TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    कलानिधि पर ₹8,500 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप

    दयानिधि मारन का भाई कलानिधि पर ₹8,500 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप

    President Draupadi Murmu Birthday

    जन्मदिन विशेष: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का 67वां जन्मदिन, PM मोदी ने बताया प्रेरणा; पढ़ें संघर्ष से शिखर का सफर

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    Pakistan India Defence Budget

    पाकिस्तान ने 20% बढ़ाया रक्षा बजट लेकिन भारत की तुलना में कितना है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Is America Enter in Israel Iran War

    क्या इजरायल-ईरान जंग में कूदने जा रहा है अमेरिका? डूम्सडे प्लेन की उड़ान और ORDER01 ने बढ़ाई चिंता

    ग्रेटर इज़रायल को दो नदियों के बीच का क्षेत्र माना गया है (चित्र: MEPEI)

    बाइबिल का वादा पूरा करने लिए युद्ध में उलझे हैं नेतन्याहू!, जानें क्या है ग्रेटर इज़रायल?

    Israel Iran War Benjamin Netanyahu And Ayatollah Ali Khamenei

    युद्ध के साये में जागी देशभक्ति: इजरायल के हमलों से कैसे मजबूत हुए ईरानियों के इरादे?

    अहमदाबाद में एअर इंडिया फलाइट क्रैश

    एअर इंडिया विमान दुर्घटना: अमेरिकी और ब्रिटिश एजेंसियां भारतीय जमीन पर जांच क्यों कर रही हैं?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    कलानिधि पर ₹8,500 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप

    दयानिधि मारन का भाई कलानिधि पर ₹8,500 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप

    President Draupadi Murmu Birthday

    जन्मदिन विशेष: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का 67वां जन्मदिन, PM मोदी ने बताया प्रेरणा; पढ़ें संघर्ष से शिखर का सफर

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    Pakistan India Defence Budget

    पाकिस्तान ने 20% बढ़ाया रक्षा बजट लेकिन भारत की तुलना में कितना है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Is America Enter in Israel Iran War

    क्या इजरायल-ईरान जंग में कूदने जा रहा है अमेरिका? डूम्सडे प्लेन की उड़ान और ORDER01 ने बढ़ाई चिंता

    ग्रेटर इज़रायल को दो नदियों के बीच का क्षेत्र माना गया है (चित्र: MEPEI)

    बाइबिल का वादा पूरा करने लिए युद्ध में उलझे हैं नेतन्याहू!, जानें क्या है ग्रेटर इज़रायल?

    Israel Iran War Benjamin Netanyahu And Ayatollah Ali Khamenei

    युद्ध के साये में जागी देशभक्ति: इजरायल के हमलों से कैसे मजबूत हुए ईरानियों के इरादे?

    अहमदाबाद में एअर इंडिया फलाइट क्रैश

    एअर इंडिया विमान दुर्घटना: अमेरिकी और ब्रिटिश एजेंसियां भारतीय जमीन पर जांच क्यों कर रही हैं?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

केप्लर के सिद्धांत तो आपने खूब पढ़े होंगे लेकिन वह एक चोर और संभावित हत्यारा था

प्रसिद्ध वैज्ञानिक टाइको ब्राहे की मौत के पीछे योहान्स केप्लर का ही हाथ बताया जाता है लेकिन अभी तक यह पूर्ण रूप से साबित नहीं हो पाया है.

Devesh Sharma द्वारा Devesh Sharma
28 November 2022
in ज्ञान
Kepler

Source- Google

Share on FacebookShare on X

टाइको ब्राहे, एक ऐसे खगोलशास्त्री जो अपने सटीक और व्यापक खगोलीय अवलोकनों के लिए जाने जाते थे। उनका जन्म 14 दिसम्बर, 1546 को स्कैनिया में हुआ था जोकि आज के समय में स्वीडन का भाग है। टाइको एक खगोलशास्त्री होने के साथ-साथ ज्योतिष और प्रसिद्ध अलकेमिस्ट भी थे। उन्होंने अपने जीवनकाल में कई ऐसी खगोलीय घटनाओं के बारे में बताया जो बाद में विज्ञान के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुई थीं। परन्तु यह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है बिना टेलीस्कोप के ग्रह-नक्षत्रों का अध्ययन करने वाले अंतिम वैज्ञानिकों में से एक टाइको ब्राहे का निधन बहुत ही कम उम्र में हो गया और उनका आकस्मिक निधन कोई आम बात नहीं बल्कि यह एक हत्या बताई जाती है जोकि आजतक रहस्य बनी हुई है। हालांकि, इसके पीछे प्रसिद्ध वैज्ञानिक योहान्स केप्लर का भी हाथ बताया जाता है और यह भी बताया जाता है कि उन्होंने ब्राहे के खोज का क्रेडिट खा लिया।

और पढ़ें: आइंस्टीन को गलत साबित कर रहे हैं दुनिया में शीर्ष पदों पर बैठे भारतीय

संबंधितपोस्ट

कोई सामग्री उपलब्ध नहीं है
और लोड करें

ब्राहे ने दी थी कोपरनिकस के सिद्धांत को चुनौती

दरअसल, टाइको ब्राहे का जन्म डेनमार्क के सबसे प्रभावशाली और कुलीन परिवारों के उत्तराधिकारी के रूप में हुआ था और जिस परिवार में ब्राहे जन्मे थे, उसके संबंध डेनमार्क के राजसी परिवारों से था। इसीलिए प्रारंभ से ही ब्राहे की शिक्षा-दीक्षा अच्छे से हुई थी। टाइको ने अपनी स्कूली शिक्षा न्यकोबिंग के लैटिन स्कूल से प्राप्त की और उसके बाद वो कोपेनहेगन विश्वविद्यालय में अपनी आगे की पढ़ाई के लिए चले गए। वहां पर इन्होंने अपने चाचा के कहने पर कानून का अध्ययन करने लगे परन्तु ब्राहे का मन तो विज्ञान की ओर आकर्षित होता था।

आखिरकार 21 अगस्त 1560 के सूर्यग्रहण से खगोल विज्ञान में उनकी रूचि और ज्यादा जाग्रत होने लगी। जिसके बाद ब्राहे ने कानून की पढ़ाई छोड़ कर अपना पूरा ध्यान खगोलशास्त्र की ओर लगा दिया और गहन अध्ययन के बाद उस समय एक बड़े खगोलशास्त्रीय निकोलस कोपरनिकस के हेलिओसेंट्रिक के सिद्धांत को चुनौती दे डाली। ब्राहे ने अपने सिद्धांत में सूर्य को ब्रह्मांड का केंद्र बताते हुए कहा था सूर्य ब्रह्मांड के केंद्र में स्थापित है और सभी ग्रह इसकी परिक्रमा लगाते हैं, जोकि टेलीस्कोप की खोज होने के बाद सही साबित हुआ। जबकि कोपरनिकस पृथ्वी को ब्रह्मांड का केंद्र मानते थे।

जब कट गई थी ब्राहे की नाक

सन् 1566 ई. में टाइको ब्राहे रोस्टॉक विश्वविद्यालय में अध्ययन करने के लिए जाते हैं। वहां उन्होंने विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध मेडिकल स्कूल में मेडिसिन के प्रोफेसरों के साथ मेडिकल अलकेमी और वनस्पति चिकित्सा में गहन अध्ययन किया। परन्तु इस दौरान इनके साथ एक ऐसी घटना हुई जो बाद में इनके मौत का कारण बनी। वो थी तलवारबाजी में नाक का आगे वाला भाग खो देना।

दरअसल, प्रोफेसर लुकास बैचमेस्टर के घर पर ब्राहे के भाई और एक दोस्त के बीच में स्वयं को बेहतर गणितज्ञ बनाने को लेकर लड़ाई हो जाती है जिसके बाद यह लड़ाई तलवारीबाजी का रुप ले लेती है और इसमें टाइको की नाक का आगे का हिस्सा कट जाता है। हालांकि, विश्वविद्यालय के चिकित्सा विभाग के द्वारा उनका पूरा ध्यान रखा जाता परन्तु जीवनभर उन्हें प्लास्टिक सर्जरी के द्वारा लगाई गई नाक के साथ में बिताना पड़ता है। ऐसा बताया जाता है कि इस नाक को सोने या चांदी के द्वारा बनाया गया था। परन्तु 2010 में उनकी नाक से निकाले गए एक छोटे से हड्डी के नमूने का रासायनिक विश्लेषण करने के बाद पता चलता है कि नाक का यह कृत्रिम रूप, पीतल का बना हुआ था।

और पढ़ें: कैसे थॉमस अल्वा एडिसन ने Nikola Tesla के आविष्कारों को चुराकर टेस्ला को बर्बाद कर दिया

टाइको और केप्लर का युग

हालांकि, नाक कटने के बाद भी ब्राहे द्रुत गति से आगे बढ़ते रहे। उन्होंने कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी में खगोल विज्ञान पर व्याख्यान दिया और पूरे यूरोप पर एक प्रभावशाली छाप छोड़ी। टाइको के काम में सबसे ज्यादा दिलचस्पी रखने वालों में से कोई और नहीं बल्कि खुद डेनमार्क के राजा फ्रेडरिक द्वितीय थे। 1576 में फ्रेडरिक द्वितीय ने ह्वेन द्वीप को बतौर जागीर टायको ब्राहे को सौंप दिया और वहां एक भव्य वेधशाला के निर्माण के लिए राजकोष से प्रचुर धन भी मुहैया कराया। ब्राहे ने ह्वेन द्वीप पर उरानीबर्ग वेधशाला, एक छापाखाना और अल्केमी की प्रयोगशालाएँ बनवाई। ब्राहे ने स्वयं वेधशाला के लिए वैज्ञानिक उपकरणों का निर्माण किया और ग्रहों एवं तारों की स्थिति को दर्ज करना शुरू कर दिया।

खगोल विज्ञान में एक नए युग की शुरुआत में राजनैतिक कारणों से 1597 में टायको ब्राहे को अपनी जागीर छोड़नी पड़ी, उन्होने 1599 में रोमन साम्राज्य के सम्राट रूडोल्फ द्वितीय के संरक्षण में प्राग में एक नई वेधशाला स्थापित की। ब्राहे को खगोलीय गणनाओं में पारंगत एक मेधावी गणितज्ञ की जरूरत थी, जिसकी पूर्ति 1600 में जोहांस केप्लर के मुलाक़ात से हुई। दोनों के मिलने से खगोल विज्ञान में एक नए युग की शुरुआत हुई। टायको और केप्लर के बीच के संबंध मधुर नहीं थे लेकिन बात यह है कि टायको ब्राहे द्वारा जुटाए गए खगोलीय आकड़ें केप्लर के लिए बेहद मूल्यवान साबित हुए।

केप्लर ने ब्राहे द्वारा जुटाए गए आंकड़ों का किया अध्ययन

ब्राहे द्वारा जुटाए गए सर्वोत्तम आंकड़ों का तकरीबन 20 वर्षों तक केप्लर ने सूक्ष्मता से अध्ययन-विश्लेषण किया। केप्लर के ज़्यादातर प्रयास मंगल ग्रह की कक्षा से संबंधित थे। असल में केप्लर का ऐसा मानना था कि मंगल की कक्षा के बारे में अधिकाधिक अध्ययन करने से ही ग्रहों की गति के रहस्य को समझा जा सकता है, क्योंकि इसकी कक्षा वृत्त से काफी अलग है। उसके बाद केप्लर के कई सिद्धांत भी सामने आए, जो ब्राहे के खोज से प्रेरित प्रतीत होते हैं।

हालांकि, ब्रह्मांड के इस रहस्य को प्रचीन भारत के एक वैज्ञानिक आर्यभट्ट ने कोपरनिकस, गैलीलियो और टाइको ब्राहे के जन्म से बहुत पहले ही बता दिया था परन्तु पर्याप्त प्रचार-प्रसार न होने के कारण उन्हें ज्यादा प्रसिद्धि नहीं मिल पाई थी। यही नहीं, आर्यभट्ट और प्रचीन भारत के अन्य वैज्ञानिकों के बारे में हमने पहले भी विस्तार से बात की है जिसे आप यहां पढ़ सकते हैं। ब्राहे के बारे में कहा जाता है कि वो दुनिया के उन अंतिम वैज्ञानिकों में से एक थे, जिन्होंने बिना टेलीस्कोप के ब्रह्मांड के रहस्यों को दुनिया के सामने रखा।

और पढ़ें: प्राचीन भारत के वो महान वैज्ञानिक जिन्हें आधुनिक भारत ने भुला दिया

कैसे हुआ ब्राहे का आकस्मिक निधन?

ज्ञात हो कि टाइको ब्राहे के आकस्मिक निधन को लेकर अभी भी चीजें सपष्ट नहीं हो पाई हैं कि टाइको की हत्या हुई थी या सामान्य मृत्यु। यही नहीं, आए दिन इसे लेकर कई तरह के सवाल भी उठते रहते हैं। टाइको की मौत होने के बारे में बताया जाता है कि ब्लैडर के फटने की वजह से उनकी मैत हुई थी। परन्तु 1990 के दशक में हुई जांच में टाइको की मृत्यु मूत्र संबंधी समस्याओं से नहीं बल्कि पारा (mercury) से होने की बात कही गई थी।

यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें जानबूझकर जहर दिया गया है और इसके दो मुख्य संदिग्ध बताए गए पहला उनके सहायक योहान्स केप्लर थे, जिनका मकसद टाइको की प्रयोगशाला और रसायनों तक पहुंच हासिल करना था और दूसरे संदिग्ध उनके चचेरे भाई थे एरिक ब्राहे। इसके अलावा अन्य भी कई कारण बताए गए परन्तु इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है। इसीलिए टाइको ब्राहे की मृत्यु अभी तक एक रहस्य बनी हुई है। टाइको ब्राहे की मृत्यु का रहस्य सुलझे या न सुलझे परन्तु इस बात को कोई नहीं नकार सकता है ब्राहे एक अद्भुत वैज्ञानिक थे और उनकी आकस्मिक मृत्य का होना विज्ञान के लिए गहरा झटका था।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: Tycho Brahe biography in HindiTycho Brahe deathकोपरनिकसटाइको ब्राहेयोहान्स केप्लर
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

हिंदू धर्म की विशिष्टता का प्रमाण है अग्निहोत्र, यहां समझिए लोगों को इसे क्यों करना चाहिए ?

अगली पोस्ट

पिछले 5 वर्षों में 14 फिल्में और 10 हिट, बॉक्स ऑफिस पर ‘भौकाल’ मचा रहे हैं अजय देवगन

संबंधित पोस्ट

पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है
संस्कृति

हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

19 June 2025

हर साल पुरी की धरती पर एक ऐसा दृश्य सामने आता है, जो हमारी आस्था को एक नया आकार देता है। यह सिर्फ एक त्योहार...

हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है
संस्कृति

केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

16 June 2025

वैदिक ज्योतिष के अनुसार आकाश में तारों का जो समूह होता है, उसे नक्षत्र कहा जाता है। वहीं ज्योतिषीय गणना के लिए आकाश को 27...

कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा
इतिहास

कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

14 June 2025

एक समय था जब ईरान अग्नि और सूर्य उपासकों की भूमि था तब इसे फारस के नाम से जाना जाता था। यहां जरथुस्त्र धर्म (Zoroastrianism)...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

when the God leaves the temple to be with his devotees.

when the God leaves the temple to be with his devotees.

00:05:31

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

00:11:04

kamakhya Devi and the Power of Menstruation: Ambubachi Mela Explained.

00:04:47

From love to murder- how five plots took down raja raghuvanshi

00:04:38

Marriage gone murderous: expert explains the gruesome murder case.

00:13:01
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited