने, पीएम मोदी ने पानी की कमी की समस्या को कम करने के उद्देश्य से बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए महोबा जिले में विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं का अनावरण किया। इन परियोजनाओं में अर्जुन सहायक परियोजना, रतौली वियर परियोजना, भौनी बांध परियोजना और मझगांव-मिर्च स्प्रिंकलर परियोजना शामिल थी। उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का भी उद्घाटन किया।
अगले साल की शुरुआत में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के साथ इन परियोजनाओं का महत्व बढ़ गया है। योगी सरकार कृषि और किसानों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध रही है। उनकी प्रतिबद्धता इस प्रकार के स्वप्न को साकार करने में दिखती है। योगी सरकार का यह कदम अतुलनीय और सराहनीय है।
इस परियोजना से 14.04 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की सुविधा मिलेगी, जिससे कृषि उत्पाद और किसानों की आय में बढ़ोत्तरी होगी। निश्चित रूप से सरयू नहर परियोजना का असर आने वाले चुनाव पर दिखेगा और किसानों के हित के लिए भाजपा को अपेक्षित परिणाम मिलने की भी संभावना है। 1978 के बाद से राज्य में कई सरकारें आई और गई लेकिन इस योजना को पूर्ण करने का जज़्बा योगी सरकार ने दिखाया और पूरा भी किया।