उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंची धाम मंदिर को लेकर कहा कि इस धाम की मान्यता विश्वस्तर पर बढ़ रही है। ऐसे में मंदिर पहुंचने वाले दर्शनार्थियों को किसी तरह की परेशानी न हो। सीएम धामी ने इसके लिए निर्देश दिए हैं।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी कैंची धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए गंभीर दिख रहे हैं। उन्होंने प्रदेश के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम में यात्रियों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था शुरू करने के निर्देश दिए हैं। कैंची धाम में लगने वाले मेले की तैयारियों की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में उन्होंने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों में यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए यात्रा प्राधिकरण बनाया जाएगा। इसका मकसद पर्यटकों और यात्रियों को अधिकतम सुविधाएं मुहैया करना होगा।
सुविधाओं के लिए मांगा प्रस्ताव
इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने सभी जिलाधिकारियों को यात्रा मार्ग में बनाई जाने वाली संरचना और सुविधाओं आदि के लिए प्रपोजल बनाकर भेजने के भी निर्देश दिए हैं। इस दौरान नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि कैंची धाम के मेले के लिए जिला और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। इसके लिए स्थाई और अस्थायी तौर पर 11 पार्किंग तैयार की गई है, जिसकी क्षमता लगभग 1500 से 2 हजार वाहनों की होगी। यहां पर श्रद्धालुओं को अन्य जरूरी सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जाएंगी।
बढ़ रही श्रद्धालुओं की भीड़
जानकारी हो कि कैंची धाम में लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है। स्थिति ये है कि पिछले सालों के मुकाबले इस बार यात्रियों की संख्या में 300 फीसदी तक बढ़ोतरी की हुई है. ऐसे में कैंची धाम में पर्यटकों की संख्या को लेकर कैरिंग कैपेसिटी का भी आकलन किया जाएगा. दरअसल, कैंची धाम में हर महीने करीब 2 लाख पर्यटक पहुंच रहे हैं, जिससे यातायात व्यवस्था की दिक्कतें भी सामने आने लगी हैं।
कैरिंग कैपेसिटी का होगा आंकलन
ऐसे में कैंची धाम में बढ़ते पर्यटकों की संख्या को देखते हुए पर्यटन विभाग ने इसको लेकर प्लान तैयार किया है। पर्यटकों की संख्या को व्यवस्था के लिहाज से सुनिश्चित किया जा सके। कैंची धाम में पर्यटन विभाग जल्द ही कैरिंग कैपेसिटी का आकलन करने जा रहा है। इसके लिए एक्सपर्ट्स की मदद ली जाएगी, जिससे यह पता चल सकेगा कि कैंची धाम में प्रत्येक दिन कितने पर्यटकों की आवाजाही हो सकती है। इसके बाद रिटर्न विभाग यहां पर हाई रेजोल्यूशन और हाई तकनीक वाले कैमरे लगाने की भी तैयारी कर रहा है। इससे चारधाम की तरह ही कैंची धाम में भी हेड काउंट के जरिए प्रत्येक प्रत्येक यात्री की संख्या का सही आंकड़ा सामने आ सकेगा।