Ravi Kumar Sihag Biography in Hindi रवि कुमार सिहाग बायोग्राफी इन हिंदी: शिक्षा एवं संधर्ष
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Ravi Kumar Sihag Biography in Hindi साथ ही इससे जुड़े शिक्षा एवं संधर्ष के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें
नाम | रवि कुमार सिहाग |
जन्म | 2 नवंबर 1995 |
जन्म स्थान | चक 3 बीएएम, विजयनगर, श्रीगंगानगर, राजस्थान. |
धर्म | हिंदू धर्म |
जाति | बिश्नोई |
पेशा | आईएएस अधिकारी |
शिक्षा माध्यम | हिंदी माध्यम |
शौक | वर्कआउट करना, खेती करना |
भाषा | हिंदी, इंग्लिश |
स्कूल | न्यू आफ सीनियर सैकंडरी स्कूल, श्रीगंगानगर |
कॉलेज | शारदा कॉलेज, श्रीगंगानगर |
नागरिकता | भारतीय |
जन्म –
रवि कुमार सिहाग का जन्म राजस्थान के जिला श्रीगंगानगर की तहसील चक 3बीएएम, विजयनगर में 2 नवंबर 1995 को एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ. उनके पिता रामकुमार सिहाग जो कि एक किसान है और माता जी विमला देवी जो हाउसवाइफ है. रवि की तीन बड़ी बहने है. बड़ी बहन पूनम सिहाग हाउसवाइफ है, दुसरे नंबर की रवीना सिहाग जो कि सूरतगढ़ में अंग्रेजी टीचर है और सबसे छोटी बहन कोमल सिहाग रायसिंह नगर में कृषि पर्यवेक्षक है.
शिक्षा –
रवि सिहाग ने ने शुरुआती पढ़ाई अपने गांव के ही स्कूल में न्यू सेकेंडरी हाई स्कूल श्रीगंगानगर से की थी। उसके बाद उन्होंने अपनी b.a. की पढ़ाई के लिए शारदा कॉलेज श्रीगंगानगर मैं नामांकन किया था। वहां से उन्होंने सफलतापूर्वक स्नातक की डिग्री हासिल की और फिर आगे यूपीएससी परीक्षा के लिए तैयारी में जुट जाएं।
उन्होंने अपनी यूपीएससी की पढ़ाई के लिए बहुत कड़ा मेहनत करने लगा और दिन रात एक करके पढ़ाई करने लगा इस तरह से उन्होंने तीन बार एग्जाम दिया। आपको यह भी बता दूंगी पिछले तीनों एग्जाम में उन्होंने यूपीएससी क्वालीफाई किया था लेकिन रैंक कम होने के कारण उन्हें आईएस की पोस्ट नहीं मिली थी यही कारण है कि उन्हें फिर से चौथी बार यूपीएससी की परीक्षा देनी पड़ेगी जिसमें उन्होंने हिंदी माध्यम से 18 बी स्थान प्राप्त करके हिंदी माध्यम के छात्रों के मन में उमंग ला दिया था
संधर्ष –
अपने पिता को खेती-बड़ी करने में मद्दत करते रहे थे,और उन्होंने ग्रेजुएशन तक अपने पिता जी को किसानी करने में बहुत मद्दत करते थे।
UPSC का प्रथम प्रयास –
रवि ने ग्रेजुएशन पूरा करने के एक साल बाद 2017 से यूपीएससी के तयारी करने लगे। तो वे सोच में पर्गाये थे, किया हिंदी में एग्जाम देना बेहतर रहेगा या नहीं। क्योकि हिंदी में ज्यादा बेहतर किताबे नहीं है, अंग्रेजी में एक से एक बेहतर किताबे मौजूद है। फिर भी उन्होंने अंग्रेजी के वजय हिंदी माध्यम से तयारी करने का फैसला किया।साल 2018 में उन्होंने पहले ही प्रयास में यूपीएससी का एग्जाम पास कर लिए, औए 337वें रैंक हासिल किए।
UPSC का दूसरा प्रयास –
भारतीय रेल यातायात सेवा जॉब के साथ भी उन्होंने अपने पढाई को जरी रखा, और इस बार उन्होंने इसमें ज्यादा अंक प्राप्त करने का लक्ष्यं बने थे। पर 2019 के कुछ खास नहीं कर पाए, और इस बार 317वें रैंक मिला। इस बार उन्हें इन्डियन डिफेन्स अकाउंट सर्विस (IDAS) का जॉब मिला
यूपीएससी का तीसरा प्रयास –
रवि ने इंडियन डिफेन्स अकाउंट सर्विस में रहते हुए स्टडी जारी रखी. और साल 2020 में यूपीएससी का एग्जाम दिया लेकिन इस बार रिजल्ट उनकी मेहनत से बिलकुल परे था. इस बार रवि प्रीलिम्स एग्जाम पास नही कर सके. और रवि को झटका लगा. लेकिन रवि ने हार नही मानी और निरंतर पढाई जारी रखी.
यूपीएससी का चौथा प्रयास
उसके बाद रवि कुमार ने अपने पढने की रणनीति में कुछ बदलाव की. और पढाई के लिए कम किताब, लिमिटेड रिसोर्स रखे NCERT का गहन अध्यन किया। और आंसर लिखने आर ज्यादा फोकस किया क्योकि उन्हें कम अंक आने की वजह आंसर लिखना ही लग रा था। इस बार भी उन्होंने हिंदी भाषा को नहीं बदला और एक चैलेन्ज के रूप में लिया।साल 2021 के UPSC एग्जाम में 18वें रैंक हासिल किए। और उन्होंने साबित कर दिया की हिंदी माध्यम से भी अछे रैंक ला सकते है। इस साल की upsc एग्जाम में 17वेंरैंक तक सभी इंग्लिश मिडीयम के परीकक्षार्थी आयर 18वें में रवि कुमार थे।
FAQ
Ques- रवि कुमार सिहाग कौन है?
Ans-रवि कुमार सिहाग एक आईएएस अधिकारी है इन्होने 3 बार UPSC की परीक्षा पास की और अपने अंतिम प्रयास में यूपीएससी 2021 में AIR 18 रैंक प्राप्त की.
Ques- रवि कुमार सिहाग का वैकल्पिक विषय क्या था?
Ans- हिंदी साहित्य
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