अयोध्या के राम मंदिर में राम दरबार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव का मुख्य पर्व गुरुवार को धूमधाम से मनाया गया। मंदिर के पहले तल पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। इसके साथ ही परिसर के सात अन्य मंदिरों में भी देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई है। इसके लिए सुबह 11:30 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच का मुहूर्त तय था। तय समय के अनुसार मंत्रोच्चार के साथ प्राणों का आधान किया गया। इस मौके पर रिवाज निभाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ भी पहुंचे। उन्होंने नेत्रोन्मिलन का राम दरबार की स्थापना की।
बता दें आज से 498 दिन पहले यानी 22 जनवरी 2024 को आयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। इसके बाद से गर्भगृह में भगवान राम बालक के रूप में हैं। वहीं राम दरबार की स्थापना के बाद भगवान राजा के रूप में बैठे हैं।
नेत्रोन्मिलन और प्रथम आरती
प्राण प्रतिष्ठा के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ संतों ने भगवान का नेत्रोन्मिलन किया। यानी आंखों से वस्त्र हटाए। उन्होंने भगवान के प्राकट्य की पहली आरती उतारी। ये तीन दिन चले अनुष्ठान की पूर्णाहुति का प्रतीक था।

गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस खास अवसर के लिए पूरे मंदिर परिसर को फूलों और मालाओं से भव्य रूप से सजाया गया था। इस समारोह में मुख्यमंत्री और संतों के साथ-साथ लगभग एक हजार विशिष्ट अतिथि भी आमंत्रित थे। सबी ने इस धार्मिक उत्सव में भाग लिया।

राजा राम का दरबार
राम दरबार में श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमानजी की मूर्तियां हैं। काशी के पुरोहित जय प्रकाश त्रिपाठी के नेतृत्व में 101 पंडितों ने मंत्रोच्चार के प्रतिष्ठा कराई है। दरबार में भगवान राम, माता सीता, तीनों भाई और हनुमान जी है।

राम दरबार और गर्भगृह में अंतर
गर्भगृह में भगवान राम की बाल रूप प्रतिमा स्थापित है। वहीं राम दरबार में वह राजा के रूप में विराजमान हैं। राम दरबार के दर्शन आम श्रद्धालुओं के लिए कब से मिलेगे। अभी इस संबंध में कोई जानकारी ट्रस्ट की ओर से नहीं दी गई है।

विशेष आभूषण से सजे भगवान
बहुमूल्य हीरे, सोने और चांदी के आभूषण सूरत के व्यापारी मुकेश पटेल ने दान किए हैं। इन आभूषणों में 1000 कैरेट का हीरा, 30 किलो चांदी, 300 ग्राम सोना और 300 कैरेट रूबी शामिल हैं। इनसे 11 मुकुट तैयार किए गए हैं। इसके साथ ही गले का हार, कान के कुंडल, माथे का तिलक और चारों भाइयों के लिए धनुष-बाण भी भक्त ने दान किए हैं।

परकोटे के मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा
दरबार के साथ-साथ मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर बने परकोटे में स्थित 6 अन्य मंदिरों की भी प्राण प्रतिष्ठा की गई है। इन मंदिरों में भगवान शिव, श्री गणेश, हनुमान, सूर्य भगवान, मां भगवती और मां अन्नपूर्णा के मंदिर हैं।

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मूर्तियों का निर्माण
राम दरबार की ये मनोहर मूर्तियां जयपुर में मकराना के सफेद संगमरमर से बनाई गई हैं। इन मूर्तियों में भगवान श्रीराम और सीता सिंहासन पर विराजमान हैं। वहीं भरत और हनुमान भगवान श्रीराम के चरणों के पास बैठे हैं। लक्ष्मण और शत्रुहन दोनो भाई आजू बाजू में खड़े हैं।