TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    Corona New Variant

    कोरोना का तांडव शुरू: देशभर में 24 घंटे के भीतर 7 लोगों की मौत, दिल्ली में बुजुर्ग ने तोड़ा दम

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान संबोधित किया (फोटो: सिन्हुआ)

    White House ने एक और जंग रुकवाने का किया दावा, इज़रायल ने अस्थायी युद्धविराम को दी हरी झंडी, गाज़ा में जगी शांति की उम्मीद!

    America Chine communist visas

    कम्युनिस्ट विचार पर अमेरिका का प्रहार, चीनी छात्रों का वीजा होगा रद्द; रुबियो ने बताया कारण

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    Corona New Variant

    कोरोना का तांडव शुरू: देशभर में 24 घंटे के भीतर 7 लोगों की मौत, दिल्ली में बुजुर्ग ने तोड़ा दम

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान संबोधित किया (फोटो: सिन्हुआ)

    White House ने एक और जंग रुकवाने का किया दावा, इज़रायल ने अस्थायी युद्धविराम को दी हरी झंडी, गाज़ा में जगी शांति की उम्मीद!

    America Chine communist visas

    कम्युनिस्ट विचार पर अमेरिका का प्रहार, चीनी छात्रों का वीजा होगा रद्द; रुबियो ने बताया कारण

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘श्री शारदा स्तुति’ पुस्तक विलुप्त ‘शारदा लिपि’ को पुनर्जीवित करने का भगीरथी प्रयास है

शारदा लिपि के महत्त्व को नकारना असंभव है। इसी शारदा लिपि के कारण भारतीय ज्ञान परंपरा के अंतर्गत आने वाली शारदीय ज्ञान परंपरा का प्रादुर्भाव हुआ।

drmahender द्वारा drmahender
20 April 2025
in समीक्षा
पुस्तक में विद्यादेवी शारदा की स्तुतियों का शारदा लिपि में हस्तलेखन किया गया है

पुस्तक में विद्यादेवी शारदा की स्तुतियों का शारदा लिपि में हस्तलेखन किया गया है

Share on FacebookShare on X

क्या अपने कभी सोचा है कि विदेशी आक्रान्ताओं ने भारतीयों पर अपनी भाषा थोपने का प्रयास क्यों किया था? उन्होंने भारतीय भाषाओँ से ही काम क्यों नहीं चलाया? भाषा थोपने के प्रयास में अंग्रेजों को सफलता मिली। इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि अंग्रेजों की इस सफलता का दुष्परिणाम आज पूरा भारत विशेषकर हिन्दू समाज भुगत रहा है। भाषा का संबंध अस्मिता या पहचान से जुड़ा है। भाषा बदलते ही पहचान बदल जाती है और यदि पहचान बदल जाए तो फिर सब कुछ बदल जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो यदि भाषा गई तो सब कुछ चला जाता है।

आजकल के बच्चे और युवा भी हिंदी भाषा के सैंतालिस, चौहत्तर, या नवासी नहीं जानते हैं, लेकिन उन्हें फोर्टी सेवेन, सेवंटी फोर या एटी नाइन पता होता है। अंग्रेजी भाषा भारत के लिए विनाशक सिद्ध हुई ऐसा कहना भी कोई अतिश्योक्ति नहीं है। जिस अंग्रेजी भाषा के पास ‘धर्म’, ‘गुरु’ और ‘आत्मा’ के लिए पर्याप्त शब्द नहीं हैं, या जिनके पास ॐ, देवता’ आदि  शब्दों (ऐसे अनेक शब्द हैं) के लिए कोई शब्द नहीं है वे लोग सनातन धर्म या हिंदुत्व या भारतीय चिंतन को कैसे समझेंगे या समझाएंगे? लेकिन, साजिशपूर्ण प्रयास हुए हैं और आज भी चल रहे हैं। यह भाषा के साथ की गई साजिश ही है जिसके आधार पर भारतीय इतिहास को मिथक (अंग्रेजी में माइथोलॉजी) बनाने का खेल हुआ है और यह खेल आज भी चल रहा है। इसके कारण ही भारत की गौरवशाली संस्कृति और विज्ञान आधारित परंपराओं पर संदेह करना आज शोभाचार (जिसे अंग्रेजी में फैशन कहते हैं) बन गया है।

संबंधितपोस्ट

RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जरूरत है ‘ऑपरेशन गद्दार’ की

यदि सद्गुणों से हानि होने लगे तो वे ‘सद्गुण’ नहीं ‘विकृति’ हैं

और लोड करें

भाषा का मूल ‘लिपि’ होता है। लिपि ही भाषा को भौतिक स्वरूप और पहचान देती है। लिपि प्रतीक-चिह्नों की एक व्यवस्था है जिसके अंतर्गत भाषाओं का लेखन किया जाता है। भारत में अनेक भाषाएँ प्रचलित हैं और लिपियाँ भी भिन्न-भिन्न हैं, जैसे, ब्रह्मी, देवनागरी, शारदा, गुरुमुखी, तेलुगू एवं कन्नड़ लिपि, तमिल-मलयालम लिपि आदि। जिस देश में अपनी कई लिपियाँ और अनेक भाषाएँ हों वहाँ आज भी विदेशी अंग्रेजी भाषा का बोलबाला हो तो यह दयनीय स्थिति नहीं है तो और क्या है? सोशल मीडिया के इस युग में यह स्थिति और भी विकराल होती जा रही है। उदाहरण राष्ट्र भाषा हिंदी के साथ होने वाला सौतेला व्यवहार है और समय समय पर राजनेताओं द्वारा छेड़ा जाने वाला भाषा संबंधी विवाद है।

देव असुर संग्राम अनवरत चलता रहता है। ऐसे में विलुप्त होने की कगार पर खड़ी शारदा लिपि को पुनर्जीवित करने के प्रयास के अंतर्गत लिखी एक पुस्तक हाथ लगी। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कश्मीर अध्ययन केंद्र के शोधार्थियों प्रवीन कुमार और आदित्य अवस्थी द्वारा लिखित इस पुस्तक का नाम है ‘श्री शारदा स्तुति’। पुस्तक का प्रकाशन समकालीन प्रकाशन दिल्ली से हुआ है। पुस्तक में विद्यादेवी शारदा की स्तुतियों का शारदा लिपि में हस्तलेखन किया गया है। यह प्रयास अपने आप में एक उत्कृष्ट प्रयास है। अपनी बात कहूँ तो ‘शारदा लिपि होती है’ मैंने ऐसा केवल सुन रखा था। जानने का प्रयास कभी नहीं किया था। इस पुस्तक के माध्यम से मुझे भी पहली बार शारदा लिपि के दर्शन हुए हैं। जब मैंने शारदा लिपि में देवी सरस्वती की स्तुति लिखी हुई देखी तो मुझे अपने ऊपर तरस आ रहा था। साथ ही यह विचार भी मस्तिष्क में चलने लगा था कि एक अंग्रेजी के कारण हमने कितना कुछ खो दिया है।

पुस्तक श्री शारदा स्तुति

जहाँ तक लिपियों की बात है तो यह बात बिलकुल सत्य है। इस पुस्तक की प्रस्तावना में नारदीय संचार नीति जैसी उत्कृष्ट पुस्तक के रचियता विद्वान लेखक जयप्रकाश सिंह एक अत्यंत गम्भीर सत्य लिखते हैं, “ऐसे समय में जब पहचान का संकट गहराता जा रहा है और पहचान को लेकर होने वाले संघर्ष निरंतर बढ़ते जा रहे हैं, लिपि की प्रासंगिकता और महत्ता को भी नए सिरे से रेखांकित करने की आवश्यकतार बढ़ती जा रही है। शांति-स्थापित करने के उपकरणों के रूप में भाषा और संवाद को लेकर तो पर्याप्त चर्चा होती है, लेकिन लिपियों की भूमिका को लेकर अभी तक अपेक्षित चर्चा तक प्रारम्भ नहीं हुई हैं। मूल-लिपि में लिखी गई भाषा विचारों और भावनाओं का उनके गहनतम रुप में संवहन तो करती ही हैं, साथ में यह संबंधित समुदाय को उसकी वास्तविक पहचान से भी जोड़े रखती है। इसके कारण पहचान सम्बंधी संघर्षों की संभावनाएँ भी कम हो जाती हैं। इसलिए पहचान के प्रश्नों को सुलझाने और शांति-स्थापित करने के प्रयासों के संदर्भ में लिपि के निर्धारण का विषय महत्वपूर्ण हो जाता है।”

भाषा तभी बचेगी जब लिपि बचेगी। उदाहरण के लिए हिमाचल प्रदेश में भी एक लिपि है जिसे ‘टांकरी’ लिपि कहा जाता है, लेकिन यह लिपि भी आज विलुप्त हो गई है और शायद कुल्लू जिला में कुछ लोग ही इसके जानकार हैं। मेरे गाँव और घर में कुछ पीतल के बर्तन हैं जिन पर ‘टांकरी’ में कुछ अंकित है। यह प्रमाण है कि कुछ समय पहले गाँव में टांकरी जानने वाले लोग थे। लेकिन अगली पीढ़ी ने यह लिपि नहीं सीखी इसलिए आज कोई भी इसे नहीं जानता। प्रस्तावना में लिखा एक वाक्य बहुत महत्त्वपूर्ण है जो भारत को भारत की दृष्टि से देखने वालों को झकझोरने के लिए पर्याप्त है, वह वाक्य है, “लिपियां ही वह सुरक्षा कवच होती हैं, जिनमें देशज भाषाओं का संरक्षण-संवर्द्धन संभव होता है।”

सोशल मीडिया के इस युग में जब भी कोई नवीन वैज्ञानिक खोज होती है तो यह बात भी सामने आती है भारत के ऋषि मुनियों ने तो ऐसा बहुत पहले ही कर दिया था। इसके बाबजूद आज के भारत की युवा पीढ़ी पाश्चात्य जगत का अनुसरण करने के लिए विवश है। यह बात भी उभर कर आती रहती है कि आज भी अंसख्य पुरातन पांडुलिपियाँ ऐसी हैं जिनको किसी ने स्पर्श तक नहीं किया है। इन पांडुलिपियों में वैश्विक कल्याण के लिए न जाने क्या क्या लिखा हुआ है। उस ज्ञान का रहस्योद्घाटन करने के लिए उनका अध्ययन करना आवश्यक है और उस अध्ययन के लिए उनका संरक्षण आवश्यक है। इन पांडुलिपियों के अध्ययन के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण है भारतीयों के बीच लिपि ज्ञान का विस्तार हो।

यह शाश्वत सत्य है कि भारतीय ज्ञान परम्परा की ‘श्रुति’ से ‘स्मृति’ की यात्रा लिपियों पर आधारित है। इस यात्रा में शारदा लिपि के महत्त्व को नकारना असंभव है। इसी शारदा लिपि के कारण भारतीय ज्ञान परंपरा के अंतर्गत आने वाली शारदीय ज्ञान परंपरा का प्रादुर्भाव हुआ। लेकिन आज यह शारदीय ज्ञान परंपरा कोने में पड़ी हुई दुबकी हुई सी प्रतीत होती है। शीधे शब्दों में कहूँ तो विलुप्त हो गई है और इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है इस ज्ञान परंपरा के मूल आधार कहलाने वाली शारदा लिपि का विलुप्त होना। इस लिपि को पुनर्जीवित करने के प्रयास भी विलुप्त के समान ही हैं। लेकिन, यह भी सत्य है कि प्रयास अभी जारी है भले ही सूक्ष्म स्तर पर हो रहा है। कहा जाता है निराशा में ही आशा का प्रकाश छिपा रहता है।

लिपि ज्ञान के विस्तार हेतु प्रवीन कुमार और आदित्य अवस्थी द्वारा हाथों से लिखी ‘श्री शारदा स्तुति’ नामक यह पुस्तक एक उत्कृष्ट और उल्लेखनीय प्रयास है। इसमें विद्या देवी भगवती शारदा की स्तुतियों को दो अलग अलग लिपियों में लिखा गया। वास्तव में यह पुस्तक एक संग्रह मात्र नहीं है, बल्कि यह स्मृतियों और ज्ञान के अछूते संग्रह तक पहुंचने का एक आवश्यक सभ्यतागत कर्म भी है। भारत सरकार के ‘ज्ञान भारतम् मिशन’ की उपयोगिता को सार्थक करता हुआ पुस्तक लेखन का यह प्रयास प्रशंसनीय है। इस पुस्तक में शारदा लिपि के दर्शन करने के बाद मैं भी अपना नाम इस लिपि में लिखने का प्रयास करने लगा हूँ।

Tags: #कश्मीरकीविरासतdr mahender thakurdrmahenderthakurGyan Bharatam MissionSharada scriptsharda lipiSharda PeethSharda Templeshri sharda stutiकश्मीर अध्ययन केंद्र धर्मशालाज्ञान भारतम् मिशनशारदा लिपिसेंट्रल यूनिवर्सिटी धर्मशाला
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

स्वतंत्र भारत के अतिस्वतंत्र वासियों आजादी के लिए 19 वर्ष की आयु में बलिदान हुए अनंत लक्ष्मण कन्हेरे आपको याद हैं?

अगली पोस्ट

‘तू है क्या चीज़…बाहर मिल देखते हैं कैसे ज़िंदा घर जाती है’: अपने खिलाफ फैसला आने पर शख्स ने भरी अदालत में महिला जज को धमकाया

संबंधित पोस्ट

D Raja On Naxalism Basavaraju
समीक्षा

बसवराजू से लेफ्ट की सिंपैथी: क्या कम्युनिस्ट और नक्सली एक हैं? डी राजा जवाब दो

22 May 2025

मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद के खात्मे का अभियान तेजी से चल रहा है। मई के महीने में ही 50 से ज्यादा नक्सलियों को...

मेरिट नहीं चापलूसी चलेगी- ऑपरेशन सिंदूर पर कैसे एक्सपोज हो गई कांग्रेस?
राजनीति

मेरिट नहीं चापलूसी चलेगी- ऑपरेशन सिंदूर पर कैसे एक्सपोज हो गई कांग्रेस?

21 May 2025

नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के बारे में दुनिया के कई देशों के दौरे पर जाने के लिए प्रस्तावित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में नामों को लेकर कांग्रेस...

The Thoughtful Indian
समीक्षा

अजेय और अडिग भारत का उदय, पश्चिम की मान्यताओं को चुनौती

19 May 2025

Rise of India: भारत का उदय केवल अप्रत्याशित नहीं है, यह पुराने वैश्विक व्यवस्था को विचलित करने वाला है। यह इसलिए नहीं कि हमारा देश...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited