Violence In Nashik: देश में इन दिनों वर्ग विशेष के लोगों की आदत अपनी बात हो हिंसा के जरिए मनवाने की हो गई है। अभी देश में वक्फ का मामला गरम ही है। पहले महाराष्ट्र के औरंगाबाद में औरंगजेब की मजार के लिए बवाल हुआ था। अब एक बार फिर महाराष्ट्र के ही नासिक में एक अवैध दरगाह (Satpir Dargah Nashik) के लिए हिंसा भड़क गई। घटना में 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। एक तरफ इलाके में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल के तैनाति बढ़ा दी गई है। दूसरी ओर हिंसा के मामले में भी सियासी रोटी सेकने के लिए उद्धव गुट की शिवसेना में छलांग लगा दी है।
दरअसल नासिक के काठे गली इलाके में स्थित सतपीर दरगाह स्थित है। नासिक नगर निगम की टीम ने इसे अवैध पाते हुए 1 अप्रैल को नोटिस जारी किया था। इसे लेकर जब कमेटी ने खुद से कोई कार्रवाई नहीं की तो प्रशासन ने इसे हटाने का फैसला लिया। इसी कार्रवाई के लिए टीम पहुंची तो भीड़ ने उनपर हमला कर दिया।
पहले किया अंधेरा फिर फेंके पत्थर
मंगलवार यानी 15 अप्रैल को नासिक नगर निगम की टीम जब द्वारका के काठे गली इलाके में स्थित सतपीर दरगाह को हटाने पहुंची। बताया जा रहा है इसी समय कुछ उपद्रवियों ने बिजली आपूर्ति बाधित कर दी। इसके बाद नासिक नगर निगम की टीम और सुरक्षाकर्मियों पर जमकर पथराव कर दिया। रात 11 बजे के आसपास खबर आई की इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। इसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया और बुधवार की सुबह 5 बजे फिर से कार्रवाई शुरू हुई। सुबह 10 बजे तक आखिरकार मजार को गिरा (Demolition Illegal Shrine) दिया गया।
एक्शन में पुलिस और प्रशासन
घटना में 21 पुलिसवाले घायल हुए हैं। मंगलवार रात को ही हालात बिगड़ते देख पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। घटना को लेकर डीसीपी किरण कुमार चव्हाण ने बताया कि मामले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मौके से 50 से अधिक मोटरसाइकिल जब्त की गई हैं। फिलहाल इलाके में शांति बनी हुई है। हम CCTV खंगाल रहे हैं।
अवैध निर्माण पर पहले से था नोटिस
नासिक नगर निगम ने इस अवैध दरगाह को हटाने के लिए 1 अप्रैल को ही नोटिस जारी कर दिया था। इसके लिए ट्रस्ट को 15 दिन का समय दिया गया था। नोटिस में सीधे तौर पर कहा गया था कि निर्धारित समय सीमा के भीतर निर्माण नहीं हटाया जाता है तो नगर निगम कार्रवाई करेगा। जब 15 दिनों तक ट्रस्ट द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई तो टीम पुलिस बल के साथ मंगलवार रात अवैध मजार गिराने के लिए पहुंची थी।
सियासी रोटी सेक रही शिवसेना ठाकरे गुट
नासिक की इस घटना के बाद राजनीति भी गरमा गई है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत (Sanjay Raut On Violence In Nashik) इसपर अपनी सियासी रोटी सेकने लगे हैं। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ताक में रहती है कि दंगे कब और कहां करवाए जाएं। नासिक में कार्रवाई इसलिए की गई ताकि लोगों का ध्यान भटका दिया जाए। दूसरी तरफ निगम के एक्शन का बीजेपी ने स्वागत किया है। बीजेपी नेता आचार्य तुषार भोसले ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा की और शिवसेना को निशाने पर लिया।
अभी नहीं रुकेगी प्रशासन की कार्रवाई
नासिक घटनाक्रम (Satpir Dargah Nashik) ने नासिक में तनावपूर्ण माहौल बना दिया है। प्रशासन का कहना है कि अगले दो दिनों में सभी अवैध धार्मिक निर्माणों पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अब CCTV फुटेज की मदद से उपद्रवियों की पहचान कर रही है। इलाके में अभी भी भारी पुलिस बल तैनात है। हालांकि, घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या प्रशासनिक कार्रवाई को राजनीतिक रंग देकर असली मुद्दों से ध्यान हटाया जा रहा है।