मुख्य बिंदु
- Amazon ने निजी इक्विटी फर्म समारा कैपिटल के साथ एक समझौते के तहत Future Retail को वित्तीय मदद की पेशकश की
- Amazon के इस पेशकश को Future Group के स्वतंत्र निदेशकों (Independent Directors) ने खारिज कर दिया है
- Future Retail के स्वतंत्र निदेशक ने कहा, “जब तक यह पेशकश कानूनी तौर पर सही नहीं होती है, हम उसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं”
वर्ष 2019 में Amazon द्वारा 1500 करोड़ रुपए में फ्यूचर कूपन (Future Group की होल्डिंग कंपनी) में 49% हिस्सेदारी की खरीदी और इस करार के समाप्त होने से पहले Future Group और रिलायंस के समझौते के बाद दोनों कंपनियों (Amazon और Future Group) का विवाद कोर्ट में है। Amazon अब तक Future Group में निवेश के लिए हाथ-पांव मार रहा है, जिससे इस कंपनी की कार्यकारी शक्तियों को Amazon प्रभावित कर सके। Amazon ने निजी इक्विटी फर्म समारा कैपिटल के साथ एक समझौते के तहत Future Retail को वित्तीय मदद की पेशकश की है। समारा कैपिटल और Amazon पहले भी साथ मिलकर काम कर चुके हैं किंतु Amazon के इस पेशकश को Future Group के स्वतंत्र निदेशकों (Independent Directors) ने खारिज कर दिया है।
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Amazon की वित्तीय मदद को किया खारिज
दरअसल, एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीते 23 जनवरी को Amazon ने Future Retail लिमिटेड के स्वतंत्र निदेशकों को पत्र लिखकर पुष्टि की है कि समारा कैपिटल कर्ज में डूबी कंपनी की सभी खुदरा संपत्तियां खरीदने के लिए 7,000 करोड़ रुपये का निवेश करने को इच्छुक है। Amazon ने खुदरा कंपनी (Future Group) को बीते रविवार तक इस संदर्भ में एक रिपोर्ट (खरीदारी से संबंधित वित्तीय ब्यौरा) समारा कैपिटल को सौंपने के लिए कहा था। Future Retail के स्वतंत्र निदेशक रवींद्र धारीवाल ने PTI से बातचीत में कहा कि अगर Amazon वास्तव में उनकी कंपनी की मदद करना चाहती है तो उसे वित्तीय समर्थन का पूरा ढांचा पेश करना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब तक यह पेशकश कानूनी तौर पर सही नहीं होती है, हम उसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं।’’
गौरतलब है कि Amazon ने अपने पत्र में Future Group से कहा था कि वह अपनी संपत्ति का ब्यौरा समारा कैपिटल को सौंप दें, जिससे कंपनी Future Group की संपत्तियों के स्वामित्व की जांच कर सके। व्यापारियों की भाषा में इसे Due Diligence कहते हैं। अमेज़न के पत्र का जवाब देते हुए Future Group के निर्देशकों ने कहा कि रिलायंस द्वारा Due Diligence की कार्यवाही पहले ही पूरी कर दी गई है। Future Group ने Amazon को स्पष्ट किया कि वह किसी भी स्थिति में Amazon अथवा उसकी किसी सहयोगी कंपनी के साथ समझौता नहीं करेगी।
Future Group ने Amazon की चाल को किया नाकाम
बता दें कि समारा कैपिटल ने इसके पूर्व Amazon के साथ मिलकर आदित्य बिरला ग्रुप की सुपर मार्केट चेंन का अधिग्रहण किया था। समारा कैपिटल द्वारा Future Group के अधिग्रहण को लेकर Amazon इतना आतुर इसीलिए है क्योंकि उसे लगता है कि वह इस कंपनी के माध्यम से Future Group को नियंत्रित कर सकता है। बताते चलें कि 2019 में Amazon ने 1500 करोड़ रुपए में फ्यूचर कूपन (Future Group की होल्डिंग कंपनी) में 49% हिस्सेदारी खरीदी थी। इस समझौते के तहत Amazon को 3 से 10 साल के अंदर Future Retail में हिस्सेदारी खरीदने का भी अधिकार मिला था।
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वहीं, 2020 में Future Group ने अपने रिटेल, होलसेल और लॉजिस्टिक्स बिजनेस को रिलायंस रिटेल को 24,713 करोड़ रुपए में बेचने की घोषणा की। इसके बाद Amazon और के बीच विवाद शुरू हो गया था। रिलायंस ई-कॉमर्स के क्षेत्र में उतर न सके इसलिए Amazon ने इस मामले को कोर्ट में उठाया जहां उसकी पराजय सुनिश्चित दिख रही है। ऐसे में, Amazon अब समारा कैपिटल के सहारे अपनी व्यापारिक स्थिरता को फिर से तलाशने में जुटा हुआ है किंतु Future Group ने Amazon की इस चाल को भी नाकाम कर दिया है।