TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'हर की पैड़ी' की शान बनेगा 'दुनिया का सबसे ऊंचा भगवा ध्वज', CM धामी ने किया लोकार्पण

    ‘हर की पैड़ी’ की शान बनेगा ‘दुनिया का सबसे ऊंचा भगवा ध्वज’, CM धामी ने किया शिलान्यास

    उसे मोदी या अमित शाह भी नहीं बचा सकते, राहुल गांधी ने असम के सीएम पर लगाई आरोपों की झड़ी, जानें सीएम ने दिया क्या जवाब

    ‘उसे मोदी या अमित शाह भी नहीं बचा सकते’: राहुल गांधी ने असम के सीएम पर लगाई आरोपों की झड़ी; जानें हिमंता ने दिया क्या जवाब?

    'साबित करो कि वे रोहिंग्या हैं': बीजेपी शासित राज्यों में 'बंगाली' मजदूरों को हिरासत में लेने पर भड़कीं ममता बनर्जी

    ममता बनर्जी ने फिर अवैध रोहिंग्याओं का बचाव किया, घुसपैठियों पर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए

    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    लद्दाख में 15,000 फीट पर ‘आकाश प्राइम एयर डिफेंस सिस्टम’ का सफल परीक्षण: हवाई हमलों को मिलेगा जवाब

    लद्दाख में 15,000 फीट पर ‘आकाश प्राइम एयर डिफेंस सिस्टम’ का सफल परीक्षण: हवाई हमलों को मिलेगा जवाब

    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अमेरिका अप्रवासियों को एस्वातिनी क्यों भेज रहा है? अफ़्रीकी राज्य के अंदर अब तीसरे देशों के निर्वासित लोग भी

    अमेरिका अप्रवासियों को एस्वातिनी क्यों भेज रहा है? अफ्रीकी राज्य के अंदर अब तीसरे देशों के निर्वासित लोग भी

    रूसी दूतावास में जाती विक्टोरिया बसु (FILE PHOTO)

    जासूस पिता, दूतावास में ‘बैक डोर एंट्री’ और बच्चे के साथ गायब: भारतीय इंजीनियर की रूसी पत्नी के फरार होने की कहानी

    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान, चार की मौत, हिन्दू युवक की छाती में मारी गोली

    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान; चार की मौत, हिंदू युवक की छाती में मारी गोली

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'हर की पैड़ी' की शान बनेगा 'दुनिया का सबसे ऊंचा भगवा ध्वज', CM धामी ने किया लोकार्पण

    ‘हर की पैड़ी’ की शान बनेगा ‘दुनिया का सबसे ऊंचा भगवा ध्वज’, CM धामी ने किया शिलान्यास

    उसे मोदी या अमित शाह भी नहीं बचा सकते, राहुल गांधी ने असम के सीएम पर लगाई आरोपों की झड़ी, जानें सीएम ने दिया क्या जवाब

    ‘उसे मोदी या अमित शाह भी नहीं बचा सकते’: राहुल गांधी ने असम के सीएम पर लगाई आरोपों की झड़ी; जानें हिमंता ने दिया क्या जवाब?

    'साबित करो कि वे रोहिंग्या हैं': बीजेपी शासित राज्यों में 'बंगाली' मजदूरों को हिरासत में लेने पर भड़कीं ममता बनर्जी

    ममता बनर्जी ने फिर अवैध रोहिंग्याओं का बचाव किया, घुसपैठियों पर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए

    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    लद्दाख में 15,000 फीट पर ‘आकाश प्राइम एयर डिफेंस सिस्टम’ का सफल परीक्षण: हवाई हमलों को मिलेगा जवाब

    लद्दाख में 15,000 फीट पर ‘आकाश प्राइम एयर डिफेंस सिस्टम’ का सफल परीक्षण: हवाई हमलों को मिलेगा जवाब

    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अमेरिका अप्रवासियों को एस्वातिनी क्यों भेज रहा है? अफ़्रीकी राज्य के अंदर अब तीसरे देशों के निर्वासित लोग भी

    अमेरिका अप्रवासियों को एस्वातिनी क्यों भेज रहा है? अफ्रीकी राज्य के अंदर अब तीसरे देशों के निर्वासित लोग भी

    रूसी दूतावास में जाती विक्टोरिया बसु (FILE PHOTO)

    जासूस पिता, दूतावास में ‘बैक डोर एंट्री’ और बच्चे के साथ गायब: भारतीय इंजीनियर की रूसी पत्नी के फरार होने की कहानी

    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान, चार की मौत, हिन्दू युवक की छाती में मारी गोली

    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान; चार की मौत, हिंदू युवक की छाती में मारी गोली

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

राजस्थान के ‘एकनाथ शिंदे’ बन सकते थे सचिन पायलट, लेकिन हाथ आया मौका गंवा दिया

पायलट को कांग्रेस में भी रहना है, जी हूजुरी भी करनी है और सीएम भी बनना है, ऐसे कैसे होगा?

TFI Desk द्वारा TFI Desk
28 June 2022
in समीक्षा
Sachin Pilot vs Eknath Shinde

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार इस समय बहुमत न होने के कारण खतरे में है। शिवसेना की आंतरिक कलह के बीच पार्टी के दिग्गज नेता एकनाथ शिंदे ने अपने दो तिहाई से ज्यादा समर्थक विधायकों के साथ बगावत कर दी है और यह माना जा रहा है कि अब बस फ्लोर टेस्ट की देरी है और उसके बाद महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार औंधे मुंह गिर जाएगी। वहीं, इस पूरे प्रकरण के बीच लोगों के मन में एक सवाल है कि जो काम महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे कर रहे हैं वही काम क्या राजस्थान में सचिन पायलट कर सकते थे? इस प्रश्न का सटीक उत्तर है- असंभव!

दरअसल, हाल में एक इंटरव्यू के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत पर राजस्थान की सरकार को हॉर्स ट्रेडिंग के जरिए गिराने का आरोप लगाया था। खास बात यह रही कि सचिन पायलट ने अशोक गहलोत को पिता तुल्य बता दिया है, जबकि वर्ष 2020 में वो अपने समर्थक विधायकों के साथ स्वयं मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षा में राजस्थान से निकल कर हरियाणा के एक फाइव स्टार होटल में नाराज होकर बैठ गए थे, लेकिन अशोक गहलोत ने अपने कुशल राजनीतिज्ञ होने का परिचय दिया और सचिन पायलट परास्त हो गए।

संबंधितपोस्ट

महाराष्ट्र में शहरी नक्सलियों का सफाया करेगा विशेष जन सुरक्षा अधिनियम, जानें इसमें क्या है खास

UNESCO की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किए गए मराठा सैन्य किलों को कितना जानते हैं आप?

महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

और लोड करें

और पढ़ें: संजय राउत का केवल एक ही ठिकाना- जेल…जेल…जेल…

पायलट में है आत्मविश्वास की कमी

इस बगावत ‌में सचिन पायलट ने जिस तरह पलटी मारी उससे उनका राजनीतिक कद धड़ाम से गिर गया। उन्हें बगावत की सजा भी मिली और उनसे सभी पद भी छीन लिए गए। मौजूदा समय में पायलट के हाथ में कुछ भी नहीं है। अब उन्हें पार्टी में अपने प्रति विश्वसनीयता जाहिर करने के लिए बगावत के उस मामले के आरोप साथी विधायकों पर लगाने पड़ रहे हैं, जिससे उनका अपना राजनीतिक ग्राफ गर्त में समाता नजर आ रहा है।

ऐसे में यह कहना बिल्कुल ही गलत होगा कि सचिन पायलट एकनाथ शिंदे की तरह पार्टी में फूट डाल सकते हैं, क्योंकि उनके पास सर्वाधिक कमी आत्मविश्वास की है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में सचिन पायलट ने अपना करिश्मा दिखाया था और अपने दम पर पार्टी को जीत दिलाई थी। इसके बावजूद उन्हें डिप्टी सीएम का झुनझुना पकड़ाया गया और हास्यास्पद बात यह है कि उनके लिए अशोक गहलोत के रूप में दिल्ली से एक नया बॉस भेजा गया, लेकिन वो कुछ नहीं कर सके। यह सीधा संकेत है कि उन्हें अपनी बात तक रखनी नहीं आती है।

सचिन पायलट अपने दम पर विधायकों को जीत दिला तो सकते हैं लेकिन कभी उन्हें अपने साथ नहीं रख पाए, क्योंकि उन पर उनके बॉस अशोक गहलोत की सदैव पैनी नजर बनी रही। पायलट कभी भी इस बात पर ध्यान नहीं दे पाए कि वो कभी अपने राजनीतिक स्वभाव में एक विशेष रसूख ला पाएं। कहा जाता है कि बात उसी की सुनी जाती है जिसके पास ताकत हो और जनसमर्थन हो, लेकिन सचिन पायलट के पास यह दोनों नहीं थे, वो हमेशा बगावत के बावजूद पार्टी के वफादार बनना चाहते थे। ऐसे में उन्हें कुछ भी हासिल नहीं हुआ।

और पढ़ें: देवेंद्र फडणवीस की सत्ता में वापसी की संभावना से ही थर-थर कांप क्यों रहा है बॉलीवुड?

पायलट और शिंदे में है जमीन आसमान का अंतर

वहीं, बात अगर एकनाथ शिंदे की करें तो जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन के बाद सीएम की कुर्सी पाकर विलासिता में व्यस्त हो गए तो विधायकों को साधने का काम एकनाथ शिंदे ने किया। शिंदे स्वयं ही पार्टी विचारधारा के साथ हुए समझौतों से आक्रोशित थे, लेकिन उन्होंने अपने विधायकों में भी इस बात का रोष देखा। इसका परिणाम यह हुआ है कि आज एकनाथ शिंदे लगभग पार्टी तोड़ने के मुहाने पर खड़े हैं, लेकिन यह काम करने की हिम्मत सचिन पायलट में नहीं थी और नहीं है!

सचिन पायलट ने जब 2020 में बगावत की तो वो लगभग एक हफ्ते तक पार्टी से नेगोसिएशन की कोशिश करते रहे, नतीजा ये हुआ कि वो कभी कुछ तय ही नहीं कर पाए और पार्टी में उन पर ही एक्शन ले लिया। सचिन पायलट के पास बड़ा फैसला लेने का कोई आत्मविश्वास नहीं है। इसके विपरीत एकनाथ शिंदे ने पहले अपना धड़ा मजबूत किया फ़िर बेहिचक शिवसेना को सत्ता से सीधे सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है। आज की स्थिति में शिवसेना के अस्तित्व पर भी खतरा मंडरा रहा है।

वहीं, एकनाथ शिंदे की तरह सचिन पायलट के बगावत न कर पाने की तीसरी वजह उनके ससुर फारूक अब्दुल्ला हैं, जिन्होंने उन पर हमेशा ही कांग्रेस की चाटुकारिता करने का दबाव बनाया और पायलट भी इस बात को स्वीकार करते रहे! नतीजा ये हुआ कि आज सचिन पायलट कांग्रेस पार्टी में ही कहीं खो गए हैं और दोयम दर्जे के नेता बनकर रह गए हैं। ऐसे में उनकी तुलना एकनाथ शिंदे से कतई नहीं की जा सकती है।

और पढ़ें: प्रिय संजय राउत, आक्रामकता केवल शक्तिशाली को ही सूट करती है आप पर नहीं

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: एकनाथ शिंदेमहाराष्ट्रसचिन पायलट
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

मेकअप करके ‘चिकने बनने’ की होड़ भारतीय पुरुषों को बर्बाद कर रही है

अगली पोस्ट

आपने ‘राजा और बंदर’ की कहानी तो सुनी ही होगी, उद्धव और राउत बस इसे रीक्रिएट कर रहे हैं

संबंधित पोस्ट

जिस MY यानी मुस्लिम यादव समीकरण के दम पर ये कथित समाजवादी यूपी और बिहार में सालों तक राज करते रहे, उस MY समीकरण में भी उन्हें सिर्फ M ही नजर आया।
राजनीति

मुहर्रम के जुलूस में मारे गए अजय यादव M-Y समीकरण के Y हों या न हों, उनकी पहचान हिंदू थी

8 July 2025

अजय यादव का नाम इन दिनों सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। 32 वर्ष के अजय यादव, न कोई फिल्म स्टार थे, न राजनेता,...

बिहार में ताजिया जुलूस में अजय यादव की लाठी-तलवार से हत्या, शहाबुद्दीन को सलाम करने वाले तेजस्वी अजय की हत्या पर खामोश क्यों?
समीक्षा

बिहार में ताजिया जुलूस में अजय यादव की लाठी-तलवार से हत्या, शहाबुद्दीन को सलाम करने वाले तेजस्वी अजय की हत्या पर खामोश क्यों?

7 July 2025

तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) इन दिनों एक बार फिर अपने पुराने मुस्लिम-यादव यानी MY सामाजिक समीकरण को हवा देकर बिहार...

ज़ोहरान ममदानी (Photo - X/@ZohranKMamdani)
चर्चित

ज़ोहरान ममदानी: भारत और हिंदुओं को बदनाम करने वाला क्यों बन गया वामपंथियों का नया नायक?

27 June 2025

न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के प्राइमरी चुनाव में ज़ोहरान ममदानी ने एंड्रयू कुओमो को हरा दिया है, यानि अब वे...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The Shocking Truth About Mass Conversions in Tamil Nadu

The Shocking Truth About Mass Conversions in Tamil Nadu

00:07:26

The Butcher of Pahalgam: Sulaiman — Trained by ISI, Pakistan’s Commando-Turned-Terrorist

00:04:13

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

00:07:33

Bhima Koregaon Won’t Be Repeated; Maharashtra’s Special Act to Wipe Out Urban Naxals.

00:06:06

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

00:07:47
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited