पंजाब में कुछ लोग हमेशा ही खालिस्तान का झंडा उठाए रहते हैं। उन्हें जब भी मौका मिलता है वो इस बात का प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटते। एक बार फिर ऑपरेशन ब्लू स्टार की 41वीं बरसी पर स्वर्ण मंदिर परिसर में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे गूंज उठे। प्रदेश में ये हमेशा की बात है जब कुछ लोग जरनैल सिंह भिंडरावाले की पुण्यतिथि पर अपनी वही पुरानी धुन छेड़ देते हैं। शुक्रवार को शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के नेता सिमरनजीत सिंह मान जैसे ही स्वर्ण मंदिर पहुंचे। उनके समर्थकों ने नारे लगाने शुरू कर दिए।
हर साल ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर अमृतसर में कड़ी सुरक्षा के बीच श्रद्धांजलि और विरोध प्रदर्शन होते हैं। इस बार भी स्वर्ण मंदिर के अंदर और बाहर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई थी। खालिस्तान जिंदाबाद जैसे नारों ने सुरक्षा एजेंसियों को फिर से सतर्क कर दिया है। हालांकि, अब तक किसी बड़ी हिंसा या टकराव की खबर नहीं है।
सिमरनजीत सिंह मान का बयान
अपनी खालिस्तान समर्थक विचारधारा के लिए जाने वाले सिमरनजीत सिंह मान ने पत्रकारों से बात की है। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए भिंडरावाले को शहीद बता दिया। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाए है। बता दें मान पहले ही अपने बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
क्या था ऑपरेशन ब्लू स्टार?
ऑपरेशन ब्लू स्टार 1984 में भारतीय सेना द्वारा स्वर्ण मंदिर परिसर से खालिस्तानी आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए चलाया गया एक सैन्य अभियान था। स्वर्ण मंदिर में खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों की मौजूदगी और जरनैल सिंह भिंडरावाले की बढ़ती गतिविधियों के कारण पंजाब में तनाव बढ़ रहा था। 1983 में भिंडरावाले ने अकाल तख्त पर कब्जा कर लिया था और सिखों के लिए एक अलग राज्य की मांग की थी।
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1 जून 1984 को पंजाब को सेना के हवाले कर दिया और ऑपरेशन ब्लू स्टार की योजना बनाई। इसका उद्देश्य स्वर्ण मंदिर में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालना था। सेना की 9वीं डिवीजन के मेजर जनरल कुलदीप सिंह बराड़ को इस ऑपरेशन का नेतृत्व सौंपा गया।
- 3 जून को स्वर्ण मंदिर परिसर को घेरने के लिए पत्रकारों को बाहर निकाला गया।
पाकिस्तान सीमा को सील कर दिया गया।
5 जून 1984 की शाम को सेना की मुख्य कार्रवाई शुरू हुई।
6 जून को सेना ने टैंकों का उपयोग किया और गोलीबारी सुबह से शाम तक जारी रही।
देर रात सेना को जरनैल सिंह भिंडरावाले का शव मिला
7 जून की सुबह ऑपरेशन समाप्त हो गया।
अमृतसर में कड़ी पुलिस सुरक्षा
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी के मौके पर पंजाब को छावनी में बदल दिया गया है। पंजाब पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि शहर के प्रवेश और निकास बिंदुओं के साथ-साथ अंदरूनी क्षेत्रों में कई चेकपॉइंट लगाए गए हैं। अमृतसर और उसके आसपास के शहरों, विशेष रूप से स्वर्ण मंदिर के आसपास कड़ी सुरक्षा की जा रही है और आने-जाने वालों की सघन जांच की जा रही है। शहर की सुरक्षा के लिए लगभग 4,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।