कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला एकीकृत एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला एकीकृत एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला एकीकृत एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला एकीकृत एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी

रोहित वेमुला विधेयक न केवल गलत समय पर पेश की गई नौटंकी है, बल्कि 2028 के चुनावों से पहले पहचान को कैसे हथियार बनाया जा रहा है, इसका खतरनाक उदाहरण भी है।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
15 July 2025
in चर्चित, राजनीति
कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी]

कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया

Share on FacebookShare on X

कर्नाटक की कांग्रेस सरकार एक बार फिर भावनात्मक नाटक कर रही है। इस बार उच्च शिक्षा में भेदभाव को रोकने के लिए राजनीति से प्रेरित कानून “रोहित वेमुला विधेयक” का प्रस्ताव रखा गया है। राहुल गांधी के इशारे पर यह विधेयक न केवल एक गलत समय पर पेश की गई नौटंकी है, बल्कि 2028 के चुनावों से पहले पहचान की राजनीति को कैसे हथियार बनाया जा रहा है, इसका खतरनाक उदाहरण भी है। विवादित और विवादास्पद मामले से जुड़ा इस विधेयक का नाम गंभीर सवाल खड़े करता है। क्या यह न्याय के लिए है या दलितों व अन्य पिछड़ा वर्गों और अल्पसंख्यकों के बीच अपने समर्थन को बढ़ाने के लिए कांग्रेस की हताश कोशिश?

राहुल गांधी ने सीएम को पत्र लिख कर की थी मांग

प्रस्तावित कर्नाटक रोहित वेमुला (बहिष्कार या अन्याय निवारण) (शिक्षा और सम्मान का अधिकार) विधेयक, 2025 किसी ठोस नीति-निर्माण या संस्थागत आत्मनिरीक्षण का परिणाम नहीं है। यह राहुल गांधी द्वारा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को लिखे एक पत्र के माध्यम से एक राजनीतिक हथकंडा है। इसमें रोहित वेमुला के नाम पर एक कानून का नाम रखने की मांग की गई है। बता दें कि रोहित वेमुला वह छात्र था, जिसकी 2016 में आत्महत्या को उसकी जाति की स्थिति स्पष्ट किए बिना वर्षों तक राजनीतिक रंग दिया गया कांग्रेस की यह प्रतिक्रिया उसकी व्यापक रणनीति का प्रतीक है: सबूतों पर भावनाएं, शासन पर वोट। राज्य सरकार द्वारा शैक्षणिक संस्थानों या कानूनी विशेषज्ञों से परामर्श करने क बजाय, एक राजनीतिक उत्तराधिकारी के इशारे पर इतने बड़े कानूनी और सामाजिक निहितार्थ वाले विधेयक को जल्दबाज़ी में पारित करना, व्यवस्था की सड़न को उजागर करता है। यह विधेयक संस्थागत सुधार के वास्तविक प्रयास से ज़्यादा कुछ समुदायों के साथ अपनी पैठ बनाने का एक ज़रिया लगता है।

संबंधितपोस्ट

किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

और लोड करें

हिमाचल और तेलंगाना के सीएम को भी लिखा पत्र

इतना ही नहीं, अब राहुल गांधी ने हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खु और तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को भी पत्र लिखकर ‘रोहित वेमुला एक्ट’ लागू करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर बच्चे को शिक्षा तक समान पहुंच दिलाने और जातीय भेदभाव को खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।’

क्या है रोहित वेमुला एक्ट?

रोहित वेमुला एक्ट एक प्रस्तावित कानून है, जिसका उद्देश्य भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों में जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न को रोकना है। इसका नाम रोहित वेमुला, हैदराबाद विश्वविद्यालय के एक दलित पीएचडी छात्र, के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 2016 में कथित तौर पर संस्थागत भेदभाव और उत्पीड़न के कारण आत्महत्या कर ली थी। यह एक्ट विशेष रूप से अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और अन्य वंचित समुदायों के छात्रों के अधिकारों की रक्षा करने और शिक्षा प्रणाली में समानता सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।

रोहित वेमुला एक्ट के ये हैं प्रावधान

कर्नाटक की कांग्रेस सरकार मॉनसून सत्र में रोहित वेमुला के नाम पर एक्ट लाने जा रही है। राहुल गांधी की मंजूरी के बाद कर्नाटक की सरकार रोहित वेमुला प्रिवेंशन ऑफ एक्सक्लूजन ऑर इनजस्टिस राइट टू एजुकेशन एंड डिग्निटी बिल 2025 को लाने वाली है। इस बिल के पास होने के बाद एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों की शिक्षा और सम्मान को संरक्षण देना जरूरी होगा। ये कानून सभी सरकारी और निजी यूनवर्सिटी में लागू होगा। इसका उल्लंघन संज्ञेय और गैर जमानती होगा। बिल में व्यवस्था की गई है कि ऐसे लोगों का अगर उत्पीड़न होगा, तो पहली बार 10 हजार रुपए और 1 साल की सजा होगी। अगर फिर वही शख्स अपराध करता है, तो उसे 1 लाख रुपए जुर्माना और 3 साल की कैद होगी। अगर किसी संस्थान में एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदाय से भेदभाव किया जाएगा, तो उस पर भी यही सजा लागू होगी। उस संस्थान को कर्नाटक सरकार वित्तीय मदद भी नहीं देगी। अपराध करने वालों के मददगारों को भी गिरफ्तार करने का भी प्रावधान है।

वेमुला के नाम पर कानून का नामकरण: राजनीतिक प्रतीकवाद?

कांग्रेस और उसके तंत्र द्वारा “रोहित वेमुला” नाम का इस्तेमाल लंबे समय से व्यवस्थागत जातिगत उत्पीड़न की कहानी गढ़ने के लिए होता रहा है, भले ही कई जांचों ने इसके मूल आधार पर ही सवाल उठाए हों। वेमुला की जातिगत स्थिति कभी निर्णायक रूप से सिद्ध नहीं हुई। वास्तव में, गच्चीबावली पुलिस की मार्च 2024 की क्लोजर रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि उनका अनुसूचित जाति प्रमाणपत्र कानूनी रूप से मान्य नहीं था। उनके मामले में जाति-आधारित उत्पीड़न का कोई सबूत नहीं था, जिसके कारण उन्होंने आत्महत्या की।

इसके बावजूद, कर्नाटक कांग्रेस सरकार, अपने केंद्रीय नेतृत्व को खुश करने और भावनात्मक उत्तेजनाओं का लाभ उठाने के लिए कानून बनाने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल करने का विकल्प चुन रही है। यह विकल्प सुधार के बारे में नहीं, बल्कि दिखावे के लिए है। यह एक दुखद मौत का फायदा उठाकर विभाजनकारी राजनीति को हवा देने और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग समूहों के बीच चुनावी लाभ हासिल करने लिए है। यह तथ्य कि वेमुला कर्नाटक से भी नहीं थे और तेलंगाना से थे, इस कदम की अवसरवादी प्रकृति को ही रेखांकित करता है।

कांग्रेस पहल भी ला चुकी है ऐसा कानून

बता दें कि कांग्रेस इससे पहले भी सांप्रदायिक एवं लक्षित हिंसा रोकथाम विधेयक 2011 ला चुकी है। अधिकतर नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना था कि इसे किसी भी हालत में पास नहीं होना चाहिए। आरएसस के तत्कालीन सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने तो इस बिल को देश को दोबारा बांटने वाला बता दिया था। उन्होंने याद दिलाया था कि कैसे बंटवारे के तत्काल बाद मुसलमानों सहित अल्पसंख्यकों के लिए पंडित नेहरू धर्म के आधार पर अलग कानून बनाना चाहते थे। लेकिन, तत्कालीन उप प्रधानमंत्री सरदार पटेल और उपराष्ट्रपति डा. राधाकृष्णन ने विरोध किया था। जानकारी हो कि इस बिल की बुनियाद यूपीए सरकार ने साल 2005 में रखी थी। हालांकि, अल्पसंख्यक नेताओं ने इसमें और कड़े प्रावधान की मांग कर इसे नकार दिया था। 2009 में इसका संशोधित रूप भी नकार दिया गया। इधर, हिंदू पक्ष के लोगों का कहना था कि यह बिल अल्पसंख्यक समुदाय को खुश करने की राजनीति से प्रेरित है। इससे दो समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा होगा। बता दें कि इस बिल में कुछ ऐसे प्रावधान किये गए थे कि यह दर्शाता था हिंसा करने वाले केवल बहुसंख्यक ही हैं और जो भी कार्रवाई होगी उन्हीं के विरुद्ध होगी।

कठोर प्रावधान, हो सकता है राजनीतिक दुरुपयोग?

विधेयक में “भेदभाव” के कृत्यों के लिए गैर-जमानती, संज्ञेय अपराधों सहित कठोर दंड का प्रस्ताव है। इसमें तीन साल तक की जेल और बार-बार अपराध करने पर ₹1 लाख तक का जुर्माना शामिल है। तथाकथित “समानता” सिद्धांतों का उल्लंघन करने वाले संस्थानों को वित्तीय सहायता पूरी तरह से बंद करनी पड़ सकती है। सतही तौर पर देखें तो यह कानून ज़बरदस्ती का एक ज़रिया लगता है। स्पष्ट रूप से परिभाषित कानूनी सीमाओं के बिना, “भेदभाव” के रूप में क्या गिना जाता है, इसकी व्याख्या और राजनीतिक दुरुपयोग के लिए खुला छोड़ा जा सकता है। शैक्षणिक असहमति, वैचारिक बहस या आंतरिक अनुशासनात्मक कार्रवाइयों को गलत तरीके से जातिगत पूर्वाग्रह का लेबल दिया जा सकता है। यह विधेयक आसानी से उन संस्थानों या व्यक्तियों के खिलाफ एक हथियार बन सकता है जो कांग्रेस की बात मानने को तैयार नहीं हैं। इस विधेयक के साथ राज्य सरकार के पास अब अन्याय से लड़ने के नाम पर उन्हें आर्थिक रूप से पंगु बनाने या व्यक्तियों को जेल में डालने की शक्ति है।

सामाजिक न्याय के नाम पर वोट-बैंक की राजनीति

इस विधेयक के पीछे असली मकसद साफ़ है, वोट-बैंक का एकीकरण। “रोहित वेमुला विधेयक” का समर्थन कर कांग्रेस 2028 के चुनावों से पहले दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों को स्पष्ट संकेत दे रही है। यह पहचान के मुद्दों को भड़काने, समाज को उत्पीड़ित और उत्पीड़क में बांटने और वोट बटोरने की उसी पुरानी रणनीति का एक नमूना है। कोई संयोग नहीं है कि यह कानून जाति जनगणना पर चर्चा, आरक्षण की मांग और राज्य भर में बढ़ती जाति-आधारित लामबंदी के बाद आया है।

पार्टी को बचाने के लिए है कानून

कांग्रेस जहां सामाजिक न्याय के लिए लड़ने का दावा करती है। वहीं सच्चाई यह है कि वह अपनी राजनीतिक अप्रासंगिकता पर मरहम लगाने के लिए जाति के ज़ख्मों का इस्तेमाल कर रही है। कर्नाटक के युवाओं को बेहतर शिक्षा नीति, बुनियादी ढांचे और अवसरों की ज़रूरत है, न कि किसी राजनीति से प्रेरित कानून की जो परिसरों में और ज़्यादा लालफीताशाही और भय पैदा करे। कुल मिलाकर कहें तो यह विधेयक कमज़ोरों की रक्षा के बारे में नहीं है। यह एक कमज़ोर पार्टी को बचाने के लिए है।

Tags: CongressHimachal PradeshkarnatkaRahul Gandhirohit vemula actRohith VemulaTelanganaअस्पतालकर्नाटककांग्रेसतेलंगानाराहुल गाँधीरोहित वेमुलारोहित वेमुला एक्ट
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की मौत की सज़ा पर यमन में लगी रोक

अगली पोस्ट

बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

संबंधित पोस्ट

किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह
चर्चित

किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

25 August 2025

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 130वें संविधान संशोधन विधेयक को लेकर विपक्ष पर हमलावर दिखे। विपक्ष के विरोध को पूरी तरह खारिज करते हुए...

गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है
इतिहास

गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

23 August 2025

महात्मा गांधी के परपोते श्रीकृष्ण कुलकर्णी ने बुधवार को राहुल गांधी को एक तीखा और खुला पत्र जारी किया। यह पत्र न केवल निजी टिप्पणी...

भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान
चर्चित

भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

23 August 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2025 पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में घोषणा की कि भारत जल्द ही अपना अंतरिक्ष स्टेशन बनाएगा,...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Is Rampur Nadrabag Mosque The Dark Web of Trafficking, Illegal Arms, Drugs & Conversion Mafia?

Is Rampur Nadrabag Mosque The Dark Web of Trafficking, Illegal Arms, Drugs & Conversion Mafia?

00:05:52

ISRO’s ₹8,240 Cr Project ‘Soorya' : India’s Ticket to Space Station & Moon Missions

00:06:37

Why Silencing History ? The Hypocrisy of Stopping Bengal Files | Kolkata | Mamata | Vivek Agnihotri

00:04:54

Reason Behind Congress and Sanjay Kumar Silently Deleting Their Fake Voter Data Tweets

00:05:56

After 35 Years : Kashmiri Pandits Finally Getting Justice

00:05:59
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited