TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    4 जून को हरियाणा पहुंचेंगे राहुल गाँधी

    हरियाणा कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और नेता प्रतिपक्ष का चयन जैसे मुद्दे सुलझा पाएंगे राहुल गांधी, चंडीगढ़ दौरे के क्या हैं मायने?

    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सोलीमन को बोल्डर काउंटी जेल में बंद कर दिया गया है (चित्र: सोशल मीडिया)

    कौन है अमेरिका में इज़रायल विरोधी नारे लगाकर लोगों को आग लगाने वाला मोहम्मद सोलीमन?

    Ukrainian Drones Strike Russia

    क्या है रूस के खिलाफ यूक्रेन का ‘ऑपरेशन स्पाइडर वेब’?

    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    4 जून को हरियाणा पहुंचेंगे राहुल गाँधी

    हरियाणा कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और नेता प्रतिपक्ष का चयन जैसे मुद्दे सुलझा पाएंगे राहुल गांधी, चंडीगढ़ दौरे के क्या हैं मायने?

    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सोलीमन को बोल्डर काउंटी जेल में बंद कर दिया गया है (चित्र: सोशल मीडिया)

    कौन है अमेरिका में इज़रायल विरोधी नारे लगाकर लोगों को आग लगाने वाला मोहम्मद सोलीमन?

    Ukrainian Drones Strike Russia

    क्या है रूस के खिलाफ यूक्रेन का ‘ऑपरेशन स्पाइडर वेब’?

    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

बटेंगे तो कटेंगे– राष्ट्रीय एकता के बहाने हिन्दुत्व की राजनीति को धार दे गए योगी आदित्यनाथ

Sambhrant Mishra द्वारा Sambhrant Mishra
4 September 2024
in चर्चित
बटेंगे तो कटेंगे– राष्ट्रीय एकता के बहाने हिन्दुत्व की राजनीति को धार दे गए योगी आदित्यनाथ
Share on FacebookShare on X

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आगरा में एक कार्यक्रम के दौरान एक बयान दिया जिस पर पूरे देश में काफी बवाल हुआ। उनका यह कहना था कि बटेंगे तो कटेंगे। इस कथन की लोगों ने अपने अपने तरीके से व्याख्या की। विभिन्न राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएँ आई जो कि आनी स्वाभाविक भी थी। अब इस बयान के पूरे संदर्भ को समझना आवश्यक है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि विपक्ष पिछले कुछ समय से लगातार जातिगत जनगणना कि मांग और देश में सांप्रदायिक विभाजन के अपने दावे को लेकर प्रचार कर रहा है। इस प्रचार का आम चुनाव में विपक्ष को फायदा भी मिलता दिखा। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी इन मुद्दों से ऊपर उठकर विकास और सुशाशन को प्राथमिकता देने की बात को कह रही है। उसका मानना है कि सरकार के इतने वर्षों के कार्यकाल के दौरान बिना किसी भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ समाज के सभी वर्गों, जतियों और धर्मों के लोगों को मिला है। यह सफलता ही नरेंद्र मोदी सरकार के सुशाशन और पारदर्शिता की गारंटी है। इन सबके साथ ही भारतीय जनता पार्टी अपने राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व के मुद्दे को किसी भी तरह पीछे नहीं छोड़ना चाहती है। भाजपा को यह बात अच्छी तरह से पता है कि हिन्दुत्व के मुद्दे को पीछे करके मण्डल की राजनीति के सामने आगे नहीं बढ़ा जा सकता। यह बात जरूर सही है कि पिछले एक दशक की अपनी यात्रा में भाजपा ने बहुत अच्छे तरीके से सामाजिक इंजीनियरिंग को अपने पक्ष में करके मण्डल और कमंडल दोनों को ही साथ में लेकर बढ़ने का काम किया और इसका परिणाम यह रहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार और संगठन दोनों ही स्तरों पर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई।

वस्तुत: इस प्रयास के पीछे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का श्रम निश्चित ही महत्वपूर्ण है परंतु 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद समाजविज्ञानियों एवं चुनावी विश्लेषकों ने भाजपा की सफलता के पीछे संघ के कार्य और संगठन के प्रयासों को स्वीकार करना प्रारंभ कर दिया। 1990 के चुनावी घटनाक्रमों के पश्चात राजनीतिक दल यह भली-भांति समझ चुके थे कि भारत में चुनावी सफलता तब तक संभव नहीं है जब तक की दलित बहुजन समुदाय के बड़े वर्ग को अपने साथ में मिलाया जाए। काशीराम, मायावती, मुलायम सिंह यादव, रामविलास पासवान, लालू यादव तथा एचडी देवगौड़ा इत्यादि ने 2004 तक इसे सिद्ध भी किया। इस बात का उल्लेख इतिहासकार और मानव वैज्ञानिक बद्रीनारायण अपनी पुस्तक रिपब्लिक आफ हिन्दुत्व में करते हैं कि किस प्रकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, समाज की दलित, वंचित एवं पिछड़े समुदायों के मध्य समाज, परिवार, मूल्य एवं राष्ट्रवाद के मुद्दे के साथ उन्हें हिंदुत्व की विचारधारा से संगठित रखने का प्रयास करता है। बद्रीनारायण ने संघ को लेकर पढ़े – लिखे शहरी एवं लेफ्ट लिबरल लोगों द्वारा गढ़ी गई विभाजनकारी एवं रूढ़िवादी सोच की विचारधारा से असहमति व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने स्वयंसेवकों के माध्यम से सामाजिक आयाम के विभिन्न प्रतीकों, नायकों, विचारों को संगठित कर सांस्कृतिक एकीकरण के भाव द्वारा देश को संगठित करने का प्रयास कर रहा है। संघ का सांस्कृतिक राष्ट्रवाद सपेरों, मुसहरों जैसी उपेक्षित जातियों और घुमंतू तथा अर्ध घुमंतु समुदायों के बीच किस प्रकार समन्वय स्थापित कर उन्हें समाज की मुख्य धारा में स्थान दिया जाए। संघ इन सभी वृहत्तर संकल्पनाओं पर कार्य कर रहा है।

संबंधितपोस्ट

अयोध्या और उसके नज़दीक इन जगहों पर मीट और शराब की बिक्री होगी बंद

पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी के परिवार से मिले पीएम मोदी, यूपी को दी ₹47600 करोड़ की सौगात

हर जरूरतमंद तक राशन पहुंचाने को योगी सरकार का बड़ा कदम, एनएफएसए वितरण प्रणाली के लिए 179 करोड़ की मंजूरी

और लोड करें

जिसका परिणाम राजनीतिक रूप से उसके वैचारिक सियासी संगठन भारतीय जनता पार्टी को प्राप्त होता रहा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की इस समावेशी नीति का परिणाम भारतीय जनता पार्टी के संगठन के स्तर पर भी पड़ा जहां समाज के सभी वर्गों का समुचित प्रतिनिधित्व दिखाई पड़ता है। इस प्रकार भारतीय जनता पार्टी का प्रयास यह है कि समाज के सभी वर्गों को सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के अंतर्गत हिंदुत्व की विचारधारा से संगठित कर आगे बढ़ा जाए। विपक्ष द्वारा जातिगत जनगणना के सवाल एवं आरक्षण के मुद्दों पर फैलाया गया विमर्श भाजपा के मंडल और कमंडल को एक तस्तरी में लेकर आगे बढ़ाने के मिशन में अवरोध जैसा है। अब पुन: भारतीय जनता पार्टी का प्रयास अपने हिंदुत्व के मुद्दे को और धार देने का है। भाजपा के हिन्दुत्व की मुहिम को धार देने मे सबसे बड़ा नाम योगी आदित्यनाथ का है। आगरा में वीर दुर्गादास राठौर की प्रतिमा का अनावरण करते हुए सीएम योगी ने कहा- राष्ट सर्वोपरि है, राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता है। लेकिन यह तभी संभव होगा, जब हम सब एक साथ रहेंगे। हम बटेंगे तो कटेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बांग्लादेश में देख रहे हो न क्या हो रहा है? ऐसी गलती यहां नहीं होनी चाहिए। एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे। वास्तविकता में योगी आदित्यनाथ ने यह बात इस संदर्भ में कही कि यदि समाज अपने निहित स्वार्थों मे उलझ कर जाति, पंथ, संप्रदाय और मजहब के झगड़ों में उलझकर रह जाता है तो या तो वह विरोधियों द्वारा समाप्त कर दिया जाता है, अथवा उनका गुलाम बना लिया जाता है। यह बात भारत के संदर्भ में सही भी है। भारत के समाज ने जब जब अपने निहित स्वार्थ को प्राथमिकता दी तब तब शत्रुओं द्वारा इसे परतंत्र कर अधिकारों से वंचित रखा गया। औरंगजेब ने अनेकों बार जोधपुर पर कब्जा करने का प्रयास किया, लेकिन वीर दुर्गादास राठौर के कारण वह असफल रहा। औरंगजेब ने धोखे से महाराजा जसवंत सिंह से संधि की, और उन्हें अफगानियों से लड़ने के बहाने लेकर चला गया, लेकिन पीछे से उनकी हत्या कर दी। इसके बाद, उसने महाराजा के पुत्र अजीत सिंह को मारने की साजिश रची। वीर दुर्गादास राठौर ने एक सन्यासी के वेश में अजीत सिंह को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और बाद में उनका राज्याभिषेक किया। दुर्गादास राठौर ने राष्ट्र, स्वदेश, और स्वधर्म की रक्षा के लिए जीवन भर संघर्ष किया। अजीत सिंह ने उन्हें प्रधानमंत्री बनाने का प्रस्ताव भी दिया था, लेकिन दुर्गादास राठौर ने इसे अस्वीकार कर दिया। इन्हीं दुर्गादास राठौर की प्रतिमा अनावरण के दौरान ही योगी आदित्यनाथ ने इनके माध्यम से ही लोगों से साथ मिलकर रहने की अपील की थी। उनके अनुसार यदि समाज में बिखराव रहेगा तो विपक्षी किसी न किसी रूप में उसका फायदा उठाने का प्रयास करते रहेंगे। इस बयान कि प्रतिक्रिया स्वरूप अनेकों राजनीतिज्ञों ने इसे योगी आदित्यनाथ द्वारा हिन्दुत्व का खेला गया राजनीतिक कार्ड बताया।

योगी आदित्यनाथ का यह बयान किस प्रकार भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से मेल खाता है इसका प्रमाण भाजपा द्वारा इस मुद्दे का खुल कर समर्थन करने से पता चलता है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने इसका समर्थन करते हुये कहा कि आज के समय में जाति और समुदाय के नाम पर राजनीति करने वाले लोग जिस प्रकार की बातें करते हैं, उसका असली स्वरूप समझना आवश्यक है। यदि हम 70 से 75 प्रतिशत अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की बात करें, तो यह लोग भारत के हर हिस्से में थे। वे आज के बंगाल में थे, और तब के बांग्लादेश (जो पहले पूर्वी बंगाल था) में भी थे। लेकिन आज की स्थिति में ये 75 प्रतिशत लोग कहां गए? वे या तो कट गए, या कन्वर्ट हो गए। यही कारण है कि 32 प्रतिशत जनसंख्या घटकर 7 प्रतिशत तक रह गई। जब 32 प्रतिशत जनसंख्या थी, तो उसमें से 75 प्रतिशत एससी, एसटी, और ओबीसी थे। तो सवाल उठता है कि वे 25-26 प्रतिशत लोग कहां चले गए?” उन्होने इस संदर्भ में जोगेन्द्र मण्डल जो आजाद पाकिस्तान के पहले कानून मंत्री बने थे, का उदाहरण भी प्रस्तुत किया। उनके अनुसार जोगेंद्रनाथ मंडल जो कि पाकिस्तान के पहले कानून मंत्री थे, दलित समुदाय से थे, और वे इसी झांसे में आ गए थे कि जातियों को अलग करके मुस्लिम समुदाय के साथ एक कॉम्बिनेशन करेंगे। वे पाकिस्तान चले गए, लेकिन वहां पहुंचने के बाद उन्होंने जो देखा, वह बेहद दर्दनाक था। उन्होंने देखा कि किस प्रकार दलितों को चुन-चुनकर मारा गया। गांवों को घेर लिया गया, और कहा गया कि या तो इस्लाम धर्म स्वीकार करो, या फिर मर जाओ। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने उनकी बात नहीं सुनी और उनको अपना इस्तीफा देना पड़ा। अंत में वे दुखी होकर भारत लौट आए। गुमनामी में उन्होंने अपनी ज़िंदगी बिताई, और उनके द्वारा देखी गई दर्दनाक घटनाएँ आज भी एक चेतावनी के रूप में हमारे सामने हैं। यहां तक कि आजाद हिंदुस्तान में भी, चाहे वह कश्मीर हो या किसी अन्य स्थान का मामला, जैसे धुबरी, बरपेटा, करीमगंज, या मालदा, जो कुछ हुआ, वह इस कटु सच्चाई का प्रमाण है।

यह एक प्रकार की राजनीति है, जिसकी तरफ योगी आदित्यनाथ जी ने संकेत किया है”। राजनीतिक परिदृश्य को देखकर ऐसा लगता है कि भविष्य मे ऐसे और भी बयान और राजनीतिक दलों कि प्रतिक्रियाएं आएंगी। परंतु गंभीरता पूर्वक विचार करें तो तकनीकी के इस युग में भारत को सामाजिक वैमनस्य से बचाने के लिए व्यक्ति, समाज, नागरिक संस्थाओं और सरकार इन सभी स्तरों पर जागरूकता और प्रयास करने होंगे। आज के समय में भारत के चारों ओर जो अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र चल रहे हैं, वे स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। अफगानिस्तान ने तबाही झेल ली है। पाकिस्तान में अस्थिरता और संकट गहराता जा रहा है। श्रीलंका गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है, और अब बांग्लादेश में भी स्थिति चिंताजनक है। ऐसे समय में, भारत इन परिस्थितियों से बचा हुआ है और मजबूती से खड़ा है, तो ऐसे समय यहाँ के नागरिकों की राष्ट्र को संगठित रखने की ज़िम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ नेतृत्व और रणनीतिक दृष्टिकोण की वजह से, भारत हर चुनौती का सामना करने में सक्षम हुआ है। उनकी नीतियों और कड़े फैसलों ने देश को सुरक्षा और स्थिरता प्रदान की है, जिससे भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती से अपनी स्थिति बनाए हुए है। यह यथार्थ है कि वर्तमान में अनेकों वैश्विक संकटों के बावजूद, मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने खुद को सुरक्षित और मजबूत बनाए रखा है, और देशवासियों को भी कठिन समय में आत्मविश्वास और साहस प्रदान किया है।

-(डा. आलोक कुमार द्विवेदी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय से दर्शनशास्ञ में पीएचडी हैं। वर्तमान में वह KSAS, लखनऊ में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। यह संस्थान अमेरिका स्थित INADS, USA का भारत स्थित शोध केंद्र है। डा. आलोक की रुचि दर्शन, संस्कृति, समाज और राजनीति के विषयों में हैं।)

Tags: जातिगत जनगणनाभाजपा विचारधाराभारतीय जनता पार्टीयोगी आदित्यनाथराजनीतिक बयानराष्ट्रीय एकताविपक्ष प्रतिक्रियासांस्कृतिक राष्ट्रवादहिंदू समाजहिन्दुत्व राजनीति
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

जातिगत जनगणना: संघ का मत बीजेपी नहीं कांग्रेस और विपक्ष के लिए नसीहत क्यों है?

अगली पोस्ट

सूरत को शिवाजी महाराज ने लूटा था या नहीं? मूर्ति पर ‘महा’भारत के बीच नया विवाद क्या, समझिए

संबंधित पोस्ट

बकरीद से पहले महाराष्ट्र में 3 दिनों तक बंद रहेंगे पशुओं के बाज़ार
चर्चित

बकरीद से पहले महाराष्ट्र में 3 दिनों तक बंद रहेंगे पशुओं के बाज़ार!, PETA की रिपोर्ट में दिखा था देवनार मंडी का क्रूर चेहरा

2 June 2025

इस बार ईद-उल-अजहा (बकरीद) 7 जून को मनाई जानी है, लेकिन इसके पहले एक बार फिर देश में कुर्बानी की परंपरा को लेकर बहस तेज...

हिंदू लड़कियों को प्रशिक्षण देने के लिए महिला ट्रेनर नहीं है: बजरंग दल (प्रतीकात्मक चित्र: Canva)
चर्चित

‘MP में लव जिहाद का अड्डा बने जिम’: मुस्लिमों द्वारा नाम बदलकर हिंदू लड़कियों को ट्रेनिंग दिए जाने का दावा

2 June 2025

भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल में संचालित हो रहे कई जिम में ट्रेनर्स की ओर से लड़कियों को प्रशिक्षण दिए जाने को लेकर विवाद पैदा...

कर्नल कुरैशी व विंग कमांडर व्योमिका को BJP के प्रचार से जोड़ते हुए दी थी 'फेक न्यूज़'
चर्चित

भास्कर के बाद TOI ने मांगी माफी, कर्नल कुरैशी व विंग कमांडर व्योमिका को BJP के प्रचार से जोड़ते हुए दी थी ‘फेक न्यूज़’

2 June 2025

दैनिक भास्कर ने कुछ दिनों पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 11 वर्ष पूरे होने के अभियान पर 'घर-घर सिंदूर' पहुंचाने को लेकर एक खबर...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited