हाल ही में भारत के राजनीतिक पटल पर एक महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ जब देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मु ने शपथ ली। द्रौपदी मुर्मु ने इसके साथ ही कई कीर्तिमान स्थापित किये जैसे देश की सबसे युवा राष्ट्रपति होना, स्वतंत्रता के पश्चात जन्म लेने वाली देश की प्रथम राष्ट्रपति होने का गौरव प्राप्त करना इत्यादि। परंतु यह सब इतना महत्वपूर्ण नहीं था जितना राष्ट्रपति के रूप में अपने प्रथम अभिभाषण में द्रौपदी मुर्मु का यह अंश रहा। उन्होंने कहा, “मेरा चुनाव साबित करता है कि गरीब भारतीय न केवल सपने देख सकते हैं बल्कि आकांक्षाओं को भी पूरा कर सकते हैं। संथाल क्रांति, पाइका क्रांति से लेकर कोल क्रांति और भील क्रांति तक स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी योगदान को और मजबूत किया गया। हम......