झारखंड में रमज़ान के दौरान मुस्लिम कर्मियों को काम से राहत दिए जाने को लेकर जारी विवाद के बीच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि झारखंड के 1,000 से अधिक स्कूलों में रविवार के बजाय शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश रहता है। निशिकांत दुबे ने इस मामले को लेकर हेमंत सोरेन पर भी हमला बोला है। दुबे ने कहा कि रविवार के बदले शुक्रवार को छुट्टी कर झारखंड की सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाने के लिए बेकरार नज़र आ रही है। साथ ही, उन्होंने केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री जयंत चौधरी द्वारा उन्हें भेजा गया एक पत्र भी साझा किया है जिसमें शिक्षा विभाग ने सैकड़ों स्कूलों में शुक्रवार की छुट्टी रखे जाने की बात मानी है।
जयंत चौधरी के पत्र में क्या?
जयंत चौधरी ने 2 अगस्त 2024 को निशिकांत दुबे द्वारा लोकसभा में उठाए गए मामले को लेकर उन्हें यह पत्र लिखा है। दुबे ने ‘X’ पर यह पत्र शेयर किया है। जयंत द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है, “एकीकृत बिहार के समय से झारखंड में कुल 648 विद्यालयों को उर्दू विद्यालय के रूप में चिन्हित किया गया है। सचिव, मानव संसाधन विकास, झारखंड द्वारा दिनांक 05.09.2007 के पत्र संख्या 1834 के तहत जारी निर्देशानुसार ये उर्दू स्कूल शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश रखते हैं और रविवार को खुले रहते हैं।” पत्र में आगे कहा गया है, “विभाग के संज्ञान में कुछ विद्यालयों के नाम में उर्दू शब्द जोड़ने का मामला आने पर कार्रवाई की गई। वर्तमान में यह विद्यालय विभागीय निमयों के अनुसार संचालित किए जा रहे हैं।”
दुबे ने क्या कहा?
निशिकांत दुबे ने ‘X’ पर यह पत्र शेयर करते हुए लिखा है, “झारखंड अब इस्लामिक राज्य है, झारखंड सरकार खुद मानती है कि 648 विद्यालय में छुट्टी रविवार के बदले शुक्रवार को होती है, 2007 में यह आदेश भी कांग्रेस के सरकार में ही लागू हुआ था । गोल मोल जबाब अंत में यही बताता है कि स्कूल जहां ज़बरदस्ती उर्दू लगा व रविवार के बदले शुक्रवार छुट्टी होती है उनकी संख्या हज़ारों में है।”