Mamata Banerjee Imams Meeting: देश में वक्फ कानून पास होने के बाद सियासत जोरों पर चल रही है। इसमें सबसे अग्रणी ममता बनर्जी बनी हुई है। वक्फ एक्ट का विरोध करते हुए उनके राज्य के मुर्शिदाबाद में हिंसा भी हुई। इसमें 3 लोगों की मौत के बाद वो निशाने पर भी आ गई हैं। हालांकि, इन सब के बावजूद वो खुद को हितैसी साबित करने में लग गई हैं। अभी तक ममता बनर्जी इस पूरे मामले में केंद्र सरकार और भाजपा को निशाना बना रहीं थी। हालांकि अब उन्होंने इमामों के साथ एक बैठक की जिसमें हिंसा के लिए एक तरह से कांग्रेस को भी दोषी बता दिया। इतना ही नहीं उन्होंने वक्फ कानून रद्द करने की बात कर दी है।
बता दें बंगाल में वक्फ कानून के विरोध में कई स्थानों पर रैलियों का आयोजन किया गया था। इसी दौरान मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़क गई। इस हिंसा में प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दी। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के साथ उन्होंने पुलिस पर भी हमला कर दिया। उन्होंने अपने प्रदर्शन के बहाने हिंदुओं को भी निशाने पर लिया। इस दौरान 3 लोगों की मौत हो गई और पुलिस कर्मियों के साथ कई लोग घायल हो गए।
इमामों के साथ ममता की बैठक
वक्फ कानून के खिलाफ मचे घमासान के बीच संग्राम ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में दिख रहा है। खुद मुख्यमंत्री ने भी मोर्चा (Mamata Banerjee On Waqf Act) खोल रखा है। हालांकि, हिंसा के बाद अपने बचाव के लिए वो तेज हमले कर रही है। बुधवार, 16 अप्रैल को उन्होंने कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में मुस्लिम धर्मगुरुओं और इमामों से मुलाकात की है। यहां मुसलमानों के भरोसे में लेते हुए उन्होंने खुद को नए कानून का विरोध करने वाले अग्रणी लोगों में खुद को गिना रही है। इसे मुलाकात में उन्होंने भाजपा और केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि बंगाल को बदनाम किया जा रहा है।
निशाने पर आई कांग्रेस
अभी तक बंगाल में हुई हिंसा को लेकर ममता बनर्जी केवल बीजेपी को निशाने पर ले रहीं थी। अब उनके टारगेट में कांग्रेस (Mamata Banerjee Target Congress) भी आ गई है। इमामों के साथ हुई बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने मुर्शिदाबाद हिंसा (Mamata Banerjee On Murshidabad Violence) को लेकर कांग्रेस पर भी निशाना साधा। ममता बनर्जी ने कहा कि जहां हिंसा हुई वहां कांग्रेस की सीट है। उन्होंने हालातों को कंट्रोल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
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बता दें मुर्शिदाबाद के जिन इलाकों में विरोध के कारण हिंसा हुई है वे मालदा दक्षिण लोकसभा क्षेत्र में आते हैं। इस सीट से इस सीट से कांग्रेस ईशा खान चौधरी ने 2024 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है। हालांकि, इस लोकसभा में आने वाले 7 में से 6 विधानसभा सीटों पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है। ऐसे में साफ दिख रहा है कि ममता बनर्जी अब इस पूरे मामले में ब्लेम गेम खेल रही है।
रद्द कर देंगे वक्फ कानून
ममता बनर्जी ने इमामों के साथ बैठक में खुद को मुसलमानों का मसीहा बता दिया है। उन्होंने जब प्रदेश में हिंसा के बीच माहौल गरम है तो वह मुस्लिम वोटरों को साधने में जुटी हैं। इमामों की बैठक में उन्होंने वादा किया है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार हटते ही वक्फ संशोधन बिल को रद्द कर दिया जाएगा। इसके बाद देश में पुराना वक्फ कानून ही काम करने लगेगा।
प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं ममता
मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद इमामों ने मीडिया से बात की है। इस दौरान इमाम संगठन के सदस्य मौलाना एजाज ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल को रात के अंधेरे में पास कर कानून बना दिया गया। इसके बाद हिंसा हुई जो पहले से प्लान थी। ये किसी धर्म के लोगों ने नहीं किया। ये दंगाइयों ने किया है। आगे उन्होंने ममता को प्रधानमंत्री के रूप में देखते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन उनको प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाता है तो देश के लिए गर्व की बात होती। वह बंगाल की आवाज बनकर देश का नेतृत्व कर सकती हैं।
तुष्टिकरण कर रही हैं ममता बनर्जी
इस पूरे मामले में ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण के आरोप लग रहे हैं। 8 अप्रैल से मुर्शिदाबाद, मालदा, भानगढ़ और दक्षिण 24 परगना में हुई घटनाओं में कुल 3 लोगों की मौत हो गई। कई लोग इसमें घायल हुए हैं। पुलिस पर भी हमले किए गए। इसके बाद BSF को मोर्चा संभालना पड़ा लेकिन ममता की सियासत जारी है। सुवेंदु अधिकारी और सुकांत मजूमदार ने कहा कि मुख्यमंत्री की चुप्पी और पुलिस की निष्क्रियता ने हिंसा को बढ़ावा दिया। वो केवल वोट बैंक के लिए बंगाल को फूंक रही हैं।
‘अपना खून दे सकते हैं’
इस पूरे मुद्दे को ममता बनर्जी ने अब अपनी राजनीति चमकाने का जरिया बना लिया है। केंद्र और बीजेपी को तो वो निशाने पर ले ही रहीं थी। इमामों की बैठक में उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोल दिया। इतना ही नहीं नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू पर निशाना साधते हुए उन्होंने उन्होंने अपना खून तक देने की बात कह दी। उन्होंने कहा ‘चंद्रबाबू नायडू, नीतीश बाबू चुप हैं। आप इनको वोट देते हैं पर ये सत्ता के लिए आप सभी की बलि चढ़ा सकते हैं। आगे उन्होंने कहा कि आपको सत्ता देने के लिए हम अपना दिल दे सकते हैं, अपना खून भी दे सकते हैं।