भारत में कट्टरपंथियों की हिम्मत इस हद तक बढ़ चुकी है कि पुलिस और सुरक्षा बल उनके सामने बौने साबित हो रहे हैं- ना उन्हें कानून का डर है और ना किसी सज़ा का खौफ है। हर दिन हिंदुओं के त्यौहारों, जुलूसों, शोभायात्राओं पर हमले हो रहे हैं। हाल ही में झारखंड के हज़ारीबाग में रामनवमी के मंगला जुलूस पर जामा मस्जिद चौक के पास पथराव किया गया है। झारखंड में हिंदुओं को निशाने बनाने का यह सिलसिला कोई नया नहीं है, झारखंड पिछले कुछ वर्षों में कट्टरपंथ की नई प्रयोगशाला की तरह उभरकर सामने आ रहा है। झारखंड में आए दिन हिंदुओं पर हमले होते हैं, पिछले महीने ही होली से लेकर महाशिवरात्रि तक झारखंड में हिंदुओं को निशाना बनाया गया है। इस लेख में हम जानेंगे कि पिछले कुछ वर्षों में झारखंड में कैसे हिंदुओं के त्यौहारों को निशाना बनाया गया है।
2025 में हिंदुओं के त्यौहारों पर हमले-
- बीते 25 मार्च को झारखंड के हजारीबाग में जामा मस्जिद के पास मंगला जुलूस में शामिल हिंदुओं पर पत्थरबाज़ी किए जाने का मामला सामने आया था। यह रामनवमी से पहले का जुलूस था और गाने बजाते समय बहस हुई और फिर पथराव शुरू हो गया। मामला इतना आगे बढ़ गया कि पुलिस को कट्टरपंथी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए कई राउंड फायरिंग तक करनी पड़ी।
- झारखंड के गिरिडीह जिले के घोड़थंबा इलाके में बीते 14 मार्च को होली जुलूस के दौरान हिंसा भड़क गई। एक विशेष समुदाय की भीड़ ने पत्थरबाजी की और फिर दुकानों एवं वाहनों में आग लगा दी। इस घटना में घोड़थंबा बाजार की करीब 8 दुकानें, 10 मोटरसाइकिलें, 2 कार और एक ऑटो जलकर खाक हो गए। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए करीब डेढ़ दर्जन लोगों को हिरासत में लिया।
- महाशिवरात्रि के दिन डुमरौन गांव में झंडा और लाउडस्पीकर लगाने को लेकर विवाद हो गया। आरोप है कि मदरसे से कट्टरपंथी मुस्लिमों ने पथराव और आगजनी की। इस हिंसा के संबंध में इचाक थाना ने 21 नामजद और 200 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
- बीती 5 फरवरी को सरस्वती पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान रामगढ़, रांची, हजारीबाग, खूंटी और धनबाद में हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। कट्टरपंथी तत्वों ने हिंदू समुदाय के लोगों पर हमला किया जिससे कई स्थानों पर झड़पें हुईं। इन घटनाओं में कई लोग घायल हो गए हैं।
2024 में झारखंड में हिंदुओं के त्यौहारों पर हमले-
- फरवरी 2024 में सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के दौरान अलग-अलग जगहों पर कट्टरपंथियों ने जुलूस पर हमले किए। राजधानी रांची में जैसे ही प्रतिमा विसर्जन का जुलूस मस्जिद के आगे से गुजरा और कट्टरपंथी भीड़ ने कहासुनी करनी शुरू कर दी और भीड़ ने घात लगाकर जुलूस में शामिल लोगों पर लाठी-डंडे चलाए और कई राउंड फायरिंग की। ऐसा ही एक मामला देवघर से भी सामने आया। वहां तो पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में सरस्वती प्रतिमा विसर्जन यात्रा पर पथराव किया गया। हैरानी की बात है कि इन पत्थरबाज़ों में बच्चे, बूढ़े और महिलाएं भी शामिल थीं।
- अप्रैल 2024 में झारखंड के बोकारो में दो अलग-अलग घटनाओं में रामनवमी के अवसर निकाली जाने वाली शोभायात्राओं पर पथराव किया था। इस दौरान पत्थरबाज़ी की घटनाओं में एक दर्ज़न से ज़्यादा राम भक्त गंभीर रुप से घायल हो गए।
- अक्टूबर 2024 में दुर्गा पूजा आयोजन के बाद प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं पर पत्थरबाज़ी किए जाने का मामला सामने आया है। गढ़वा थाना क्षेत्र के लखन गांव में एक विशेष समुदाय द्वारा प्रतिमा को विसर्जन के लिए जाने से रोकने को लेकर विवाद हुआ था। मतगढ़ी में प्रतिमा लेकर विसर्जन के लिए निकले हिंदुओं पर पत्थरबाज़ी भी की गई थी।
- सितंबर 2024 में झारखंड के लोहदरगा में गणेश पूजा स्थल को लेकर आयोजन समिति और हिंदू संगठन के लोगों की बैठक के दौरान मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग वहां पहुंचे और पूजा स्थल बदलने की मांग करन रहे। इसके बाद कट्टरपंथियों ने लोगों पर हमला भी कर दिया।
- झारखंड के गढ़वा में अगस्त 2024 में सोमवारी के अवसर पर निकाली गई कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं पर कट्टरपंथियों की भीड़ ने हमला कर दिया था। इस हमले में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे।
- जुलाई 2024 में झारखंड के लोहरदगा में जलाभिषेक करने के बाद रांची-लोहरदगा ट्रेन से लौट रहे कांवड़ियों का एक समूह पर कट्टरपंथियों ने अभद्र टिप्पणियां कीं और वे मारपीट पर उतर आए। कांवड़ियों पर जानलेवा हमला तक किया गया था।
- झारखंड में गिरडीह में भगवान राम की शोभायात्रा के दौरान जनवरी 2024 में कट्टरपंथी भीड़ ने पत्थरबाज़ी की है। पुलिस ने इस मामले में मोहम्मद जाबिर को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, उपद्रवियों ने आजाद नगर के पास आरएसएस के एक कार्यकर्ता बिरनी के रोहित महतो पर जानलेवा हमला किया। झारखंड के धनबाद और लोहरदगा में भी कट्टरपंथियों द्वारा हमले किए जाने के मामले सामने आए थे।
2023 में झारखंड में हिंदुओं के त्यौहारों पर हमले-
- जनवरी 2023 में झारखंड के जामताड़ा के नारायणपुर थाना क्षेत्र के डोकीडीह गांव में सरस्वती मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क गई। जैसे ही विसर्जन जुलूस मुस्लिम बस्ती के पास पहुँचा, कट्टरपंथी मुस्लिमों ने पथराव शुरू कर दिया। इस हमले में दो पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए। इसके अलावा, सरस्वती मां की मूर्ति को भी खंडित कर दिया गया और शोभायात्रा पर लाठी-डंडों से हमला किया गया।
- झारखंड के पलामू में फरवरी 2023 में महाशिवरात्रि की तैयारियों कर श्रद्धालुओं पर कट्टरपंथी भीड़ द्वारा पत्थरबाज़ी की गई थी। महाशिवरात्रि की तैयारियों के मद्देनज़र लोग तोरण द्वार बना रहे थे और दंगाइयों ने इसका विरोध करते हुए हिंसा की थी।
- अप्रैल 2023 में झारखंड के रामगढ़ के एक गांव में रामनवमी के जुलूस के दौरान उपद्रवियों द्वारा पत्थरबाज़ी की गई। इस दौरान दो समुदायों में झड़प भी हुई और इसमें एक सीओ समेत करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए।
- झारखंड के साहिबगंज में अप्रैल 2023 में पटेल चौक के पास स्थित बजरंगबली मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव की तैयारियों के दौरान कट्टरपंथियों ने मंदिर को निशाना बनाया और मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया। उपद्रवियों ने मंदिर में लगी पताका को भी हटाकर फेंक दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब हिंदू समुदाय ने इसका विरोध किया तो प्रशासन ने उन पर ही लाठीचार्ज कर दिया।
- झारखंड के हज़ारीबाग में अक्टूबर 2023 में रांची में आयोजित ‘शौर्य जागरण यात्रा’ से लौट रहे लोगों पर पेलावल इलाके में पत्थर बरसाए गए। एक मस्जिद के पास घटी इस घटना में करीब 10 लोग घायल हुए थे।
2022 में झारखंड में हिंदुओं के त्यौहारों पर हमले-
- 2022 की फरवरी में हजारीबाग और धनबाद में सरस्वती मूर्ति विसर्जन के दौरान कट्टरपंथियों ने जुलूस पर जमकर लाठी डंडे चलाए। हजारीबाग के दुलमाहा गांव में तो मूर्ति विसर्जन करने जा रहे रूपेश कुमार पांडेय से नामक युवक की पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। वहीं, धनबाद में जुलूस पर लाठी चलाई गई और इसमें आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
- झारखंड के धनबाद में मार्च 2022 में तोपचांची में होली मना रहे हिंदुओं पर मुस्लिम भीड़ ने हमला कर दिया। भीड़ ने पहले हिंदुओं को अपने इलाके से गुजरने से रोक दिया और जब उन्होंने विरोध जताया, तो भारी पथराव किया गया। इस दौरान पत्थरबाजों ने सीओ विकास कुमार और बाघमारा की एसडीपीओ की गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
- झारखंड में रामनवमी के अवसर अप्रैल 2022 में लोहरदगा और बोकारो में आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आई थीं। दंगाइयों ने इस दौरान कई वाहनों को आग लगा दी और साथ ही एक ट्रेन पर भी पथराव किया गया था।
- झारखंड के साहिबगंज और धनबाद में अक्टूबर 2022 में मां काली के विसर्जन जुलूस पर पत्थरबाज़ी और हिंसा किए जाने के मामले सामने आए थे। साहिबगंज में मुस्लिम बहुल इलाके एलसी रोड के बादशाह चौक पर जुलूस पर पथराव किया गया। वहीं, धनबाद में ईदगाह मोहल्ला से गुजर रही विसर्जन यात्रा को निशाना बनाते हुए कट्टरपंथियों ने पत्थरबाज़ी की थी।
हिंदुओं पर हमले की ये घटनाएं बताने के लिए काफी हैं कि किस तरह झारखंड में कोई भी त्यौहार बिना हमले, दंगे के पूरा करना एक चुनौती बन गया है। अपनी पहचान स्थापित करने के लिए एक समूह लगातार देश में आक्रामकता दिखा रहा है। सहिष्णुता बनाम कट्टरता की यह लड़ाई दिन-ब-दिन गहराती जा रही है। इसके चलते धार्मिक आयोजन और उत्सव अब डर और तनाव का कारण बन गए हैं। प्रशासन की निष्क्रियता और राजनीतिक पक्षपाती रुख ने इन घटनाओं को और बढ़ावा ही दिया है। अगर यही स्थिति बनी रही, तो समाज में एक बड़ी खाई पैदा हो सकती है, जो आगे चलकर खतरनाक साबित हो सकती है।