अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सदैव अपनी मुखरता के लिए जाने जाते रहे हैं, फिर चाहे वो भारत का साथ देने से लेकर पाकिस्तान की गलतियों पर दो टूक बात रखनी हो या अन्य कोई भी मुद्दा हो, ट्रंप की एक स्पष्ट लाइन है कि “उन्हें कोई न छेड़े, यदि छेड़ दिया तो वो उन्हें नहीं छोड़ेंगे।” इन दिनों ट्रंप की एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें वो रूस-यूक्रेन मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते दिख रहे हैं। साथ ही वायरल हो रही वीडियो क्लिप में रूस-यूक्रेन मुद्दे पर बाइडन प्रशासन को घेरते हुए उन्होंने कई ऐसी बातें कही है, जो आपको भी जाननी चाहिए।
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप अपने संबोधन के माध्यम से अमेरिकी जनता समेत पूरे विश्व को संदेश दे रहे थे, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि “मैं 21वीं सदी का एकमात्र अमेरिकी राष्ट्रपति हूं, जिसकी निगरानी में रूस ने दूसरे देश पर आक्रमण नहीं किया।” रूस-यूक्रेन विवाद पर डोनाल्ड ट्रंप ने खुलकर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि “बुश के शासन के तहत रूस ने जॉर्जिया पर आक्रमण किया। ओबामा के तहत, रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया और अब बाइडन के कार्यकाल में, रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया।” उससे पहले, ट्रंप ने पुतिन की प्रशंसा की और उन्हें “प्रतिभाशाली” और “बहुत समझदार” बताया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें यूक्रेनियन के साथ सहानुभूति है।
Where's the lie? pic.twitter.com/xyNPGEpPyw
— Ajit Datta (@ajitdatta) February 28, 2022
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कमजोर है अमेरिका का राष्ट्रपति- ट्रंप
ट्रंप अपने संबोधन में इतने भावविभोर हो गए कि उन्होंने बीते राष्ट्रपति चुनाव में हुई धांधली का ज़िक्र करते हुए कहा, “जैसा कि हर कोई समझता है, अगर हमारे चुनाव में धांधली नहीं होती और अगर मैं राष्ट्रपति होता तो यह भयानक आपदा कभी नहीं होती।” असली समस्या यह है कि हमारे नेता गूंगे हैं। ट्रंप ने पुतिन का उल्लेख करते हुए कहा, “दुनिया हमेशा सुरक्षित होती है, जब अमेरिका के पास एक मजबूत राष्ट्रपति होता है और वहीं दुनिया सदैव खतरे में रहती है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति एक कमजोर होता है।” फ्लोरिडा में CPAC की एक सभा में ट्रंप की टिप्पणी संयुक्त राज्य अमेरिका और सहयोगियों द्वारा व्यापक नए प्रतिबंधों की घोषणा करने के कुछ घंटों बाद आई, जो कुछ रूसी बैंकों को मुख्य वैश्विक भुगतान प्रणालियों से दूर कर देगा और रूबल का समर्थन करने के लिए रूस के केंद्रीय बैंक की क्षमता को सीमित कर देगा। दुनिया की सबसे बड़ी सभा के रूप में खुद को पेश करने वाले एक कार्यक्रम में एक उत्साही भीड़ को संबोधित करते हुए, ट्रंप ने डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडन को आड़े हाथों लेने के लिए अपने भाषण का इस्तेमाल किया।
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बुश-ओबामा और बाइडन तीनों रडार पर
रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर ट्रंप ने कोई भी तंज या आक्रामक बयान नहीं दिया, पर यह अवश्य बता दिया कि स्वयं को तथाकथित डेमोक्रेट कहने से कुछ नहीं होता, यदि वे इतने ही प्रभावशाली होते तो इतिहास के पन्नों पर अमेरिका के माथे ऐसे दाग लगते ही नहीं, जो आज यूक्रेन-रूस विवाद के कारण लग रहे हैं। ट्रंप ने दो टूक संदेश देते हुए कहा कि बुश-ओबामा और बाइडन तीनों के शासनकाल में आक्रमण हुए और इसपर हर कोई अपनी बात बोलने से बच रहा है। परंतु, यह ट्रंप का लंबी गोटी खेलने वाला ही पासा है, जो वो वर्ष 2024 के राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए स्वयं अर्जुन की भांति मछली की आँख को केंद्र मानकर सत्ता की कुर्सी पर अपनी दावेदारी का निशाना लगा रहे हैं।