क्या दिन आ गए हैं बॉलीवुड के न उद्योग पर वर्चस्व है, न राजनीति, न विचारधारा पर। जहां देखो, वहीं से दुत्कार कर भगा दिए जाते हैं, और अब तो स्थिति यह हो गई है कि अब जिस क्षेत्र से इनका सहारा था, वो भी इनसे धीरे धीरे खींसकता जा रहा है। बॉलीवुड के हाथों से अब विज्ञापन भी रेत की भांति फिसलते जा रहे हैं और अब सोशल मीडिया इन्फ़्लुएन्सर एवं अन्य खिलाड़ी इस क्षेत्र में अपना वर्चस्व जमा रहे हैं।
बॉलीवुड और विज्ञापन का काफी पुराना नाता रहा है। अखबारों के समय से बॉलीवुड का विज्ञापनों पर जमकर वर्चस्व रहा है। परंतु पिछले कुछ वर्षों से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बॉलीवुड की क्षमता पर अब लोगों को संदेह होने लगा है।
और पढ़ें: अब बॉलीवुड का साथ लेना कंपनियों को पड़ रहा है महंगा
कभी मेडुसा की कथा सुनी है? यदि नहीं, तो मिडास की अवश्य सुनी होगी, जिसे ऐसा आशीर्वाद मिला था कि वह जिसे छू ले, वो सोने का बन जाए। मेडुसा का हिसाब उल्टा था, क्योंकि उसकी दृष्टि जिस पर पड़ जाए, वह पत्थर का बन जाता, और बॉलीवुड का भी कुछ ऐसा ही हाल है। बॉलीवुड के अनेकों ऐसे उदाहरण है, जहां उन्होंने जिस उत्पाद में निवेश किया, वह उत्पाद अपने शिखर से सीधा पाताल लोक में आ गिरा। आप माने या न माने, लेकिन जितना योगदान ज़ोमैटो को गिराने में उसके घटिया सोशल मीडिया टीम का रहा है, उतना ही उसके बॉलीवुड से नाता का भी रहा है। यूं ही नहीं इस कंपनी के शेयर दिन प्रतिदिन शेयर मार्केट में गोते खा रहे हैं।
ईकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ‘हिंदुस्तान यूनीलीवर, इमामी, पेप्सीको, फ्लिपकार्ट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, चिंग्स, Byjus जैसे अनेक कंपनियों अब भारत के अनेक सोशल मीडिया इंफ्लुएन्सरों की क्षमता को टैप करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। यह एमएक्स, जोश, मॉज और चिंगारी जैसे एप्स के जरिए टियर टू और टियर थ्री मार्केटस में अपना प्रभाव जमाना चाहते हैं’।
और पढ़ें: जब तक बॉलीवुड की कमान खान और कपूर के हाथों में होगी, बॉलीवुड का भला नहीं हो सकता
इन्हे बॉलीवुड पर विश्वास क्यों नहीं है?
दो कारणों से – एक तो इनकी फिल्में चल नहीं रही, उसके अलावा इनके साथ लोग जुडने को तैयार नहीं। उदाहरण के लिए अभी हाल ही में खबर आई है कि सलमान खान द्वारा जिस वस्तु को प्रमोट किया गया था, उसके स्टॉक 90 प्रतिशत तक गिर गए हैं। असल में सोशल मीडिया एप चिंगारी से संबंधित क्रिप्टो एसेट गारी टोकन को सलमान खान ने बढ़ावा दिया था, और इसका मूल्य 0.75 डॉलर से सीधा 0.1 डॉलर पर गिर गया।
ये तो कुछ भी नहीं है, कुछ ही माह पूर्व जब विमल के लिए अक्षय कुमार के साथ अनुबंध हुआ, तो सोशल मीडिया पर काफी बवाल मचा, और फिर अक्षय ने नैतिकता का हवाला देते हुए मुंह मोड़ लिया। इसी बीच खबर आई थी कि करोड़ों की डील ऑफर होने के बाद भी अल्लु अर्जुन और ‘KGF’ के स्टार यश ने अक्षय कुमार जैसे लुभावने विमल सरीखे एड ठुकरा दिए। ऐसे में जब एक तरफ क्षेत्रीय सितारों का दबदबा हो, दूसरी ओर सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर का विकल्प, तो बॉलीवुड की ओर क्यों जाना?
और पढ़ें: ‘फ्लॉप’ की आंधी ने उजाड़ दिया है ‘100 करोड़ का बाजा बजाने वाले’ बॉलीवुड का साम्राज्य
TFI का समर्थन करें:
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।