संजू ‘पहलवान’ को ‘महाबली’ गडकरी से नहीं भिड़ना था, गलती कर दिए

केजरीवाल को घुटने पर ला चुके हैं गडकरी, संजय सिंह तुम तो ऐसे ही गए!

Gadkari and Sanjay Singh

Source- TFI

घर में यदि दो भाई आपस में लड़ रहे हो तो कि किसी बाहरी व्यक्ति को यह हक नहीं मिल जाता कि वह उस घर के लोगों का मजाक बनाने लगे। कुछ ऐस ही नितिन गडकरी और संजय सिंह के मामले में भी सामने आया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पार्टी से अपनी नाराजगी और टकराव तक सार्वजनिक मंचों पर जाहिर कर देते हैं। यह विपक्षी दलों के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं होता है और आम आदमी पार्टी तो इसमें सबसे आगे रहती है। इसी बीच नितिन गडकरी ने कुछ बयान दिया और आप नेता संजय सिंह इस उड़ते तीर को पकड़ बैठे, जिसके बाद नितिन गडकरी काफी भड़क गए और उन्होंने इशारों में यह तक कह दिया है कि वो संजय सिंह को कानूनी तौर पर जवाब भी दे सकते हैं।

और पढ़ें: ‘वह श्री राम विरोधी और भ्रष्टाचारी है’, AAP प्रवक्ता ने अपनी ही पार्टी के नेता संजय सिंह को किया बेनकाब

गडकरी ने स्पष्ट की स्थिति

दरअसल, मोदी सरकार के नामचीन कैबिनेट मंत्रियों की बात होती है तो उसमें नितिन गडकरी का नाम अवश्य होता है, जो कि परिवहन और हाइवे के क्षेत्र में देश को एक नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने एक बयान दिया जिसे लेकर बवाल मच गया। उन्होंने कहा, “जब वो महाराष्ट्र में पीडब्ल्यूडी मंत्री थे, तब करीब 450 गांव में सड़क बनवाने के लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट का कानून आड़े आ रहा था। इसके लिए मैंने अधिकारियों से कहा ये काम करो, इसकी जिम्मेदारी व्यक्तिगत तौर पर मेरी है। मैं पेशेवर राजनीति में नहीं हूं, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, ये पद रहे या न रहे, गया तो गया पद कोई बात नहीं।”

इसके बाद यह कहा जाने लगा कि वो भाजपा संसदीय दल की कमिटी से हटाए जाने पर आक्रोशित हैं। वहीं, संजय सिंह जैसे नेताओं ने उनके बयान का एडिटेड वीडियो अपलोड कर यह तक कह दिया कि क्या नितिन गडकरी पार्टी छोड़ने वाले हैं और मीडिया हलकों में भी उन्हें लेकर ऐसे कयास लगाए जाने लगे। इसी मुद्दे पर अब नितिन गडकरी ने अपना गुस्सा जाहिर किया है और कानूनी लड़ाई की बात तक कह दी है, जो आप सांसद संजय सिंह की मुसीबतें बढ़ा सकती हैं।

 

नितिन गडकरी ने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए कहा, “आज एक बार फिर मुख्यधारा की मीडिया, सोशल मीडिया के कुछ वर्ग और विशेष रूप से कुछ लोगों द्वारा मेरे बयानों को गलत तरह से पेश कर राजनीतिक लाभ के लिए मेरे खिलाफ नापाक और मनगढ़ंत अभियान चलाया जा रहा है।” गडकरी ने इसे मीडिया का एजेंडा घोषित किया है और कानूनी लड़ाई की धमकी तक दे दी है जो कि संजय सिंह के लिए किसी झटके से कम नहीं है। इसकी वजह यह है कि गडकरी के बयान को तोड़ मरोड़ कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर संजय सिंह एक नया नैरेटिव गढ़ने की कोशिश कर रहे थे।

और पढ़ेंछ संजय सिंह ने राम भक्तों को कहा ‘चन्दा चोर’, अब राम भक्त घसीटेंगे संजय सिंह को कोर्ट

केजरीवाल को घुटने पर ला चुके हैं गडकरी

ज्ञात हो कि नितिन गडकरी हवा में बयान देने वाले नेताओं या मंत्रियों में से नहीं हैं। ये वही हैं जिन्होंने अरविंद केजरीवाल के बेबुनियाद आरोपों के कारण उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया था और नतीजतन केजरीवाल को सार्वजनिक तौर पर गडकरी से माफी मांगनी पड़ी थी। संजय सिंह शायद ये भूल गए हैं कि दिल्ली के कथित मालिक को नितिन गडकरी घुटनों पर ले आए थे और अब एडिटेड वीडियो डालकर संजय सिंह ने एक नई मुसीबत मोल ले ली है।

संजय सिंह नपने वाले हैं!

आपको बता दें कि संजय सिंह पर एक समय आरोप लगते थे कि वो सिनेमाहॉल में टिकट ब्लैक करते थे और बाद में राजनीति में आ गए। उन आरोपों की सच्चाई का तो नहीं पता लेकिन सत्य यह भी है कि संजय सिंह राजनीतिक तौर पर एक अराजकतावादी नेता हैं, जो कि दूसरे दलों के आंतरिक मामलों में मजे लेने के उद्देश्य से दखल देते हैं! यह वही शख्स हैं जिनके कारण कवि कुमार विश्वास राज्यसभा नहीं जा पाए थे। निश्चित तौर पर यदि संजय सिंह की जगह कुमार राज्यसभा जाते तो आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय राजनीति में इतनी दुर्गति नहीं होती।

ध्यान देने वाली बात है कि संजय सिंह वही शख्स हैं, जो उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले राम मंदिर निर्माण में झूठे भ्रष्टाचार का केस निकाल कर ले आये थे। इस शख्स को संवैधानिक संस्थाओं की कार्रवाई में जातीय टिप्पणी करके विक्टिम कार्ड खेलने की बुरी आदत है। इतना ही नहीं संजय सिंह आए दिन राज्यसभा में अपनी अराजक हरकतों के चलते सस्पेंड होते रहते हैं। संजय सिंह के इतिहास को देखें तो निश्चित तौर वो एक अराजकतावादी शख्स हैं जिसे पर्दे के पीछे से आप ने एक अहम पद दे दिया है और उस पद की गरिमा भूलकर संजय सिंह आए दिन पार्टी की भद्द पिटवाते रहते हैं। अब संजय सिंह का सामना नितिन गडकरी से हुआ है जो कि संजय सिंह को दिन में तारे दिखा सकते हैं। इसके कारण यह माना जा रहा है कि गडकरी आने वाले दिनों में संजय सिंह को छोड़ने वाले नहीं हैं।

और पढ़ें: ‘सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी जैन समाज का अपमान है’, AAP नेता संजय सिंह के बयान से मचा बवाल

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Exit mobile version