जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है। इस हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है और लोग केंद्र सरकार से पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाए जाने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच कर्नाटक के आवास, वक्फ और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री बी.जेड. ज़मीर अहमद खान के एक बयान से हलचल मच गई है। ज़मीर खान ने शुक्रवार (2 मई) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह उन्हें अनुमति दें तो वह ‘आत्मघाती बम’ के साथ पाकिस्तान जाकर हमला कर देंगे।
“ಪಾಕಿಸ್ತಾನ ಯುದ್ಧಕ್ಕೆ ನಾನು ಹೋಗ್ತೀನಿ.. ಮೋದಿ, ಶಾ ಸೂಸೈಡ್ ಬಾಂಬ್ ಕೊಡ್ಲಿ. ಪಾಕಿಸ್ತಾನಕ್ಕೆ ಹೋಗಿ ಹಾಕ್ತೀನಿ” – ಸಚಿವ ಜಮೀರ್ ಅಹ್ಮದ್ #ZameerAhmed #India #Pakistan #Pahalgam #JammuKashmir pic.twitter.com/yfUREIrAPc
— PublicTV (@publictvnews) May 2, 2025
ज़मीर ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान की दुश्मन देश बताया है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान हमेशा से भारत का दुश्मन रहा है। हम भारतीय हैं, हमारा पाकिस्तान से कोई नाता नहीं। अगर (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी, (केंद्रीय गृह मंत्री अमित) शाह या केंद्र सरकार मुझे अनुमति दे तो मैं पाकिस्तान जाकर युद्ध करने के लिए तैयार हूं।” ज़मीर ने पीएम मोदी और अमित शाह से कहा कि वे उन्हें एक आत्मघाती बम दें। उन्होंने कहा, “मैं युद्ध के लिए पाकिस्तान जाऊंगा। मोदी और शाह मुझे एक आत्मघाती बम दें, मैं उसे अपने शरीर से बांधकर पाकिस्तान जाऊंगा और उन पर हमला करूंगा।” जमीर का यह बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
इससे पहले ज़मीर ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और केंद्र से राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने का आह्वान किया है। उन्होंने इसे निर्दोष नागरिकों के खिलाफ एक ‘जघन्य और अमानवीय कृत्य’ बताया है। ज़मीर का कहना है कि देश के सभी नागरिकों को इस समय एकजुट होने की ज़रूरत है। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस हमले को लेकर भारत ने पाकिस्तान पर ‘सीमा पार आतंकवाद’ को समर्थन देने का आरोप लगाया है और उसके खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, पाकिस्तानियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक करना, इंपोर्ट पर बैन लगाना और सीमा चौकी को बंद करना जैसे कदम शामिल हैं।