TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तानू

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तानू

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

पोन्नियिन सेल्वन-1 की वो कहानी, जो मणिरत्नम ने अपनी फिल्म में आपको दिखाई ही नहीं

चोल वंश की रहस्यमयी नगरी का इतिहास काफी रोचक है लेकिन PS-1 की कहानी ऐसी है कि काफी लोगों को कुछ समझ में नहीं आया. जिन्हें समझ में आया वे कड़ियां जोड़ने में असफल रहे.

Awanish Tiwari द्वारा Awanish Tiwari
10 December 2022
in प्रीमियम
आदित्य करिकालन

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

चोल साम्राज्य भारत का इकलौता ऐसा साम्राज्य था, जिसने 1500 वर्षों तक शासन किया. इनके शासन का पैटर्न दूसरों से काफी अलग था और इसी के बलबूते उन्होंने सबसे अधिक समय तक शासन करने का कीर्तिमान स्थापित किया. चोल वंश की रहस्यमयी नगरी का इतिहास काफी रोचक है. हाल ही में प्रदर्शित फिल्म PS-1 (पोन्नियिन सेलवन-1) के जरिए इसे दर्शाने का प्रयास भी किया गया, जो कल्कि के उपन्यास पर आधारित था लेकिन इस फिल्म ने चोलों के वास्तविक इतिहास के साथ न्याय नहीं किया.

फिल्म की कहानी कई जगह पटरी से उतरती हुई प्रतीत हुई. फिल्म को लेकर लोगों की प्रतिक्रियाएं काफी मिश्रित रही. वहीं, काफी लोग ऐसे भी रहे जिन्हें कुछ समझ में ही नहीं आया. कुछ लोगों को थोड़ा बहुत समझ में आया भी तो वे कड़ियां जोड़ने में विफल रहे. इस लेख में आज हम आपको PS-1 के कुछ वैसे बिंदुओं से अवगत कराएंगे, जिसे इस फिल्म के निर्देशक मणिरत्नम ने आपके सामने प्रस्तुत ही नहीं किया है.

संबंधितपोस्ट

भारत के सबसे महान राजवंशों में से एक था चोल साम्राज्य, लेकिन वामपंथी इतिहासकारों ने इसे दफन कर दिया

और लोड करें

और पढ़ें: अशोक कोई ‘महान’ नहीं बल्कि विशाल मौर्य वंश का बेड़ा गर्क करने वाले शासक थे

1. आदित्य करिकालन और नंदिनी की प्रेम कहानी

PS-1 में आदित्य करिकालन और नंदिनी के रिश्ते को दर्शाया गया है लेकिन चीजें फिर भी स्पष्ट नहीं है. ज्ञात हो कि नंदिनी और आदित्य करिकालन बचपन से ही एक दूसरे के काफी अच्छे दोस्त थे. समय के साथ-साथ दोनों का रिश्ता भी बड़ा हुआ और बात राजमहल तक पहुंच गई. उसके बाद राजा सुंदर चोल और उनकी पत्नी वामन देवी ने नंदिनी से मिलने की इच्छा जताई. फिर क्या था, नंदिनी को राजसभा में बुलाया गया. नंदिनी इतनी खूबसूरत थी कि उसे देखते ही राजसभा में बैठे लोगों की आंखें चमक उठी. राजा सुंदर चोल उसे देखते ही बेहाल हो उठे.

आदित्य करिकालन की माता वामन देवी को नंदिनी काफी पसंद आई लेकिन वो कुछ कह पाती, उससे पहले ही उन्हें ज्योतिषी की वो भविष्यवाणी याद आ गई, जिसमें कहा गया था कि आदित्य करिकालन जिस लड़की से प्यार करता है, उससे अगर उसकी शादी हो गई तो वहीं उसकी मौत का कारण भी बनेगी. यही सोचकर वह चुप रह गईं लेकिन आदित्य करिकालन की छोटी बहन कुंदवई ने दोनों की शादी का विरोध कर दिया.

नतीजा यह हुआ कि दोनों की शादी नहीं हो पाई. इसके अलावा भरी सभा में नंदिनी की बेइज्जती हुई सो अलग। उसके बाद आदित्य करिकालन पर निगरानी रखी जाने लगी और नंदिनी को चोल साम्राज्य छोड़ने का आदेश दे दिया गया. यही से आदित्य करिकालन और नंदिनी पूरी तरह से अलग हो गए थे. अब आप सोच रहे होंगे कि नंदिनी को देख कर सुंदर चोल बेहाल क्यों हो उठे? कुंदवई ने इनकी शादी का विरोध क्यों किया? जैसे-जैसे आप लेख में आगे बढ़ेंगे, आपको इन सभी का उत्तर मिलता जाएगा.

2. नंदिनी के साथ झोपड़ी में वीर पांड्यन

PS-1 में एक जगह दिखाया गया है कि नंदिनी, चोलों के दुश्मन पांड्यन वंश के राजा वीर पांड्यन से एक झोपड़ी में मिलती है, जहां आदित्य करिकालन पहुंच जाते हैं और नंदिनी के लाख मना करने के बावजूद वीर पांड्यन की हत्या कर देते हैं. फिल्म में दिखाया गया यह चित्रण लोगों के सिर के ऊपर से निकल गया. चलिए हम आपको बताते हैं. ज्ञात हो कि नंदिनी, सुंदर चोल और मंदाकिनी की बेटी थी. इसी कारण राजसभा में नंदिनी को देखकर सुंदर चोल बेहाल हो उठे थे. उनके इस रिश्ते के बारे में वामन देवी को पता था लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि सुंदर चोल और मंदाकिनी की कोई पुत्री भी है. लेकिन कुंदवई यह सब जानती थी और इसीलिए उसने शादी का विरोध किया था. अब आप पूछेंगे ये मंदाकिनी कौन है?

दरअसल, सुंदर चोल एक बार युद्ध पर निकले थे लेकिन वो अपनी सेना की टुकड़ी से बिछड़ गए और श्रीलंका के एक टापू पर जा पहुंचे. उन्होंने एक घर का दरवाजा खटखटाया, दरवाजा खुलते ही जख्मी सुंदर चोल सामने वाले के कंधे पर गिर पड़े. सुंदर चोल जिसके कंधे पर गिरे थे, वही थीं मंदाकिनी. मंदाकिनी देखने में काफी सुंदर थी लेकिन वो बोल और सुन नहीं सकती थी. सुंदर चोल का नाम भी उनकी सुंदरता के कारण ही पड़ा था. उसके बाद इन दोनों के प्रेम कहानी आगे बढ़ी. हालांकि, सुंदर चोल इनसे शादी नहीं कर पाए. इसके बावजूद उन्होंने मंदाकिनी का पूरा ख्याल रखा लेकिन इस प्रकरण के बाद मंदाकिनी पूरी तरह से टूट चुकी थी. उन दोनों की एक बेटी भी हुई, जिसका नाम था नंदिनी. हालांकि, उसके बाद उन्होंने वीर पांड्यन से शादी कर ली लेकिन वीर पांड्यन की सच्चाई सामने आते ही मंदाकिनी उनसे अलग हो गई.

और पढ़ें: भारत के सबसे महान राजवंशों में से एक था चोल साम्राज्य, लेकिन वामपंथी इतिहासकारों ने इसे दफन कर दिया

नंदिनी की आंखों के सामने ही यह पूरी फिल्म चल रही थी. उसे पहले से ही अपनी सच्चाई के बारे में पता था और एक साजिश के तहत ही आदित्य करिकालन के साथ इसकी प्रेम कहानी शुरू हुई थी. उसे भी हर वो चीज चाहिए था, जिसकी वो वास्तव में हकदार थी यानी राजमहल का जो सुख कुंदवई और आदित्य करिकालन को मिल रहा था, नंदिनी उसके लिए बराबर की भागीदार थी. लेकिन भरी सभा में बेइज्जती और आदित्य से उसका रिश्ता टूटने के बाद उसके लिए चीजें आसान नहीं रह गई थी और उसने षड्यंत्र रचना आरंभ कर दिया था.

वीर पांड्यन उसके पिता थे और चोलों पर आक्रमण करने से ठीक पूर्व नंदिनी ने उन्हें मिलने के लिए बुलाया था. हालांकि, चोल साम्राज्य पर पांड्यन साम्राज्य के आक्रमण की खबर आदित्य करिकालन को पहले से ही थी और वो इसके लिए अपने गुप्तचर फैला चुके थे. उन्हें नंदिनी और वीर पांड्यन की मुलाकात की जानकारी भी पहले से थी. ऐसे में जब वीर पांड्यन नंदिनी के पास पहुंचे और चोल साम्राज्य के विनाश को लेकर अंदर उनदोनों के बीच जो बातें हुई, वो सब आदित्य करिकालन ने अपनी कानों से सुनी और क्रोध में आकर उन्होंने वीर पांड्यन का सर धड़ से अलग कर दिया.

3. नंदिनी का डबल रोल

PS-1 फिल्म के अंत में हाथी पर बैठी एक महिला को दिखाया गया है, जिसकी शक्ल हूबहू नंदिनी से मिलती हुई नजर आ रही है. लेकिन दोनों की उम्र में काफी ज्यादा अंतर है. फिल्म में इसे लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है. चलिए इसे भी स्पष्ट कर ही देते हैं. दरअसल, फिल्म के अंत में हाथी पर बैठी जिस महिला को दिखाया गया है, वह वास्तव में नंदिनी की मां मंदाकिनी हैं. वीर पांड्यन से अलग होने के बाद वह एक द्वीप पर जाकर बस गई थीं.

फिल्म में दिखाया गया है कि श्रीलंका से लौटते हुए पोन्नियिन सेलवन (अरुणमोझी वर्मन) चक्रवात में फंस जाते हैं, जहाज टूट जाता है और वो लहरों में समा जाते हैं. जिसके बाद समुद्र में मंदाकिनी को दिखाया गया है. ज्ञात हो कि मंदाकिनी ने बचपन में भी अरुणमोझी वर्मन को कावेरी नदी में डूबने से बचाया था और यही से उनका नाम पोन्नियिन सेलवन पड़ा, जिसका मतलब होता है कावेरी का बेटा. इसके आगे की कहानी यह है कि अरुणमोझी वर्मन को समुद्र में डूबने से बचा लिया जाता है और उन्हें वापस चोल साम्राज्य पहुंचा दिया जाता है.

इसके अलावा पर्वतेश्वर से नंदिनी की शादी तो PS-1 में दिखा दी गई है लेकिन इसके पीछे भी चीजें स्पष्ट नहीं है. ऐसे में अगर वास्तविक इतिहास के आधार पर PS-2 बनाई जाती है तो उसमें सुंदर चोल की मृत्यु, आदित्य करिकालन का राजतिलक और नंदिनी के हाथों उनकी हत्या, कुंदवई से शासन संभालने का अनुरोध, उत्तम चोल का राजतिलक और नंदिनी के हाथों उनकी हत्या, उसके बाद अरुणमोझी का राजतिलक, ये सारी चीजें आगामी भाग में दिखाई जा सकती हैं.

और पढ़ें: सम्राट बिंदुसार की वो कहानी जो आपको कभी बताई नहीं गई

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Tags: PS 1चोल साम्राज्यपोन्नियिन सेलवनमणिरत्नम
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

राजपूताना के महान वीर ‘चारण’ की अद्भुत गाथा, जिनके साथ इतिहास ने न्याय नहीं किया

अगली पोस्ट

“उन्होंने बलात्कारी को वोट दिया” लिबरल गैंग भाजपा की जीत के लिए गुजरातियों को गालियां दे रहा है

संबंधित पोस्ट

बिहार में बज गया चुनावी बिगुल: जानें विधानसभा चुनाव 2025 का पूरा शेडयूल
प्रीमियम

बिहार में बज गया चुनावी बिगुल: जानें विधानसभा चुनाव 2025 का पूरा शेडयूल

6 October 2025

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का आखिरकार एलान हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि...

शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक
इतिहास

शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

2 October 2025

2 अक्टूबर 2025, नागपुर, यह तिथि केवल एक पर्व नहीं, बल्कि इतिहास और वर्तमान का संगम बन गई। इस दिन भारत ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: शताब्दी की यात्रा और कश्मीर युद्ध में अमर योगदान
इतिहास

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: शताब्दी की यात्रा और कश्मीर युद्ध में अमर योगदान

2 October 2025

भारत के इतिहास में कई क्षण ऐसे आए जब हमारे राष्ट्र की आत्मा संकट में थी। 1947 का वह समय भी ऐसा ही था, जब...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why India’s 800-km BrahMos Is a Nightmare for Its Adversaries

Why India’s 800-km BrahMos Is a Nightmare for Its Adversaries

00:06:22

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

00:07:39

How Bursting Firecrackers on Deepavali Is an Ancient Hindu Tradition & Not a Foreign Import

00:09:12

This is How Malabar Gold Betrayed Indians and Preferred a Pakistani

00:07:16

What Really Happened To the Sabarimala Temple Gold Under Left Government?

00:07:21
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited