PM Modi Saudi Visit: दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम 8 अप्रैल को भारत की यात्रा पर पहुंचे। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम करार हुए हैं। अब खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महीने के आखिरी में दो दिवसीय यात्रा पर सऊदी अरब जा सकते हैं। यह दौरा लगभग चार साल के लंबे अंतराल के बाद हो रहा है। इसका मकसद भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापार, निवेश, ऊर्जा और रक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाना है। माना जा करा है कि यात्रा के दौरान क्षेत्रीय सुरक्षा के अलावा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) पर भी चर्चा हो सकती है।
भारत और सऊदी अरब के रिश्ते कुछ वर्षों में प्रगाढ़ हुए हैं। सऊदी अरब में लगभग 26 लाख भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो इन संबंधों की मजबूती में अहम रोल अदा करते हैं। अप्रैल 2016 में पीएम मोदी की रियाद यात्रा हुई थी। इसे द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक नए युग की शुरुआत कहा गया था।
भारत यात्रा पर क्राउन प्रिंस
दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की भारत यात्रा है। इस दौरे में दुबई और भारत के बीच कई समझौते हो रहे हैं। शिक्षा और रक्षा के क्षेत्र में बड़े करार हुए हैं। भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद (IIM-Ahmedabad) और भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (IIFT) अपने-अपने एक कैंपस दुबई में खोलेंगे। भारत की स्वदेशी आकाश मिसाइल में यूएई ने दिलचस्पी दिखाई है। दोनों देश कई हथियारों के के साझा-निर्माण के लिए भी तैयार हुए हैं।
2023 में क्राउन प्रिंस आए थे भारत
सितंबर 2023 में जी-20 सम्मेलन के दौरान सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भारत आए थे। इस दौरान उन्होंने भारत, अमेरिका, यूरोपीय संघ सहित अन्य देशों के साथ मिलकर IMEC के निर्माण को लेकर रुचि दिखाई थी। नवंबर 2023 में सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद भी भारत आए थे। इस दौरान दोनों देशों ने कई रणनीतिक क्षेत्रों में साझेदारी को गहरा करने को लेकर चर्चा की थी।
दोनों देशों के व्यापारिक आंकड़े
– 2023-24 में दोनों देशों के बीच व्यापार 42.98 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है
– भारत ने 11.56 बिलियन डॉलर का निर्यात किया है
– 31.42 बिलियन डॉलर का आयात भारत ने सऊदी अरब से किया है
– भारत अब सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन चुका है
– सऊदी अरब भारत का पांचवां सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है
लगातार बढ़ा निवेश
पिछले कुछ वर्षों में सऊदी अरब में भारतीय कंपनियों का निवेश बढ़ा है। अगस्त 2023 तक भारतीय निवेश का आंकड़ा लगभग 3 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है। यह निवेश आईटी, दूरसंचार, फार्मास्युटिकल्स, निर्माण परियोजनाओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों में है। एलएंडटी, टाटा मोटर्स, टीसीएस, विप्रो, टेक महिंद्रा, शापूरजी पल्लोनजी, वेदांता और एस्सार जैसी भारतीय कंपनियों ने सऊदी में अपनी ठोस उपस्थिति दर्ज कराई है।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा (PM Modi Saudi Visit) सिर्फ द्विपक्षीय सहयोग तक सीमित नहीं रहेगी। यह खाड़ी देशों के साथ भारत के व्यापक रणनीतिक दृष्टिकोण का भी हिस्सा है। इसमें रक्षा, व्यापार, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को प्राथमिकता मिलेगी। इस यात्रा के दौरान शिखर सम्मेलन के दौरान चर्चा में आए भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे को विकसित करने को लेकर तेजी से काम चल सकता है।