TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    INDIA-Pakistan match

    BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

    ‘वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!’

    वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    Operation Polo

    ऑपरेशन पोलो: जब दिल्ली में बम गिराने जा रहा था पाकिस्तान

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    INDIA-Pakistan match

    BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

    ‘वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!’

    वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    Operation Polo

    ऑपरेशन पोलो: जब दिल्ली में बम गिराने जा रहा था पाकिस्तान

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

उधर सीमा पर पाकिस्तान की नाक में दम कर रहा अफगानिस्तान, इधर पहली बार तालिबान से मिले भारत के फॉरेन सेक्रेटरी: जानें दिल्ली के काबुल से जुड़ने के 3 प्रमुख कारण

कूटनीतिक दृष्टिकोण और क्षेत्रीय सुरक्षा का नया पहलू

TFI Desk द्वारा TFI Desk
9 January 2025
in विश्व
पहली बार तालिबान से मिले भारत के फॉरेन सेक्रेटरी

पहली बार तालिबान से मिले भारत के फॉरेन सेक्रेटरी

Share on FacebookShare on X

भारत के सबसे प्रमुख कूटनीतिक विचारकों में से एक, आचार्य चाणक्य ने कभी कहा था, “दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है।” यह रणनीति आज भी भारत की विदेश नीति में नज़र आती है, जहां पाकिस्तान और चीन के खिलाफ भारत ने अफगानिस्तान के साथ कूटनीतिक रिश्ते को नया मोड़ दिया है। 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद, दिल्ली ने काबुल में अपने दूतावास को बंद कर दिया था, लेकिन पाकिस्तान और तालिबान के बढ़ते संघर्ष को देखते हुए, अब भारत ने अफगानिस्तान के साथ अपने रिश्तों को फिर से प्रगाढ़ करने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

6 जनवरी 2025 को भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान द्वारा अफगान नागरिकों पर किए गए एयर स्ट्राइक की कड़ी निंदा की, जिससे भारत का यह स्पष्ट संदेश था कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति कभी भी कमजोर नहीं होगी। अब, 8 जनवरी को दुबई में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मौलवी अमीर खान मुत्तकी के बीच मुलाकात ने इस कूटनीतिक दिशा को और पुख्ता किया है। यह “दुश्मन का दुश्मन दोस्त” के सिद्धांत को पूरी तरह से उजागर करता है, जहां भारत ने अपनी सुरक्षा और क्षेत्रीय हितों को सबसे पहले रखा है।

संबंधितपोस्ट

कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

और लोड करें

दिल्ली-काबुल वार्ता

8 जनवरी 2025 को यूएई में हुई दिल्ली-काबुल वार्ता कूटनीतिक दृष्टिकोण और क्षेत्रीय सुरक्षा के एक नए पहलू के तौर पर देखि जा रही है. यह मुलाकात सिर्फ दो देशों के रिश्तों के लिए नहीं, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के संदर्भ में भी अहम मानी जा रही है, और यह भारत की रणनीतिक सोच को नई दिशा प्रदान करती है।

तालिबान के सत्ता में आने के बाद से भारत और अफगानिस्तान के रिश्ते ठंडे पड़ गए थे, लेकिन अब भारत ने सक्रिय रूप से अफगानिस्तान के साथ अपने रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री और तालिबान सरकार के विदेश मंत्री मौलवी अमीर खान मुत्तकी के बीच इस मुलाकात के बाद, दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए कई पहलुओं पर चर्चा की गई, जैसे कि मानवीय सहायता, व्यापार, सांस्कृतिक संबंध और क्षेत्रीय सुरक्षा।

भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दुबई में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मौलवी अमीर खान मुत्तकी से की मुलाकात (Image Source: X)
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दुबई में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मौलवी अमीर खान मुत्तकी से की मुलाकात

भारत ने अफगानिस्तान को निरंतर सहायता दी है, जिसमें 50,000 मीट्रिक टन गेहूं, 300 टन दवाइयाँ, 27 टन भूकंप राहत सामग्री, 40,000 लीटर कीटनाशक, 100 मिलियन पोलियो डोज़, 1.5 मिलियन कोविड वैक्सीन डोज़, 11,000 हाइजीन किट्स, 500 यूनिट सर्दियों के कपड़े और 1.2 टन स्टेशनरी किट्स शामिल हैं। यह सहयोग ना केवल अफगानिस्तान के लोगों के लिए मददगार रहा है, बल्कि यह भारत की जिम्मेदारी और कूटनीतिक जिम्मेदारी को भी दर्शाता है।

अफगानिस्तान के तालिबानी मंत्रियों ने दिल्ली के निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया और दोनों देशों के रिश्तों को भविष्य में और प्रगाढ़ करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई। भारत के इस कदम ने यह साबित कर दिया कि वह न केवल अपनी कूटनीति में लचीलापन रखता है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा और वैश्विक स्थिरता के लिए सक्रिय भूमिका निभाने के लिए हमेशा तैयार है।

यह भारत की रणनीति को दिखाता है कि वह किसी भी संकट के समय अवसर की पहचान कर अपने रिश्तों को और मजबूत करने के लिए कूटनीतिक मार्ग को अपनाता है। इससे यह भी साफ होता है कि भारत अपनी ताकत और जिम्मेदारी को महसूस करता है, और पाकिस्तान द्वारा समर्थित आतंकवाद और क्षेत्रीय चुनौतियों के खिलाफ कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।

जानें दिल्ली के काबुल से जुड़ने के 3 प्रमुख कारण

भारत ने तालिबान से कूटनीतिक संबंध स्थापित करने का कदम उठाया है, जो कि उसके राष्ट्रीय और सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुए बेहद महत्वपूर्ण है। यह एक रणनीतिक निर्णय है, जिसे पाकिस्तान, रूस और चीन जैसे ताकतवर पड़ोसियों के साथ रिश्तों में हो रहे बदलावों के बीच लिया गया है। यह वक्त भारत के लिए अपनी सुरक्षा को मजबूत करने और कूटनीतिक स्थिति को और बेहतर बनाने का है, खासकर जब पाकिस्तान और तालिबान के रिश्तों में खटास आ चुकी है और चीन अफगानिस्तान में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाने की कोशिश कर रहा है।

1. पाकिस्तान से बढ़ता तनाव:
जब तालिबान ने सत्ता संभाली थी, तब पाकिस्तान ने उसका समर्थन किया था, लेकिन अब पाकिस्तान और तालिबान के रिश्तों में दरार आ चुकी है। पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान के नागरिकों पर 24 दिसंबर 2024 को किए गए हवाई हमले में महिलाओं और बच्चों समेत 51 लोग मारे गए थे। भारत ने इस हमले की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान की नीतियों को आड़े हाथों लिया। यह भारत के लिए एक अहम मौका है, क्योंकि पाकिस्तान का तालिबान पर प्रभाव अब कमजोर हो रहा है, और भारत के लिए यह एक रणनीतिक लाभ साबित हो सकता है।

2. रूस की स्थिति में बदलाव:
रूस, जो इस समय यूक्रेन युद्ध में उलझा हुआ है, तालिबान के साथ अपनी स्थिति सुधारने की कोशिश कर रहा है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने 2024 में कहा था कि तालिबान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में रूस का सहयोगी बन सकता है। रूस के लिए अफगानिस्तान और आसपास के इलाकों से आतंकवाद का खतरा बड़ा है, और उसे तालिबान के साथ रिश्ते मजबूत करने का फायदामंद रास्ता नजर आ रहा है। भारत ने इसे ध्यान में रखते हुए अपनी कूटनीति को बदलते हालात के अनुसार ढाला है।

3. चीन की बढ़ती घुसपैठ:
चीन अपनी विस्तारवादी नीतियों के तहत अब अफगानिस्तान में भी अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है। चीन ने अफगानिस्तान में अपने राजदूत भेजे और तालिबान के साथ रिश्ते और मजबूत किए हैं। चीन अफगानिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों पर अपनी नजरें गड़ाए हुए है और भारत यह देख रहा है कि चीन अब पश्चिमी देशों की अनुपस्थिति में अफगानिस्तान में अपनी रणनीतिक स्थिति मजबूत कर रहा है। भारत के लिए यह चिंता का विषय है, क्योंकि चीन की बढ़ती प्रभावशाली उपस्थिति क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है।

भारत यह समझ चुका है कि ‘दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है,’ और यही वह समय है जब इस रणनीतिक कूटनीतिक दृष्टिकोण को सही तरीके से अपनाना आवश्यक है।

स्रोत: भारत, अफगानिस्तान, भारत - अफगानिस्तान, दिल्ली, काबुल, पाकिस्तान, चीन, रूस, रूस यूक्रेन वॉर , Russia Ukraine War, Pakistan, China, Russia, India, Afganistan
Tags: AfganistanChinaIndiaPakistanRussiaRussia Ukraine Warअफ़ग़ानिस्तानकाबुलचीनदिल्लीपाकिस्तानभारतभारत - अफगानिस्तानरूसरूस यूक्रेन वॉर
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पटाखे फोड़ने पर फाड़े महिलाओं के कपड़े, घर में घुसकर पीटा: मुस्लिमों से तंग हो गांव छोड़ भागने को मजबूर हुए हिंदू

अगली पोस्ट

अध्यात्म ही नहीं, पर्यावरण को भी समृद्ध कर जाएगा महाकुंभ: इस तकनीक से 56000 वर्गमीटर में उगाए गए जंगल, किन्नर अखाड़ा बाँटेगा 11 लाख पौधे

संबंधित पोस्ट

कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा
इतिहास

कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

13 September 2025

इतिहास की धूल में दबी कुछ कहानियां ऐसी हैं, जिनकी चमक आज भी आंखें चौंधिया देती है। कोहिनूर हीरा ऐसी ही एक कहानी है। यह...

हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया
अर्थव्यवस्था

हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

12 September 2025

नक्शे पर देखिए—दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया। समंदरों और पहाड़ों से घिरा यह इलाका इस समय दुनिया की राजनीति का सबसे बड़ा अखाड़ा है। यहां केवल...

गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान
आयुध

गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

12 September 2025

गुरुग्राम की भीड़-भाड़ वाली सुबह, जैसे हर दिन-कारों की कतारें, कॉर्पोरेट टावरों की रौनक और निर्माणाधीन इमारतों से उठती धूल। लेकिन 12 सितंबर 2025 की...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited