भारत की सबसे लंबी सुरंग
भारत हमेशा से नई नई उपलब्धी हासिल करने वाला देश रहा है. चाहे वह किसी बी क्षेत्र में हो भारत हमेशा से अव्वल रहा है.देश में बहुत सारी सुरंगें है लेकिन कुछ ऐसी सुरंगें है जो दुनिया भर में प्रसिद्ध है. रेल और सड़क सुरंग के बाद भारत अब हवा में भी सुरंग बनाने की और बढ़ रहा है. जिसे हाइपरलूप कहते है. क्या आपको पता है भारत की सबसे लंबी सुरंग कौन सी है.आज हम इसी सवाल का जबाव आपके सामने लेकर आएं हैं.
श्यामा प्रसाद मुखर्जी सुरंग (चेनानी सुरंग)
देश की जनता एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए सड़क का उपयोग बहुत करती है. वहीं पहाडी ईलाकों में यातायात को सुगम बनाने के लिए पहाडो के बीच में सुरंग का निर्माण किया जाता है.जिससे लोगों के समय की बचत हो. आपकों बता दें कि भारत की सबसे लंबी सुरंग चेनानी-नाशरी सुरंग है जिसे पत्नीटॉप सुरंग के नाम से भी जाना जाता है.
यह भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग है जिसकी लंबाई 9.28 कि॰मी॰ है. आपको बता दे कि इस सुरंग का नाम बदलकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सुरंग रखा गया है. ‘चेनानी-नाशरी हाईवे टनल’ न केवल भारत की सबसे लंबी हाईवे टनल है, बल्कि एशिया की सबसे लंबी बाय-डायरेक्शनल हाईवे टनल भी है.
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श्यामा प्रसाद मुखर्जी सुरंग (चेनानी सुरंग) भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 पर स्थित एक सड़क सुरंग है. इसका कार्य वर्ष 2011 में आरम्भ हुआ था. जिसके बाद इसका उद्धघाटन 2 अप्रैल 2017 को किया गया. इस सुरंग को बनाने में मूल अनुमानित लागत ₹ 2,520 करोड़ आई थी. लेकिन परिवर्धित करने में कुल ₹ 3,720 करोड़ खर्च हुये. इस सुरंग का मुख्य व्यास 13 मीटर का है, जबकि सुरंग का समानांतर निकासी व्यास 6 मीटर का है.
इस सुरंग में 29 स्थानों पर मुख्य और निकासी पार मार्ग बनाये गये जो कि हर 300 मीटर की दूरी पर स्थिति हैं. इस सुरंग से लोगों के समय की बहुत बचत होती है.इससे जम्मू और श्रीनगर के मध्य दूरी 30.11 कि॰मी॰ रह गयी है. जिससे लोगों के यात्रा समय में दो घण्टे की कटौती हो गयी है.
सर्दियों में बर्फबारी और हिमस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर बाधा उत्पन्न होती थी. जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर सर्दियों में ट्रैफ़िक जाम की समस्या हमेशा रहती थी. इस सुरंग के बनने से इस तरह की समस्याओं से निजात मिली है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में नेशनल हाइवे-44 पर स्थित चेनानी-नाशरी सुरंग का नाम डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर किया जाएगा. इस सुरंग का नाम बदलने का उद्देश्य मुखर्जी की विरासत और स्मृति के संरक्षण के साथ-साथ राष्ट्र के लिए उनके बलिदान के लिए एक श्रद्धांजलि अर्पित करना भी है. आशा करते है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा ऐसे ही लेख और न्यूज पढ़ने के लिए कृपया हमारा ट्विटर पर हमसे जुड़े.