TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मालेगांव मामले में विहिप का हमला: कांग्रेस बताए निर्दोषों को क्यों फंसाया गया?

    मालेगांव मामले में विहिप का हमला: कांग्रेस बताए निर्दोषों को क्यों फंसाया गया?

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आधार स्वयंसेवक

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आधार स्वयंसेवक

    पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    Exclusive : पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    ट्रंप ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बताया ‘डेड’- राहुल गांधी ने ट्रंप की भारत विरोधी टिप्पणी का किया समर्थन

    ट्रंप ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बताया ‘डेड’- राहुल गांधी ने ट्रंप की भारत विरोधी टिप्पणी का किया समर्थन

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    ट्रंप के टैरिफ ऐलान पर भारत का पलटवार, राष्ट्रीय हित सर्वोपरित: पीयूष गोयल

    ट्रंप के टैरिफ ऐलान पर भारत का पलटवार, राष्ट्रीय हित सर्वोपरि: पीयूष गोयल

    "ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट"

    “ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट”

    तेजी से बढ़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था-आईएमएफ ने FY26 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.4% किया

    तेजी से बढ़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था-आईएमएफ ने FY26 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.4% किया

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    Exclusive : पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    10 से 14 अगस्त तक चलेगी BJP की तिरंगा यात्रा- हरियाणा में तिरंगा यात्रा के लिए BJP ने समिति बनाई

    10 से 14 अगस्त तक चलेगी BJP की तिरंगा यात्रा- हरियाणा में तिरंगा यात्रा के लिए BJP ने समिति बनाई

    "भारत ने फिर दिखाया सैन्य दम, 'प्रलय' मिसाइल से दुश्मन रडारों का सफाया तय"

    “भारत ने फिर दिखाया सैन्य दम, ‘प्रलय’ मिसाइल से दुश्मन रडारों का सफाया तय”

    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    "निसार लॉन्च को तैयार: इसरो-नासा की साझेदारी से उभरा सबसे उन्नत रडार उपग्रह"

    “निसार लॉन्च को तैयार: इसरो-नासा की साझेदारी से बना सबसे उन्नत रडार उपग्रह”

    "ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट"

    “ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मालेगांव मामले में विहिप का हमला: कांग्रेस बताए निर्दोषों को क्यों फंसाया गया?

    मालेगांव मामले में विहिप का हमला: कांग्रेस बताए निर्दोषों को क्यों फंसाया गया?

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आधार स्वयंसेवक

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आधार स्वयंसेवक

    पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    Exclusive : पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    ट्रंप ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बताया ‘डेड’- राहुल गांधी ने ट्रंप की भारत विरोधी टिप्पणी का किया समर्थन

    ट्रंप ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बताया ‘डेड’- राहुल गांधी ने ट्रंप की भारत विरोधी टिप्पणी का किया समर्थन

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    ट्रंप के टैरिफ ऐलान पर भारत का पलटवार, राष्ट्रीय हित सर्वोपरित: पीयूष गोयल

    ट्रंप के टैरिफ ऐलान पर भारत का पलटवार, राष्ट्रीय हित सर्वोपरि: पीयूष गोयल

    "ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट"

    “ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट”

    तेजी से बढ़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था-आईएमएफ ने FY26 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.4% किया

    तेजी से बढ़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था-आईएमएफ ने FY26 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.4% किया

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    Exclusive : पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    10 से 14 अगस्त तक चलेगी BJP की तिरंगा यात्रा- हरियाणा में तिरंगा यात्रा के लिए BJP ने समिति बनाई

    10 से 14 अगस्त तक चलेगी BJP की तिरंगा यात्रा- हरियाणा में तिरंगा यात्रा के लिए BJP ने समिति बनाई

    "भारत ने फिर दिखाया सैन्य दम, 'प्रलय' मिसाइल से दुश्मन रडारों का सफाया तय"

    “भारत ने फिर दिखाया सैन्य दम, ‘प्रलय’ मिसाइल से दुश्मन रडारों का सफाया तय”

    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    "निसार लॉन्च को तैयार: इसरो-नासा की साझेदारी से उभरा सबसे उन्नत रडार उपग्रह"

    “निसार लॉन्च को तैयार: इसरो-नासा की साझेदारी से बना सबसे उन्नत रडार उपग्रह”

    "ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट"

    “ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

भारत की SLV-3 से विश्व स्तरीय GSLV Mk III तक सफल यात्रा की कहानी

बैलगाड़ी से GSLV तक भारत ने गाड़े है सफलता के झंडे !

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
15 June 2022
in चर्चित
एसएलवी-3 to world-class GSLV Mk III

Source.in

Share on FacebookShare on X

20 नवंबर 1967 को भारत में विकसित पहला रॉकेट, RH-75(ROHINI-75), थुम्बा इक्वेटोरियल रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन (TERLS) से लॉन्च किया गया। थुम्बा को इसलिए चुना गया क्योंकि यह चुंबकीय भूमध्य रेखा के करीब है इसलिए हमारे वैज्ञानिकों को इस कार्यक्रम के लिए एक आदर्श स्थान लगा। किन्तु, गर्व तो इस बात का था की RH-75 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा विकसित किया गया था। पहले और दूसरे रॉकेट क्रमशः रूस और फ्रांस से आयात किए गए थे। अतः, 1963 में इसके प्रक्षेपण ने भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत को चिह्नित किया।

यह भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित रॉकेट है। इसे साउंडिंग रॉकेटों की “रोहिणी” श्रृंखला के अंतर्गत बनाया गया था। इस श्रृंखला में पहला रॉकेट 1963 में लॉन्च किया गया था। पहले और दूसरे रॉकेट क्रमशः रूस और फ्रांस से आयात किए गए थे। हम में से बहुत से लोग अपने ही राष्ट्र की आलोचना करने में इतने व्यस्त हैं कि हम पिछले कुछ वर्षों में भारत में हुए जबरदस्त विकास को नजरअंदाज कर देते हैं।बुनियादी ढांचा हो, स्वास्थ्य हो, अर्थव्यवस्था हो चाहे रणनीति हो, दुनिया अब भारत की ताकत को पहचानने लगी है। भारत का ऐसा प्रभाव ऐसा है कि यह वैश्विक राजनीति का केंद्र बन गया है। हालाँकि, एक पहलू ऐसा भी है जिस पर लोग अक्सर चर्चा नहीं करते हैं। यह भारत के एसएलवी-3 से विश्व स्तरीय जीएसएलवी एमके III तक भारत की राकेट यात्रा है। निश्चित रूप से, हर भारतीय इस पुनीत यात्रा का हिस्सा बनने पर गर्व करेगा।

संबंधितपोस्ट

ट्रंप के टैरिफ ऐलान पर भारत का पलटवार, राष्ट्रीय हित सर्वोपरि: पीयूष गोयल

“भारत ने फिर दिखाया सैन्य दम, ‘प्रलय’ मिसाइल से दुश्मन रडारों का सफाया तय”

“निसार लॉन्च को तैयार: इसरो-नासा की साझेदारी से बना सबसे उन्नत रडार उपग्रह”

और लोड करें

और पढ़ें: ISRO ने शुरू किया प्रोजेक्ट ‘नेत्र’, अब अंतरिक्ष में उपग्रहों को डेब्रीज से नहीं पहुंचेगा नुकसान

भारत का पहला उपग्रह और सोवियत संघ

भारत ने 47 साल पहले देश के इतिहास में सबसे गौरवपूर्ण क्षण तब देखा जब 19 अप्रैल 1975 को भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह आर्यभट्ट लॉन्च किया गया था। इसे कॉसमॉस-3 एम लॉन्च वाहन का उपयोग कर के सोवियत रॉकेट लॉन्च और विकास स्थल कपुस्टिन यार्ड से लॉन्च किया गया था। भारतीय उपग्रह कार्यक्रम के स्वप्नों ने 1970 के दशक की शुरुआत में आकार लेना शुरू किया। डॉ. यू आर राव के निर्देशन में 100 किलोग्राम का एक उपग्रह डिजाइन किया गया था। तत्कालीन इसरो अध्यक्ष एम.जी.के. मेनन ने फरवरी 1972 में त्रिवेंद्रम में सोवियत संघ के साथ एक समझौता किया।

समझौते के अनुसार, यूएसएसआर को जहाजों पर नज़र रखने और जहाजों को लॉन्च करने के लिए भारतीय पोर्टलों का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी और बदले में भारत विभिन्न उपग्रहों को लॉन्च कर सकता था। उपग्रह डिजाइन के लिए शुल्क लगभग 3.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर, साथ ही अन्य शुल्क $ 1.3 मिलियन देने होते थे। यह उस समय के लिए बहुत बड़ा खर्च था। आर्यभट्ट का प्रक्षेपण सफल रहा। और इसने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा क्योंकि उस समय, प्रमुख अंतरिक्ष शक्तियों को स्वदेशी उपग्रह बनाने की भारत की संभावनाओं में कोई विश्वास नहीं था।

भारत का अपना प्रक्षेपण यान एसएलवी-3

हालाँकि, भारत अपने प्रयोगों के लिए सोवियत संघ पर निर्भरता पसंद नहीं करता था। इस प्रकार, इसने अपने स्वयं के प्रक्षेपण यान को विकसित करने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस परियोजना का उद्देश्य अंतरिक्ष में उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए आवश्यक तकनीकी क्षमताओं को विकसित करना है।अंतत: 18 जुलाई 1980 को भारत का पहला प्रायोगिक उपग्रह प्रक्षेपण यान एसएलवी-3 लॉन्च किया गया।

एसएलवी-3 22 मीटर की ऊंचाई के साथ 17 टन वजन का एक ठोस, चार चरण वाला वाहन था, और लो अर्थ ऑर्बिट (एलईओ) में 40किलो वर्ग के पेलोड रखने में सक्षम था। कथित तौर पर, इसे श्रीहरिकोटा रेंज (SHAR) से लॉन्च किया गया था जबकि रोहिणी उपग्रह, RS-1, को कक्षा में रखा गया था। एसएलवी-3 के प्रक्षेपण के साथ, भारत ऐसा करनेवाला छठा सदस्य बन गया। हालांकि, अगस्त 1979 में एसएलवी-3 की पहली प्रायोगिक उड़ान पूरी तरह से सफल नहीं रही थी। एसएलवी परियोजना के सफल प्रक्षेपण ने एएसएलवी, पीएसएलवी और जीएसएलवी जैसी अधिक उन्नत प्रक्षेपण यान परियोजनाओं का मार्ग प्रशस्त किया।

और पढ़ें: स्पेस इंडस्ट्री का शुभारंभ अंतरिक्ष उद्यम के निजीकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है

एएसएलवी का प्रक्षेपण

एसएलवी-3 के बाद, भारत ने अपना ऑगमेंटेड सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (ASLV) प्रोग्राम लॉन्च किया। 40 टन भारोत्तोलन भार के साथ, 24 मीटर ऊँचे एएसएलवी को 150 किलो वर्ग के उपग्रहों को 400 किमी वृत्ताकार कक्षाओं में परिक्रमा करने के मिशन के साथ, पाँच चरण, पूर्ण-ठोस प्रणोदक वाहन के रूप में कॉन्फ़िगर किया गया था। इसे लो अर्थ ऑर्बिट्स (LEO) के लिए पेलोड क्षमता को 150 किलोग्राम तक बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया था, जो एसएलवी-3 से तीन गुना है।

एसएलवी-3 मिशनों से प्राप्त अनुभव से सीखते हुए, एएसएलवी स्ट्रैप-ऑन टेक्नोलॉजी, इनर्शियल नेविगेशन, बल्बस हीट शील्ड, वर्टिकल इंटीग्रेशन जैसे भविष्य के लॉन्च वाहनों के लिए महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने और मान्य करने के लिए एक कम लागत वाला मध्यवर्ती वाहन बन गया। विशेष रूप से, एसएलवी-3 में दो पेलोड थे, गामा रे बर्स्ट (जीआरबी) प्रयोग और रिटार्डिंग पोटेंशियो एनालाइज़र (आरपीए). इसने सात साल तक काम किया।

तब से भारत ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा

भारत ने अपनी यात्रा शुरू कर दी थी और अब वह पीछे मुड़कर देखने को तैयार नहीं था। इस प्रकार, अपनी शानदार खगोलीय यात्रा की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए भारत ने जल्द ही अपना पहला संचार उपग्रह APPLE लॉन्च किया। पहले, भारत ने पहली भूस्थैतिक प्रायोगिक संचार उपग्रह परियोजना शुरू की और फिर 1981 में Apple को लॉन्च किया गया। लॉन्च के पीछे की कहानी ने इसे और भी खास बना दिया है। APPLE को फ्रांस के गुयाना स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था, जो अपने आप में अद्भुत है क्योंकि लॉन्च होने से पहले इसे बैलगाड़ी पर ले जाया जाता था। इसकी एक कालजयी फोटो अभी भी आप नेट पर देख सकते हैं। भारत, अब क्रायोजेनिक रॉकेट-इंजन तकनीक की तलाश में था और इसके लिए वह रूस पर निर्भर था। अमेरिका जबकि यह दावा कर रहा था कि क्रायोजेनिक इंजन प्रौद्योगिकी प्राप्त करने में भारत के गुप्त सैन्य उद्देश्य हैं।

इस प्रकार, अमेरिकी सीनेट की विदेश संबंध समिति ने रूस के $24 बिलियन की अंतर्राष्ट्रीय सहायता पर एक शर्त लगा दी। रूस को यह सहायता प्रदान करने की प्रथम शर्त यह थी की मास्को भारत के साथ $250 मिलियन का क्रायोजेनिक सौदा नहीं करेगा सौदे के साथ आगे बढ़ता है। रूस को अमेरिकी सहायता में संशोधन करने वाले व्यक्ति स्वयं जो बिडेन थे। अंतत:, अमेरिका ने मास्को को भारत को सात क्रायोजेनिक इंजन की आपूर्ति करने की अनुमति दी। लेकिन किसी भी प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की अनुमति नहीं दी गई, जिससे भारत के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशन को नुकसान पहुंचा। 28 साल बाद, अमेरिका ने महसूस किया कि उसे बिडेन के प्रयासों की भारी कीमत चुकानी पड़ी है, क्योंकि भारत ने एसएलवी 3 से अपने मुख्य प्रक्षेपण वाहन- पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) और फिर जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी) पर आगे बढ़ने का फैसला किया। जिसके लगभग 4 से 5 टन के पेलोड ले जाने की उम्मीद थी।

और पढ़ें: Skyroot Aerospace ने शुरू की भारतीय निजी क्षेत्र में अंतरिक्ष की रेस

भारत के लिए शुरू हुई आत्मनिर्भरता की उलटी गिनती

अब, खगोलीय अंतरिक्ष में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए, भारत ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) और भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान (GSLV) के विकास की ओर अग्रसर था। इसने जल्द ही भारतीय रिमोट सेंसिंग (IRS) उपग्रहों को सूर्य की समकालिक कक्षाओं में लॉन्च करने की क्षमता विकसित कर ली। पीएसएलवी, जो छोटे आकार के उपग्रहों को भूस्थिर स्थानान्तरण कक्षा में प्रक्षेपित कर सकता था उसको पहली बार 20 सितंबर 1993 को प्रक्षेपित किया गया था। यह 600 किमी की ऊंचाई के सूर्य-तुल्यकालिक ध्रुवीय कक्षाओं में 1,750 किलोग्राम पेलोड तक ले जा सकता है। 2015 तक, पीएसएलवी ने विभिन्न कक्षाओं में 93 उपग्रह (20 विभिन्न देशों के 36 भारतीय और 57 विदेशी उपग्रह) लॉन्च किए थे।

इस वाहन ने 2008 में एक बार में दस उपग्रहों को लॉन्च करने का विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया। इसके अलावा, ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन ने 16 दिसंबर 2015 को श्रीहरिकोटा में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अंतरिक्ष बंदरगाह से लॉन्च करने के बाद सिंगापुर से छह उपग्रहों को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया। पीएसएलवी तरल चरणों से लैस होने वाला पहला भारतीय प्रक्षेपण यान है। यह भारत के सबसे विश्वसनीय और बहुमुखी वर्कहॉर्स लॉन्च व्हीकल के रूप में उभरा है। इसके अलावा, पीएसएलवी ने दो अंतरिक्ष यान- 2008 में चंद्रयान -1 और 2013 में मार्स ऑर्बिटर स्पेसक्राफ्ट को भी सफलतापूर्वक लॉन्च किया।

अंतरिक्ष वर्चस्व वाले राष्ट्रों में शामिल

PSLV के लॉन्च के बाद भारत ने वो कर दिखाया जो दुनिया सोच भी नहीं सकती थी। इसने पीएसएलवी मॉडल को अपने छह ठोस स्ट्रैप-ऑन इंजनों के साथ विकास इंजन के आधार पर चार तरल स्ट्रैप-ऑन द्वारा प्रतिस्थापित किया और पहले दो चरणों को क्रायोजेनिक इंजन द्वारा प्रतिस्थापित किया गया। इससे जीएसएलवी 3 का प्रक्षेपण हुआ, जिसे इनसैट श्रृंखला जैसे भारी उपग्रहों को लॉन्च करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, जिसमें 500 टन (आर्यभट्ट की तुलना में जो केवल 40 किलोग्राम था) के पेलोड ले जाने की क्षमता थी। 05 जनवरी 2014 को, GSLV D5 ने GSAT-14 को अपनी इच्छित कक्षा में सफलतापूर्वक लॉन्च किया और भारत को अंतरिक्ष-उत्साही राष्ट्रों के एक चुनिंदा समूह ‘क्रायो क्लब’ में डाल दिया जिसमे सिर्फ अमेरिका, रूस, फ्रांस, जापान और चीन जैसे देश थे। यह भारत के लिए महत्वपूर्ण था क्योंकि यह 3.5 टन वजन वाले संचार उपग्रहों को लॉन्च करने के लिए विदेशी एजेंसियों को शुल्क के रूप में $85-90 मिलियन (500 करोड़) का भुगतान करने वाला देश इतना आगे बढ़ गया।

जीएसएलवी एमके III को चंद्रयान -2 अंतरिक्ष यान को लॉन्च करने के लिए चुना गया जो इसरो द्वारा विकसित तीन चरणों वाला भारी लिफ्ट लॉन्च वाहन है। वाहन में दो सॉलिड स्ट्रैप-ऑन, एक कोर लिक्विड बूस्टर और एक क्रायोजेनिक अपर स्टेज है। जीएसएलवी एमके III को 4 टन वर्ग के उपग्रहों को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) या लगभग 10 टन लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) में ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसके पास GSLV Mk II से लगभग दोगुना क्षमता है।

और पढ़ें:  दुनिया के पहले ‘लिक्विड मिरर टेलीस्कोप’ के साथ अब अंतरिक्ष का ‘बादशाह’ बन गया है भारत

बैलगाड़ी से जीएसएलवी तक

भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम एक लंबा सफर तय कर चुका है। बैलगाड़ी पर रॉकेट ले जाने से लेकर अब 3,000 किलोग्राम से अधिक वजन वाले उपग्रहों के निर्माण तक, इसरो ने वह किया है जो कोई अन्य अंतरिक्ष एजेंसी नहीं कर सकती थी। रिपोर्टों के अनुसार, एक समय था जब वैज्ञानिकों के लिए अपने प्रयोग करने के लिए बुनियादी ढांचा भी उपलब्ध नहीं था। इसरो के पूर्व अध्यक्ष यूआर राव के अनुसार- “यहां तक ​​कि एक शौचालय को भी आर्यभट्ट के लिए डेटा प्राप्ति केंद्र में बदल दिया गया था।”

इससे भी अधिक प्रशंसनीय बात यह है कि इसरो अपने प्रयोगों में सफल होने के लिए धन का दुरुपयोग नहीं करता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इसरो एक साल में इतना खर्च करता है जितना नासा सिर्फ एक महीने में खर्च करता है। इसके अलावा, इसे प्राप्त होने वाला धन चीनी और रूसी अंतरिक्ष एजेंसियों की तुलना में बहुत कम है। अब, आप जानते हैं कि भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी असाधारण क्यों है और आपको उस राष्ट्र का हिस्सा होने पर गर्व होना चाहिए जिसकी प्रगति अन्य देशों के लिए एक प्रेरक यात्रा है।

और पढ़ें: शीघ्र ही आ रहा है चंद्रयान-3

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: GSLV Mk IIISLV-3भारतभारतीय अंतरिक्षराकेट
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पीएम मोदी की रणनीतियों ने अरब देशों के घमंड को कर दिया चकनाचूर

अगली पोस्ट

IPL से लोग ‘पक’ चुके हैं, TV रेटिंग और दर्शकों की संख्या में ‘रिकॉर्ड’ गिरावट यही संकेत देते हैं

संबंधित पोस्ट

मालेगांव मामले में विहिप का हमला: कांग्रेस बताए निर्दोषों को क्यों फंसाया गया?
चर्चित

मालेगांव मामले में विहिप का हमला: कांग्रेस बताए निर्दोषों को क्यों फंसाया गया?

31 July 2025

2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में 16 साल बाद न्याय की जीत हुई है, जब एक विशेष एनआईए अदालत ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और...

पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन
चर्चित

Exclusive : पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

31 July 2025

गुरुवार को मालेगांव विस्फोट मामले में कर्नल पुरोहित और साध्वी प्रज्ञा जैसे प्रमुख आरोपियों को बरी किए जाने के साथ, एक बार फिर से चर्चा...

पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन
क्राइम

“‘भगवा आतंक’ की झूठी पटकथा फेल: मालेगांव केस में निर्दोष साबित हुए सभी आरोपी”

31 July 2025

रमज़ान के पवित्र महीने में मालेगांव की भीड़-भाड़ वाली गलियों में हुए बम विस्फोट के सत्रह साल बाद, जिसमें छह लोग मारे गए और 100...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Sawan’s Fire, Bharat’s Voice: How India Is Leading the Global Narrative Now

Sawan’s Fire, Bharat’s Voice: How India Is Leading the Global Narrative Now

00:06:03

When Reuters Insults India, Its Indian Staff Looks the Other way

00:07:38

NISAR Explained: Why the World Is Watching ISRO and NASA’s Next Move

00:07:26

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

00:04:08

Should the HR&CE Exist? The Controversial Control Over Hindu Temples in Tamil Nadu

00:06:31
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited