किया विरोधियों को धरर्शाई PM नरेन्द्र मोदी विपक्ष के आरोपों और उनके लांछन से विचलित नहीं होते, उनको एकत्रित करके अपना बढ़िया आयुध बनाते हैं और उन्हें उसी विपक्ष के विरुद्ध ऐसे प्रयोग में लाते हैं, जिसके पश्चात समूचा विपक्ष या तो निरुत्तर हो जाए, या फिर अंट-शंट बकने लगे। कल के PM मोदी के भाषण के कुछ महत्वपूर्ण पहलु थे, जिनमें से कई ने तो विपक्षियों को बगलें झाँकने पर विवश कर दिया, और कई तो ऐसे बिलबिलाए कि पूरा देश खिलखिलाए बिना नहीं रह पायाl
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— BALA (@erbmjha) February 7, 2022
1) पहले गैस कनेक्शन एक स्टेटस सिम्बल था –
बीच-बीच में बढ़ते LPG के दामों को लेकर विपक्ष के तमाम आरोपों के बीच PM मोदी ने कहा था कि इस समय हम एक ऐसे जगह पर है जहाँ पर कोरोना काल के बाद विश्व एक नए वर्ल्ड आर्डर की तरफ अग्रसर है। ये एक ऐसा टर्निंग पॉइंट है कि हम लोगों को एक भारत के रूप में इस अवसर को गँवाना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि इस परिप्रेक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ अपने आप में एक प्रेरक अवसर है और उस प्रेरक अवसर और नए संकल्पों को लेकर देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा, तब तक हम पूरे सामर्थ्य से, पूरी शक्ति से, पूरे संकल्प से देश को उच्चतम स्तर पर लेकर पहुँचेंगे। PM मोदी ने कहा कि पहले गैस कनेक्शन स्टेटस सिंबल हुआ करता था, लेकिन अब गरीब से गरीब व्यक्ति तक इसकी पहुँच है और यह बहुत खुशी की बात है।
2) विष्णु पुराण से नहीं सुनना तो नेहरु जी का उल्लेख ही सुन लीजिये –
अपने भाषण के दौरान PM मोदी ने विष्णु पुराण के कुछ पद्यों का उल्लेख किया था। अब विपक्ष तो ठहरी सनातन विरोधी, सो वो तो विष्णु पुराण का विरोध करने लगे। इसपर नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ठीक है, हम नेहरु जी का उल्लेख करेंगे, लेकिन विपक्ष को क्या पता था कि वे अपनी ही शामत को न्योता दे रहे हैं!
3) कोरिया युद्ध का हवाला देकर महंगाई को उचित ठहराना –
अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस की आपत्तियों को ध्यान में रखते कहा कि उन्होने नेहरु का उल्लेख नहीं किया है, पर अब वे करेंगे, और फिर उन्होंने उजागर किया कि कैसे प्रधानमंत्री नेहरु ने 1950-53 तक चले कोरिया युद्ध का हवाला देते हुए भारत में खाद्य वस्तुओं की बढ़ती महंगाई को उचित ठहराया था।
This was what then PM Nehru said on rising 'Inflation'. Period.pic.twitter.com/bMBPLnIrW7
— Avinash Srivastava 🇮🇳 (@go4avinash) February 7, 2022
4) आइना मत दिखाइए, वे आईने को भी तोड़ देंगे –
जब राहुल गाँधी ने मोदी सरकार को कथित तौर पर घेर लिया था, तब उन्हें एक ‘आक्रामक’, ‘प्रतिभाशाली’ नेता के रूप में प्रदर्शित किया जा रहा था, जो कभी भी PM मोदी को चित्त कर सकते हैं। परन्तु PM मोदी ने भी कच्ची गोलियां नहीं खेली, और वो तुरंत राहुल गाँधी की कमज़ोर नब्ज़ पकड़ते हुए बोल पड़े, “वो दिन को रात बोले तो मान लीजिये, वरना दिन में भी नकाब ओढ़ लेंगे, उन्हें आइना मत दिखाइये, वो आइना भी तोड़ देंगे!” –
उन्हें आईना मत दिखाओ, वो आईने को भी तोड़ देंगे: प्रधानमंत्री श्री @narendramodi pic.twitter.com/NzxsuANdyM
— Kapil Mishra (Modi Ka Pariwar) (@KapilMishra_IND) February 7, 2022
5) आप इसलिए देश में मजाक का विषय हैं क्योंकि आप मेरे विरोध के नाम पर देशवासियों की प्रतिभा का मज़ाक उड़ा रहे हैं –
जब राहुल गाँधी ने बोला कि ‘मेक इन इंडिया’ कभी सफल हो ही नहीं सकता, उसपर पीएम मोदी ने व्यंग्य भी दिखाया और क्रोध भी। उन्होंने कहा, “वो कहते हैं मेक इन इंडिया हो ही नहीं सकता, बताइए इसमें आनंद मिल रहा है इन्हें। यही कारण है कि आप पूरे देश में उपहास का विषय बन गए हैं” –
6) हमारा काँटा 2014 में क्यों अटका हुआ है? –
PM मोदी ने भाषण में आगे यह भी कहा कि आजादी के इतने सालों के बाद गरीब के घर में रोशनी होती है, तो उसकी खुशियाँ देश की खुशियों को ताकत देती हैं। उनके अनुसार, “गरीब के घर में गैस का कनेक्शन हो, धुएँ वाले चूल्हे से मुक्ति हो तो उसका आनंद कुछ और ही होता है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य ये है कि आपमें से बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका काँटा 2014 में अटका हुआ है और उससे वो बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, और अंत में उसका नतीजा भी आपको भुगतना पड़ा है।”
7) कांग्रेस की गजब बेइज्जती –
PM मोदी इतने पर नहीं रुके उन्होंने भाषण में याद दिलाया कि नागालैंड के लोगों ने आखिरी बार 1998 में कॉन्ग्रेस के लिए वोट किया था, करीब 24 साल हो गए। ओडिशा ने 1995 में इस पार्टी के लिए वोट किया था, 27 साल हो गए उसे वहाँ एंट्री नहीं मिली। इसी तरह गोवा में 1994 में पूर्ण बहुमत के साथ कॉन्ग्रेस जीती थी, 28 साल से गोवा ने इस पार्टी को स्वीकार नहीं किया है।
8) ये तो कुछ भी नहीं है –
एक बार PM मोदी जब भाषण में अपने व्यंग्यात्मक बाण छोड़ने प्रारंभ करते हैं, तो फिर वे रुकते नहीं। महाराष्ट्र सरकार की ताबड़तोड़ धुलाई करते हुए उन्होंने बोला, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया कि कैसे कॉन्ग्रेस पार्टी ने मुंबई में रह रहे श्रमिकों को डरा कर यूपी-बिहार भेजा। इसके लिए फ्री में टिकट तक दिया गया। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे इन मजदूरों को ‘महाराष्ट्र का बोझ’ बता कर वापस भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि सदन बात का साक्षी है कि कोरोना से जो स्थितियाँ उत्पन्न हुई, उससे निपटने के लिए भारत ने जो भी रणनीति बनाई उसको लेकर पहले दिन से क्या-क्या नहीं कहा गया है।” उन्होंने ये भी याद किया कि दुनिया के और लोगों से बड़ी-बड़ी कॉन्फ्रेंस करके ऐसी बातें बुलवाई गई ताकि पूरे विश्व में भारत बदनाम हो। इससे अभी विपक्ष के क्या हाल है, आप स्वयं सोशल मीडिया पर देख सकते हैं।”
9) स्वदेशी से घृणा क्यों?
PM मोदी ने भाषण में स्वदेशी से घृणा पर भी विपक्ष को जमकर धोया। उन्होंने पूछा कि विपक्षी दल ‘वोकल फॉर लोकल’ का विरोध क्यों कर रहे हैं? उन्होंने बताया कि कैसे योग और ‘फिट इंडिया’ का भी विपक्ष ने मजाक बनाया था। PM Modi के अनुसार जहाँ समझ से अधिक समर्पण होता है, वहाँ अर्पण करने की ताकत होती है। PM मोदी ने कहा कि, “बीते 2 सालों में 100 साल का सबसे बड़ा वैश्विक महामारी का संकट पूरी दुनिया की मानव जाति झेल रही है और जिन्होंने भारत के अतीत के आधार पर ही भारत को समझने का प्रयास किया, उनको तो आशंका थी कि शायद भारत इतनी बड़ी लड़ाई नहीं लड़ पाएगा, खुद को बचा नहीं पाएगा।”
10) COVID से लड़ाई में भारत सबसे प्रभावी –
इसी विषय पर आगे बात करते हुए PM मोदी ने बताया कि, “आज ‘मेड इन इंडिया’ कोविड वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी है। आज भारत शत-प्रतिशत पहली डोज के लक्ष्य के निकट पहुँच रहा है और लगभग 80% सेकंड डोज का पड़ाव भी पूरा कर लिया है। भारत सरकार ने ये सुनिश्चित किया कि 80 करोड़ नागरिकों को महामारी के दौरान मुफ्त में राशन उपलब्ध कराया जाए और अब भी कराया जा रहा है। हमारी प्रतिबद्धता है कि कोई भारतीय भूखा न रहे। क्या आप नहीं चाहते कि देश आत्मनिर्भर बनें, जिस महात्मा गांधी के आदर्शों की बात करते हैं, तो इस अभियान (Vocal For Local) को ताकत देने में आपका क्या जाता है। गाँधी जी के स्वदेशी के निर्णय को आगे बढ़ाइए।”
ऐसे में PM मोदी ने एक भाषण में न केवल विपक्ष को ये सूचित किया कि वे किस मिट्टी के बने हैं, अपितु कुछ ऐसे लोगों को भी बिना कहे एक स्पष्ट सन्देश दिया, जिन्हें प्रतीत होता है कि PM मोदी से अधिक उन्होंने इस देश के लिए किया है। अब PM मोदी हमेशा की भांति सबको चारों खाने चित्त करके निकल लिए और विपक्ष हंसी का पत्र बन गया।
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