TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अस्थिरता के साये में बांग्लादेश

    हिंसा और अस्थिरता के साये में बांग्लादेश: चुनाव से पहले बढ़ता संकट

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अस्थिरता के साये में बांग्लादेश

    हिंसा और अस्थिरता के साये में बांग्लादेश: चुनाव से पहले बढ़ता संकट

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मस्क ने छोड़ा DOGE, पूरे हुए सुधार या व्यापार को लेकर वॉर?, जानें अब DOGE का क्या होगा

जानें क्या है पूरा मामला

himanshumishra द्वारा himanshumishra
29 May 2025
in चर्चित
एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रम्प

एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रम्प

Share on FacebookShare on X

महीनों तक ट्रंप प्रशासन की “सरकारी खर्चों में कटौती” जैसी साहसी घोषणाओं का चेहरा बने एलन मस्क ने अब स्पेशल गवर्नमेंट एम्प्लॉयी (SGE) के रूप में अपनी भूमिका से इस्तीफा दे दिया है। वॉशिंगटन की राजनीति में एक हाई-प्रोफाइल अध्याय के अंत के तौर पर देखे जा रहे इस फैसले ने केवल मस्क के लिए नहीं, बल्कि प्रशासन की चर्चित “कुशलता मुहिम” के लिए भी एक निर्णायक मोड़ ला दिया है। मस्क ने अपने खुद के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मेरे स्पेशल गवर्नमेंट एम्प्लॉयी के रूप में निर्धारित कार्यकाल के समाप्त होने के साथ, मैं राष्ट्रपति @realDonaldTrump का आभार प्रकट करता हूँ कि उन्होंने मुझे फिजूलखर्ची को कम करने का अवसर दिया। DOGE मिशन समय के साथ और मज़बूत होगा और सरकारी व्यवस्था में एक जीवनशैली बन जाएगा।”

एलन मस्क का ट्वीट
एलन मस्क का ट्वीट

हालांकि यह विदाई संदेश सतह पर जितना शांत दिखाई दिया, उसके पीछे उतनी ही गहरी उथल-पुथल की संभावना को लोग महसूस कर रहे हैं। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह केवल एक औपचारिक विदाई नहीं थी, बल्कि उसमें निराशा, वैचारिक मतभेद और सत्ता तथा पूंजी के बीच खिंचती रेखाओं की परछाईं साफ़ झलकती है। मस्क के अचानक इस्तीफे ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है जहाँ एक ओर कुछ लोग इसे DOGE के तहत हुए सुधारों के कार्यकाल के पूर्ण होने के रूप में देख रहे हैं, वहीं कई इसे व्यापारिक हितों और प्रशासनिक नियंत्रण के बीच छिपे टकराव का संकेत मान रहे हैं-एक ऐसा टकराव जो अब तक सतह के नीचे दबा था, लेकिन अब खुलकर सामने आने की कगार पर है।

संबंधितपोस्ट

कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

कितना भरोसेमंद है BBC? नई दिल्ली से तेल अवीव और वॉशिंगटन तक क्यों गिरती जा रही है बीबीसी की साख और विश्वसनीयता ?tfi

और लोड करें

डिसरप्टर से डिसेंटर्स तक

एलन मस्क की नियुक्ति इस साल की शुरुआत में ज़ोरदार ढंग से हुई, जब उन्हें नवगठित डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) का प्रमुख बनाया गया। इसका उद्देश्य बेहद महत्वाकांक्षी था: सरकारी बर्बादी को खत्म करना और फैले हुए संघीय कार्यक्रमों को सुव्यवस्थित करना। ट्रंप ने उन्हें “एक सच्चे महान अमेरिकी” के रूप में सराहा, और MAGA समर्थकों ने उन्हें एक ऐसे बाहरी व्यक्ति के रूप में देखा जो उच्च तकनीकी तरीकों से “दलदल को सूखा” सकता है।

लेकिन जैसे-जैसे मस्क वाशिंगटन की धीमी और जटिल नौकरशाही से रूबरू हुए, चीज़ें बिगड़ने लगीं। वॉशिंगटन पोस्ट को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, “संघीय नौकरशाही की स्थिति मेरी सोच से कहीं अधिक खराब है। डीसी में चीज़ों को बेहतर बनाने की कोशिश करना एक चढ़ाई जैसा है, यह कहना भी कम होगा।”

हालाँकि DOGE ने कुछ हाई-प्रोफाइल कदम उठाए जैसे कुछ USAID कार्यालयों को बंद करना और विदेशी सहायता में कटौती करना लेकिन इसका लक्ष्य, यानी 1 ट्रिलियन डॉलर की बचत, कभी साकार नहीं हो सका। अंदरूनी तौर पर इस परियोजना को कैरियर नौकरशाहों, सांसदों और यहाँ तक कि ट्रंप के अपने मंत्रिमंडल के भीतर से भी विरोध का सामना करना पड़ा।

यही नहीं, 22 मई को OpenAI ने UAE में एक बड़ा AI डेटा सेंटर बनाने का कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया। मस्क की कंपनी xAI ने भी इस सौदे में शामिल होने की कोशिश की थी, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। जब यह कॉन्ट्रैक्ट उनकी प्रतिस्पर्धी कंपनी को मिला, तो मस्क ने ट्रंप के सलाहकार डेविड सैक्स और अन्य अधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।

ट्रम्प के ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ के खिलाफ थे मस्क या बजट का बोझ?

इस हफ्ते तनाव तब चरम पर पहुँच गया जब एलन मस्क ने CBS पर आकर ट्रंप के प्रमुख विधायी प्रस्ताव  जिसे “बिग ब्यूटीफुल बिल” कहा जा रहा था की तीखी आलोचना की। इस बिल का उद्देश्य कर में कटौती और आप्रवासन सुधारों के साथ व्यापक बदलाव लाना था, लेकिन इसमें स्वच्छ ऊर्जा को मिलने वाले प्रोत्साहन खत्म कर दिए गए, मेडिकेड जैसे सामाजिक कार्यक्रमों में कटौती की गई, और विडंबना यह रही कि इसने संघीय घाटे को और बढ़ा दिया। साक्षात्कार में मस्क ने तंज कसते हुए कहा, “कोई बिल बड़ा हो सकता है या खूबसूरत, लेकिन दोनों एक साथ होना मुश्किल है।”

मस्क की सबसे बड़ी आपत्ति थी कि यह बिल DOGE के काम के खिलाफ जाता है क्योंकि यह सरकारी खर्च को और बढ़ाता है। साथ ही इसमें कुछ ऐसे प्रावधान भी हटा दिए गए जो मस्क की कंपनियों के लिए अहम थे जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों पर मिलने वाला $7,500 का टैक्स क्रेडिट और EV मालिकों पर नया $250 का सालाना शुल्क। पहले ही टेस्ला की पहली तिमाही की कमाई में 71% की गिरावट आ चुकी थी, और अब मस्क के कारोबारी हित राजनीतिक खींचतान में फंसते नजर आ रहे थे। उनकी आलोचना ने कैपिटल हिल का ध्यान तुरंत खींचा। विस्कॉन्सिन के सीनेटर रॉन जॉनसन ने कहा, “मैं एलन की निराशा को समझ सकता हूँ।” अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया थोड़ी संयमित रही, लेकिन बंद दरवाज़ों के पीछे रिपब्लिकन पार्टी के भीतर बिल को लेकर असहमति की बात स्वीकार की गई।

यही नहीं, 22 मई को OpenAI ने UAE में एक बड़ा AI डेटा सेंटर बनाने का कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया। मस्क की कंपनी xAI ने भी इस सौदे में शामिल होने की कोशिश की थी, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। जब यह कॉन्ट्रैक्ट उनकी प्रतिस्पर्धी कंपनी को मिला, तो मस्क ने ट्रंप के सलाहकार डेविड सैक्स और अन्य अधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।

एक भूमिका जो हमेशा थी

एलन मस्क की आधिकारिक भूमिका स्पेशल गवर्नमेंट एम्प्लॉई (Special Government Employee) की थी यह एक कानूनी श्रेणी है, जिसे संघीय सरकार निजी क्षेत्र की विशेषज्ञता का अस्थायी रूप से लाभ उठाने के लिए बनाती है। ऐसी भूमिकाएँ आम तौर पर साल में 130 दिनों से ज़्यादा नहीं चलतीं, अक्सर बिना वेतन होती हैं, और हितों के टकराव को रोकने के लिए सख्त नियमों के साथ आती हैं।

लेकिन मस्क के विशाल व्यावसायिक साम्राज्य जैसे टेस्ला, स्पेसएक्स, न्यूरालिंक आदि के कारण सार्वजनिक सेवा और निजी लाभ के बीच की रेखा शुरू से ही धुंधली रही। आलोचकों ने शुरुआत में ही संभावित हितों के टकराव की ओर इशारा किया था, और अप्रैल में जब प्रशासन ने व्यापक टैरिफ (आयात शुल्क) लागू किए, तो मस्क की भूमिका और भी विवादास्पद बन गई। इन टैरिफों ने वैश्विक बाजार को हिला दिया, और मस्क को व्यक्तिगत रूप से अरबों डॉलर का नुकसान हुआ।

अब DOGE का क्या होगा?

एलन मस्क के जाने के बाद डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। माना जा रहा है कि उनकी अनुपस्थिति से विभाग की रफ्तार और प्रभावशीलता पर असर पड़ सकता है, हालांकि विभिन्न मंत्रालयों में मौजूद DOGE टीमें अपना काम जारी रखेंगी। एक और बड़ी चिंता कानूनी चुनौतियों की है। DOGE पहले से ही पारदर्शिता और डेटा गोपनीयता से जुड़े कई मामलों में अदालतों का सामना कर रहा है, और अब जब उसका सबसे बड़ा चेहरा बाहर हो गया है, तो इन मामलों से निपटना और कठिन हो सकता है।

इसके अलावा, मस्क की जगह किसी नए मजबूत नेता की नियुक्ति भी एक चुनौती है। अगर यह पद खाली रहा या किसी कमज़ोर नेतृत्व को सौंपा गया, तो DOGE का 1 ट्रिलियन डॉलर की बचत का लक्ष्य अधूरा रह सकता है। अमेरिकी मीडिया के अनुसार, अब यह जिम्मेदारी किसी कैबिनेट सचिव को दी जा सकती है। और अंत में, वक्त भी कम है। DOGE को जुलाई 2026 तक अपने लक्ष्य पूरे करने हैं, लेकिन मस्क के बिना यह रास्ता कहीं अधिक कठिन और अनिश्चित लगने लगा है।

स्रोत: एलन मस्क, अमेरिका, डोनाल्ड ट्रम्प, स्पेशल गवर्नमेंट एम्प्लॉई, Elon Musk, United States, Donald Trump, Special Government Employee
Tags: Donald TrumpElon MuskSpecial Government Employeeunited statesअमेरिकाएलन मस्कडोनाल्ड ट्रम्पस्पेशल गवर्नमेंट एम्प्लॉई
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

डेडलाइन से पहले डेड होगा नक्सलवाद! पुलिस के हत्थे चढ़ा कुंजम हिडमा

अगली पोस्ट

बिहार में इन्फ्रास्ट्रक्चर को मिला नया आयाम: पीएम मोदी ने पटना एयरपोर्ट के अत्याधुनिक टर्मिनल का किया लोकार्पण

संबंधित पोस्ट

युवराज सिंह, रॉबिन उथप्पा, सोनू सूद पर ED का बड़ा एक्शन, जब्त की करोड़ों की संपत्ति
क्रिकेट

सट्टेबाजी केस: ED का बड़ा एक्शन, युवराज सिंह समेत कई सेलेब्स की संपत्तियां जब्त

20 December 2025

अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग के एक बड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कड़ा रुख अपनाते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह समेत...

बांग्लादेश
चर्चित

हिंदू दीपू दास की इस्लामी भीड़ के हाथों बर्बर हत्या उस्मान हादी हत्याकांड का ‘साइड इफेक्ट’ नहीं है, ये मजहबी कट्टरता को आत्मसात कर चुके बांग्लादेश का नया सच है

20 December 2025

बांग्लादेश इस समय गहरी अस्थिरता से गुज़र रहा है। दुर्भाग्य से ये अस्थिरता सिर्फ राजनैतिक नहीं है, ये नैतिक और सामाजिक भी है। अलग भाषाई...

सैरंग राजधानी मिजोरम को सीधा दिल्ली से जोड़ती है
चर्चित

असम में हाथियों से टकराने के बाद सैरंग राजधानी एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 8 हाथियों की मौत, सभी यात्री सुरक्षित

20 December 2025

दिल्ली को मिज़ोरम की राजधानी आइजोल से जोड़ने वाली सैरंग राजधानी एक्सप्रेस आज तड़के हादसे का शिकार हो गई। ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना तब हुई जब...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited