TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारत में लोकतंत्र सर्वोपरि, पाकिस्तान नहीं: बिहार चुनाव में बुर्का विवाद पर गिरिराज सिंह ने विपक्ष को दिखाया आईना

    भारत में लोकतंत्र सर्वोपरि, पाकिस्तान नहीं: बिहार चुनाव में बुर्का विवाद पर गिरिराज सिंह ने विपक्ष को दिखाया आईना

    राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेकार, भारत की सेना ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई और दुनिया को दिखा दिया असली ताकत

    ट्रंप भी मानने को मजबूर: राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेअसर, भारत ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई

    पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’

    पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’

    भारत-विरोधी विचारों वाला मेयर: Zohran Mamdani की राजनीति और पश्चिमी लोकतंत्र में फैलती हिंदू फोबिया

    भारत-विरोधी विचारों वाला मेयर: Zohran Mamdani की राजनीति और पश्चिमी लोकतंत्र में फैलती हिंदू फोबिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    रूस हारा, अमेरिका हारा, अब पाकिस्तान की तालिबान से जंग की डींगे: अंतरराष्ट्रीय मज़ाक और उसकी वास्तविक कमजोरी

    रूस हारा, अमेरिका हारा, अब पाकिस्तान की तालिबान से जंग की डींगे: अंतरराष्ट्रीय मज़ाक और उसकी वास्तविक कमजोरी

    ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के छह महीने बाद फिर साजिशों में जुटे पाकिस्तान और आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार

    ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के छह महीने बाद फिर साजिशों में जुटे पाकिस्तान और आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार

    राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेकार, भारत की सेना ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई और दुनिया को दिखा दिया असली ताकत

    ट्रंप भी मानने को मजबूर: राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेअसर, भारत ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई

    वोट के लिए कितनी नीचता तक गिर सकते हैं नेता? राहुल गांधी के सेना वाले बयान ने भारत में जाति की राजनीति पर उठाए गंभीर सवाल

    वोट के लिए कितनी नीचता तक गिर सकते हैं नेता? राहुल गांधी के सेना वाले बयान ने भारत में जाति की राजनीति पर उठाए गंभीर सवाल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    रूस हारा, अमेरिका हारा, अब पाकिस्तान की तालिबान से जंग की डींगे: अंतरराष्ट्रीय मज़ाक और उसकी वास्तविक कमजोरी

    रूस हारा, अमेरिका हारा, अब पाकिस्तान की तालिबान से जंग की डींगे: अंतरराष्ट्रीय मज़ाक और उसकी वास्तविक कमजोरी

    ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के छह महीने बाद फिर साजिशों में जुटे पाकिस्तान और आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार

    ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के छह महीने बाद फिर साजिशों में जुटे पाकिस्तान और आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार

    राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेकार, भारत की सेना ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई और दुनिया को दिखा दिया असली ताकत

    ट्रंप भी मानने को मजबूर: राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेअसर, भारत ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई

    पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’

    पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारत में लोकतंत्र सर्वोपरि, पाकिस्तान नहीं: बिहार चुनाव में बुर्का विवाद पर गिरिराज सिंह ने विपक्ष को दिखाया आईना

    भारत में लोकतंत्र सर्वोपरि, पाकिस्तान नहीं: बिहार चुनाव में बुर्का विवाद पर गिरिराज सिंह ने विपक्ष को दिखाया आईना

    राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेकार, भारत की सेना ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई और दुनिया को दिखा दिया असली ताकत

    ट्रंप भी मानने को मजबूर: राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेअसर, भारत ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई

    पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’

    पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’

    भारत-विरोधी विचारों वाला मेयर: Zohran Mamdani की राजनीति और पश्चिमी लोकतंत्र में फैलती हिंदू फोबिया

    भारत-विरोधी विचारों वाला मेयर: Zohran Mamdani की राजनीति और पश्चिमी लोकतंत्र में फैलती हिंदू फोबिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    रूस हारा, अमेरिका हारा, अब पाकिस्तान की तालिबान से जंग की डींगे: अंतरराष्ट्रीय मज़ाक और उसकी वास्तविक कमजोरी

    रूस हारा, अमेरिका हारा, अब पाकिस्तान की तालिबान से जंग की डींगे: अंतरराष्ट्रीय मज़ाक और उसकी वास्तविक कमजोरी

    ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के छह महीने बाद फिर साजिशों में जुटे पाकिस्तान और आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार

    ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के छह महीने बाद फिर साजिशों में जुटे पाकिस्तान और आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार

    राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेकार, भारत की सेना ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई और दुनिया को दिखा दिया असली ताकत

    ट्रंप भी मानने को मजबूर: राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेअसर, भारत ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई

    वोट के लिए कितनी नीचता तक गिर सकते हैं नेता? राहुल गांधी के सेना वाले बयान ने भारत में जाति की राजनीति पर उठाए गंभीर सवाल

    वोट के लिए कितनी नीचता तक गिर सकते हैं नेता? राहुल गांधी के सेना वाले बयान ने भारत में जाति की राजनीति पर उठाए गंभीर सवाल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    रूस हारा, अमेरिका हारा, अब पाकिस्तान की तालिबान से जंग की डींगे: अंतरराष्ट्रीय मज़ाक और उसकी वास्तविक कमजोरी

    रूस हारा, अमेरिका हारा, अब पाकिस्तान की तालिबान से जंग की डींगे: अंतरराष्ट्रीय मज़ाक और उसकी वास्तविक कमजोरी

    ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के छह महीने बाद फिर साजिशों में जुटे पाकिस्तान और आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार

    ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के छह महीने बाद फिर साजिशों में जुटे पाकिस्तान और आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार

    राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेकार, भारत की सेना ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई और दुनिया को दिखा दिया असली ताकत

    ट्रंप भी मानने को मजबूर: राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेअसर, भारत ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई

    पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’

    पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

काला कपड़ा और जल्लाद के वो 11 शब्द: कुछ इस तरह दी जाती है फांसी की सजा

फांसी की सजा से जुड़ी इन बातों को नहीं जानते होंगे आप।

TFI Desk द्वारा TFI Desk
28 January 2023
in ज्ञान
फांसी की सजा

SOURCE TFI

Share on FacebookShare on X

किसी व्यक्ति को कानूनी रूप से  न्यायिक प्रक्रिया के तहत जब किसी अपराध के लिए प्राणांत का दण्ड दिया जाता है तब वह दंड मृत्युदण्ड कहलाता है और भारत में मृत्युदण्ड फांसी के रूप में दिया जाता है। सरल रूप में कहें तो किसी गंभीर अपराध के लिए दोषी को यह दंड दिया जाता है। फांसी की सजा को दिए जाने के कई नियम है, आइए जानते हैं फांसी दी जाने से जुड़ी उन बातों को जिनके बारे में लोग बहुत कम ही जानते हैं।

स्वतंत्र भारत में पहली फांसी की सजा कहां दी गई?

भारत में पहली फांसी जबलपुर सेंट्रल जेल में 9 सितंबर 1947 को दी गई थी। वहीं अभी तक की अंतिम फांसी की बात की जाए तो निर्भया केस के 4 गुनहगारों को 20 मार्च 2020 को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई। एनसीआरबी के अनुसार देश में दिसंबर 2020 तक 442 कैदियों को मौत की सजा सुनाई जा चुकी थी, जिनमें 29 की सजा कोर्ट ने उम्रकैद में बदल दी, 413 कैदियों की सजा पर अमल होना बाकी है मतलब उनको लेकर अभी स्थिति कुछ साफ नहीं है।

संबंधितपोस्ट

हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

इस्तांबुल में पाकिस्तान की कूटनीतिक हार: जब झूठ, दोहरापन और ‘ब्लेम इंडिया’ की नीति ने उसे दुनिया के सामने नंगा कर दिया

सॉफ्टवेयर इंजीनियर से कट्टर जिहादी तक: जुबैर की गिरफ्तारी ने खोले अल-कायदा और आईएस के डिजिटल नेटवर्क के पते

और लोड करें

वहीं अगर साल 2021 की बात करें तो 144 लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई। ऐसे में दिसंबर 2021 तक जेलों में 557 ऐसे कैदी थे, जिन्हें मौत की सजा सुनाए जाने के बाद भी फांसी पर नहीं लटकाया गया। ज्यादातर बार यह देखा जाता है कि निचली अदालतों के फैसले ऊपरी अदालतों में बदल दिए जाते हैं। कुछ अपराधियों की सजा तो देश के राष्ट्रपति भी माफ कर चुके हैं लेकिन आतंकवाद और वीभत्स अपराध की श्रेणी के अपराधियों को आज भी फांसी पर लटकाने से ज्यादा परहेज नहीं किया जाता है।

मुंबई हमले के आतंकी अजमल आमिर कसाब से लेकर संसद हमले के सरगना अफजल गुरु और निर्भया कांड के दोषियों ने भी ऐसे ही गुनाहों की सीमा को पार किया था जिसके बाद उन्हें मौत की सजा का फरमान सुनाए जाने के बाद फांसी के फंदे पर लटकाया गया और देश के किसी भी न्यायिक संस्थान ने उन्हें राहत नहीं दी।

और पढ़ें- अमेरिका की कुटिल चाल: चीन पर भारत के साथ रहो, पाकिस्तान पर ज्ञान दो

जेल में तैयार होता है ब्लैक वॉरंट

अब आपको बताते हैं कि फांसी की सजा होने के बाद क्या होता है। जिस भी अपराधी को फांसी दी जाती है तो सबसे पहली प्रक्रिया के तहत जेल में ही अपराधी का डेथ वॉरंट या फिर ब्लैक वारंट तैयार किया जाता है। ये ब्लैक वारंट काले रंग के बॉर्डर वाला एक पेपर होता है जिसमें कैदी का नाम, उसकी सजा-ए-मौत का दिन और जगह लिखी हुई रहती है, यह ब्लैक वॉरंट सीधे तौर पर अपराधी की मौत का फरमान होता है।

14 दिन पहले दी जाती है फांसी की जानकारी

इसके बाद कैदी को एक अलग सेल में रखा जाता है और वह किसी अन्य कैदी से नहीं मिल सकता है। जेल के अंदर बंद कैदी को 14 दिन का वक्त दिया जाता है, उसे यह बता दिया जाता है कि किस दिन और किस समय उसे फांसी पर चढ़ाया जाएगा। कैदी के लिए ये 14 दिन अहम होते हैं क्योंकि इस दौरान कैदी खुद को मानसिक तौर पर फांसी के लिए तैयार करता है और उसे अपने रिश्तेदारों से मिलने की अनुमति दी जाती है, इतना ही नहीं यदि उसके पास कोई जायज प्रॉपर्टी है तो वह उसकी वसीयत भी तैयार करने के लिए सक्षम होता है।

और पढ़ें- जयशंकर को ज्ञान देने चले थे राहुल गांधी और केजरीवाल, लग गई

तैयार होता है फांसी का फंदा

फांसी के दौरान कैदी के स्वास्थ्य को भी पल-पल मॉनिटर किया जाता है और उनका समय-समय पर वजन भी चेक किया जाता है क्योंकि इसके आधार पर ही फांसी के नीचे के तख्त की गहराई रखी जाती है। इसके बाद जब फांसी के एक-दो दिन बचे होते हैं तो फिर फांसी के लिए अलग-अलग तरह से ट्रायल किए जाते हैं। बता दें कि फांसी के लिए रस्सी मुख्य तौर पर बिहार के बक्सर जिले से आती है जो कि काफी सहज मानी जाती है। आम तौर पर ये सारे ट्रायल जल्लाद ही करता है जो कि फांसी से दो दिन पहले ही जेल में आती है और कैदी के वजन के अनुसार ही होती है।

भारत में क्या होता है फांसी का समय

अभी तक हमने जब भी फांसी देने के समय के बारे में सुना है, सुबह के समय के बारे में ही सुना है। देश के नागरिक सुबह सोकर उठे हैं तो पता चला है कि आज सुबह ही किसी कैदी को फांसी दी गई। ऐसा नहीं है कि किसी भी समय कैदी को फांसी दी जाती है क्योंकि फांसी का समय स्थान तक दर्ज होता है। सर्दी गर्मी के हिसाब से फांसी देने का समय अलग-अलग होता है। नवंबर से फरवरी तक सुबह 8 बजे का वक्त फांसी के लिए निर्धारित होता है, वहीं मार्च, अप्रैल, सितंबर और अक्टूबर महीने में सुबह 7 बजे जबकि मई से अगस्त तक सुबह 6 बजे तक फांसी दे दी जाती है। इन महीनों में सामान्य तौर पर सूर्योदय का समय यही रहता है। सुबह का समय इसलिए चुना जाता है क्योंकि ये माना जाता है कि सुबह-सुबह फांसी देना कैदी के लिए मानसिक तौर पर आसान होता है। उसे पूरे दिन इंतजार नहीं करना पड़ता। एक खास बात यह भी है कि भारत में कभी भी सार्वजनिक अवकाश वाले दिन फांसी दी नहीं जाती है।

और पढ़ें- “स्वयं की कंपनियां डूब रही हैं, दूसरों को ज्ञान दे रहे हैं”, आइए शॉर्क टैंक इंडिया के जजों को जज करते हैं

क्या होता है फांसी वाले दिन का रुटीन

जानकारी के मुताबिक जिस दिन कैदी को फांसी होती है, उसे उस दिन नहलाया जाता है उसे उसकी इच्छानुसार सुबह का नाश्ता करवाया जाता है।  उसकी अंतिम इच्छा भी उसी दिन सुबह पूरी की जाती है। ये अंतिम इच्छा जेल मैनुअल के हिसाब से तय होती है. जैसे कैदी अपनी पसंद का खाना खाने की इच्छा जाहिर कर सकता है, किसी से मिलने की इच्छा या फिर पूजा-पाठ की इच्छा बता सकता है। फांसी के दौरान ऐसा नहीं है कि कोई भी वहां मौजूद हो सकता है। नियम के मुताबिक जेल सुपरिटेंडेंट, असिस्टेंट जेल सुपरिटेंडेंट, मेडिकल ऑफिसर, छह वार्डन और जल्लाद ही फांसी के समय मौजूद होते हैं। इस दौरान सुपरिटेंडेंट मुजरिम को वारंट पढ़कर सुनाता है और फिर कैदी को उस पर अपने हस्ताक्षर या अंगूठा लगाना होता है।

जल्लाद के हवाले कर दिया जाता है कैदी

इसके बाद कैदी को उसकी सेल से निकालकर फांसी वाली जगह तक ले जाया जाता है। इस दौरान कैदी के हाथ पीछे की ओर बंधे होते हैं। जितनी देर में कैदी फांसी के स्थान तक पहुंचता है उस दौरान ही जल्लाद फांसी का फंदा भी तैयार कर लेता है।  इसके बाद फांसी वाले तख्ते के पास कैदी को खड़ा करके उसे जल्लाद के हवाले कर दिया जाता है। जल्लाद  कैदी के सिर को पूरी तरह से काले कॉटन के कपड़े से ढक देता है और कैदी के कान में कहता है, ‘राम राम, मुझे माफ करना, मैं अपना फर्ज निभा रहा हूं’। जल्लाद के ये वाक्य कैदी के धर्म के अनुसार होते हैं, यदि कोई कैदी मुस्लिम हैं तो जल्लाद उसे यही बात राम राम की बजाए सलाम बोलकर कहेगा। इसके बाद फंदा उसके गंले में डालकर लीवर खींच दिया जाता है।

और पढ़ें- एकटा छला गोनू झा: चतुर और ज्ञानी गोनू झा जिनके पास था हर समस्या का समाधान 

धार्मिक आधार पर अंतिम संस्कार

कैदी की इस दौरान थोड़ी देर छटपटाने के बाद मौत हो जाती है और आधे घंटे बाद उसके शव को उतारकर मेडिकल किया जाता है फिर बॉडी को वहां से हटाकर उसका पोस्टमार्टम किया जाता है। ऐसे में यदि कैदी के परिजन उसके शव को लेने के लिए आते हैं तो उन्हें शर्तों के साथ शव दे दिया जाता है और पुलिस की मौजूदगी में ही कैदी के शव का अंतिम संस्कार होता है। वहीं कई मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि कैदी के परिजनों ने या तो उसके शव को लेने से मना कर दिया होता है या फिर परिजनों का कोई अता पता ही नहीं होता है। ऐसे में जेल प्रशासन कैदी के धार्मिक रिति रिवाज के आधार पर जेल में ही उसका अंतिम संस्कार कर देता है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: capital punishmentgruesome crimehangingNational Institute of SportsTerrorismआतंकवादजबलपुर सेंट्रल जेलफांसीमृत्युदण्डवीभत्स अपराध
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Visit meaning in hindi : vilom paryayvachi and examples –

अगली पोस्ट

पश्चिम को टक्कर देने के लिए बना SCO अब अपनी ही समस्याओं में उलझकर रह गया है?

संबंधित पोस्ट

कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम
इतिहास

कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

5 November 2025

आज कार्तिक पूर्णिमा है। कार्तिक पूर्णिमा सनातन परंपराओं में अत्यंत पवित्र दिन माना जाता है। यह केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि आध्यात्मिक...

नगीना मस्जिद हमला
इतिहास

जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

31 October 2025

बात वर्ष 1939 की है।अंग्रेजी शासन के ख़िलाफ़ पूरे देशभर में भावनाएं उफान पर थीं जनता न सिर्फ अपने लिए ज्यादा से ज्यादा अधिकारों की...

सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया
इतिहास

सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

31 October 2025

31 अक्टूबर 2025 को पूरा भारत सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मना रहा है। लौहपुरुष के रूप में विख्यात सरदार पटेल केवल स्वतंत्र भारत...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

How an Unverified US Shoplifting Incident Is Turned Into A Political Attack Against India & Modi

How an Unverified US Shoplifting Incident Is Turned Into A Political Attack Against India & Modi

00:07:47

How Astra Mk-I Based VL-SRSAM will Power India’s Naval Air Defense Network?

00:05:52

What Is The Reason Behind India’s Withdrawal from Tajikistan’s Ayni Air Base?

00:06:48

How Pakistan’s Navy Is Linked to the Global Meth Smuggling Network?

00:04:44

How Marya Shakil Whitewashed RJD’s Genocidal ‘Bhura Baal Saaf Karo’ Slogan?

00:07:12
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited