TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आपातकाल में जोड़े गए शब्द नासूर हैं: संविधान से ‘सेक्युलर और सोशलिस्ट’ हटाने की मांग के बीच VP धनखड़ का बड़ा बयान

    आपातकाल में जोड़े गए शब्द नासूर हैं: संविधान से ‘सेक्युलर और सोशलिस्ट’ हटाने की मांग के बीच VP धनखड़ का बड़ा बयान

    कांग्रेस ने फिर दिखाया भारत का गलत नक्शा, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी कदम

    कांग्रेस ने फिर दिखाया भारत का गलत नक्शा, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी कदम

    हेमंत खंडेलवाल (बाएं) और राजीव बिंदल (दाएं)

    मध्य प्रदेश में हेमंत खंडेलवाल बन सकते हैं BJP अध्यक्ष, हिमाचल में बिंदल होंगे रिपीट!

    बिहार विधानसभा चुनाव के लिए NDA ने ज़ोरदार तैयारी शुरू कर दी है

    बिहार विधानसभा चुनाव: ‘M’ फैक्टर के जवाब में NDA का ‘MMM’ फैक्टर

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    ऑपरेशन सिंदूर

    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक पर हमला करने वाली थी नौसेना: रिपोर्ट

    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैथरीन पेरेज़-शकदम (Photo - IBT)

    कैसे मोसाद की ‘ब्लैक लेडी’ ने खामेनेई तक बनाई पहुंच, इज़रायल को दिए न्यूक्लियर ठिकानों के पते

    ईरान में पत्रकारों पर खतरा बढ़ा: धमकी, हमला और दमन का नया दौर शुरू

    ईरान में पत्रकारों पर खतरा बढ़ा: धमकी, हमला और दमन का नया दौर शुरू

    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    K-6 मिसाइल

    हिंद महासागर में भारत का नया ‘Game-Changer’: K-6 मिसाइल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आपातकाल में जोड़े गए शब्द नासूर हैं: संविधान से ‘सेक्युलर और सोशलिस्ट’ हटाने की मांग के बीच VP धनखड़ का बड़ा बयान

    आपातकाल में जोड़े गए शब्द नासूर हैं: संविधान से ‘सेक्युलर और सोशलिस्ट’ हटाने की मांग के बीच VP धनखड़ का बड़ा बयान

    कांग्रेस ने फिर दिखाया भारत का गलत नक्शा, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी कदम

    कांग्रेस ने फिर दिखाया भारत का गलत नक्शा, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी कदम

    हेमंत खंडेलवाल (बाएं) और राजीव बिंदल (दाएं)

    मध्य प्रदेश में हेमंत खंडेलवाल बन सकते हैं BJP अध्यक्ष, हिमाचल में बिंदल होंगे रिपीट!

    बिहार विधानसभा चुनाव के लिए NDA ने ज़ोरदार तैयारी शुरू कर दी है

    बिहार विधानसभा चुनाव: ‘M’ फैक्टर के जवाब में NDA का ‘MMM’ फैक्टर

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    ऑपरेशन सिंदूर

    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक पर हमला करने वाली थी नौसेना: रिपोर्ट

    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैथरीन पेरेज़-शकदम (Photo - IBT)

    कैसे मोसाद की ‘ब्लैक लेडी’ ने खामेनेई तक बनाई पहुंच, इज़रायल को दिए न्यूक्लियर ठिकानों के पते

    ईरान में पत्रकारों पर खतरा बढ़ा: धमकी, हमला और दमन का नया दौर शुरू

    ईरान में पत्रकारों पर खतरा बढ़ा: धमकी, हमला और दमन का नया दौर शुरू

    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    K-6 मिसाइल

    हिंद महासागर में भारत का नया ‘Game-Changer’: K-6 मिसाइल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY FOR MORE QUERIES AND NEWS CONTACT US ON THIS EMAIL: INFO@MASHABLEPARTNERS.COM

महिलाओं से लेकर फॉर्मूला-1 के रेसर तक, ये है Marlboro सिगरेट की लोकप्रियता की कहानी

ऐसी अनूठी कहानी दूसरी कोई और नहीं।

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
16 July 2022
in प्रीमियम
Marlboro
Share on FacebookShare on X

हाल ही में फिलिप मॉरिस कंपनी के CEO जेसेक ओलज़ाक ने बताया कि ब्रिटेन में लोगों की सिगरेट की लत छुड़ाने हेतु एक महत्वपूर्ण योजना के अंतर्गत आने वाले 10 वर्षों में एक महत्वपूर्ण सिगरेट ब्रांड बाजार से हमेशा-हमेशा के लिए गायब हो जाएगा। सरकार ने 2030 तक ब्रिटेन को ध्रूमपान मुक्त बनाने की दिशा में जोर देने को कहा है।

ऐसा क्या अमृत रस था भई?

परंतु वो ब्रांड है कौन सा और वो इतना क्यों महत्वपूर्ण है कि इसके हटने से मानो भूचाल आ जाएगा? कभी खांसी भगाने के लिए हलाहल का भोग लगाने को कहा गया है? कभी बुखार उतारने के लिए कोयले का सेवन करने को कहा गया है? आप भी सोच रहे होंगे कि लेखक महोदय कौन सा भांग का गोला गटक के ये प्रश्न पूछ रहे हैं? ये कथा है मार्लबोरो की  जो महिलाओं से लेकर फॉर्मूला-1 के रेसर तक में लोकप्रिय थी।

संबंधितपोस्ट

फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

कनाडा ने अब खुद माना ‘खालिस्तानी साजिशों’ को सच, क्या होगा असर?

और लोड करें

हैं? एक सिगरेट क्या अमृत रस थी भई? अमृत-वमृत कुछ नहीं था, बस मार्केटिंग के मूल मंत्रों को समझने में सफल रहे थे मार्लबोरो के निर्माता। इसका प्रारंभ 1846 में हुआ, जब लंदन के बॉन्ड स्ट्रीट पर तंबाकू विक्रेता फिलिप मॉरिस ने तंबाकू और सिगरेट बेचना प्रारंभ किया। लेकिन क्या आपको पता है कि इस कंपनी के साथ हमारे विवादित मोदी भी जुड़े हुए हैं? कम लोगों को पता हैं कि मार्लबोरो के स्वामी फिलिप मॉरिस इंटेरनेशनल में काफी स्टेक यानी हिस्सेदारी मोदी इंटरप्राइजेज़ यानी ललित मोदी एंड कंपनी की भी है, जिसे कुछ ही वर्ष पूर्व बिकवाली पर डालना पड़ा।

और पढ़ें- परमाणु ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित कर अरबों रुपये बचा सकता है भारत

अब मूल इतिहास पर आते हैं, 1873 में कैंसर से अकाल मृत्यु के बाद ये काम उसकी पत्नी मारग्रेट और भाई लियोपोल्ड ने संभाला। मार्लबोरो का मूल नाम लंदन में स्थित ग्रेट मार्लबोरो स्ट्रीट में स्थित उसके प्रथम फैक्टरी से आया, जहां इसका निर्माण पहली बार प्रारंभ हुआ। परंतु मार्लबोरो को उसका आधिकारिक नाम मिलने में कई वर्ष लग गए और आखिरकार 1924 में ‘मार्लबोरो’ नाम से ये प्रथमत्या अमेरिका में प्रकाशित हुआ।

इसके बाद मार्लबोरो ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और आगे बढ़ता ही चला गया। प्रारंभ में 1920 तक इसे महिलाओं के अनुकूल दिखाया गया और बताया गया कि कैसे मार्लबोरो सिगरेट का होना महिलाओं के लिए ‘वैभव’ की बात है।  

उन दिनों ‘Camel’, ‘Lucky Strike’, ‘Chesterfield’ जैसे सिगरेट प्रचलन में थे, ‘Gold Flake’ ने पंख फैलाने प्रारंभ किये थे, परंतु द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात सब कुछ बदल गया और फिर शीघ्र ही मार्केटिंग का ऐसा खेल रचा गया कि जो मार्लबोरो कल तक महिलाओं के लिए एक स्टेटस सिंबल था वह पुरुषों के लिए ‘गौरव का प्रतीक’ बन गया। अब मार्लबोरो केवल महिलाओं की खास नहीं, पुरुषों की भी पसंद बन चुकी थी।

और पढ़ें- जानवरों की हड्डियों से बनी क्रोकरी का इस्तेमाल बंद करना क्यों आवश्यक है?

यह सिगरेट डॉक्टर की पसंद कैसे बनी?

परंतु प्रश्न तो अब भी स्वाभाविक है, यह सिगरेट डॉक्टर की पसंद कैसे बनी? 50–60 के दशक में जब धूम्रपान से लोग खांसते थे, तो संदेह की सुई स्वाभाविक आनी थी। ऐसे में तंबाकू निर्माताओं ने अखबारों का बेजोड़ प्रयोग किया। उन्होंने ऐसे विज्ञापन प्रसारित किये, जिसमें डॉक्टर खींसें निपोरते हुए कह रहा है कि समस्या प्रदूषित वातावरण में है हमारे उत्पाद में नहीं। दूसरे शब्दों में, “टेकनीक ही गलत है तुम्हारी, हम तो सही ही बात बता रहे हैं…”

ऐसे में यदि Camel जैसे अति प्रचलित सिगरेट ब्रांड का यह हाल था तो सोचिए मार्लबोरो ने कैसे  प्रसिद्धि कमाई होगी। परंतु चिकित्सा ही एक क्षेत्र नहीं था जिसके माध्यम से मार्लबोरो को प्रसिद्धि मिली। मार्लबोरो एक समय खेलों का भी प्रतीक चिह्न माना जाता था। जी हां, जिन खेलों से शराब, मदिरा और धूम्रपान को कोसों दूर रखे जाने का दावा किया जाता है उसी से मार्लबोरो जैसी कंपनियों को न केवल फार्मूला वन, अपितु एक समय ओलंपिक, बैडमिंटन, यहां तक कि क्रिकेट तक से जोड़ा गया था। लोग मार्लबोरो को पुरुषत्व का प्रतीक मानते थे। 1980 से 1990 तक थॉमस कप एवं सुदिरमान कप के लिए मार्लबोरो एक प्रमुख स्पॉन्सर हुआ करता था, परंतु फिर एक समय विल्स और बेन्सन एंड हेजेस जैसे सिगरेट निर्माता क्रिकेट विश्व कप भी खुलेआम स्पॉन्सर करते थे।

मार्लबोरो की सफलता सबसे अधिक फार्मूला वन मोटो स्पोर्ट्स से ही दिखी है। चाहे आर्यटन सेन्ना हो, माइकल शूमाकर हो या फिर कोई और, मार्लबोरो है यानी भौकाल है। कई फार्मूला वन प्लेयरों का तो खर्चा पानी तक इस ब्रांड ने उठाया।

एकाएक कैसे गायब हो गया मार्लबोरो?

परंतु ऐसा क्या हुआ कि जो ब्रांड एक समय पूरे संसार पर एकछत्र राज करता था वह एकाएक गायब हो गया? क्या लोग धूम्रपान के हानिकारक साइड इफेक्ट के प्रति जागरूक हो गए? क्या उन्हें आभास हुआ कि वे जो कर रहे हैं, गलत कर रहे हैं? समझना होगा कि ऐसा भी नहीं हैं।

21वीं सदी के प्रारम्भिक दशक में धूम्रपान के क्षेत्र में नये माध्यमों ने जगह ले ली। लोग अब केवल पारंपरिक सिगरेट पर ही निर्भर नहीं रहे। अब वेपिंग यानी ई सिगरेट या फिर हुक्का भी लोगों में लोकप्रिय होने लगा, और लोगों का पारंपरिक सिगरेट से मोहभंग होने लगा। ऐसे में जो भी कहे कि धूम्रपान को खत्म करने के दृष्टिकोण से लोग सिगरेट छोड़ रहे हैं, उन्हें तो हम स्पष्ट कह सकते हैं कि “मैं आपको सीरियसली नहीं लेता”।

परंतु ये कहना गलत नहीं होगा कि मार्लबोरो की यात्रा जैसी भी हो, बड़ी रोचक रही है। किसी समय इसका प्रभुत्व ऐसा था कि महिलाओं से इसका प्रभुत्व डॉक्टरों तक में व्याप्त था। ऐसे में अगर थ्री इडियट्स के एक संवाद को मार्लबोरो के परिप्रेक्ष्य में कहें तो “कुछ तो बात थी उसमें, जो सेहत के लिए हानिकारक होकर भी वो डॉक्टरों की पसंद हुआ करती थी…”

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: Marlboroभारतसिगरेट
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पर्यावरणविद् न्यूक्लियर एनर्जी को पर्यावरण के लिए ख़तरा बताते हैं फिर आता है गैबॉन!

अगली पोस्ट

‘रेवड़ी कल्चर’ ने दिल्ली को तबाह कर दिया है और यह भारत के लिए गंभीर चिंता का विषय है

संबंधित पोस्ट

कस्तूरबा गांधी
इतिहास

महात्मा गांधी ने कस्तूरबा गांधी के ऊपर जो अत्याचार किए वो डरावने हैं

22 February 2023

उस महिला से बड़ा दुर्भाग्य किसका होगा, जिसके पति कहने को तो एक अद्वितीय समाज सुधारक थे- राष्ट्र के मार्गदर्शक थे- परंतु वास्तव में वो...

हरीपाल कौशिक
इतिहास

लेफ्टिनेंट कर्नल हरीपाल कौशिक की वो कहानी जो आपके रोंगटे खड़े कर देगी

18 February 2023

लेफ्टिनेंट कर्नल हरीपाल कौशिक की कहानी: भारत और पाकिस्तान के बीच में आधिकारिक रूप से चार युद्ध लड़े गए: 1948, 1965, 1971 एवं 1999। परंतु...

आल्हा-ऊदल की कहानी
प्रीमियम

वीर आल्हा-ऊदल की अनकही कहानी

8 February 2023

आल्हा-ऊदल की कहानी: भारत के इतिहास के पन्नों में अनेक वीरों के शौर्य और साहस की गाथाएं मौजूद हैं। महाराणा प्रताप, रानी लक्ष्मीबाई और छत्रपति...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The gulf crossroads: usa stakes, China's money and Iran's nuclear threat.

The gulf crossroads: usa stakes, China's money and Iran's nuclear threat.

00:30:34

HOW NDA IS MAKING IN- ROADS INTO TAMIL NADU?

00:05:57

the ganga treaty is about to expire. What happens next?

00:06:54

India's Rise: Defense and Diplomacy in 2047 Vision

00:22:51

1975 emergency: India's 21 month dictatorship.

00:10:29
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited