राजतिलक की करो तैयारी, आ रहे हैं भगवाधारी बेहद प्रचलित हो चुके इस नारे को उत्तर प्रदेश चुनाव में लोग योगी आदित्यनाथ के संदर्भ में लगाने लगे हैं। देश में अपनी एक अलग छवि बना चुके योगी आदित्यनाथ आज हर हिंदू के दिल में अपनी जगह बना चुके हैं। योगी वो राजनीतिज्ञ हैं, जिनकी आप प्रशंसा करो या आलोचना, वो आपके ऊपर है, परन्तु आप उन्हें अस्वीकार नहीं कर सकते। अब वो धीरे-धीरे राजनीतिक रूप से न केवल मजबूत होते जा रहे हैं, बल्कि आगामी भविष्य में पीएम मोदी के बाद के नेतृत्वकर्ता के तौर पर उन्हें देश में ख्याति भी मिलने लगी है। इसी बीच भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भविष्य में योगी आदित्यनाथ को देश के प्रधानमंत्री बनाए जाने को लेकर संकेत दे दिए हैं। उन्होंने यह लगभग स्पष्ट कर दिया है कि मोदी के बाद तो योगी ही आएंगे।
अमित शाह ने कही ये बात
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लगभग अपने अंतिम चरण की ओर है, 5 चरण पूर्ण हो चुके हैं, शेष दो पर मतदान बाकी है। आगामी 10 मार्च को जनता के फैसले सबके सामने होंगे। ऐसे में यदि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलता है, तो निस्संदेह यह योगी के चेहरे और उनके काम के प्रति लोगों की स्वीकृति होगी। बताया तो यह भी जा रहा है कि इस विधानसभा चुनाव से यह भी स्पष्ट हो जाएगा कि योगी का भविष्य केंद्र में कैसे स्थापित हो सकता है। हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह से एक इंटरव्यू में पूछा गया कि “क्या योगी पीएम पद के दावेदार बनने की ओर अग्रसर हैं?” जिस पर शाह ने बेबाकी से अपनी राय रखते हुए कहा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भविष्य के प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में देखना ‘स्वाभाविक’ है। उन्होंने योगी के मुख्यमंत्री रहते हुए किये गए विकास कार्यों का हवाला देते हुए यह बात कही।
लोगों द्वारा योगी को भविष्य का पीएम उम्मीदवार बताये जाने के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा, “स्वाभाविक रूप से। इतने सालों के बाद उनके अधीन इतना काम हुआ है। यूपी को 30 मेडिकल कॉलेज मिले हैं…. राज्य में दो एम्स हैं जबकि जापानी इंसेफेलाइटिस के लिए एक शोध केंद्र भी बनाया गया है। भाजपा सरकार ने 10 नए विश्वविद्यालय बनाए, 77 नए कॉलेज खोले। हमारी सरकार ने पूरे उत्तर प्रदेश में 1.40 लाख कॉलेजों का पुनर्निर्माण और पुनर्विकास भी किया है।”
ऐसे में योगी के नाम पर जहां अब अमित शाह उनकी उपलब्धियां गिनाकर, उन्हें वास्तव में भविष्य के पीएम के तौर पर देख रहे हैं तो यह स्वयं योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली ही है, जो उन्हें आज पीएम मैटेरियल बना पाई है। यह ऐसे ही नहीं है, कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं जिनसे इस बात की पुष्टि भी होती है कि क्यों योगी को पीएम मोदी के बाद देश के पीएम के तौर पर अभी से देखा जाने लगा है।
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योगी में हैं पीएम मोदी वाले गुण
निस्संदेह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश की जनता जो कुछ भी उम्मीद करती है, वो उसपर खरे उतरते हैं। ऐसा ही योगी आदित्यनाथ के सन्दर्भ में प्रत्यक्ष दिखाई पड़ता है, जहां उनकी वाकपटुता और नेतृत्वशैली से लोग स्वयं को जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। यहीं चीजें एक नेता को सर्वप्रिय और सर्वस्पर्षी बनाती हैं और इसका कण-कण योगी आदित्यनाथ में बिल्कुल पीएम नरेन्द्र मोदी जैसा ही है।
यह सभी को पता है कि जो भी देश के पीएम से लोग जो भी अपेक्षा रखते हैं, फिर चाहे वो कड़े फैसलों को लेने और कड़ाई से लागू करने की बात हो या फिर तुष्टिकरण को तोड़ने की, यह सभी तत्व लेश मात्र भी योगी के भीतर इधर से उधर नहीं है। राज्य की कानून व्यवस्था इसका सबसे बड़ा उदहारण है। जिस प्रकार पीएम मोदी सही और कड़े फैसले लेने का माद्दा रखते हैं, योगी आदित्यनाथ ठीक उसी ढंग से राज्य के शासन को चलाने का सबसे बड़ा उदाहरण पेश कर चुके हैं।
नेता की स्वीकार्यता उसके राजनीतिक कद और रसूख के अतिरिक्त जमीन पर लोगों के मन से भी भांपी जाती है और योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के सीएम बनते ही अपने इस पड़ाव को भी बड़ी आसानी से पार कर लिया। अपने दृढ़संकल्प और इच्छाशक्ति के कारण वो राज्य की जनता के समक्ष भगवा वस्त्र ओढ़े एक श्रमजीवी के तौर पर सबको दिखे हैं। उनके राजशाही परिवार से न होने और एक त्यागी संन्यासी होने वाली छवि ने उनकी लोकप्रियता को इतना बल दिया कि पश्चिम देशों के भी बड़े-बड़े नेता कांप उठे कि ऐसा कौनसा नेता है जो जनता के बीच अपने राज्य ही नहीं, अपितु वैश्विक स्तर पर अपना लोहा मनवा रहा है।
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पीएम मोदी की छत्रछाया में ग्रूम हो रहे हैं योगी
यह शास्वत सत्य है कि हीरे की परख जौहरी को ही होती है, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस दिन योगी आदित्यनाथ के कंधे पर अपना हाथ रख दिया था, उसी दिन आधे भ्रमजाल समाप्त हो गए थे। पीएम मोदी स्वयं एक कर्मवीर नेता हैं और विकट परिस्थितियों में कैसे एक परिपक्व नेता बन सारे विघ्नों से पार पा सकते है यह उनसे बेहतर कौन ही जानेगा। पीएम मोदी को हूबहू वैसी ही गुणवत्ता और विशिष्ट गुण योगी आदित्यनाथ में दिखती है और इतना ही काफी है, पीएम मोदी को अपने उत्तराधिकारी की तलाश पूर्ण करने के लिए। दूसरी ओर योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली से अमित शाह भी काफी प्रसन्न हैं, जो उनके साक्षात्कार के दौरान भी देखने को मिला। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि भविष्य के पीएम के लिए योगी आदित्यनाथ के नाम को हरी झंडी दी जा चुकी है। योगी यूपी पर तो अपने सरकारी कार्यप्रणाली का गहरा प्रभाव छोड़ ही रहे हैं, आगामी भविष्य के लिए पीएम मोदी की छत्रछाया में ग्रूम भी हो रहे हैं।