TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    डिजिटल इंडिया

    डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे: पीएम मोदी ने बताया देश के सशक्तिकरण की क्रांति का सफर

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ऊटा का कृष्ण मंदिर (Photo - ISKCON/ Vaibhavi Devi Dasi)

    अमेरिका में हिंदू मंदिर पर बड़ा हमला, इस्कॉन मंदिर परिसर को निशाना बनाकर दागी गईं 20-30 गोलियां

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    स्विमिंग पूल में 2019 के पुलवामा हमले में शामिल चार आतंकियों मोहम्मद उमर फारूक, तल्हा राशिद अल्वी, मोहम्मद इस्माइल अल्वी और राशिद बिल्ला ने इसी स्विमिंग पूल में तस्वीरें खिंचवाई थीं (चित्र: द प्रिंट)

    ऑपरेशन सिंदूर के कुछ हफ्तों बाद जैश-ए-मोहम्मद ने फिर खोला बहावलपुर आतंकी केंद्र

    कांग्रेस नेता हरि किशन लाल भगत (बाएं) और दिल्ली में सोवियत सूचना विभाग के प्रमुख निकोले फेदिन (दाएं)

    ‘रूस के लिए दलाली करते थे 150 कांग्रेस सांसद’: दुबे ने जिस अमेरिकी खुफिया दस्तावेज का जिक्र किया उसमें क्या लिखा है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    डिजिटल इंडिया

    डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे: पीएम मोदी ने बताया देश के सशक्तिकरण की क्रांति का सफर

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ऊटा का कृष्ण मंदिर (Photo - ISKCON/ Vaibhavi Devi Dasi)

    अमेरिका में हिंदू मंदिर पर बड़ा हमला, इस्कॉन मंदिर परिसर को निशाना बनाकर दागी गईं 20-30 गोलियां

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    स्विमिंग पूल में 2019 के पुलवामा हमले में शामिल चार आतंकियों मोहम्मद उमर फारूक, तल्हा राशिद अल्वी, मोहम्मद इस्माइल अल्वी और राशिद बिल्ला ने इसी स्विमिंग पूल में तस्वीरें खिंचवाई थीं (चित्र: द प्रिंट)

    ऑपरेशन सिंदूर के कुछ हफ्तों बाद जैश-ए-मोहम्मद ने फिर खोला बहावलपुर आतंकी केंद्र

    कांग्रेस नेता हरि किशन लाल भगत (बाएं) और दिल्ली में सोवियत सूचना विभाग के प्रमुख निकोले फेदिन (दाएं)

    ‘रूस के लिए दलाली करते थे 150 कांग्रेस सांसद’: दुबे ने जिस अमेरिकी खुफिया दस्तावेज का जिक्र किया उसमें क्या लिखा है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

“सोमनाथ मंदिर को तोड़कर गजनवी ने कुछ गलत नहीं किया”, ऐसे बयानों को आप जानते हैं लेकिन ये क्यों दिए जाते हैं यह जान लीजिए

"राम मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाएंगे", ये भी बयान दिया गया है।

TFI Desk द्वारा TFI Desk
24 January 2023
in मत
मौलाना साजिद रशीदी

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

मौलाना साजिद रशीदी: भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। यहां हर कोई अपने अनुसार रह सकता हैं, जो चाहे बोल सकता हैं। परंतु इसी स्वतंत्रता का कुछ लोगों के द्वारा गलत लाभ उठाया जाता है। कुछ लोग कुछ भी बोलकर देश के माहौल को खराब करने का प्रयास करते रहते हैं। यदि आप टीवी न्यूज चैनल पर डिबेट देखते होंगे, तो आपने अवश्य कुछ मौलानाओं को देखा होगा, जो इन बहसों का हिस्सा बनते हैं। इनकी मौजूदगी का कारण है अधिकतर टीवी चैनलों पर होने वाली धार्मिक बहसें ही होता है। इस दौरान यह ऐसी कई जहीरीली बातें बोल जाते हैं, जिनका समाज पर असर पड़ सकता है। आपने मौलानाओं के इन जहीरीले बयानों को तो अक्सर सुनते होंगे परंतु इनके पीछे का असल उद्देश्य क्या होता है, यह नहीं जानते होंगे। आज हम अपने इस लेख में इन मौलानाओं के बयान को डिकोड करते हुए इसके पीछे के असल उद्देश्य के बारे में जानेंगे।

देखा जाये तो देश में कई बड़े मुद्दे बिना किसी विवाद के खड़े हुए हल हो गये। उदाहरण के लिए राम मंदिर को ही ले लीजिए। वर्ष 2019 में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा राम मंदिर के पक्ष में ऐतिहासिक निर्णय सुनाया गया। सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय को हर किसी ने स्वीकार किया। परंतु अभी भी बार-बार राम मंदिर के मुद्दे को उठाकर कुछ लोग देश के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने के प्रयास किए जाते हैं। इन मौलानाओं के बयानों को भले ही अपनी कोई गंभीरता से न लेता है, परंतु भविष्य में इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते है।

संबंधितपोस्ट

रामलला के गर्भगृह के ऊपर बना राम दरबार, प्राण प्रतिष्ठा के बाद आईं मनमोहक तस्वीरें

एलन मस्क के पिता एरोल करेंगे रामलला के दर्शन; जानें कैसे रहे हैं पिता-पुत्र के संबंध?

“भये प्रकट कृपाला…” दोपहर 12 बजे जन्म, फिर सूर्यतिलक की दिव्यता के साथ अयोध्या में श्रीराम जन्मोत्सव का भव्य आयोजन

और लोड करें

और पढ़ें: “बस हो, ट्रेन हो, रेलवे स्टेशन हो हम तो नमाज पढ़ेंगे, दूसरे भाड़ में जाएं”, इस्लामिस्टों की धौंस है

सोमनाथ मंदिर को लेकर विवादित बयान

अब हाल ही में एक मौलाना ने सोमनाथ मंदिर को लेकर इसी तरह का विवादित बयान दे दिया है। मौलाना साजिद रशीदी ने कहा है कि सोमनाथ मंदिर को जिन अक्रांताओं ने नष्ट कर उसे बर्बाद करने के प्रयास किए थे, वह सही था। इसके अलावा इसने एक टीवी डिबेट के दौरान हिन्दू प्रतीकों के प्रति जहर उगला है जोकि किसी भी कीमत पर क्षमा के लायक नहीं हैं। यह मौलाना कोई साधारण शख्स नहीं है बल्कि अखिल भारतीय इमाम एसोसिएशन का अध्यक्ष है।

मौलाना साजिद रशीदी ने कहा है कि गुजरात के सोमनाथ मंदिर में गलत काम होता था और इस वजह से मोहम्मद गजनवी ने मंदिर को तोड़ने का काम किया था। साजिद रशीदी ने कहा कि मुगलों का धर्म से कोई लेना-देना नहीं था। इस मौलाना ने इतिहास तक को झुठलाने का काम कर दिया है। उसने कहा, “यह सच है कि मुगल एक काल था। मुगल जितने भी बादशाह हुए हैं, उनका एक दौर था, जमाना था। मुगलों का धर्म से कोई लेना-देना नहीं था। 800 सालों में जितने भी मुगल बादशाह हुए हैं या दूसरे और बादशाह रहे हो। आप अगर उनके इतिहास को पढ़ेंगे तो उनका धर्म से कोई लेना-देना नहीं था।” इसके जरिए इस मौलाना ने इस्लाम पर उठने वाले प्रश्नों को दबाने के प्रयास किए हैं।

मौलाना साजिद रशीदी ने आगे कहा है कि मुगलों ने धर्म के नाम पर किसी भी तरह का काम किया भी नहीं। इस तरह के बहुत सारे उदाहरण हैं। जैसे गजनवी के बारे में लोग कहते हैं कि उसने सोमनाथ मंदिर तोड़ा है। जबकि इतिहास ये है कि वहां के लोगों ने गजनवी को बताया कि वहां आस्था के नाम पर क्या हो रहा है। देवी-देवता के नाम पर क्या हो रहा है। कैसे वहां लड़कियों को लापता कर दिया जाता है।” मौलाना साजिद रशीदी के बारे में आपको बताएं तो ये आए दिन टीवी डिबेट्स में बेहद घटिया और तथ्यहीन बयान देकर समाज में घृणा फैलाने का काम करते हैं।

और पढ़ें: धर्मांतरण विरोधी कानून ने इस्लामिस्टों को एकदम सही जगह चोट पहुंचाईं

मौलानाओं के जहरीले बोल

इस मौलाना ने भविष्य को लेकर धमकी दी है और कहा है कि जिन कब्जाई जमीन पर इस्लामी ताकतों ने मस्जिदें बनवाई थी। उन्हें सनातन के मंदिरों में बदला जा रहा है लेकिन भविष्य में मुसलमान फिर इन्हें इस्लामिक प्रतीकों में बदल देंगे। मौलाना साजिद रशीदी ने कहा था, ”आज मुसलमान खामोश है। मेरी आने वाली नस्ल… मेरा बेटा, उसका बेटा, उसका पोता…. 50-100 साल के बाद एक इतिहास उनके सामने आएगा कि हमारी मस्जिद को तोड़कर मंदिर बना दिया गया। उस वक्त हो सकता है कि कोई मुस्लिम शासक हो, कोई मुस्लिम जज हो या मुस्लिम शासन आ जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता है कि क्या फेरबदल हो जाए। तो क्या उस इतिहास की बुनियाद पर इस मंदिर को तोड़कर मस्जिद नहीं बनाई जाएगी? बिल्कुल बनाई जाएगी।”

ऐसा नहीं है कि पहली बार मौलाना साजिद रशीदी ने कोई आपत्तिजनक बयान दिया है बल्कि इनका पूरा एजेंडा ही नफरत की बुनियाद पर खड़ा है। राम मंदिर निर्माण को लेकर यह मौलाना कह चुका है कि आने वाले समय में राम मंदिर की जगह पर फिर मस्जिद बनाई जाएगी। यह वही मौलाना है जो सुप्रीम कोर्ट के सर्वमानीय फैसले पर सवाल उठा रहा था। इसके अलावा हिजाब से लेकर तीन तलाक जैसे मुद्दों पर भी इस मौलाना ने विवादित बयान  दिए हैं जिसके चलते इसे एंकरों ने काफी खरी-खोटी सुनाई है। यह मौलाना इतना बेइज्जती होने के बावजूद थोड़े दिनों बाद टीवी पर आता है और विवादित बयान देकर अपने लोगों के बीच स्वयं को एक क्रांतिकारी साबित करने की कोशिश में लगा रहता है।

कुछ ऐसे ही एक और मौलाना है तौकीर रजा, जो अपने विवादित बयानों के चलते सुर्खिया बटोरता  है। एक बार बुलडोजर और लाउडस्पीकर विवाद पर तौकीर रजा ने मोदी सरकार को चेतावनी दी थी कि भारत में महाभारत होने से कोई नहीं रोक सकता। देश एक बार फिर बंटवारे की तरफ जा रहा है। मौलाना ने यह तक कहा दिया था कि जिस दिन देश का मुसलमान सड़कों पर आ गया तो उन्हें सम्भालना बहुत मुश्किल हो जाएगा। इतना ही नहीं, टीवी डिबेट्स में जितने भी मौलाना, मुफ्ती आते हैं, उनका उद्देश्य किसी नए मुद्दे को उछालकर उसे चर्चा का विषय बना देना होता है जिससे अपने ही बयानों का उपयोग भविष्य में किया जा सके या अगली पीढ़ी को इन कामों को करने के लिए प्रेरित किया जा सके।

और पढ़ें: मोदी सरकार ने अल्पसंख्यक छात्रों को मिलने वाली मौलाना आजाद छात्रवृत्ति रद्द कर दी है

देश में अभी तो भाजपा की सरकार है जो भी एक सीमा के बाहर जाकर टीवी डिबेट्स में बयानबाजी करता है, सरकारें इसके खिलाफ कड़ा एक्शन लेती हैं। थोड़े दिनों तक विवादित बयान देने वाले की भाषा सुधरती है लेकिन फिर नतीजा ढाक के तीन पात ही होता है। अहम यह है कि हमेशा भाजपा की सरकार नहीं होंगी। असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेता तो पहले ही कह चुके हैं कि जब मोदी हिमालय चले जाएंगे और योगी मठ में चले जाएंगे, तो हिन्दुओं की रक्षा कौन करेगा। यह एक हिन्दुओं के लिए किसी चेतावनी से कम नहीं है।

सभी जानते हैं भाजपा की सरकार अगले पांच, दस, 15 या अधिक से अधिक 20 साल रहेगी। इसके बाद कभी न कभी कोई ऐसी सरकार बनेगी जो कि इन इस्लामिस्टों की हितैषी होगी। ऐसे ये इस्लामिट हिन्दू विरोधी काम करने से तनिक भी पीछे नहीं हटेंगे। मौलाना और इस्लामिस्ट  आज जो टीवी डिबेट्स में बोल रहे हैं, इसके दुष्परिणाम भविष्य में देखने को मिल सकते हैं। ये मौलाना ही कहेंगे कि वे बीस तीस वर्षों से टीवी डिबेट्स में सोमनाथ को तोड़ने और राम मंदिर की जगह मस्जिद बनाने की बात कर रहे हैं, इसलिए यह होना चाहिए। ऐसे में आवश्यक है कि इन मौलानाओं के जहरीले बयानों पर अब लगाम लगायी जाये।

और पढ़ें: फरमानी नाज़ ने ‘हर-हर शंभू’ गाया तो दरक गई इस्लामिस्टों के नीचे की जमीन

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: मौलाना अंसार रजामौलाना साजिद रशीदीराम मंदिरसोमनाथ मंदिर
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

एक बार फिर बीबीसी को भारत में प्रतिबंधित करने का वक्त आ गया है?

अगली पोस्ट

“हर दिन 4 करोड़ का घाटा झेल रहा है Zomato”, ऐसा ही चलता रहा तो जल्दी ही दिवालिया हो जाएगा जोमैटो!

संबंधित पोस्ट

देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?
मत

देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

1 July 2025

इस बार दिल्ली प्रवास के दौरान एक मित्र ने पूछा कि देश हित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का पैमाना क्या है?...

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति
इतिहास

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 June 2025

25 जून एक ऐसी तिथि है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये। 25 जून 1975 की मध्य रात्रि इंदिरा गाँधी ने देश को आपातकाल...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’
भारत

आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

22 June 2025

इस 21 जून को सम्पूर्ण विश्व ने ‘योग दिवस’ मनाया । योग दिवस ‘वसुंधरा परिवार हमारा’ इस ध्येय वाक्य को चरितार्थ करता है । सरल...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Kerala Muslim Groups oppose Zumba classes for School Children

Kerala Muslim Groups oppose Zumba classes for School Children

00:07:21

Crash or sabotage? Aviation expert on ahmedabad plane crash probe.

00:13:37

Ahmedabad Air India Crash: Was It Sabotage? Major Investigation Underway

00:06:27

10% Seats for Muslims? Shocking Demand from DMK’s ally MMK Ahead of 2026!"

00:04:52

The gulf crossroads: usa stakes, China's money and Iran's nuclear threat.

00:30:34
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited