सांच को आंच क्या, सच को कितना भी दबा लीजिए वो स्वयं बाहर आ जाता है। “तुम जितने अफ़ज़ल मारोगे, हर घर से अफ़ज़ल निकलेगा, भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशाल्लाह-इंशाल्लाह ! ऐसे नारे लगाने वाले आज नूपुर शर्मा को गालियां, फतवे और सर कलम कर देने की बातों से धमका रहे हैं, क्यों? क्योंकि नूपुर ने एक टीवी डिबेट में अपनी बात रखी जिसके बाद यह जिहादी गैंग नूपुर शर्मा को मारने के लिए आतुर हो गया। भाजपा के एक कदम ने तो इन जिहादियों को और बल दे दिया जब नूपुर को पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया। इस लेख में जानेंगे कि कैसे सत्य प्रताड़ित हो सकता है पराजित नहीं’ वाले तर्ज पर नौटंकीबाज कट्टरपंथियों द्वारा वैश्विक आलोचना किए जाने के बाद अब उसी वैश्विक स्तर पर नूपुर शर्मा को समर्थन मिलना शुरू हो गया है जोकि कोई साधारण बात नहीं है।
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नीदरलैंड के सांसद का नूपुर शर्मा को समर्थन
पैगंबर मोहम्मद के बारे में अपने बयानों के लिए इस्लामिक राष्ट्रों से बड़े पैमाने पर प्रतिक्रिया और आतंकवादी संगठन अल कायदा की धमकी के बीच, पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा को नीदरलैंड के एक दूर-दराज के नेता और सांसद गीर्ट वाइल्डर्स का समर्थन मिला है। दरअसल, डच सांसद ने भारतीयों से एक चीज कभी नहीं करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि “ऐसा कभी न करें कि आप सब अल कायदा जैसे इस्लामी आतंकवादियों के आगे झुक जाओ क्योंकि वे बर्बरता का प्रतिनिधित्व करते हैं।” यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि नुपुर शर्मा सच कह रही थीं और इस्लामी देशों के गुस्से को गीर्ट वाइल्डर्स ने “हास्यास्पद” भी करार दिया।
यह सत्य है कि जब तक हम अपनी शक्ति को नहीं भांप सकते तब तक हम शक्तिशाली बनने की सोच भी नहीं सकते। जिस प्रकार गल्फ राष्ट्रों से नूपुर शर्मा का भद्दा एकमत विरोध सभी ने देखा यह उनका सबसे बड़ा शक्ति का स्त्रोत था। यह शक्ति भारत में आते-आते जवाब दे जाती है क्योंकि यहां तथाकथित सेक्युलरिज़्म के उपासकों की कमी नहीं है। वो इस सेक्युलरिज़्म के लिए घर बेच दें पर सत्य के साथ खड़े होने में इनकी जड़ें हिल जाती हैं। यह सीख और कोई नहीं सांसद गीर्ट वाइल्डर्स ही देते हैं कि जिस व्यक्ति से कोई सरोकार नहीं, जिस देश की राजनीति से उस व्यक्ति को कोई मतलब नहीं वो व्यक्ति आकर नूपुर शर्मा के समर्थन में खड़ा है और न केवल खड़ा है, तथ्य और शाश्वत सत्य बताने की हिम्मत तक कर देता है।
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‘नूपुर शर्मा का बचाव करने में गर्व करें’
एक ट्वीट के माध्यम से सांसद गीर्ट वाइल्डर्स ने कहा कि “तुष्टिकरण कभी काम नहीं करता। यह केवल चीजों को और खराब करेगा। इसलिए भारत के मेरे प्यारे दोस्तों, इस्लामिक देशों से डरो मत। स्वतंत्रता के लिए खड़े हों और अपने राजनेता #NupurSharma का बचाव करने में गर्व करें और दृढ़ रहें।” ऐसा बयान तमाचा है उनके लिए जिन्होंने एक बार में नूपुर शर्मा को आरोपी घोषित कर दिया। लेकिन वहीं एक तरफ गीर्ट वाइल्डर्स जैसे राजनेता भी हैं जो इन इस्लामिक जिहादियों की मिट्टी पलीद करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने विरोध करने वाले राष्ट्रों को “पाखंडी” कहा, यह कहते हुए कि उनके पास कोई लोकतंत्र, कानून का शासन या स्वतंत्रता नहीं थी।
Appeasement never works. It’ll only make things worse.
So my dear friends from India, don’t be intimidated by islamic countries. Stand up for freedom and be proud and steadfast in defending your politician #NupurSharma @NupurSharmaBJP who spoke the truth about Muhammad.— Geert Wilders (@geertwilderspvv) June 6, 2022
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दरअसल, गीर्ट नीदरलैंड के एक दूर-दराज़ नेता हैं। वह पार्टी फॉर फ्रीडम के संस्थापक हैं, जो देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है और वो 1998 से प्रतिनिधि सभा में इसके नेता हैं। वाइल्डर्स इस्लाम की आलोचना के लिए जाने जाते हैं। वाइल्डर्स इस्लाम के एक मुखर आलोचक रहे हैं और कट्टरता पर उनका रुख सदा से ही स्पष्ट रहा है।
ऐसे में यह तो सिद्ध हो गया कि “हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए” इस कथन के अनुसार अब गीर्ट वाइल्डर्स के शुरुआती बयान ने वैश्विक आलोचना के बाद वैश्विक समर्थन के भी द्वार खोल दिए हैं जो निस्संदेह एक बड़ा कदम है। ऐसे समय में यदि कट्टरपंथी अपनी फ़र्ज़ी एकता का महिमामंडन कर रहे हैं तो समय यही है कि नूपुर शर्मा के समर्थन में भी भारतीयों को आगे आना ही चाहिए।
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