TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    डिजिटल इंडिया

    डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे: पीएम मोदी ने बताया देश के सशक्तिकरण की क्रांति का सफर

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ऊटा का कृष्ण मंदिर (Photo - ISKCON/ Vaibhavi Devi Dasi)

    अमेरिका में हिंदू मंदिर पर बड़ा हमला, इस्कॉन मंदिर परिसर को निशाना बनाकर दागी गईं 20-30 गोलियां

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    स्विमिंग पूल में 2019 के पुलवामा हमले में शामिल चार आतंकियों मोहम्मद उमर फारूक, तल्हा राशिद अल्वी, मोहम्मद इस्माइल अल्वी और राशिद बिल्ला ने इसी स्विमिंग पूल में तस्वीरें खिंचवाई थीं (चित्र: द प्रिंट)

    ऑपरेशन सिंदूर के कुछ हफ्तों बाद जैश-ए-मोहम्मद ने फिर खोला बहावलपुर आतंकी केंद्र

    कांग्रेस नेता हरि किशन लाल भगत (बाएं) और दिल्ली में सोवियत सूचना विभाग के प्रमुख निकोले फेदिन (दाएं)

    ‘रूस के लिए दलाली करते थे 150 कांग्रेस सांसद’: दुबे ने जिस अमेरिकी खुफिया दस्तावेज का जिक्र किया उसमें क्या लिखा है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खरगे बोले- RSS को बैन करेंगे; मुस्लिम लीग से दोस्ती लेकिन संघ से दिक्कत क्यों?

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी में होगा नेतृत्व परिवर्तन, राज्यों के चुनाव से साफ होगी तस्वीर

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का दावा: कांग्रेस और CIA का रहस्यमयी संबंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    डिजिटल इंडिया

    डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे: पीएम मोदी ने बताया देश के सशक्तिकरण की क्रांति का सफर

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ऊटा का कृष्ण मंदिर (Photo - ISKCON/ Vaibhavi Devi Dasi)

    अमेरिका में हिंदू मंदिर पर बड़ा हमला, इस्कॉन मंदिर परिसर को निशाना बनाकर दागी गईं 20-30 गोलियां

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    ट्रंप और नेतन्याहू ‘खुदा के दुश्मन’ घोषित: ईरान के धर्मगुरु का फतवा बढ़ाएगा वैश्विक संकट?

    स्विमिंग पूल में 2019 के पुलवामा हमले में शामिल चार आतंकियों मोहम्मद उमर फारूक, तल्हा राशिद अल्वी, मोहम्मद इस्माइल अल्वी और राशिद बिल्ला ने इसी स्विमिंग पूल में तस्वीरें खिंचवाई थीं (चित्र: द प्रिंट)

    ऑपरेशन सिंदूर के कुछ हफ्तों बाद जैश-ए-मोहम्मद ने फिर खोला बहावलपुर आतंकी केंद्र

    कांग्रेस नेता हरि किशन लाल भगत (बाएं) और दिल्ली में सोवियत सूचना विभाग के प्रमुख निकोले फेदिन (दाएं)

    ‘रूस के लिए दलाली करते थे 150 कांग्रेस सांसद’: दुबे ने जिस अमेरिकी खुफिया दस्तावेज का जिक्र किया उसमें क्या लिखा है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

कश्मीर के डोंगराओं ने घाटी का पुनः हिन्दुकरण कर ही दिया था, परंतु तब आई विपदा

काश गुलाब सिंह जी ने इनकी न सुनी होती!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
19 April 2023
in इतिहास
कश्मीर के डोंगराओं ने घाटी का पुनः हिन्दुकरण कर ही दिया था, परंतु तब आई विपदा
Share on FacebookShare on X

डोगरा राज : आज कश्मीर प्रांत इस्लाम बाहुल्य है, यानि मुस्लिम बहुतायत में है। परंतु प्रारंभ से ऐसा नहीं था, और एक समय ऐसा भी आया था, जब कश्मीर के एक शासक ने इस पवित्र भूमि को इसकी मूल जड़ों से जोड़ने का प्रयास किया था। परंतु दुर्भाग्यवश ऐसा न हो सका.

इस लेख में पढिये उस एक अवसर को, जहां कश्मीर पुनः केसरिया हो सकता था, परंतु कुछ लोगों की कुंठा के कारण ऐसा न हो सका।

संबंधितपोस्ट

बलिदान दिवस विशेष: डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के राष्ट्रीय एकता के विचारों को कैसे नीतियों के रूप में बदल रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी

एअर इंडिया विमान दुर्घटना: अमेरिकी और ब्रिटिश एजेंसियां भारतीय जमीन पर जांच क्यों कर रही हैं?

आतंकी साजिश से जुड़े मामलों को लेकर शोपियां में एनआईए ने 32 जगहों पर की छापेमारी, 2022 के एक केस से जुड़ा है मामला!

और लोड करें

कश्मीर: कार्कोट वंश से डोगरा राज तक

“जहां शिव, सरस्वती, ऋषि कश्यप हुए, वो कश्मीर हमारा है। जहां शंकराचार्य ने तप किया, वो कश्मीर हमारा है” ये बातें यूं ही “द कश्मीर फाइल्स” में नहीं कही गई थी। यही कश्मीर की वास्तविक पहचान है। एक समय था, जब कश्मीर केवल भौगोलिक रूप से ही नहीं, अपितु आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से “भारत का मुकुट” था।

यहाँ से कार्कोट वंश उत्पन्न हुआ, जिसने भारत को लगभग 3 शताब्दियों तक विदेशी आक्रान्ताओं से बचाए रखा। अगर वामपंथियों का प्रभुत्व न होता, तो आज मुगलों का कम, और सम्राट ललितादित्य मुक्तपीड़ का गुणगान अधिक होता, और उनके शौर्य से बच्चा बच्चा इस देश का परिचित होता।

यह वही कश्मीर था, जहां कभी दिद्दा जैसी वीरांगना राज करती थी, जिन्होंने महमूद गजनवी को कश्मीर के आसपास भी फटकने नहीं दिया था। परंतु 14वीं शताब्दी तक स्थिति बदल गई, और जल्द ही भारत के अन्य हिस्सों की भांति कश्मीर भी इस्लामिक आक्रान्ताओं के नियंत्रण में आ गया। इसे छुड़ाने के बहुत प्रयास हुए, परंतु सफलता जाकर मिली 18 वीं शताब्दी में मिली, जब सिखों और हिन्दू डोंगरा राज के संयुक्त नेतृत्व में कश्मीर को स्वतंत्र कराया गया।

और पढ़ें- मिलिए इतिहासकार जेम्स मिल से, जो एक बार भी भारत नहीं आए लेकिन भारत का इतिहास लिख डाला

गुलाब सिंह की अधूरी इच्छा

धीरे धीरे डोगरा वंश का प्रभाव इतना बढ़ा, कि स्वयं सिख साम्राज्य भी इन्हे अनदेखा नहीं कर पाया, और जब महाराजा रंजीत सिंह का समय आया, तो उन्होंने एक योद्धा की निष्ठावान सेवा को देखते हुए उनके हाथों में सम्पूर्ण कश्मीर प्रांत की बागडोर सौंपी। इनका नाम था गुलाब सिंह, और इन्होंने वर्तमान जम्मू एवं कश्मीर प्रांत की रूपरेखा तय की।

परंतु गुलाब सिंह केवल इतने तक सीमित नहीं थे। वे एक कर्तव्यपरायण, धर्मनिष्ठ शासक थे। उन्होंने सनातन संस्कृति के पुनरुत्थान के लिए कई कार्य किये। इसके अतिरिक्त वे इस बात से भी परिचित थे कि रंजीत सिंह और हरी सिंह नलवा के अतिरिक्त पंजाब को संभालने योग्य और कोई नहीं है।

ऐसे में जब उन पर आरोप लगा कि वे सिख साम्राज्य के साथ “विश्वासघात” कर रहे हैं, तो उन्होंने अंग्रेज़ों के साथ एक अनोखी संधि की, जिससे जम्मू और कश्मीर तो उनका हुआ ही, और साथ ही साथ अंग्रेज़ों के दोहरे मापदंड एक प्रकार से उन्ही अंग्रेज़ों पर भारी पडने लगे। 1846 में आखिरकार गुलाब सिंह को निर्विरोध रूप से जम्मू कश्मीर का शासक घोषित करना ही पड़ा, क्योंकि सिख साम्राज्य उस समय तक लगभग निष्क्रिय हो चुका था, और अंग्रेज़ों से वे अलग भिड़ंत में जुटे हुए थे।

परंतु क्या आपको पता है कि 1850 में जम्मू एवं कश्मीर का पुनः हिन्दूकरण होने वाला था? कहा जाता है कि कई निवासी ऐसे थे, जो किन्ही कारणों से इस्लाम में परिवर्तित होने को विवश थे, परंतु अब डोगरा वंश की छत्रछाया में वे सनातन धर्म में पुनर्वापसी करना चाहते थे। महाराजा गुलाब सिंह इस बात के लिए तैयार भी थे, परंतु ऐसा हो नहीं सका। आपको पता है क्यों? क्योंकि उसी कश्मीर के एक समुदाय ने स्पष्ट कर दिया कि अगर इन्हे सनातन धर्म में वापिस लिया, तो वे कश्मीर त्याग देंगे, अथवा इस्लाम में परिवर्तित हो जाएंगे। ब्रिटिश इतिहासकारों के अनुसार ये “काशी के पंडित” थे, परंतु स्थानीय सूत्रों और कुछ संस्मरणों की माने तो ये कश्मीरी पंडित थे, जिनका युगों युगों से कश्मीर के राजनीति एवं संस्कृति में अभूतपूर्व योगदान था।

और पढ़ें- महाजनपदों का गौरवशाली इतिहास: भाग 4- अवंती

अगर ये सफल होते तो

वो कहते हैं न, बिना आग के धुआँ नहीं निकलता। कुछ तो इस बात में सत्यता अवश्य रही होंगी, अन्यथा वो क्या कारण है कि आज भी डोगरा समुदाय और कश्मीरी पंडित समुदाय अधिकतम समय एक दूसरे से दूर रहना श्रेयस्कर समझते हैं? जब महाराजा हरी सिंह भारत से जुड़ना चाहते थे, तब भी आश्चर्यजनक रूप से एक कश्मीरी पंडित, और उनके प्रधानमंत्री रामचन्द्र काक ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था। यह केवल संयोग तो नहीं हो सकता। अब सोचिए, अगर महाराजा गुलाब सिंह ने अपने हृदय की सुनी होती, तो? कश्मीर की आधे से अधिक समस्या वहीं सॉल्व हो जाती।

Sources:

 

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: Gulab Singh.Jammu and KashmirKashmir conflictKashmir cultureKashmir disputeKashmir historyKashmir regionKashmir rulersKashmir timelineKashmiri identityKashmiri languageKashmiri societySanatani history of Kashmir. DongraoSanatani Kashmirकश्मीरकेसरियागुलाब सिंहडोगरा वंशब्रिटिशहिन्दुकरण
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Atiq Ahmed Case: क्या अतीक अहमद भी “फिल्मी लीजेंड” बनेंगे?

अगली पोस्ट

Karnataka election 2023: अब एक हिन्दू वोट नहीं देगा कांग्रेस को कर्नाटक का!

संबंधित पोस्ट

संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?
इतिहास

संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

27 June 2025

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के बयानों के बाद 'समाजवादी' और 'पंथनिरपेक्ष' ये दोनों शब्द चर्चा में हैं। देशभर में इस पर...

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति
इतिहास

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 June 2025

25 जून एक ऐसी तिथि है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये। 25 जून 1975 की मध्य रात्रि इंदिरा गाँधी ने देश को आपातकाल...

आपातकाल की क्रूरता
इतिहास

आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

25 June 2025

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA), जिसका नाम उस नेता के नाम पर रखा गया है जिन्होंने 1975 में लोकतंत्र को कमजोर किया था, अब...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Kerala Muslim Groups oppose Zumba classes for School Children

Kerala Muslim Groups oppose Zumba classes for School Children

00:07:21

Crash or sabotage? Aviation expert on ahmedabad plane crash probe.

00:13:37

Ahmedabad Air India Crash: Was It Sabotage? Major Investigation Underway

00:06:27

10% Seats for Muslims? Shocking Demand from DMK’s ally MMK Ahead of 2026!"

00:04:52

The gulf crossroads: usa stakes, China's money and Iran's nuclear threat.

00:30:34
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited