नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मेरठ से सांसद और रामानंद सागर कृत ‘रामायण’ में राम की भूमिका निभाने वाले एक्टर अरुण गोविल ‘घर-घर रामायण’ अभियान के तहत रामायण वितरण में जुटे हुए हैं। इस दौरान रविवार (30 मार्च, 2025) को उन्होंने मेरठ के पुलिस अधिकारियों और कैदियों को रामायण दी है। इतना ही नहीं उन्होंने सौरभ हत्याकांड के आरोपी मुस्कान और साहिल को भी रामायण भेंट की है।
रामायण वितरण के दौरान सांसद अरुण गोविल ने मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा, “मेरे मन में बहुत दिनों से इच्छा थी कि जेल में रामायण बांटी जाए। उसी क्रम में आज यहां वितरित की गई है। सभी ने सिर झुका कर इसे स्वीकार किया है। जिसने स्वेच्छा से मांगा, उसी को दी गई है। आज हमने यहां पर डेढ़ हजार रामायण की प्रतियां बांटी हैं। जैसे ही हमारी जेल में एंट्री हुई, तो पूरा परिसर जय श्री राम के नारों से गूंज उठा। चार जगह हमने रामायण दी है। महिलाओं को रामायण दी गई है।”
अरुण गोविल ने कहा कि सभी से आग्रह किया गया कि रामायण जरूर पढ़ें, तभी समझ में आएगा कि जीवन कैसे जिएं। रामायण धार्मिक ग्रंथ तो है ही, साथ में सामाजिक और पारिवारिक आचरण की गाइड है। सभी लोगों ने बहुत श्रद्धा के साथ इसे सिर झुका कर स्वीकार किया है। कई कैदियों ने तो अंग्रेजी में मुझे ‘गुड जॉब’ बताया है। यह सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने उनसे कहा कि भाई, तुम आ तो गए हो। आपके लिए शुभकामनाएं कि आप जल्द यहां से बाहर हों, लेकिन जाते वक्त यहां पर काम करके जाएं कि दोबारा यहां ना आना पड़े।
सौरभ हत्याकांड के कैदियों से मुलाकात के सवाल पर उन्होंने कहा कि दोनों से मुलाकात हुई। उन लोगों ने बहुत श्रद्धा के साथ रामायण स्वीकार किया। मुस्कान की आंखों में आंसू के सवाल पर उन्होंने कहा कि संवेदनशीलता हर व्यक्ति में होती है। मैंने उन्हें समझाया नहीं है लेकिन रामायण से लोगों के जीवन में परिवर्तन आएगा। सभी धर्मों के लोगों ने बहुत श्रद्धा के साथ रामायण को स्वीकार किया है।
उन्होंने आगे कहा अभी तक घरों में रामायण बांटी गई है, लेकिन जेल का अपना अनुभव होता है। गांव में लोग एक जगह एकत्रित हो जाते, तो वहां वितरित की गई है। सभी लोगों ने यहां पर अनुशासन में आकर लाइन में लगकर रामायण की प्रतियां ली हैं। भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, अरुण गोविल ने साहिल और मुस्कान से कहा है कि इसे पढ़ो। तुम लोगों के हाथों से दुर्भाग्यपूर्ण काम हुआ है। लेकिन, भावना और संवेदनशीलता हर इंसान में होती है। वहीं, मुस्कान और साहिल ने अरुण गोविल से कहा, “हम लोग इसे पढ़ेंगे और आगे से इसके नियम का पालन करेंगे।”