बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार और उन्हें जेल में डालने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब बांग्लादेश स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार कर लिया गया है। चिन्मय कृष्ण दास को ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की खुफिया शाखा (डीबी) ने ढाका एयरपोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया है।
बंगलदेशी मीडिया प्रोथोम अलो की रिपोर्ट के अनुसार, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की खुफिया शाखा (DB) के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त रेजाउल करीम मल्लिक ने मीडिया से बात करते हुए चिन्मय कृष्ण दास (चिन्मय प्रभु) की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
Hindu Monk Chinmoy Krishna Das Prabhu was picked up from Dhaka Airport by islamist DB police.He has been kept in the DB office of Dhaka Mintu Road.Hindu hater Md. Yunus ordered to arrest him. #YunusTheButcherOfBangladesh #YunusTheMurdererOfHindus pic.twitter.com/QbPm1yyGIx
— Voice of Bangladeshi Hindus 🇧🇩 (@VHindus71) November 25, 2024
वहीं, इस मामले में चिन्मय कृष्ण दास के सहायक आदि प्रभु का कहना है कि पुलिस ने चिन्मय कृष्ण को ढाका के शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर ढाका के ही मिंटू रोड स्थित डीबी कार्यालय ले गई थी। उन्हें पुलिस ने क्यों उठाया है, इस बारे में कुछ भी नहीं बताया गया।
क्या है मामला:
दरअसल, 25 अक्टूबर, 2024 को चटगांव के लालदीघी मैदान में सनातन जागरण मंच ने 8 सूत्री मांगों को लेकर एक रैली का आयोजन किया था। इस दौरान न्यू मार्केट चौक पर कुछ लोगों ने आजादी स्तंभ पर भगवा ध्वज फहराया था। इस ध्वज पर आमी सनातनी यानी मैं सनातनी हूं लिखा हुआ था। ऐसा आरोप है कि यह भगवा ध्वज बांग्लादेश के राष्ट्रीय झंडे से ऊंचा फहराया गया था। इसको लेकर चिन्मय कृष्ण दास के खिलाफ राष्ट्रीय झंडे की अवमानना और अपमान करने का आरोप लगाते हुए देश द्रोह के मामले में केस दर्ज किया गया था। ऐसा माना जा रहा है कि चिन्मय कृष्ण दास को इस मामले में ही गिरफ्तार किया गया है।
The Yunus government has arrested ISKCON leader Chinmoy Krishna Das from Dhaka airport. Under his leadership, Hindus have held two successful rallies in Chittagong and Rangpur. They did so peacefully and did not engage in any violence. So why was he arrested? Is it not pleasant… pic.twitter.com/8ge3wvOuYY
— taslima nasreen (@taslimanasreen) November 25, 2024
बांग्लादेश से निर्वासन झेल रहीं लेखिका तस्लीमा नसरीन इस मामले में चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा है, “युनूस सरकार ने इस्कॉन नेता चिन्मय कृष्ण दास को ढाका एयरपोर्ट से गिरफ़्तार कर लिया है। उनके नेतृत्व में हिंदुओं ने चटगाँव और रंगपुर में दो सफल रैलियां की हैं। उन्होंने सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से किया और किसी भी तरह की हिंसा में शामिल नहीं हुए, तो फिर उन्हें क्यों गिरफ़्तार किया गया? यदि हिंदू जाग रहे हैं तो क्या यह अच्छा नहीं है? युनूस सरकार न केवल हिंदुओं की 8 सूत्री माँगों की अनदेखी कर रही है, बल्कि उन पर अत्याचार करने के लिए लगातार जिहादियों, सेना और पुलिस को भी उतार रही है।”
वहीं, इस मामले में भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष सुवेन्दु अधिकारी ने चिन्मय कृष्ण दास प्रभु का एक वीडियो शेयर कर विदेश मंत्री एस. जयशंकर से हस्तक्षेप करने की अपील की है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “प्रसिद्ध फायरब्रांड हिंदू नेता, चिन्मय कृष्ण दास प्रभु का बांग्लादेश में ढाका हवाई अड्डे पर जासूस शाखा द्वारा अपहरण कर लिया गया है। वह बांग्लादेश के हिंदू अल्पसंख्यकों के अस्तित्व और सम्मान की लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं। बांग्लादेशी सनातनी समुदाय को डर है कि मोहम्मद यूनुस की ‘कट्टरपंथी’ सरकर किसी भी हद तक गिर सकती है।”
Renowned firebrand Hindu Leader; Shri Chinmoy Krishna Das Prabhu has been abducted by the Detective Branch at Dhaka Airport in Bangladesh.
He is leading the fight for the survival & dignity of the Hindu Minorities of Bangladesh.The Bangladeshi Sanatani Community fear that Md… pic.twitter.com/n5Bb6Zk2JM
— Suvendu Adhikari (@SuvenduWB) November 25, 2024
सुवेन्दु अधिकारी ने आगे लिखा, “मैं एस. जयशंकर से आग्रह करता हूं कि कृपया मामले का संज्ञान लें और तत्काल कदम उठाएं। बांग्लादेश सरकार ने चिन्मय कृष्ण दास प्रभु के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया है। चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ़्तारी का अंदेशा पहले से ही था। इसलिए उन्होंने वीडियो जारी किया था। वीडियो में उन्होंने कहा था, मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि मुझे कभी भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आप एकजुट होकर इस आंदोलन को जीवित रखें।”