TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    Corona New Variant

    कोरोना का तांडव शुरू: देशभर में 24 घंटे के भीतर 7 लोगों की मौत, दिल्ली में बुजुर्ग ने तोड़ा दम

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान संबोधित किया (फोटो: सिन्हुआ)

    White House ने एक और जंग रुकवाने का किया दावा, इज़रायल ने अस्थायी युद्धविराम को दी हरी झंडी, गाज़ा में जगी शांति की उम्मीद!

    America Chine communist visas

    कम्युनिस्ट विचार पर अमेरिका का प्रहार, चीनी छात्रों का वीजा होगा रद्द; रुबियो ने बताया कारण

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    Corona New Variant

    कोरोना का तांडव शुरू: देशभर में 24 घंटे के भीतर 7 लोगों की मौत, दिल्ली में बुजुर्ग ने तोड़ा दम

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान संबोधित किया (फोटो: सिन्हुआ)

    White House ने एक और जंग रुकवाने का किया दावा, इज़रायल ने अस्थायी युद्धविराम को दी हरी झंडी, गाज़ा में जगी शांति की उम्मीद!

    America Chine communist visas

    कम्युनिस्ट विचार पर अमेरिका का प्रहार, चीनी छात्रों का वीजा होगा रद्द; रुबियो ने बताया कारण

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

BJP वही कर रही है जो उसे बंगाल में बहुत पहले करना चाहिए था, स्वामी प्रसाद मौर्या तो प्रारंभ हैं!

'जहां देखा दम, वहां खिसके हम' वाले भाजपा नेताओं पर एक्शन जरुरी!

Yashwant Singh द्वारा Yashwant Singh
13 January 2022
in राजनीति
स्वामी प्रसाद मौर्या

Source- Google

Share on FacebookShare on X
  • स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ जारी हुआ वारंट
  • भाजपा में हैं सबसे ज्यादा दल बदलू नेता- ADR
  • काम न करने वाले भाजपा विधायकों का कटा टिकट

हाल ही में आपने सुना होगा कि स्वामी प्रसाद मौर्या ने भाजपा का दामन छोड़ दिया। यह वही स्वामी प्रसाद मौर्या हैं, जो 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बहुजन समाज पार्टी से बीजेपी में शामिल हो गए थे और पार्टी प्रमुख मायावती पर भ्रष्टाचार और सीटों की “नीलामी” का आरोप लगाया था। उन्होंने बीते मंगलवार को अपना इस्तीफा ट्विटर पर पोस्ट किया। अपने पत्र में उन्होंने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर दलितों, किसानों, छोटे और मध्यम व्यवसायों और बेरोजगार युवाओं के प्रति लापरवाही का आरोप लगाया।

स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा सोशल मीडिया पर अपना इस्तीफा पोस्ट करने के कुछ मिनट बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने नेता के साथ एक तस्वीर ट्वीट की और अपनी पार्टी में उनका स्वागत किया। अखिलेश यादव ने ट्वीट में कहा, “मौर्या हमेशा न्याय के लिए खड़े रहे हैं और जनता के बीच एक जाना-पहचाना चेहरा हैं। मैं उनका और अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का समाजवादी पार्टी में स्वागत करता हूं।”

संबंधितपोस्ट

सीएम योगी ने धर्मनगरी अयोध्या को समर्पित किया एक और आध्यात्मिक केंद्र, भगवान राम की नगरी से ‘आतंकिस्तान’ के खात्मे की कही बात

INDI गठबंधन पर चिदंबरम का बड़ा सवाल — बोले, ‘गठबंधन कमजोर’, क्या शशि थरूर की राह पर चल पड़े कांग्रेस के वरिष्ठ नेता?

हर जरूरतमंद तक राशन पहुंचाने को योगी सरकार का बड़ा कदम, एनएफएसए वितरण प्रणाली के लिए 179 करोड़ की मंजूरी

और लोड करें

और पढ़ें: सोशल मीडिया पर विपक्ष का समर्थन करते हैं दलित हिंदू, लेकिन वास्तव में वे वोट भाजपा को ही देंगे

इसके बाद तो खुद मौर्या का भी बयान आने लगा, जिसमें उनका घमंड बखूबी दिखाई दे रहा था। स्वामी प्रसाद मौर्या ने एनडीटीवी को बताया कि भाजपा “पिछड़े वर्गों की समस्याओं के लिए बहरी हो गई थी और पार्टी ने मुझे मंत्री बनाकर कोई उपकार नहीं किया। वास्तव में भाजपा को उनके 14 साल के बनवास (निर्वासन) को समाप्त करने के लिए उनका आभारी होना चाहिए।” खैर बयान दिए जाने के कुछ घण्टे बाद ही स्वामी प्रसाद यादव के नाम पर एक वारंट भी जारी हो गया।

सात साल पुराने एक मामले में स्वामी मौर्या के खिलाफ वारंट जारी किया गया है। यह वारंट 2014 के एक मामले से संबंधित है, जिसमें मौर्या ने कथित तौर पर देवताओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस मामले की सुनवाई 24 जनवरी को विशेष एमपी-एमएलए कोर्ट में होनी है। यह हिसाब किताब पिछले कुछ दो दिनों के भीतर हुआ है। पर क्या भाजपा को इस बात से चिंतित होने की आवश्यकता है? जवाब है बिल्कुल नहीं!

‘जहां देखा दम, वहां खिसके हम’

चुनावी मौसम में दल बदल आम बात है, चुनाव के दौरान मौका देखकर एक दल से दूसरे दल में जाने वाले नेता हमेशा से पार्टियों के लिए संकट खड़ा करते रहे हैं। उनका एक ही मकसद होता है यदि हम न खा पाए, तो दोना लुढ़का देंगे। लेकिन कुछ नेता ऐसे होते हैं, जो हर चुनाव में गिरगिट की भांति अपना रंग बदलते हैं, विचारधारा बदलते हैं, टिकट के लिए पार्टी पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं और जब उनकी चाल नाकामयाब हो जाती है तो दूसरी पार्टियों में पलायन कर जाते हैं। यूपी के स्वामी प्रसाद मौर्या इसके हालिया उदाहरण है। उनके लिए जहां देखा दम, वहां खिसके हम वाली कहावत कही जा रही है लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल विपरीत है। उन्हें आज नहीं तो कल पार्टी से जाना ही था, क्योंकि टिकट तो उन्हें वैसे भी मिलने वाली नहीं थी।

वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि गोवा के मंत्री माइकल लोबो और उत्तर प्रदेश में स्वामी प्रसाद मौर्या के पार्टी से जाने की आशंका थी। उन्होंने कहा कि भाजपा दोनों राज्यों में अपने लगभग एक तिहाई विधायकों को टिकट देने से इनकार कर सकती है। पांच राज्यों में फरवरी-मार्च विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रियों और विधायकों सहित कुछ नेताओं के बाहर होने से भारतीय जनता पार्टी बेफिक्र नजर आ रही है। खबरों के अनुसार, इनमें से अधिकांश नेताओं को टिकट से वंचित किए जाने की संभावना थी और इस लिए दल बदल का खेल हुआ है।

और पढ़ें: अयोध्या और उसके आसपास के क्षेत्रों में भाजपा का क्लीन स्वीप देखने के लिए तैयार रहिए

काम न करने वालों का कटेगा टिकट

खबरों के मुताबिक सत्ता विरोधी लहर का मुकाबला करने के प्रयास में, भाजपा यूपी और गोवा दोनों में अपने लगभग एक तिहाई विधायकों को टिकट न देने के प्लान में है। बताया जा रहा है कि जो लोग पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं, वे जानते थे कि परिवार के सदस्यों को टिकट देने की उनकी अनुचित मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा और इसीलिए उन्होंने विपक्षी खेमे के साथ बातचीत शुरू कर दी। गोवा में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने खुद इस मामले को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “भारतीय जनता पार्टी एक बड़ा परिवार है, जो पूरी निष्ठा के साथ मातृभूमि की सेवा करता रहता है! लालच और व्यक्तिगत हितों के एजेंडे को पूरा करने के लिए कुछ दल बदल, सुशासन के हमारे एजेंडे को रोक नहीं सकते।”

स्वामी प्रसाद मौर्या मामले पर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “यह वास्तव में एक झटका है। उसकी गतिविधियों से यह स्पष्ट था कि वह छोड़ पार्टी छोड़ेंगे। पार्टी ने उन्हें कैबिनेट पद से लेकर सांसद के टिकट तक उनकी बेटी को सब कुछ दिया। इसके लिए हम तैयार थे। बहुत से लोग पार्टी छोड़ रहे होंगे, क्योंकि वे जानते हैं कि उन्हें भी टिकट से वंचित कर दिया जाएगा। टिकट सुरक्षित करने के लिए, सबको काम करने की जरूरत है।”

यह तो कुछ भी नहीं है। गोवा में अस्थिर राजनीतिक स्थिति को देखते हुए, भाजपा और कांग्रेस द्वारा अपने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी करने के बाद, अधिक नेताओं और विधायकों के इस्तीफा देने या पक्ष बदलने की उम्मीद है। अधिकांश दलबदल इसलिए हुए हैं, क्योंकि विधायक  जनता की सेवा के बदले अपने राजनीतिक और व्यक्तिगत लाभ की रक्षा करना चाहते हैं।

और पढ़ें: के अन्नामलाई: इस पूर्व IPS और युवा भाजपा नेता ने तमिलनाडु में तूफान ला दिया है

भाजपा में हैं सबसे ज्यादा दलबदलू नेता 

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) द्वारा विश्लेषण किए गए आंकड़ों से पता चला है कि लगभग 45 फीसदी विधायक जिन्होंने 2016 और 2020 के बीच फिर में पार्टियां बदल ली और चुनाव लड़ा, वे भाजपा में शामिल हो गए हैं। दूसरी ओर, दलबदल करने वाले 42 फीसदी विधायकों ने कांग्रेस का साथ छोड़ा है। ADR ने 443 विधायकों और सांसदों के चुनावी हलफनामों का विश्लेषण करते हुए एक रिपोर्ट जारी की, जिन्होंने पांच वर्षों में पार्टियों को बदल दिया और फिर से चुनाव लड़ा।

रिपोर्ट में बताया गया कि दलबदल करने वाले 405 विधायकों में से 170 (42 फीसदी) कांग्रेस के थे। भाजपा 18 विधायकों के दलबदल के साथ नीचे से दूसरे स्थान पर थी। आंकड़ों से पता चलता है कि भाजपा स्पष्ट रूप से उन विधायकों की पसंद की पार्टी थी, जिन्होंने दोबारा चुनाव लड़ा था। रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्य प्रदेश, मणिपुर, गोवा, अरुणाचल प्रदेश और कर्नाटक में इन पांच वर्षों के दौरान विधायकों के दलबदल के कारण सरकारें गिर गई थी।

और पढ़ें: ‘योगी के आतंक का राज’, यूपी में भाजपा के क्लीन स्वीप हेतु लेफ्ट ने शुरू किया अभियान

काश बंगाल में भी भाजपा कर पाती यह काम

स्वामी प्रसाद मौर्या जैसे जितने भी नेता हैं, जो विचार के कारण नहीं, लोभ के कारण इधर-उधर जा रहे हैं, उनके द्वारा पार्टी छोड़ने में ही सबकी भलाई है। भाजपा को सही समय पर यह काम करना चाहिए था, ताकि बंगाल से ऐसे नेताओं को बाहर किया जा सके और बंगाल में सरकार बनाई जा सके। जो विचार का नहीं है, उसको परिवार में शामिल करने में कोई भलाई नहीं है। इसलिए यह आवश्यक है कि उचित समय में ऐसे नेताओं से निपटा जाए। बंगाल में पार्टी की वफादारी हमेशा संदेह के घेरे में रही है। प्रक्रिया 2011 में शुरू हुई, जब टीएमसी ने 34 साल से राज्य में शासन कर रही वाम मोर्चा सरकार को हराया और वामपंथी कार्यकर्ताओं के बड़े वर्ग, यहां तक ​​​​कि निर्वाचित प्रतिनिधियों ने भी TMC का दामन थाम लिया।

इसके बाद, जब भाजपा ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादियों (CPI-M) को TMC के प्रमुख विरोधी के रूप में बदल दिया, तो TMC के कई कार्यकर्ता और नेता इस नई पार्टी में आ गए। ममता बनर्जी के भरोसेमंद सहयोगी मुकुल रॉय ने टीएमसी छोड़ दी और 2017 में बीजेपी में शामिल हो गए। तीन साल बाद अपनी हार के बाद, रॉय 2021 में टीएमसी में फिर से शामिल हो गए। ऐसे ही कई नेता और भी हैं, जिन्होंने बंगाल चुनाव से पहले भाजपा का दामन थामा था लेकिन फिर वापस टीएमसी में लौट गए हैं। ऐसे में भाजपा नेतृत्व को इस बात पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है कि पार्टी की विचारधारा का सम्मान करने वाले और भरोसेमंद नेताओं को ही पार्टी में शामिल किया जाए, जो अपने स्वार्थ से इतर लोगों की भलाई के लिए काम करें और पार्टी लाइन का पालन करें।

और पढ़ें: सोशल मीडिया पर विपक्ष का समर्थन करते हैं दलित हिंदू, लेकिन वास्तव में वे वोट भाजपा को ही देंगे

Tags: ADRभाजपायूपी सरकारसीएम योगी
शेयर160ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Chora Chori kand kab hua tha or iska Mukadama?

अगली पोस्ट

अमेरिका एक बड़े रक्त संकट से जूझ रहा है जबकि न्यूयॉर्क टाइम्स भारत को शर्मसार करने में व्यस्त है

संबंधित पोस्ट

Bajrang Punia
चर्चित

बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

31 May 2025

पहलवानों का अखाड़ा हो या सियासी मैदान, बात का बतंगड़ बनने में देर नहीं लगती है। जब बात जुबान से निकल जाए तो कई बार...

कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे
राजनीति

‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

31 May 2025

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को...

Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram
चर्चित

माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

31 May 2025

ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर में इसकी चर्चा हुई। इस दौरान कई विवादों ने भी जन्म लिया। इसमें सबसे आगे रहे तथाकथित इन्फ्लुएंसर जो वीडियो...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited