दिल्ली की साउथ एशियन यूनिवर्सिटी (SAU) में महाशिवरात्रि के मौके पर बुधवार (26 फरवरी) को छात्रों के दो गुटों के बीच नॉन वेज भोजन परोसने को लेकर जमकर बवाल हुआ है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े छात्रों ने वामपंथी छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) पर व्रतधारी छात्रों को जबरन नॉन वेज परोसने का आरोप लगाया है। वहीं, SFI ने ABVP से जुडे़ छात्रों पर मारपीट का आरोप लगाया है। हालांकि, ABVP ने इससे इनकार किया है और इसे धार्मिक स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार का हनन बताया है। छात्रों की झड़प से जुड़े कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं जिनमें छात्रों के बीच हाथापाई होती नज़र आ रही है।
क्या है पूरा मामला?
महाशिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में SAU के छात्रों ने व्रत रखा था। ABVP की ओर से दावा किया गया है कि इन छात्रों ने मेस प्रशासन से अनुरोध किया था इस विशेष दिन पर उनके लिए सात्विक भोजन की व्यवस्था की जाए और इस मांग को विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्वीकार कर लिया था। ABVP की तरफ से इस मामले को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन को उन 100 से अधिक छात्रों की लिस्ट भी दी गई थी जिन्होंने महाशिवरात्रि का व्रत रखा था। ABVP के तरफ से दावा किया गया है कि जहां व्रत वाले छात्र भोजन कर रहे थे, वहां जबरन नॉनवेज परोसा गया जिसके बाद यह विवाद शुरू हुआ था। ABVP की तरफ से नॉन वेज परोसने और झगड़े के लिए SFI पर आरोप लगाए गए हैं।
ABVP ने TFI के साथ छात्रों की वह सूची भी साझा की है जिन्होंने 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का व्रत रखा था और यही सूची ABVP द्वारा SAU प्रशासन को भी दी गई थी-
ABVP ने क्या कहा?
इस मामले को लेकर ABVP ने कहा, “जब व्रतधारी छात्रों के लिए निर्धारित मेस में सात्विक भोजन परोसा जा रहा था, तब SFI से जुड़े लोगों ने वहां जबरन नॉनवेज परोसने का प्रयास किया। जब व्रतधारी छात्रों ने शांतिपूर्ण ढंग से विरोध किया तो इन असामाजिक तत्वों ने न केवल उनकी बात को अनसुना किया बल्कि उनके साथ जबरदस्ती करने लगे और फिर हाथापाई पर उतर आए। यह कुकृत्य न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला था, बल्कि विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण माहौल को दूषित करने का भी एक सुनियोजित प्रयास था।”
ABVP के दिल्ली के प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा, “जब विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्वयं मेस में सात्विक भोजन की व्यवस्था कर दी, तो उसमें जबरदस्ती मांसाहार परोसने की कोशिश करना न केवल असंवेदनशील है बल्कि वैचारिक आतंकवाद भी है।” ABVP से जुड़े छात्रों की तरफ से इस मामले में यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर को लिखित शिकायत भी दी गई है। इसमें कहा गया है कि व्रत करने वाले छात्रों के भोजन के पास मछली रखी हुई थी और जब उसे हटाने का आग्रह किया गया तो कुछ छात्र इस पर भड़क गए और उन्होंने गाली-गलौज व हाथापाई की है।
SFI ने क्या कहा?
वहीं, SFI ने ABVP की नॉन वेज ना परोसने की मांग को तानाशाही और अलोकतांत्रिक बताया है। SFI ने आरोप लगाया, “ABVP ने SAU के छात्रों पर हमला किया है। विश्वविद्यालय की मेस सभी छात्रों के लिए है और किसी एक समुदाय की खाने की आदतों को ज़बरदस्ती सभी पर थोपना गलत और असंवैधानिक है।” SFI ने दावा किया कि ABVP के लोगों ने महिला छात्रों के पीटा और मेस स्टाफ पर भी हमला किया है। SFI ने विश्वविद्यालय प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
SAU और पुलिस ने क्या कहा?
इस मामले को लेकर SAU ने भी बयान जारी किया है। SAU ने कहा कि कुछ छात्रों के बीच झगड़ा हुआ था और पूरे मामले की जांच की जा रही है। विश्वविद्यालय ने मामले में उचित कदम उठाए जाने की बात कही है। वहीं, इस मामले में पुलिस ने कहा है कि हंगामे के बारे में दोपहर करीब 3:45 बजे एक PCR कॉल आई थी और जब पुलिस वहां पहुंची तो झगड़ा शांत हो गया था। पुलिस ने स्थिति को फिलहाल शांतिपूर्ण बताया है।